Mohan Bamniya 139 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Bamniya 21 Dec 2020 · 1 min read पापा आप के बगैर ऐसी कौन सी दुनिया है वो मिलते नहीं हो आप सभी दिखते हैं पर अकेले दिखते नहीं हो आप गर कभी कुछ लेना होता है बहुत परेशान होता हूं पहले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 363 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read संकट की घड़ी में ○इस संकट की घड़ी में ○भगवान का स्वरूप बन जाना ए दोस्त ○दिखे गर कोई भुखा-प्यासा ○देखो पिछे मत हट जाना ए दोस्त ○जिंदगी में पता नहीं कब कैसे किस... Hindi · कविता 2 2 595 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read बहुत हुआ हंसी मजाक ○बहुत हुआ हंसी मजाक ○छोड दो ये सब मंखोल ○ जान है तो जहान है ○देखो इटली की ओर ○लाशों का कहर बना करोना ○हो गया हर शहर सुना सुना... Hindi · कविता 2 529 Share Mohan Bamniya 25 Apr 2020 · 1 min read बाहर जो निकले जिंदगी खतरें में अपनी होगी ○हमे खुद पर बहुत सख्ती बरतनी होगी ○करोना की जंग साथ मिलकर लड़नी होगी ○किसी से ज्यादा तालमेल न कर घर पर रहे ○बाहर जो निकले जिंदगी खतरें में अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 419 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read चका जाम ○हो गया चका जाम देखो कैसा ये करोना आया ○करोना की चपेट में दुनिया का कोना कोना आया ○आज हर व्यक्ति बैठा अपने ही घर में कैद हुआ ○माहमारी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 316 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read बाहर जाना ○ ना हाथ मिलाना ना गले लगाना ○करोना को भगाना नमस्ते का जमाना ○अगर हो जरुरी तो बाजार जाना ○वरना भिड़ भाड के क्षेत्र से बचे रहना ○किसी के बहकावे... Hindi · कविता 2 1 445 Share Mohan Bamniya 29 Mar 2020 · 1 min read गम्भीर है समस्या ○गम्बीर है समस्या हल्के में मत लो ○करोना की लडाई साथ मिलकर लड़ो ○घर पर अपने रहो खुद का बचाव करो ○अज्ञानता से ये है बढ़ता इतना समझ लो ○ना... Hindi · कविता 1 295 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read तेरे ख्यालो की नगरी तेरे ख्यालों की नगरी ने ही तो आबाद किया है मुझे (दिल के वीराने ने खूब कोशिश की बर्बाद करने की ) वरना क्या था इस दिल के वीराने मे... Hindi · कविता 2 1 396 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read चीटी जब उचाई चढती है चीटी जब उचाई चढती है बहुत बार फिसलती है कोशिश का दामन नही छोडती आखिरकार बाद मे वो जीतती है हमको भी हौसला रखना है हताश नही होना है अभी... Hindi · कविता 1 508 Share Mohan Bamniya 10 Nov 2019 · 1 min read विज्ञान जीता है जीता था जीतेगा विज्ञान हमेशा तिरंगा पाता रहेगा सम्मान रोज नई-नई होती रहेंगी खोज हम सबका बढता रहेगा ज्ञान अब नही हुआ तो क्या हुआ हमेशा आगे बढता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 387 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read गांधी जी मौत की उम्र होती है कुछ पल की ये सभी जानते है जो आंधियो मे भी दीप जला दे कोई कोई होते है साहिल मे तूफानों मे किश्ती तो बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 228 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read सीधा-सादा सीधा-सादा जीवन जीया हमेशा सत्य का मार्ग लिया मास-मीट से दूर रहे थे ना कभी मदिरा का सेवन किया सारी दूनिया घुम आये तुमको था खूब सम्मान मिला राष्ट्रपिता सब... Hindi · कविता 1 496 Share Mohan Bamniya 2 Oct 2019 · 1 min read बहिष्कार स्वदेशी अपना विदेशी माल का बहिष्कार किया अंग्रेजो के चेहरो पर तमाचा जोर का मार दिया हंसते-हंसते हरेक दर्द को हंसी मे दफना दिया तन मन धन से हर एक... Hindi · कविता 2 1 252 Share Mohan Bamniya 28 Sep 2019 · 1 min read भारत छोड़ो भारत छोड़ो भारत छोड़ो का नारा उठाया था डांडी यात्रा कर नमक अपना बनाया था देशप्रेम है सबसे उपर हर जन को बतलाया था सत्य-अहिंसा दो शब्द लिए जन -जन... Hindi · कविता 2 2 240 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read जिंदगी तुझसे ही जिंदगी तुझसे ही है वास्तव मेरा ओर तुझसे ही शिकायत करता हूँ जीवन जीने के लिए ए जिंदगी मै हर पल रोज मरा करता हूँ कैसी अजीब कसमा कश है... Hindi · कविता 1 283 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read जिंदगी मे आना तेरा मेरी जिंदगी मे आना इस कधर हुआ है लिखना मेरा बिलकुल कम हुआ है तन्हाई मुझ से अब कोशो दूर है तेरे ख्यालो का मुझ पर पहरा हुआ है... Hindi · कविता 1 397 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read ये साजिश ये साजिश आज रब ने खूब की है कली वो केवल अकेली ही खिली है है मेरी जिंदगी खूब रंगीन लेकिन केवल एक मात्र तेरी ही कमी है लगा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 287 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read अभी नही 122 122 122 122 अभी नही मगर मिलूंगा जरूर पर मै कभी आऊंगा मौके दस्तूर पर मै जरूरतो को पुरा ही करने के लिए हूँ दूर कुछ हमेशा नही दूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 538 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read मिल जाता यू ही गर मिल जाता सब कुछ ही तो कोई खुदा को खुदा कहता नही है पंछी की गर बिती उम्र पिंजरे मे खुला छोडो जिंदा वो रहता नही है... Hindi · मुक्तक 249 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read तेरा साथ तेरे ख्यालों की नगरी ने ही तो आबाद किया है मुझे वरना क्या था इस दिल के वीराने मे कभी खुशी आई भी तो दरवाजा खटखटा कर मुझे परेशान करके... Hindi · कविता 471 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read दगाबाज 122 122 122 12 दगाबाज होती ये किस्मत नही अक्सर (देखा) ख्वाब होता हकीकत नही नियत जब नही साफ है तेरी तो चाहने मात्र से होती बरकत नही नजरे मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 598 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read राज अपना 21 22 121 22 2 चल रहा मन मे जो बता भी दो गुनगुना रहे हो सुना भी दो आज मौसम है गर्म बहुत ये क्यूं ए खुदा गर्मी दी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 450 Share Mohan Bamniya 11 Jun 2019 · 1 min read दौडाना छोड दे जिंदगी हर पल दौडाना छोड दे यूं बेफुजूल रोब जताना छोड दे गर लगे डर राह के कांटो से तो मुहोबत के ख्वाब सजाना छोड दे तकलीफो से ही मिलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share Mohan Bamniya 10 Jun 2019 · 1 min read मांगा न था जयादा हमने भी कुछ चाहा न था खुदा ने दिया वो जो मांगा न था दुनिया को देखकर सब्र कर लिया बहुतो को इतना भी मिला न था वो शोक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 362 Share Mohan Bamniya 10 Jun 2019 · 1 min read बंदिशे नही मानता तमाम बंदिशें उनकी जहा इज्जत ही ना हो आदमी की वफा की कसमे खाया करते थे वो गलियां वो पुरानी है कभी की पडी क्या हमे वो खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Mohan Bamniya 10 Jun 2019 · 1 min read तेरे बारे मे जब सोचता हूँ तेरे बारे मे यही सोचता हूँ वो पल कैसा होगा जब हम मिलेंगे तेरी नजरे झूक जाएगी शायद मेरा दिल भी उत्साहित होगा वो पहला शब्द भी... Hindi · कविता 235 Share Mohan Bamniya 10 Jun 2019 · 1 min read बदला मन मे हम कहा बैर की भावना रखते है ये सिर्फ नमूना है हमे कम न आकना कोई जब प्यार करते है तो सिर कटा लेते है ओर गर आए... Hindi · कविता 2 1 263 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read अपना को मेरे दिल को मेरे नही समझा कभी अपना है रहे कुछ दिन चले दिए बोल अलविदा है फिर भी मांगे हम रब से उनकी खैर सदा जो बन गया अब देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 353 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read नया आसमाँ तिरे साथ का अलग ही है मजा नई सी हवा है नया आसमाँ खुदा भूल शायद गया वो कला लगा हमे न अच्छा कोई तेरे सिवा सुरत को नही सिरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 277 Share Mohan Bamniya 14 Mar 2019 · 1 min read चीर डालो चीर डालो या फाड डालो जो भी हो अब बस मार डालो क्यूं रोज देखते हो अपनो का लहू पाक को उखाड डालो दे सको तो दो सकून का जबाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 445 Share Mohan Bamniya 13 Mar 2019 · 1 min read तू खामोश मुहोबत है तू खामोश मुहोबत है मै बदनाम सा किस्सा कोई उनसे यूं मिलना हुआ जैसे अनजान से मिलता कोई मै तन्हा हूं शायद ये जिंदगी ही बेवफा निकली मेरी लहरो को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 255 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read नाराज आज उनसे सिर्फ इतना ही कहेंगे हमारी किसी बात से नाराज ना होना गिने-चुने है मेरे अपने इस जहान मे Plz देखो तू मुझसे जुदा ना होना ।। लो गर... Hindi · मुक्तक 1 376 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read स्माइल आज मै हूँ अनजान शहर मे हर कोई अनजान है मेरे लिए देख रहा हूँ हर चेहरे की तरफ कोई तो होगा जो स्माइल देदे Hindi · मुक्तक 247 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read कमजोरीयां मात-पिता माफ करते गलतियाँ ओर हम करते रहते नादानियां शुक्र है आंसू रंगीन होते नही सब ही देखते सबकी ही कमजोरीयां Hindi · मुक्तक 234 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read आओ बाहों मे 2122121222 क्या रखा कुछ फिजूल बातों मे प्यार करे आओ मेरी बाहों मे धडकनो की सदा सुनो तुम भी तुम्हे छुपा ले कही निगाहों मे जिंदगी भी ये बेवफा निकलेगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read खूबसूरती खूबसूरती का कभी कोई चेहरा नही होता जो मिले करके बदलाव वो हसीं नही होता फरेब से भरी हुई है ये सारी दुनिया ए दोस्त प्यार करने वाला हर कोई... Hindi · मुक्तक 392 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read बेघर ना बदलो तुम ईमान अपना सब बुरा कहेंगे जन्नत भी यही जमीं पर गर सब प्यार करेंगे तकरार करने से फायदा हुआ क्या किसका काम बनेगें सब गर सब मिलकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 531 Share Mohan Bamniya 12 Mar 2019 · 1 min read मशका कभी-कभार खुब मशका लगाती है जिंदगी जो ना सोचा हो उन हालात लाती है जिंदगी कभी कोई रास ना आए जो इसको गर तो हंसी चेहरे को भी खूब ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 463 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read प्यासा मुद्दत से तेरी मुस्कान देख कर लगा हमे हमे अपना सहारा मिल गया है भटकता मै रहा प्यासा मुद्दत से जीवन बुंद से दुबारा मिल गया है सभी मंदिर-मस्जिद हर जगह गये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 279 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read ये सदा जग तेरा भी नही ये सदा जग तेरा भी नही मेरा भी नही ओर हमेशा यहां कोई रहता भी नही बोलते रहे सदा ही वो अपना मुझे स्वार्थ निकला न तो फिर बोला भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read वतन के नाम कब से हम हो अमर गये होते वतन के नाम मर गये होते ना देती साथ मेरा तुम दुख मे क्या पता हम गुजर गये होते कोई समझाते गलती हमे... Hindi · कविता 239 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read खुद को लुटाना पडा वक्त निकलने पर पिछताना पडा ना बचा कुछ हमे मुस्कुराना पडा निकले वो मुहोबत के माहिर बडे फिर झूठा सही हमे ही शरमाना पडा गजब ढाते है वो रूठ जब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 266 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read अश्क बहाते देखा इतनी खुशी हुई उसे अश्क बहाते देखा आज राहों मे उसे फूल बिछाते देखा अपने मन की कभी किसी को नही बताई अपने पीया को देख उसे दर्द सुनाते देखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 242 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read जरूरी था ये जो वक्त के साथ चल रहा है चलना जरूरी था मुहब्बत का इल्जाम तेरे सिर लगना जरूरी था खुशिया ही खुशिया हो हर कोई चाहे जीवन मे दुखो को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read रजा चाहिए नजर की तेरी मुझको रजा चाहिए बाहों मे तू रहे ऐसी सजा चाहिए जिदंगी मुझसे हर घड़ी रहती खफा समझ पाया नही इसे क्या चाहिए जरुरतो ने मुसाफिर बना है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share Mohan Bamniya 26 Jan 2019 · 1 min read जीना वही सही मायने मे जीना वही है जो दूसरे के काम आऐ ओर मरना वो है जो तिरंगे मे लिपट घर हम आऐ इस दुनिया मे बहुतो की पशुओ सी जीवनचर्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 296 Share Mohan Bamniya 1 Jan 2019 · 1 min read नया साल दिसंबर भी अब विदा ले रहा मोहन आपसे माफी चाह रहा कभी गलती से भी या भूल कर दिल दुखाया हो भूल जाओ अब नया साल आ रहा ए खुदा... Hindi · कुण्डलिया 332 Share Mohan Bamniya 1 Jan 2019 · 1 min read नव भंवरे तितलियाँ खूब करते रहे मस्तियां नव वर्ष की कुछ ऐसी रहे आकृतियाँ सबकी जिदंगी मे आऐ खुशियो का झोंका नव वर्ष पर मिले अमूल्य तोहफा खुदा की हम पर... Hindi · कुण्डलिया 235 Share Mohan Bamniya 29 Dec 2018 · 1 min read रंगत है हाथ वक्त से छूटा दिखी सभी की रंगत है साथ वक्त के चलना वक्त की जरूरत है किसी की खुशियो को रौंद कर कभी न चला खिले चेहरों से हमेशा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share Mohan Bamniya 29 Dec 2018 · 1 min read रहता रहा है अब किसका उसको इंतजार रहता रहा है सामने बैठा मै वो कहीं ओर देखता रहा है वो जानता है मै छुपा रहा गम अपने हूँ वो फिर भी मिरे गम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Page 1 Next