Laxman Singh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Laxman Singh 15 Feb 2018 · 1 min read जाने कब इस जिन्दगी की शाम हो जाए जाने कब इस जिन्दगी की शाम हो जाए मुंतजिर हूं ना जाने कब आराम हो जाए उजड़ जाया करते हैं शजर मौसमे खिंजा में फ़स्ल ए गुल की आली-शान हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 486 Share Laxman Singh 13 Feb 2018 · 1 min read झरना झरने पर ना जाने क्या लिखकर डाला पढ़ ना पाया जाने क्या लिखकर डाला पहाड़ों से यह क्या धरा पर उतर आया शरीर से हृदय तक मदमस्त कर डाला बेरंग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 460 Share Laxman Singh 4 Feb 2018 · 1 min read हर शख्स मय में शान ए महफिल हो गए हर शख्स मय में शान ए महफिल हो गए ना लिये थे वो दरबान ए महफिल हो गए गुफ्तगू वहां कि हम मय -ए- बहक हो गए नजदीक आकर देखें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 281 Share Laxman Singh 30 Jan 2018 · 1 min read ये चर्चे सरे आम थे कभी दबाये जाते नहीं ये चर्चे सरे आम थे कभी दबाये जाते नहीं उसकी यादों के परिंदे छोड़ कर जाते नहीं अल-सुबह अंगडाई ले वो हाथ जो उठाते थे मिरे जहन से वो खुशनुमा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share Laxman Singh 23 Jan 2018 · 1 min read क्यों है मुफलिसी में रोटी और भूख में तकरार क्यों है इबादत के लिए मंदिर मस्जिद अलहदा क्यों है सजदा जमीं पर वो देखता आसमान से क्योंं है आब नदी में मीठा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 579 Share Laxman Singh 21 Jan 2018 · 1 min read मुझसे टकरा के बिखर जाते है नहाकर जब जुल्फ झटकते हैं दिल ए जज्बात उभर जाते हैं सज संवर सामने पड़ जाते है इश्क ए रंग भी गहरा जाते हैं सहर ए बाग को जब जाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Laxman Singh 15 Jan 2018 · 1 min read प्यार खुदा की कीमती नेमत है दोस्त प्यार खुदा की कीमती नेमत है दोस्त इसे सरे राह शय में शुमार मत करना परवरिश ए मां बाप ही है तेरा ये वजूद अपने से दूर गैरों के हवाले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 342 Share Laxman Singh 12 Jan 2018 · 1 min read बे वक्त ना आया जाया करो बे वक्त ना आया जाया करो मेरे खलल को टाल जाया करो सहर पर भी निकल जाया करो कदम से कदम भी मिलाया करो शाम को लोटूं तो मिल जाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 584 Share Laxman Singh 10 Jan 2018 · 1 min read आईना अगर तू बन जाये आईना अगर तू बन जाये सामने आ मैं भी संवर जाऊँ जब भी सामने तुम्हें देखूं मेरे सामने मैं ही दिख पाऊँ आसूं तुझमें भी महसूस करूं दर्द में अगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 461 Share Laxman Singh 9 Jan 2018 · 1 min read इंतजार करता है अब फिर नहीं आऊंगा मन करता है पर एक दिन और इंतजार करता है बसंत से पतझड़ तक लगता जाता है क्यों एक दिन और इंतजार करता है सूरज की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 469 Share Laxman Singh 8 Jan 2018 · 1 min read नींद तुम यूं ही परेशान हो मुझसे वो मेरे नजर के सामने हो तो क्यूं कर बंद कर दो ये आँखे नींद तुम यूं ही परेशान हो मुझसे… वो मेरे नजर सामने ना हो तो क्यूं कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 520 Share Laxman Singh 6 Jan 2018 · 1 min read लेकर ख्वाब आया कौन था वो अजनबी ना मिलकर भी मिल गया कैसी पहेली लेकर ख्वाब आया कौन था वो अजनबी .. सर्द ठुठरन भी क्यों कर लग रही भली भीड़ के कौलाहल में भी किसकी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 524 Share Laxman Singh 5 Jan 2018 · 1 min read कोई अहसास है जो कोई अहसास है जो दिल को धड़का जाता है चलती आहों और सांसों को रफ़तार दे जाता है कोरा कागज सी जिन्दंगी को इस कदर बिखेर जाता है स्यासही और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 457 Share