लक्ष्मण 'बिजनौरी' 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मण 'बिजनौरी' 27 Jan 2024 · 1 min read **मातृभूमि** मातृभूमि शत शत प्रणाम हे मातृभूमि तुमको प्रणाम | सुरभित रूपसी वन शृंगार हे सुखदायक दीनाक्षार चरण तेरे मिलता विश्राम मातृभूमि शत शत प्रणाम हे मातृभूमि तुमको प्रणाम | अंक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · मेरी कलम से दिल तक 165 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 26 Jan 2024 · 1 min read **माटी जन्मभूमि की** **माटी जन्मभूमि की** इबादत, है चाहत कि हसरत यही है ; माटी जन्मभूमि की दौलत यही है | चरग-ए-मौहब्बत जलाकर के यारो , सजदे करें हम कि शौहरत यही है... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 170 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jan 2024 · 1 min read ** चीड़ के प्रसून ** @@@- स्वछंद कविता ------- गगन घन स्पर्शी चीड़ के पेड़ दृगों में चित्रित, कौतुहल से देखे प्रथम बार कर रहे थे वृष्टि आनंदरस की जिसे संपुट खोलकर पय कर रहा... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 1 186 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jan 2024 · 1 min read * श्री ज्ञानदायिनी स्तुति * ज्ञानदायिनी वेद धारिणी , वीणापाणी हे ब्रह्माणी | नमन करो स्वीकार शारदे, शुद्ध लेख मानस वाणी || सुरभि सी प्रसरित भुवन में - तुम ज्ञानानिल हो जो बहो | बुद्धिनिपुण... Poetry Writing Challenge-2 · मेरी कलम से दिल तक 1 157 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 14 Jul 2023 · 1 min read बेदर्द ................................... ना देख जिगर मे कि दर्द कितना है ? ये दिया जिसने देख वो बेदर्द कितना है| -@@@@@ लक्ष्मण बिजनौरी Hindi · मेरी कलम से दिल तक 1 484 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 14 Jul 2023 · 1 min read जख्म पाने के लिए --------- कभी फुर्सत निकाल, इश्क़ लड़ाने के लिए | अरे! ये भी एक कला है, ज़ख्म पाने के लिए | @@@@ - लक्ष्मण बिजनौरी Hindi · मेरी कलम से दिल तक 1 327 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 10 Oct 2022 · 1 min read आशिक रोना चाहता है ------------ गुमनाम है कोई तो कोई गुम होना चाहता है, चैन-ओ-आराम है तो कोई खोना चाहता है | अपना अपना जीवन हैं फसाने भी अपने अपने; वो इश्क़ ही है जिसमे... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 351 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read तुम्हें डर कैसा ..... तुम्हें डर कैसा, अब अँधेरों से ए हमदम | मेरे दिल को जलाकर, रोशनी की थी तुमने || ----------------------------------------- स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 1 1 459 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read रूबरू होकर जमाने से ..... रूबरू होकर जमाने से - रूबरू हुआ हूँ बेदर्द से | रूबरू होकर इश्क़ से - रूबरू हुआ हूँ दर्द से || ---------------------------------------- स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 2 2 367 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25 Jul 2022 · 1 min read ज़माना कहता है हर बात ...... ज़माना कहता है हर बात - बात बनाने के लिए | शुक्रिया मेरे यारों अब - मेरा साथ निभाने के लिए || ------------------------------------------ स्वरचित@ लक्ष्मण 'बिजनौरी' 25-जुलाई-2022 Hindi · मेरी कलम से दिल तक · शेर 2 243 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jul 2022 · 1 min read "अशांत" शेखर भाई के लिए दो शब्द - रोज़ देखता हूँ 'अशांत', हर मतला बवाल है | शेखर तेरी कलम में, वाकई कमाल है || ------------------------------------------ लक्ष्मण 'बिजनौरी' Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 2 260 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 24 Jul 2022 · 1 min read यूं भी तेरी उलफत का ..... यूं भी तेरी उलफत का सवाल रहता है , तेरी सूरत का ज़हन मे ख्याल रहता है | गुमनाम गुजरता हूँ तन्हाई भरी राहों से , हो जाता है ज़िक्र... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 2 4 331 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jul 2022 · 1 min read माटी जन्मभूमि की दौलत ...... इबादत, इनायत की हसरत यही है ; माटी जन्मभूमि की दौलत यही है | चरग-ए-मौहब्बत जलाकर के यारो , सजदे करें हम कि शौहरत यही है | मेरा जिस्म, ये... Hindi · कविता · मेरी कलम से दिल तक 2 1 448 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jul 2022 · 1 min read लाख मिन्नते मांगी ...... लाख मिन्नते मांगी उनको पाने की , जिनको ज़िद थी हमे भूलाने की | यूं ही कटती गयी उम्र तमाम सारी : आरजू, गुफ्तगू कभी तोहमतें जमाने की || -------------------------------------------... Hindi · मेरी कलम से दिल तक 3 2 237 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 23 Jul 2022 · 1 min read बड़ी बेवफ़ा थी शाम ....... बड़ी बेवफ़ा थी शाम - रात बार रुलाया मुझको , क्या वो खुश है खुदा - जिसने भुलाया मुझको | मुरझाई किस्मत मेरी - दर्द-ए-ग़म मुक़द्दर में : तन्हाई साथ... Hindi 1 2 270 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 22 Jul 2022 · 1 min read वो महक उठे --------------- ------------------------------------------------------------- वो महक उठे महफिल में खुशबू-ए-महफिल नजारा बनकर , सिद्धत से उठे हम भी महफिल का एक किनारा बनकर | वो कहने लगे रुक जाओ तेरा वजूद नहीं इस... Hindi 2 215 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 22 Jul 2022 · 1 min read बड़ी आरज़ू होती है ...................... ----------------------------------------------- बड़ी आरज़ू होती है तुझसे गुफ़्तगू करने की | पर तेरे सामने आते ही मैं बेजुबान हो जाता हूँ || ----------------------------------------------- लक्ष्मण 'बिजनौरी' 22-जुलाई-2022 Hindi · शेर 3 1 405 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 21 Jul 2022 · 1 min read बंदिशे तमाम मेरे हक़ में ........... ----------------------------------------------------------- बंदिशे तमाम मेरे हक़ में लगाई तुम पर | जब एक शाम तुमने झरोखे से देखा मुझको || --------------------------------------------------‐-------- लक्ष्मण 'बिजनौरी' 21-जुलाई-2022 Hindi · शेर 2 1 289 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 21 Jul 2022 · 1 min read बेदर्द ------- ------------------------------------- दर्द को कभी हमदर्द नहीं मिलता | न जाने क्यूँ मुझे वो बेदर्द नहीं मिलता || ------------------------------------- ------------------------------------- :- लक्ष्मण 'बिजनौरी' Hindi · शेर 2 1 293 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 21 Jul 2022 · 1 min read अपनी आँखों से ........................................ ---------------------------------------------- अपनी आँखों से अभी ओझल न कर ए हमदम | अभी तो दीदार की तमन्ना है मुझको || --------------------------------------------- --------------------------------------------- :- लक्ष्मण 'बिजनौरी' Hindi · शेर 1 159 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read चाँद ...... रोज़ आया करो तुम छत पर मेरी , क्यूंकी हर रोज़ चाँद देखना है मुझको | :- लक्ष्मण 'बिजनौरी' Hindi · शेर 1 579 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read कभी - कभी ......... कभी-कभी समझ नहीं पाता मैं आईना देखकर , की मैं , मैं हूँ या की , मुझमे तुम हो || Hindi · शेर 3 1 206 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read लाख सितारे ...... लाख सितारे तेरी नजरों पे वार दूँगा , धड़कने पिरोकर साँसो का हार दूँगा | तेरी मुस्कुराहट की उम्र तमाम कर दे मेरी , क़तरा-क़तरा, ज़र्रा-ज़र्रा की तुझे प्यार दूँगा... Hindi · शेर 4 1 211 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read तुम रहने दो - अरे ठहरो जरा - तुम रहने दो, बह रहे अश्क - मेरे बहने दो | कुंठित सा फूल मुझे - तेरी धूप ने बनाया | क्षय रहा मुरझाकर, मुझे क्षय-ने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 281 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read सुकून :- तेरे दीदार के बिन सुकून कहाँ मिलता है | जहां तुम रोज़ मिलती हो सुकून वहाँ मिलता है | By :- लक्ष्मण बिजनौरी Hindi · शेर 1 269 Share लक्ष्मण 'बिजनौरी' 20 Jul 2022 · 1 min read मेरी प्रथम शायरी (2011)- ज़िन्दगी क्या है जीकर पता चला | दर्द क्या है ज़ख्मो को सीकर पता चला || और वो ज़हर था जिसका मुझे जाम दिया | बच तो जाते मगर पीकर... Hindi · शेर 2 2 221 Share