Krishna Srivastava 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Krishna Srivastava 5 Feb 2022 · 1 min read सरस्वती वंदना ग़ज़ल शारदे को नमन नित्य करता रहूँ। नाम उनका सदा मन में रटता रहूँ। भाव के पुष्प अर्पित करूँ मैं सदा- भक्ति का दीप बनकर ही जलता रहूँ। दूर हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 395 Share Krishna Srivastava 26 Jan 2022 · 1 min read आजादी के गीत मातृभूमि को शीश झुकाकर, गाओ आजादी के गीत। राष्ट्र प्रेम के पन्नों पर हो, नव स्वर्णिम अध्याय प्रणीत। आँखों में आक्रोश भरा हो, हृदय धधकती ज्वाला हो। रौद्र रूप धारण... Hindi · गीत 1 1 1k Share Krishna Srivastava 21 Dec 2021 · 1 min read भोजपुरी ग़ज़ल पाँखि कतरડ न बाबू उड़े दડ तनी। सुख के, जिनगी में मोती जड़े दડ तनी। दाना-पानी जुटावे के अइलीं सहर- भागि से हमके अपने लड़े दડ तनी। ई उमिरिया बिता... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 1 478 Share Krishna Srivastava 3 Nov 2021 · 1 min read प्रेम दीपक गीत प्रेम दीपक हर हृदय में अनवरत जलता रहे। हर दिवाली पर मधुर उपहार यह मिलता रहे। दुर्भावना की हार हो सद्भावना की जीत हो। द्वेष मन का नष्ट हो... Hindi · गीत 2 253 Share Krishna Srivastava 27 Aug 2021 · 1 min read भोजपुरी ग़ज़ल हमार गाँव गाँव के बाति हमरे निराला हवे। जहवाँ संगहि में मसजिद- सिवाला हवे। भात, रोटी आ चटनी में अमरित भरल- इहवाँ अनमोल हर इक निवाला हवे। नेह महकल करेला... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 586 Share Krishna Srivastava 24 Aug 2021 · 1 min read भोजपुरी ग़ज़ल आग नफरत के सगरो बुझावल करीं। नेह से सबके जिनगी सजावल करीं। मान राखेला सबके जे हरदम इहाँ- बाति ओ ही के आपन बतावल करीं। ना ते दुखवा से घबराइ... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 483 Share Krishna Srivastava 4 Jan 2021 · 1 min read लक्ष्य गीत लक्ष्य पथ पर बढ़ें आत्मविश्वास से। प्रेरणा प्राप्त कर पृष्ठ इतिहास से। सत्व को जो मनुज नित्य प्रेरित करे। और साहस हृदय में निवेशित करे। ध्येय निश्चित उसी को... Hindi · कविता 3 5 366 Share Krishna Srivastava 25 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना" काव्य प्रतियोगिता जय माँ शारदे विधा-दोहा छंद कोरोना का वायरस,विस्तृत जग में आज। सावधानियां ही मनुज,सबसे बड़ा इलाज।। हाथ धोइए आप तो,साबुन से दस बार। तुलसी,नीम ,इलायची,है इसका उपचार।। फ़ास्ट फूड से... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 49 137 1k Share Krishna Srivastava 16 Feb 2020 · 1 min read दोहा गीत दोहा गीत विरह अग्नि में जल रहा,शुभगे!आठो याम। साँसें चलती हैं प्रिये,लेकर तेरा नाम।। कठिन विरह की वेदना,विकल हृदय की पीर। धीरज मन धरता नही,रहता सदा अधीर।। प्रणय मिलन की... Hindi · कविता 3 4 341 Share