राजकुमार ''प्रेमी'' 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राजकुमार ''प्रेमी'' 11 May 2020 · 2 min read हम 100 कलाम हैं स्वाधीनता के नव विचारों का नया पैगाम है भारत के हम रंगीन सपने, हम '100 कलाम' हैं l 1) हम नव विचारों की धरा, हममें खिले नित नव कमल, प्रण... Hindi · कविता 4 2 426 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 5 Apr 2020 · 2 min read इक राग नया सा लिखता हूँ मैं प्रखर ज्योति से,नवल सृजन का,राग नया सा लिखता हूँ, मैं साहित्य के गीतों में, अनुराग नया सा लिखता हूँ, 1) देता हूँ आज में आव्हान, भारत के सभी मुनिषों... Hindi · कविता 1 3 296 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 4 Apr 2020 · 1 min read तेरी रहमत तेरे दीदार को ही मेरी ये आंखें तरसती हैं, जब भी आए कोई मुश्किल, तेरी रहमत बरसती है, तेरी रहमत बा-अदब बरसी है खुदाया, तेरे दीदार को ही आंखे तरसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 249 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 9 Feb 2020 · 1 min read नव भारत का निर्माण निर्माणों के इस नवयुग में, नव भारत का निर्माण करें, भारत का नवल दृश्य देखें और उस छवि को साकार करें. 1) भारत को उसकी आन मिले और शान मिले,... Hindi · कविता 5 6 573 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 24 Jan 2020 · 2 min read बलिदान (सरदार भगतसिंह ) दे गया अपने प्राण वह, उसका अमर बलिदान है, आजादी पर कुर्बान हुआ, वह वीर पुत्र महान है । 1) परतंत्र था यह देश, पर उसके स्वतंत्र विचार थे, आजादी... Hindi · कविता 2 2 452 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 28 Sep 2019 · 1 min read हम लड़के हैं, हमें अपने जज्बात जताना नहीं आता. हमें दिल की बात कभी अल्फाजों में बताना नहीं आता, हम लड़के हैं, हमें अपने जज्बात जताना नहीं आता. 1) अरे आंखें लाल नहीं होती तो क्या हम में जज्बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 266 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 24 Sep 2019 · 1 min read दुनिया कि सच्चाई समय-समय पर लोगों के जज्बात बदल जाते हैं, अब ईमान नहीं है, कहे गए वाक्यात बदल जाते हैं, और अब तो समय ऐसा आ गया है इस दुनिया में कि... Hindi · मुक्तक 2 259 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 22 Aug 2019 · 1 min read मुक्तक= माँ के लिए मुक्तक= माँ के लिए 1) जिसने हर दुख सहा लेकिन सुखों का भान ना किया, जिसने संतान की खातिर स्वयं का ध्यान ना किया, जिसने जीवन संवारा लाल का अपनी... Hindi · मुक्तक 2 261 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 15 Aug 2019 · 1 min read वो यार ढूंढने कहां चले? वो यार ढूंढने कहां चले? 1) जो हंसने पर हमें रुलाते और रोने पर हमें हंसाते थे जो खुद तो बचकर निकल लिए मुश्किल में हमें फसाते थे, जो सही... Hindi · कविता 2 338 Share राजकुमार ''प्रेमी'' 13 Aug 2019 · 1 min read सरस्वती वन्दना माँ सरस्वती वंदना माता नाम सरस्वती मातृ और शाश्वत कर्म विधाता है, वो मेरी सरस्वती माता है, वो मेरी सरस्वती माता है. 1) हैं हाथ में वीणा लिए, सिर पर... Hindi · गीत 2 552 Share