Dr. Kishan Karigar Tag: शेर 178 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan Karigar 22 Dec 2024 · 1 min read सियासत खुद का पेट भरेगी सियासत पहले खुद का ही पेट भरेगी या फिर तुम्हारा? सबको मज़हब के भेद मे लड़वा दिया कसूर उसका या तुम्हार? शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 11 Share Dr. Kishan Karigar 20 Nov 2024 · 1 min read ये मुफ़्लिसी भी ये मुफ़्लिसी भी बेहद तकलीफदेह जो है? वेबज़ह भी लोग हम गरीबों को हिकारत से देखते. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 31 Share Dr. Kishan Karigar 14 Nov 2024 · 1 min read मज़हबी आग मज़हबी आग सुलगा दी गई? हम सभी झुलसते गए? वो दलाल सियासी रोटींया सेकता रहा? सब देखते रहे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 31 Share Dr. Kishan Karigar 19 Sep 2024 · 1 min read फिर से वो रफ्फूचक्कर हो जाएगा सुना है की अब तो नई सरकार गरीबों का भला करेगा? वोट मिल जाते ही चुपके से फिर वो रफ्फूचक्कर हो जाएगा. ©किशन कारीगर Hindi · शेर 53 Share Dr. Kishan Karigar 31 Oct 2023 · 1 min read आबरू ही उधेड़ दिया उससे थोड़ी मदद क्या मांग ली? उसने तो आबरू ही उधेड़ दिया. मुसीबत मे मदद करने के बजाय वो? इज्जत को हमारे सरेआम निलाम कर गया? शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 415 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2023 · 1 min read आदमी ही आदमी से खौफ़ खाने लगे आत्मीय आवोहवाओं को छोड़कर जिसे देखो वही? अब दिखावे की ज़िंदगी जीए जाने लगे हैं. रिशते नाते भी नफा नुकसान की तराजू मे हिंचकोले खाते अब आदमी ही तो आदमी... Hindi · शेर 183 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2023 · 1 min read नए शहर नए अफ़साने नए शहर के कुछ नए अफ़साने खुश हूँ पर डर भी है थोड़ा की? न जाने कैसे दोस्त यार मिलेंगें? अब उस नए शहर में ढूँढ रहा नए आशियाने. शायर©किशन... Hindi · शेर 357 Share Dr. Kishan Karigar 7 Oct 2023 · 1 min read रिश्ते भी तो बजारू हो गए की आजकल रिश्ते भी तो बज़ारू हो गए. जिधर पूँजी दिखी लोग उधर ही रिश्ता बनाए रहते. अक्सर देखा है हक़ीकत में की ग़रीबी आ जाए फिर कौन भला? रिश्ते... Hindi · शेर 178 Share Dr. Kishan Karigar 15 May 2023 · 1 min read आखिर हूँ जो मैं भी तो कारीगर? साहित्य के दलाल हो या फिर कोई बाजीग़र? तुझसे डरूँगा नहीं मैं कभी? यथार्थ दिखा बेनक़ाब कर दूँगा तुझे? आखिर हूँ जो मैं भी तो कारीगर? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 286 Share Dr. Kishan Karigar 27 Jan 2023 · 1 min read विकसित मिथिला बनाबह आबो सोचह जागह, आबह सब मिल डेग आगू बढ़बाह उद्यम श्रम कमासुत बनि बिकसित मिथिला बनाबह? ©किशन कारीगर Maithili · शेर 2 186 Share Dr. Kishan Karigar 3 Jan 2023 · 1 min read कौन जिता है अब ना वो सितम, ना कोई अफसाने? तू ना सही, कोई और भी तो है, मेरी मकबुलियत के कद्रदान हमारे. कौन जिता है अब?तेरी जुल्फों के सहारे? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 354 Share Dr. Kishan Karigar 1 Jan 2023 · 1 min read मिले वो सारी खुशियाँ नए साल में मिले वो सारी ख़ुशियाँ, जो हर पल तुम्हें खुश रखे? थोड़ी सी ख़ुशी उन मेहनतक़शो संग बाँट लेना, जो दो वक्त की रोटी के लिए जी तोड़... Hindi · शेर 139 Share Dr. Kishan Karigar 16 Dec 2022 · 1 min read दहशतग़र्द क़त्लेआम कर दिया? तेरा क्या? तेरा तो कुछ न हुआ दहशतगर्द. उकसावे किसी के बहकावे में आकर, क़त्लेआम कर दिया तू ही बता रोते बिलखते अब मैं कहाँ जाऊं? पर "किशन" का तो... Hindi · शेर 166 Share Dr. Kishan Karigar 14 Dec 2022 · 1 min read वीडियो वायरल हो गई बचाने के बजाय घायल की वीडियो बनाते रहे? उस राहगीर की तड़पते हुए जान चली गई? क़ाश कोई हाॅस्पीटल तक पहुँचाया भी नहीं? सभी कहते ना थकते की वीडियो वायरल... Hindi · शेर 1 176 Share Dr. Kishan Karigar 28 Nov 2022 · 1 min read दिलजले हैं कितने? इस शहर में दिलजले हैं कितने क़रीब से उन्हें देखा है कभी? क़त्ल हुई उनके मासूमियत कि, पर खुद उन्हें इसकी ख़बर तक ना हुई. सर्वाधिकार सुरक्षित©किशन कारीगर Hindi · शेर 127 Share Dr. Kishan Karigar 9 Nov 2022 · 1 min read ईंसानियत के कायदे इंसां की औलाद हो तो फिर, इंसानियत के कायदे भी सीख. मजहब के नाम पे फिर क्यूँ? खून-खराबे सी हालात करते?? शायर- ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 210 Share Dr. Kishan Karigar 25 Oct 2022 · 1 min read कुछ दुआ करो चेहरे पे मुस्कान है, मुस्कुराहट बनी रहेगी. कुछ दुआ करो, ख़ुदा से मेरे लिए भी मेरे हर कामयाबी की ख़बर, सभी शामयीन को मिलती ही रहेगी. शायर- किशन कारीगर (कॉपीराइट@) Hindi · शेर 193 Share Dr. Kishan Karigar 21 Oct 2022 · 1 min read बेवज़ह उसी ने सोचा मददगार होगा वो? उसे अपनी तकलीफ़ तो बता दी? बेवज़ह उसी ने फिर भरी बाज़ार, मेरी ईज़्जत जो उछाल दी? शायर ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 378 Share Dr. Kishan Karigar 18 Oct 2022 · 1 min read रिशतों का एहसास कितने भी गहमागहमी हो जाए? कुछ सलिक़े फिर भी बचाए रखो? कहीं हो फिर से रिशतों का एहसास, की गले मिल जाओ? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 291 Share Dr. Kishan Karigar 15 Oct 2022 · 1 min read यथार्थक नून रोटी केकरो आउग-पाउछ करबा स बड्ड नीक, ई जे कारीगर यथार्थक नून-रोटी खायत. कविवर© किशन कारीगर Maithili · शेर 1 194 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2022 · 1 min read तल्ख़ सी अल्फाज़ फ़ायदे की ख़ातिर मीठे बोल न सीख पाया? ना मै बोला कभी? सच्ची बातों की तक़ल्लुफ मे फिर, मेरी तल्ख़ सी अल्फाज़ ही सही? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 135 Share Dr. Kishan Karigar 3 Oct 2022 · 1 min read अपनापन कोई दुकान नहीं दिल और अपनापन कोई दुकान नहीं जब जी चाहे ख़रीद लो वापस कर दो अपनेपन की अहमियत समझोगे भला कैसे? अपने ही दिल के टुकड़े-टुकड़े कर के देखो। सर्वाधिकार सुरक्षित... Hindi · शेर 1 182 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2022 · 1 min read दिनभर किस्मत को कोसते फिरते कर्तव्य ना करो दिन भर किस्मत को कोसते फिरते हो? धार्मिक आडंबरों मे सरोबोर तुम्हें क्या खूब मन लगता है? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 140 Share Dr. Kishan Karigar 26 Sep 2022 · 1 min read दोस्ती दोस्ती ऐसे निभाऊंगा की, ज़माने बाद भी याद करोगे. जब भी सताएगा तुझे ग़म तो, मुस्कुराकर "किशन" को याद करोगे. शायर - किशन कारीगर ( नोट - ©कॉपीराईट अधिनियम के... Hindi · शेर 159 Share Dr. Kishan Karigar 14 Sep 2022 · 1 min read मुनाफे के सौदेबाजी में मुनाफे के सौदेबाजी मे ठग मालामाल हो गया? बेचारे ने सीखी न ठगी?इमानदार तो भूखे मर गया? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 3 251 Share Dr. Kishan Karigar 5 Jul 2022 · 1 min read अमीरों के कर्ज़ माफ हो जाते? गरीबों को बैंक कर्ज देता नही? अमीरों के करोड़ों के कर्ज माफ हो जाते? कोई नुख्शा हमे भी बता दो की, देश से ग़रीबी दूर हो जाए? ©किशन कारीगर Hindi · शेर 2 490 Share Dr. Kishan Karigar 28 May 2022 · 1 min read बेचैन हर कोई अब तो बेचैन हर कोई आदमी ही आदमी से जलने लगा? इंसानियत की भी फिक़र ना रही, अपनेपन का अश्क तो आँखो में ना रहा? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 3 315 Share Dr. Kishan Karigar 27 May 2022 · 1 min read खुशियाँ न बिकती कहीं खुशियाँ न बिकती कहीं, ना खरीद सकते. एे बेजूबां दिल तू क्या समझे अपनापन? तुझसे खुमारियत ही मुकरर, तू ना कभी अपनेपन की महक से ज़िते? @ किशन कारीगर Hindi · शेर 366 Share Dr. Kishan Karigar 18 May 2022 · 1 min read सरकारी मुआवजे़ के झूठे एलान सियासी रस्साकशी में, हाई रे सियासतदान? सूखे से बदहाल, कितने पियासे पीस गया? बेबस जान गई कितनो की, तुझे क्या? तू सरकारी मुआवज़े के झूठे एलान में रहा? शायर- किशन... Hindi · शेर 2 2 396 Share Dr. Kishan Karigar 13 May 2022 · 1 min read मज़हबी उन्मादी आग मज़हबी उन्मादी आग सुलगा दी गई? हम सभी झुलसते गए? वो दलाल सियासी रोटींया सेकता रहा और सब देखते रहे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 387 Share Dr. Kishan Karigar 5 May 2022 · 1 min read ईद में खिलखिलाहट ईद में चाँद सी खिलखिलाहट अपने पराए सबको दावत हर गली मुहल्ले गुले गुलज़ार हो पैगाम ए दोस्ती आ गले मिल जा आज किशन के घर सभी का इफ़्तार हो.... Hindi · शेर 4 2 288 Share Dr. Kishan Karigar 1 May 2022 · 1 min read फटेहाल हो गए शफ़फ चलते चलते फटेहाल हो गए शफ़फ सभी ताने मारे की तू अब चलना छोड़ दे. दिल ने कहा थोड़ी दूर और चल ले 'किशन' आखिर कभी तो होगी ओ सुबह.... Hindi · शेर 1 222 Share Dr. Kishan Karigar 28 Apr 2022 · 1 min read अब्बस यूँ ही? अब्बस यूँ ही ना उलझा रह ,? की मैं हिंदू? तूं मुसलमां? मज़हबी बहकाबे मे कभी मत रह? पहले बन जा सभी इंसान. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 1 421 Share Dr. Kishan Karigar 28 Apr 2022 · 1 min read जेब में रूपए हों तो फिर? जेब में रूपए हों तो फिर हर कोई हाल पूछता फिरता है? ख़ाली जेब तो अपने भी कहते शायद इन्हें कहीं देखा है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 246 Share Dr. Kishan Karigar 27 Apr 2022 · 1 min read धार्मिक उन्मादी बनने की जरूरत क्या? भजन हो या नमाज़ उसमें लाउडस्पीकर की क्या दरक़ार है? धार्मिक रवाज़ों के बहाने धार्मिक उन्मादी बनने की जरूरत क्या है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 349 Share Dr. Kishan Karigar 25 Apr 2022 · 1 min read ग़रीब हो जाए रिशतेदार? ग़रीब हो जाए रिशतेदार फिर कौन पूछता है उसे? अमीरज़ाद हो तो फिर वेबज़ह भी रिशते बनाए रखते. अब तो रिशते बनाए निभाने से पहले ही? घाटा मुनाफे की सौदेबाजी... Hindi · शेर 1 171 Share Dr. Kishan Karigar 22 Apr 2022 · 1 min read ईशक एसा की ईशक एसा की कब किससे हो जाए? मुहब्बत की यादों में हर कोई खो जाए? कोई तो समझाए ये ईशक होता है क्यों? दिल धड़कता सिर्फ़ उसकी यादों में ही... Hindi · शेर 1 140 Share Dr. Kishan Karigar 22 Apr 2022 · 1 min read नेताओं के घर भी बुलडोजर चल जाए नेताओं के घर जनता का बुलडोजर जिस दिन चल जाए? सरकारी बंगलें भी जमीजंद हो जाए? फिर देखो सरकारी सुविधाओं का मुफ़्त घर तुम्हारा कैसे छुट जाए? नेतागिरी भी टूट... Hindi · शेर 2 2 406 Share Dr. Kishan Karigar 20 Apr 2022 · 1 min read मुफ़्लिसि मे रहा मुफ़्लिसि मे रहा कारीगर मगर, अपने ही शर्तों पे जिया जीने की कद्र. शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 133 Share Dr. Kishan Karigar 19 Apr 2022 · 1 min read ढ़कोसले खूब होने लगे धर्म के नाम पर तो अब ढ़कोसले क्या खूब होने लगे? प्रार्थना ईबादत के बहाने लाउडिस्पीकर जबसे बजने लगे? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 159 Share Dr. Kishan Karigar 18 Apr 2022 · 1 min read क्या यही मज़हबी धर्म है? क्या यही मज़हबी धर्म है? की दूसरे मज़हबी को लहू लहान करते फिरते हो? उकसावे बहकावे में आकर क्यूँ? उन्मादियों तुम इंसानीयत के क़त्लेआम कर देते हो? शायर- किशन कारीगर... Hindi · शेर 1 206 Share Dr. Kishan Karigar 30 Mar 2022 · 1 min read मज़हब के रंग मे तूं मत रंग मज़हब के रंग मे तूं मत रंग?इंसानियत के रंग मे तू रंग जा. कितनी भी दुशमनी हो कारीगर, इक बार फिर तू दोस्त बन जा. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 144 Share Dr. Kishan Karigar 22 Mar 2022 · 1 min read कौन भला वेबस के साथ होता? हर कोई अपना ही फायदा ढूँढ़ता बेबस लाचार यूँ लूटता रहता अपने फायदे के कायदे मे सब खामोश क्यूँ? कौन भला बेवस के साथ होता? शायर© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 179 Share Dr. Kishan Karigar 20 Mar 2022 · 1 min read क़त्लेआम मे है लगा हुआ? किसिको ख़बर ही नहीं, किसको क्या हो गया? आदमी ही आदमी के क़त्लेआम मे है लगा हुआ? शायर-© किशन कारीगर Hindi · शेर 1 184 Share Dr. Kishan Karigar 18 Mar 2022 · 1 min read रंगों से भीग जाओ सतरंगी सबको मिले खुशियाँ रंग बिरंगी, रंगों से भीग जाओ सतरंगी? होली मे गले लगो मिल जाओ गले, भूल जाओ सारे शिकवे गिले? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 281 Share Dr. Kishan Karigar 15 Mar 2022 · 1 min read लोकतंत्र के मूर्खों तुम्हारे ही जेब पर डाका डालकर फ्री राशन तुम्हें वो दे रहा? लोकतंत्र के मूर्खों तुम्हें ठगकर वो राजनेता सब सुविधा भोग रहा? शायर-किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Maithili · शेर 191 Share Dr. Kishan Karigar 14 Mar 2022 · 1 min read उजरल तबाह जिनगी विपैत मे उजरल तबाह जिनगी केहेन सुनमशान होइ छै? बोल भरोस नै कोई देत अपनो लोक छांह कटने फिरै छै? शायर©किशन कारीगर Maithili · शेर 1 178 Share Dr. Kishan Karigar 14 Mar 2022 · 1 min read नेता ही कराए दंगे बढ़ाए द्वेष मंदिर मस्जिद मे उलझे रह गए लोग? क़त्लेआम मे खून बहे और नेता ही बदले भेष? क्यूं नेताओं के बहकावे में रहते हो तुम सभी? चुनाव जीतने की लिए नेता... Hindi · शेर 1 256 Share Dr. Kishan Karigar 9 Mar 2022 · 1 min read झूठे हमदर्द कई? हालातों की वेबसी लाचारी मे जुझूती ज़िदगी को कारीगर ने भी देखा है? मुफ़लिसि ख़ाली जेब झूठे हमदर्द कई हमने बेहद क़रीब से देखा है? शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 319 Share Dr. Kishan Karigar 5 Mar 2022 · 1 min read वैसा ही यथार्थ भी लिखो जैसा जीयो ख़ुद महशूस भी करो ठीक वैसा ही यथार्थ भी लिखो. फिर देखो लिखने मे लोक वेदना खुशी ग़म के अक्श जो हर किसी से कुछ कहे? शायर- किशन... Hindi · शेर 212 Share Page 1 Next