नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर Language: Hindi 333 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 13 Apr 2024 · 2 min read पुस्तक समीक्षा- धूप के कतरे (ग़ज़ल संग्रह डॉ घनश्याम परिश्रमी नेपाल) समीक्षा-- धूप के खतरे (गजलकार घनश्याम परिश्रमी ) नेपाली भाषा के ख्याति लब्ध साहित्यकार डॉ घनश्याम परिश्रमी जिन्होंने #नेपाल और हिंदी गज़लों का विशेणात्मक अध्ययन# विषय पर पी एच डी... Hindi · पुस्तक समीक्षा 21 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 13 Apr 2024 · 3 min read पुस्तक समीक्षा- उपन्यास विपश्यना ( डॉ इंदिरा दांगी) समीक्षा--- विपश्यना (उपन्यास) लेखिका-- इंदिरा दांगी विपश्यना उपन्यास विदुषी इन्दिरा दांगी जी द्वारा जीवन की अनुभूतियों अनुभव को समेटे काल कलेवर के परिवर्तित आचरण कि अभिव्यक्तियों का बेहद सुंदर शसक्त... Hindi · पुस्तक समीक्षा 18 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read वादा गर वादा निभाने की कोशिश करो कदमों में दुनियां बिछा देंगे हम साथ चलने का गर इरादा करो जन्नत जमीं को बना देंगे हम।। मौका मुबारख तेरी हसरतों का मौका... Poetry Writing Challenge · गीत 45 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read वनमाली वनमाली ---- चलो आज फिर वक्त बुलाता अरमानों के अंजुम में खुद को खोज रहा वनमाली सावन के मैखाने में।। दोस्त मोहब्बत रिश्ते नाते यादों के आईने में लम्हे गुजरे... Poetry Writing Challenge · गीत 45 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read प्यार जिंदगी का कभी है धूप कभी है छांव मद्धिम सर्द हवाएँ है कशिश मौसम कि कहती है हंसी अंदाज़ लाया हूँ।। कसक दिल मे उठती है साँसों कि हस्ती धड़कन कि मस्ती... Poetry Writing Challenge · गीत 49 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read नींद कि नजर खामोश जिंदगी ए पैगाम दे रही है मोहब्बत के रूठने का पैगाम दे रही है।। तन्हा जिंदगी के उम्मीदों के समन्दर में अंदाज़ जिंदगी का अरमान दे रही है।। खामोश... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 42 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 22 Feb 2024 · 1 min read बेटा कंही खो न जाए तेरी हसरतों में तेरे संग चलते चलते मचलते। जमाने कि यादों में हद भी ना पाऊं तेरे कारवां को सजाते बनाते ।। कंही खो न जाए... Poetry Writing Challenge · गीत 32 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read शराब हलक को जलाती , उतरती हलक में शराब कहते है।। लाख काँटों की खुशबू गुलाब कहते है।। छुपा हो चाँद जिसके दामन में हिज़ाब कहते है।। ठंडी हवा के झोंके... Poetry Writing Challenge 55 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये चाहत की मंजिल जीवन की सौगात प्रिये तेरे ही मिल जाने से हो जीवन उद्धार प्रिये।। स्वर संगीत दिल धड़कन प्राण प्रिये करम किस्मत की राह प्रिये तेरे ही मिल... Poetry Writing Challenge · कविता 48 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्रिये मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये याद जब भी करो चाहे जब भी पुकारों दिल की गहराई यादों की परछाई में।। मैं मिलूंगा तुम्हे वहीँ प्रिये तुम्हारे प्यार की गलियों में... Poetry Writing Challenge · कविता 51 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी हवाई जहाज जिंदगी और हवाई जहाज़--- जिंदगी हवाई जहाज ख्वाबों खयालो कल्पना उड़ानों में उड़ती ।। खूबसूरत कल्पना लोक विचरती कभी कल्पना ख़्वाब खयाल वास्तविकता वास्तव के रनवे पर चक्कर काटती एरोड्रम... Poetry Writing Challenge · कविता 58 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 3 min read जिंदगी 1--कभी खुशियों का समंदर साम्राज् कभी गम के आंशुओं में डूबती उतराती खुद के सुकून के पल दो पल खोजती जिंदगी।। कभी अरमानो केआसमान की परवाज तो कभी चुनौतियों से... Poetry Writing Challenge · कविता 59 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read जज्बात 6-कहीं है आग जज्बे में कहीं तूफां मचलते है बेचैन शमा कहीं पे है परवाने भी जलते है,परवाने भी जलते है।। कहीं जो मिल जाओ हमदम दिल को करार आये।।... Poetry Writing Challenge · गीत 58 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read बसंत बसन्त के रंग-जब बहाती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूशबू खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली की झूमती की बाली।। हर सुबह सूरज युग की बिशावस की... Poetry Writing Challenge · कविता 45 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read रोटी रोटी क्या क्या नाच नचाती जाने क्या क्या खेल खिलाती। रोटी रिश्ते नाते परिवार छुड़वाती रोटी दोस्त दुश्मन से मिलवाती।। रोटी बोटी कटवाती ,बोटी से रोटी, रोटी से बोटी अच्छों... Poetry Writing Challenge · कविता 48 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read अभिमान अरमानों के आसमान पे लहराता जन गण मन कि शान वंदे मातरम का सम्मान भारत का अभिमान।। गंगा की धाराओं की कल कल कलरव की आवाज सत्य अहिंसा का गांधी... Poetry Writing Challenge · कविता 47 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read बसंत रचना शीर्षक ---बसन्त उल्लास है ,उमंग है, रंग में बसन्त है ध्यान ,कर्म ,धर्म, मर्म ज्ञानऔर प्रसंग है।। बजती है बीणा ,डमरू बजता मृदंग है बहती बयारों में कण कण... Poetry Writing Challenge · गीत 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 2 min read प्यारा सा गांव प्यारा सा गांव बचपन की परिवरिश की मित्र मंडली ठाँव।। लगता था कभी ना छूटेगा बचपन प्यारा सा गांव नदी का किनारा पीपल की छांव।। प्रथम अक्षर से परिचय करवाते... Poetry Writing Challenge · कविता 44 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read दिल आइना दिल अरमानों का आईंना--- दिल की क्या बात कभी खुश कभी नाराज खुशी गम दिल की गहराई जज्बात।। चाहत के मील जाने पर दिल बाग बाग दिल आईंना देखता सिर्फ... Poetry Writing Challenge · कविता 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read एहसास एहसास हूँ मैं झोंका पवन विश्वाश हूँ मैं भाव भावना का प्रवाह हूँ मैं प्रत्यक्ष नही परोक्ष नही अंतर मन कि आवाज हूँ मै।। जिसने जैसा मेरा वरण किया उसका... Poetry Writing Challenge · कविता 62 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 20 Feb 2024 · 1 min read गरीबी गरीबी दुनियां में अभिशाप गरीबी बेवस लाचारी जीवन भार भूख भय दहसत पल प्रहर दिन रात।। मानव मानवता लज्जित गरीबी का देख हाल खाने को रोटी नही तन पर आधे... Poetry Writing Challenge · कविता 52 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी रूठ गयी जिंदगी रूठ गई जाने कहाँ खो गई एक दायरे में सिमट गई खोजता हूँ घनघोर आंधेरो में रास्ता जिंदगी की चाहतों का वास्ता।। जिंदगी के सब दरवाजे बंद बंद दरवाजो... Poetry Writing Challenge · कविता 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 2 min read जिंदगी कि सच्चाई जिंदगी की सच्चाई---- जिंदगी के लम्हो में साथ साथ जिया हमने गांव की गलीयो में पचपन की शरारत के दिन बीते।। साथ साथ स्कूल गए ना जाने कब बचपन पीछे... Poetry Writing Challenge · कविता 51 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read काश तुम मेरी जिंदगी में होते ----विषय--काश तुम --- काश तुम मेरी ज़िंदगी में जो होते ज़िंदगी से इतनी शिकायत न होती।। वफ़ा ज़िंदगी में बेवफाई न होती मोहब्बत के हम भी मसीहा ही होते जिंदगी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 51 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 3 min read जेठ कि भरी दोपहरी --जेठ की दोपहरी का एक दिया--1 जेठ की भरी दोपहरी में एक दिया दिया जलाने की कोशिश में लम्हा लम्हा जिये जिये जा रहा हूँ।। शूलों से भरा पथ शोलों... Poetry Writing Challenge · कविता 57 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read जिंदगी जिंदगी ऐसे मोड़ आ गयी निराश हताश जाने कहाँ खो गयी खोजता हूँ जिंदगी जीने के बहाने अतीत की आवाज आ गयी।। इंसा वही हो जिंदगी में तमाम मकसद मुकाम... Poetry Writing Challenge · कविता 51 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read पल परिवर्तन शीर्षक ---पल का परिवर्तन-- सिर्फ एक पल ही खुशियां जीवन में प्राणि समझता है,परमेश्वर स्वयं सिद्ध परमेश्वर व्यख्याता।। सिर्फ एक पल की खुशियों के लिये मानव जाने क्या क्या कर... Poetry Writing Challenge · कविता 39 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read तिरंगा 1- भारत का अभिमान अरमानों के आसमान पे लहराता जन गण मन कि शान ,वंदे मातरम का सम्मान ,भारत का अभिमान।। गंगा की धाराओं की कल कल कलरव की आवाज... Poetry Writing Challenge · कविता 53 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read सावन भादों सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे।। सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे ।। ढंक जाए सूरज, बादल और बारिस जीवन की खुशियां जैसे भावे।। सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे।।... Poetry Writing Challenge · गीत 53 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read सपने सपने तो सपने कभी होते अपने कभी रह जाते सपने सपने स्वंत्रत अन्तर्मन आकाश विचरण करते।। कल्पना यथार्त से परे आविष्कार याथार्त इच्छा परीक्षा पुरस्कार सपने सपनों की आधारशिला नही... Poetry Writing Challenge · कविता 61 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 19 Feb 2024 · 1 min read शिवोहं शिवोहं शिवोहं शिवोहं चिता भस्म भूषित श्मसाना बसे हंम शिवोहं शिवोहं शिवोहं।। अशुभ देवता मृत्यु उत्सव हमारा शुभोंह शुभोंह शुभोंह शुभोंह शिवोहं शिवोहं शिवोहं ।। भूत पिचास स्वान सृगाल कपाली... Poetry Writing Challenge · गीत 63 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read जीवन और रंग निर्गुण गीत - - - - - किस रंग रंग लूँ अपनी चुनरिया कौन से रंग में रंग लूँ चुनरिया!! किस रंग रंग लूँ अपनी चुनरिया कौन से रंग में... Poetry Writing Challenge · गीत 64 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read पृथ्वी पृथ्वी कहती है युग मानव तुम ही मेरा अस्तित्व अभिमान।। प्रकृति मूक मेरा श्रृंगार चाहत है तेरी बानी रहूँ जननी तू मत कर मेरा परिहास।। मौसम ऋतुएं मेरा भाग्य सौगात... Poetry Writing Challenge · कविता 62 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read गांव मैं तेरा गांव ,तेरा ठौर ठाँव छोड़ दिया तूने मेरे पीपल कि छाँव ।! छोड़ दोस्तों के प्यार ,अपनों का विश्वाश का नाम मैं तेरा गांव। कहाँ चला गया ,भीड़... Poetry Writing Challenge · कविता 37 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read कोई जब पथ भूल जाएं द्वितीय ब्रह्मचारिणी - कोई जब पथ भूल जाये भटक यूं ही जाए मईया तू पथ बतलाए मईया तेरा नेह आशीर्वाद ।। कोई जब पथ भ्रष्ट हो जाये कुछ समझ ना... Poetry Writing Challenge · गीत 45 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read गांव और वसंत गांव और वसंत - सुन गांव कि गोरी तू बड़ी भोली बहती वासंती वयार अभिलाषा गहराई उफान।। सुन गांव की गोरी हृदय हर्ष सेअनजान तेरी सादगी कोमलता तेरी पहचान।। गाँव... Poetry Writing Challenge · कविता 55 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read वसंत मनवी मूल्यों के खुशियों का वसंत जब बहती शीतल मंद बयार. कोयल की कू कू महुया कि खूसूब खास।। खेतो मैं हरियाली खुशहाली कि झूमती बाली हर सुबह सूरज युग... Poetry Writing Challenge · कविता 62 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read हसलों कि उड़ान हौसलों कि उड़ान - जिंदगी जिंदा दिल जागीर नाम कायरों की जन्दगी नही होती चलती फिरती काया बस नाम।। वेबस लाचार असहाय जिंदगी ठौर खोजते, प्राण में निष्प्राण जिंदगी जज्बे... Poetry Writing Challenge · कविता 74 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read मईया का ध्यान लगा माईया का ध्यान लगा लो तुम भक्ति निखर कर लो।। ना काल समय सीमा ना जीवन मृत्यु माईया कि भक्ति मिलती रहे जनम जनम।। माईया का ध्यान लगा लो तुम... Poetry Writing Challenge · गीत 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read सावन भादो शीर्षक--सावन भादों की बदरिया रचना-- सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे।। सावन भादों की बदरिया मनभावन लागे ।। ढंक जाए सूरज, बादल और बारिस जीवन की खुशियां जैसे भावे।। सावन... Poetry Writing Challenge · गीत 45 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read युग युवा बुझे तीर में धार नहीं जंग खाई तलवार में मार नहीं जरुरी नहीं सांसो धड़कन का आदमी इंसान जिन्दा हो पुतला भो हो सकता है पुतलों के कदमो की चाल... Poetry Writing Challenge · कविता 40 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 2 min read बचपन और गांव कागज़ कि कस्ती बारिस का पानी गलियों मोहल्लों कि लम्हों कि दरिया ख्वाबों ख़यालों का ही समन्दर् !! सावन कि रिम झिम भीगा वदन सांसों में गर्मी दिल धड़कन कि... Poetry Writing Challenge · कविता 44 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read दिल कि आवाज दिल दौलत जिंदगी दिल जज्बे का समंदर दिल के उठते जज्बातों कि पहचान ।। जिंदगी दिल की गहराई से उठती लहरे तूफान अरमान की दिल दुनियां कि चाह कि राह।।... Poetry Writing Challenge · कविता 53 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read दिल कि गली दिल की गली में बाहारों की बरखा प्यासी कली पागल हुई नदी सी सागर पिया से मिलने चली।। फुहारों की बरखा दिल पे मुहब्बत की दस्तक बाहारों की तुफा पागल... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 54 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 12 Feb 2024 · 1 min read मुकाम ये मुकाम आ गया है यूं ही राह चलते चलते!। ये मुकाम आ गया है यूँ ही राह चलते चलते।। ईमान है या धोखा मंज़िल हैं या मौका तूफ़ाँ मुश्किलों... Poetry Writing Challenge · गीत 43 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 Jan 2024 · 1 min read आधुनिक युग और नशा सुर्ती गांजा भांग पान धूम्रपान, मद्य पान जिंदगी का छद्म छलावा नशा गोरी छोरी हुस्न आशिकी इंसान के डोलते ईमान का नशा!! गंजेड़ी भंगेड़ी नशेड़ी शराबी कबाबी जुआरी महान के... Poetry Writing Challenge · कविता 69 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 Jan 2024 · 1 min read फूल तेरी किस्मत को क्या कहूँ तू तो मानव मानवता युग की बगिया की गुलशन गुलजार।। हर कली को फूल की किस्मत का इंतजार बेईमान भौंरो को क्या पता कब बिछड़... Poetry Writing Challenge · कविता 51 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 Jan 2024 · 2 min read वक्त एै वक्त ठहर जा कोई खास है अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का शबब तेरी तारीख का नूर बताने वाला!! एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़... Poetry Writing Challenge · गीत 41 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 27 Jan 2024 · 2 min read उपदेशों ही मूर्खाणां प्रकोपेच न च शांतय् छोटी सी चिड़ीया अपने अस्तित्व को जूझती छाया नहीं फल इतनी दूर अपेक्षा की उपेक्षा के ताड़ खजूर । अपनी हस्ती मस्ती सुरक्षा की संरचना करती।। तूफान शोला शैतान से... Poetry Writing Challenge · कविता 46 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 26 Jan 2024 · 1 min read जिंदगी के तराने जिंदगी के तरानो में तेरा अंदाज़ है शामिल धड़कते दिल कि धड़कन में तेरा एहसास है शामिल जिंदगी के तरानों तेरा एहसास हैं शमिल!। जिंदगी के लम्हों राहों में तेरा... Poetry Writing Challenge · गीत 63 Share Page 1 Next