Kavita Chouhan Language: Hindi 222 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 7 May 2024 · 1 min read *हनुमान के राम* राम, रघुनंदन, राघव रघुराई हनुमंत के प्रभु सदा सहाई बजरंगबली कै तुमही स्वामी राजीव लोचन अंतर्यामी। मारुति नंदन तुम्हरे प्यारे वानर कपीस तुम रामदुलारे ले रघुवीर लछिमन संग ही अहिरावण... Hindi · कविता · गीत · सहित्यपिडिया 14 Share Kavita Chouhan 7 May 2024 · 1 min read ****बहता मन**** ****बहता मन**** यदा कदा किंचित भावनाओं में यूँ बह जाता ये मन है अनूठी, दिलकश प्रीत सी उदित मनभावन ये तरंग है। कभी मन मे हर्ष प्रसन्नता कभी पलती चित्त... Hindi · कविता · सहित्यपिडिया · हिंदी कविता 20 Share Kavita Chouhan 30 Apr 2024 · 1 min read *बेहतर समाज* जनजन अब यूँ अनुशासित हो शिक्षा, संस्कार सर्व ज्ञापित हो नव परिवेश, भविष्य सजायें आओ समाज बेहतर बनायें। दया,नेह, सम्मान सिखलायें सब को सदमार्ग दिखलायें जागे इक उज्जवल आशा बदले... Hindi · समाज पर कविता · सहित्यपिडिया · हिंदी कविता 20 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read मीठी वाणी मीठी वाणी ही बोलिये कर्ण में सदा मधु घोलिये कदाचित जिह्वा विद्या बसती हर जन को वे यूँ परखती। कोई हॄदय न आहत हो कभी बोले मृदु भाषा जन सभी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · कविता · सहित्यपिडिया 32 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read ****प्रेम सागर**** प्रेम सागर ये अंनत गहरा कलकल प्रवाहित सा ठहरा प्रेम बयार स्वच्छंद न्यारी सुंदर पुष्प की अनुपम क्यारी। शीतल सुवास उपवन महका शशि निशा के आगोश बहका गुपचुप बतिया करते... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · सहित्यपिडिया 38 Share Kavita Chouhan 6 Apr 2024 · 1 min read ****हमारे मोदी**** भारत माँ का सपूत प्यारा कर्मपथ पर बढ़ता जाये देख अचंभित नभ भी उसको कर्म निरंतर करता ही जाये। देशप्रेम की चाह थी इतनी गृह,आराम सब छोड़ आये चल पड़े... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · नरेंद मोदी · सहित्यपिडिया 2 41 Share Kavita Chouhan 3 Apr 2024 · 1 min read ****वो जीवन मिले**** जो मिला न कभी जीवन में खुशनुमा वो नवजीवन मिले कुम्हलाये सुमन उपवन में पुष्पों से आच्छादित पथ मिले। टूटती सी साँसों की लड़ियां इक इक आस उम्मीद के लिये... Hindi · कविता · चौपाई · सहित्यपीडिया 34 Share Kavita Chouhan 29 Mar 2024 · 1 min read ***होली के व्यंजन*** व्यंजन सारे होते निराले स्वादिष्ट मनभावन से प्यारी सुगंध सर्वत्र फैली खिल उठे यूँ मुखड़े सारे। गुझिया,चकली,पेड़े,जलेबी मुठिया,मठरी,और दाबेली मीठे नमकीन सबको प्यारे शकरपारे बन गए करारे। मीठी रबड़ी सबको... Hindi · कविता · चौपाई · साहित्यपीडिया · होलीगीत 52 Share Kavita Chouhan 17 Mar 2024 · 1 min read ****तन्हाई मार गई**** निकले हम घर से दूर यूँ कुछ कामकाज की तलाश में अपनो से जब दूर हो गये हमको तन्हाई मार गई। था बड़ा शहर सफर भी बड़ा कोई न दिखता... Hindi · कविता · सहित्यपीडिया 33 Share Kavita Chouhan 7 Mar 2024 · 1 min read ****शिव शंकर**** शीश ही गंगा भालचंद्र धरे भक्तन के वो दुख दरद हरे आशुतोष,संकर जटाधारी कैलाशपति, शंभू, त्रिपुरारी। डम डम करही डमरू बाजे मुखते उज्जवल आभा साजे भस्म रमाये,धूनी लगाये तांडव करही... Hindi · चौपाइयाँ · महाशिवरात्रि · सहित्यपीडिया · हिंदी कविता 71 Share Kavita Chouhan 5 Mar 2024 · 1 min read ****जानकी**** वसुधा के गर्भ जन्मी जानकी जनक नरेश सप्रेम अपनाई तात समुझि ते प्रीति लगाई तव जनकसुता कहाई जानकी। वैदेही,जनकतनया,जानकी रघुनाथ संग ब्याही जानकी शशि सम मुखआभा सी दमके सरोज लोचनी,दिव्या... Hindi · Sahityapedia · कविता · चौपाइयाँ · रामचौपाई · सिया राम भजन 45 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read टूट गई बेड़ियाँ टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 51 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुभते शूल …… चुभते शूल …… चुभते हिय में अब शूल है चहुँओर अवलोकित तिमिर सा आकुल खोजती इक सितारा मेले कुचैले पग में धूल है। पुश्त है अत्यंत लहुलूहान सी व्रणों पीड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 57 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक…. शिक्षक…. जीवन मे पथ नया दिखलाके शिखर तक उसने पहुँचाया अँधियारो में इक दीप बनके भर दिया जीवन मे उजियारा। अक्षर ज्ञान,गिनती पहाड़े इक, दहाई, सैकड़ा,हज़ारे शब्द वे सारे यूँ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 38 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श स्पर्श वो अनूठा अद्भूत था प्रेम बयार यूँ सीने में चलती अनगिनत स्वप्न लिए नयनों में स्नेह अपार था कण कण मेरे हृदय का यूँ तुम्हारे ही तो आधीन था... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 56 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read गणेश आये रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते मोदक उनको... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 53 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुन लेना चुन लेना राह से काँटे…. चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 47 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read बापू गाँधी राष्ट्रपिता वो कहलाते बच्चे उनको बापू बुलाते सत्य,अहिंसा का पाठ पढ़ाया यूँ देश को आज़ाद कराया। जीते थे सदा जीवन सादा देश से किया था इक वादा था तनमन जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 49 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read भारत माँ का एक लाल भारत माँ का एक लाल वीर सपूत महान जिसका नारा था ये जय जवान जय किसान। था छोटी कद काठी का व्यक्तित्व था यूँ विशाल जनजन को ऊर्जा देकर किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 42 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read नींद आती है सोने दो नींद आती है सोने दो जगाते स्वप्न बेचैनी से भूला के इन सारे क्षणों को चैन के साये में खोने दो। इक नया कल फिर से आएगा नई चुनौतियाँ, उम्मीद... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 50 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन ये हर रंग दिखलाता जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 63 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read ****माता रानी आई**** ****माता रानी आई**** लाल लाल चुनरिया सजाई शेर पे सवार हो माँ आई उग आये हरे भरे जवारे जय माता दी सब पुकारें। हलवा,पूड़ी साग बनाऊँ मैया को क्या भोग... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 57 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जब सत्य प्रकाशमय हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 53 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मैं इक निर्झरिणी नीर भरी मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 52 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read उज्जवल रवि यूँ पुकारता उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 42 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अधिकारों का प्रयोग करके अधिकारों का प्रयोग करके अविलंब,कर्तव्य निर्वाह करो शीघ्र आज प्रस्थान करो आलस्य त्याग मतदान करो। चुनने का यूँ अवसर आया इक नई स्वतंत्रता लाया नवयुग का आज प्रारंभ करो मतदान... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 38 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चिरनिद्रा से नारायण जागे चिरनिद्रा से नारायण जागे शुभ पावन घड़ियाँ ले आई तुलसी शालीग्राम संग आये गगन में ज्योत्सना दिखलाई। आँवला, गन्ना,बोर भाजी खोल बंधन शुभ महुर्त सारे आई आज देव प्रबोधिनी जल... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 61 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन रंगमंच एक पहेली जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 69 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जाके हॄदय में राम बसे जाके हॄदय में राम बसे नेह संपत्ति रत्नाकर जसे सुंदर,मनोहर रूप तब लयो सुख,प्रमोद,उल्लास ते दयो। मनभावन रमणीक दिखलाये ले जानकी संग प्रभु आये दमके भाल प्रखर उजियारा दीपक, ज्योति,रविकर... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 52 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read धुंध में लिपटी प्रभा आई धुंध में लिपटी प्रभा आई कुहरे संग शीतलता लाई पथ सुने तो कहीं ओस भरे अलाव तापते लोग खड़े। सर्द हवा ने रुख बदलाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया सरसों,बथुआ,की... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 54 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मेरे वतन सूरज न निकला मेरे वतन सूरज न निकला गहन तिमिर यूँ घनघोर बना सूक्ष्म प्रभा को हिय तरसा था पयोद घना फिर न बरसा। गुम थी जहाँ इक उजियारी रविकर आभा प्रखर न्यारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 44 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अवध में दीप जलायेंगे अवध में दीप जलायेंगे अनेक रश्मियां जगमग सी नव पल्लव भी खिल जायेंगे आज फिर रघुवीर आयेंगे। अब न बैर,तिरस्कार होगा नेह,प्रेम पुरस्कार होगा पयोद दर्द के छँट जायेंगे आज... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 49 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *रामलला* मंगल पावन बेला आई रघुनंदन को संग ले आई अवध में लाखों दीप जले धन्य हुई तब सरयू माई। जगमग अनगिनत दीप जले गृह,नगर वंदनवार से सजे प्रखर रवि से... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 30 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *तुम न आये* चंचल सी चाँदनी छिटकी थी निशि कुछ मद्धम धूंधली थी थे नयन इक आस लगाये रैन बीती तब तुम न आये। थी पथ पर अनवरत सी खड़ी अटल बन कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry 46 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *बसंत आया* उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 58 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *दिल कहता है* तुम मेरे हो ये मेरा दिल कहता है ! आज बहुत है बेकरार तुझको पाने को कोई बात न माने नहीं संभलता है , हर पल रहती हैं नजरें कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 64 Share Kavita Chouhan 14 Feb 2024 · 1 min read ****बसंत आया**** उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Hindi · कविता · बसंत और पतझड़ · सहित्यपीडिया 95 Share Kavita Chouhan 9 Feb 2024 · 1 min read *तुम न आये* चंचल सी चाँदनी छिटकी थी निशि कुछ मद्धम धूंधली थी थे नयन इक आस लगाये रैन बीती तब तुम न आये। थी पथ पर अनवरत सी खड़ी अटल बन कभी... Hindi · Best Poetry · Hindipoem2024 · Sahityapedia 108 Share Kavita Chouhan 22 Jan 2024 · 1 min read *****रामलला***** मंगल पावन बेला आई रघुनंदन को संग ले आई अवध में लाखों दीप जले धन्य हुई तब सरयू माई। जगमग अनगिनत दीप जले गृह,नगर वंदनवार से सजे प्रखर रवि से... Hindi · कविता · जय श्री राम · रामलला · साहित्य पीडिया 133 Share Kavita Chouhan 16 Jan 2024 · 1 min read ****रघुवीर आयेंगे**** अवध में दीप जलायेंगे अनेक रश्मियां जगमग सी नव पल्लव भी खिल जायेंगे आज फिर रघुवीर आयेंगे। अब न बैर,तिरस्कार होगा नेह,प्रेम पुरस्कार होगा पयोद दर्द के छँट जायेंगे आज... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · जय श्री राम · साहित्य पीडिया 1 92 Share Kavita Chouhan 28 Dec 2023 · 1 min read *****सूरज न निकला***** मेरे वतन सूरज न निकला गहन तिमिर यूँ घनघोर बना सूक्ष्म प्रभा को हिय तरसा था पयोद घना फिर न बरसा। गुम थी जहाँ इक उजियारी रविकर आभा प्रखर न्यारी... Hindi · Hindipoem · Kavitayen · Sahityapedia 3 117 Share Kavita Chouhan 10 Dec 2023 · 1 min read ****शीतल प्रभा**** धुंध में लिपटी प्रभा आई कुहरे संग शीतलता लाई पथ सुने तो कहीं ओस भरे अलाव तापते लोग खड़े। सर्द हवा ने रुख बदलाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया सरसों,बथुआ,की... Hindi · Hindi Kavita · Hindipoem · Sahityapedia 2 181 Share Kavita Chouhan 7 Dec 2023 · 1 min read *****हॄदय में राम***** जाके हॄदय में राम बसे नेह संपत्ति रत्नाकर जसे सुंदर,मनोहर रूप तब लयो सुख,प्रमोद,उल्लास ते दयो। मनभावन रमणीक दिखलाये ले जानकी संग प्रभु आये दमके भाल प्रखर उजियारा दीपक, ज्योति,रविकर... Hindi · -बरवै छन्द · कविता · चौपाई · जय श्री राम · रामचरितमानस 168 Share Kavita Chouhan 2 Dec 2023 · 1 min read *****नियति***** जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Hindi · कविता · चौपाई · हिंदी साहित्य परंपरा 1 232 Share Kavita Chouhan 23 Nov 2023 · 1 min read *****देव प्रबोधिनी***** चिरनिद्रा से नारायण जागे शुभ पावन घड़ियाँ ले आई तुलसी शालीग्राम संग आये गगन में ज्योत्सना दिखलाई। आँवला, गन्ना,बोर भाजी खोल बंधन शुभ महुर्त सारे आई आज देव प्रबोधिनी जल... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · छंद · देवप्रबोधिनी 190 Share Kavita Chouhan 17 Nov 2023 · 1 min read ****मतदान करो**** अधिकारों का प्रयोग करके अविलंब,कर्तव्य निर्वाह करो शीघ्र आज प्रस्थान करो आलस्य त्याग मतदान करो। चुनने का यूँ अवसर आया इक नई स्वतंत्रता लाया नवयुग का आज प्रारंभ करो मतदान... Hindi · कविता · चुनाव 2023 · चुनावी साल · मतदान 1 83 Share Kavita Chouhan 15 Nov 2023 · 1 min read ****भाई दूज**** माथे पर चंदन का टीका हाथों में आरती की थाली आया है त्यौहार प्यारा भाई दूज का पर्व निराला। अमर प्रेम की है ये गाथा अवसर ये हमको सिखलाता बहनें,कुमकुम,... Hindi · कविता · चौपाई · भाई दूज 1 176 Share Kavita Chouhan 10 Nov 2023 · 1 min read ****उज्जवल रवि**** उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Hindi · कविता · चौपाइयाँ 2 2 170 Share Kavita Chouhan 30 Oct 2023 · 1 min read ****मैं इक निर्झरिणी**** मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Hindi · Daily Writing Challenge · Hindi Poetry · Humour 1 118 Share Kavita Chouhan 24 Oct 2023 · 1 min read *****सबके मन मे राम ***** ****सबके मन मे राम **** जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · छंद 1 166 Share Page 1 Next