Kavita Chouhan Tag: Poetry Writing Challenge 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read टूट गई बेड़ियाँ टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 121 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुभते शूल …… चुभते शूल …… चुभते हिय में अब शूल है चहुँओर अवलोकित तिमिर सा आकुल खोजती इक सितारा मेले कुचैले पग में धूल है। पुश्त है अत्यंत लहुलूहान सी व्रणों पीड़ा... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 92 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read शिक्षक…. शिक्षक…. जीवन मे पथ नया दिखलाके शिखर तक उसने पहुँचाया अँधियारो में इक दीप बनके भर दिया जीवन मे उजियारा। अक्षर ज्ञान,गिनती पहाड़े इक, दहाई, सैकड़ा,हज़ारे शब्द वे सारे यूँ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 75 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read स्पर्श स्पर्श वो अनूठा अद्भूत था प्रेम बयार यूँ सीने में चलती अनगिनत स्वप्न लिए नयनों में स्नेह अपार था कण कण मेरे हृदय का यूँ तुम्हारे ही तो आधीन था... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 117 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read गणेश आये रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते मोदक उनको... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 102 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चुन लेना चुन लेना राह से काँटे…. चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 81 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read बापू गाँधी राष्ट्रपिता वो कहलाते बच्चे उनको बापू बुलाते सत्य,अहिंसा का पाठ पढ़ाया यूँ देश को आज़ाद कराया। जीते थे सदा जीवन सादा देश से किया था इक वादा था तनमन जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 81 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read भारत माँ का एक लाल भारत माँ का एक लाल वीर सपूत महान जिसका नारा था ये जय जवान जय किसान। था छोटी कद काठी का व्यक्तित्व था यूँ विशाल जनजन को ऊर्जा देकर किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 81 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read नींद आती है सोने दो नींद आती है सोने दो जगाते स्वप्न बेचैनी से भूला के इन सारे क्षणों को चैन के साये में खोने दो। इक नया कल फिर से आएगा नई चुनौतियाँ, उम्मीद... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 86 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन ये हर रंग दिखलाता जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 167 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read ****माता रानी आई**** ****माता रानी आई**** लाल लाल चुनरिया सजाई शेर पे सवार हो माँ आई उग आये हरे भरे जवारे जय माता दी सब पुकारें। हलवा,पूड़ी साग बनाऊँ मैया को क्या भोग... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 88 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जब सत्य प्रकाशमय हो जब सत्य प्रकाशमय हो अंधकार पर लगा विराम हो द्वेष ,जलन ,ईर्ष्या से परे सब मन मे प्रेम ,स्नेह भरा हो उँच नीच भेदभाव भुलाकर सबके लिये सदभाव हो झूठ... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 125 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मैं इक निर्झरिणी नीर भरी मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 107 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read उज्जवल रवि यूँ पुकारता उज्जवल रवि यूँ पुकारता अलंकृत रश्मियाँ निहारता बिछते पथ सैकड़ों सितारें उदीप्त जुगनू कितने सारे। श्वेत चाँदनी झिलमिलाई आस की नव किरण सजाई महक से आच्छादित फुलवारी सरसर बह रही... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 1 72 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अधिकारों का प्रयोग करके अधिकारों का प्रयोग करके अविलंब,कर्तव्य निर्वाह करो शीघ्र आज प्रस्थान करो आलस्य त्याग मतदान करो। चुनने का यूँ अवसर आया इक नई स्वतंत्रता लाया नवयुग का आज प्रारंभ करो मतदान... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 70 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read चिरनिद्रा से नारायण जागे चिरनिद्रा से नारायण जागे शुभ पावन घड़ियाँ ले आई तुलसी शालीग्राम संग आये गगन में ज्योत्सना दिखलाई। आँवला, गन्ना,बोर भाजी खोल बंधन शुभ महुर्त सारे आई आज देव प्रबोधिनी जल... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 138 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जीवन रंगमंच एक पहेली जीवन रंगमंच एक पहेली नियति चलती संग सहेली सुप्त आस ही प्रतिक्षण चली साँझ की बेला बरबस ढली। हिय में कहीं साज न सजा रंग ये विरस,अनाम सा बना कहीं... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 166 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read जाके हॄदय में राम बसे जाके हॄदय में राम बसे नेह संपत्ति रत्नाकर जसे सुंदर,मनोहर रूप तब लयो सुख,प्रमोद,उल्लास ते दयो। मनभावन रमणीक दिखलाये ले जानकी संग प्रभु आये दमके भाल प्रखर उजियारा दीपक, ज्योति,रविकर... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 90 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read धुंध में लिपटी प्रभा आई धुंध में लिपटी प्रभा आई कुहरे संग शीतलता लाई पथ सुने तो कहीं ओस भरे अलाव तापते लोग खड़े। सर्द हवा ने रुख बदलाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया सरसों,बथुआ,की... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 85 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read मेरे वतन सूरज न निकला मेरे वतन सूरज न निकला गहन तिमिर यूँ घनघोर बना सूक्ष्म प्रभा को हिय तरसा था पयोद घना फिर न बरसा। गुम थी जहाँ इक उजियारी रविकर आभा प्रखर न्यारी... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 123 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read अवध में दीप जलायेंगे अवध में दीप जलायेंगे अनेक रश्मियां जगमग सी नव पल्लव भी खिल जायेंगे आज फिर रघुवीर आयेंगे। अब न बैर,तिरस्कार होगा नेह,प्रेम पुरस्कार होगा पयोद दर्द के छँट जायेंगे आज... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 78 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *रामलला* मंगल पावन बेला आई रघुनंदन को संग ले आई अवध में लाखों दीप जले धन्य हुई तब सरयू माई। जगमग अनगिनत दीप जले गृह,नगर वंदनवार से सजे प्रखर रवि से... Poetry Writing Challenge-2 · Poetry Writing Challenge 2 61 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *बसंत आया* उपवन में ऋतुराज समाया धरा ने नव्य रूप दिखलाया खग ने मधुर सा गीत गाया सखी री मोहक बसंत आया। पीली सरसों सर्वत्र फैली धवल चाँदनी शशि संग खेली प्रखर... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 137 Share Kavita Chouhan 22 Feb 2024 · 1 min read *दिल कहता है* तुम मेरे हो ये मेरा दिल कहता है ! आज बहुत है बेकरार तुझको पाने को कोई बात न माने नहीं संभलता है , हर पल रहती हैं नजरें कुछ... Poetry Writing Challenge-2 · Latest Hindi Poetry · Poetry Writing Challenge 1 137 Share