मनोज कर्ण Tag: एक ग़ज़ल 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कर्ण 15 Dec 2024 · 1 min read एक ग़ज़ल :-रूबरू खुद से हो जाए रूबरू खुद से हो जाए ,सबके नहीं है नसीब में उम्र का जारी सफ़र, पर मंजिल नहीं नसीब में.. गर्दिशों ने दी है दस्तक तो सुकून कहाँ नसीब में मुद्दत... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एक ग़ज़ल · कविता गीत शायरी गजल · रूबरू खुद से हो जाए 3 174 Share मनोज कर्ण 5 Dec 2024 · 1 min read एक ग़ज़ल :- भूला है हमने *भूला है हमने* भूला है हमने ,जो हंँसने की आदत , मगर रोने का भी ,न दिल चाहता है... बेखुदी में दिल भी , इतना है आहत , जाने ना... Hindi · Gazal ग़ज़ल · एक ग़ज़ल · नज़म · भूला है हमने 3 2 264 Share