Johnny Ahmed 'क़ैस' Tag: मुक्तक 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Johnny Ahmed 'क़ैस' 12 May 2021 · 1 min read जुर्म रंग से काली जात से छोटी आत्मनिर्भर शिक्षित मादा इस समाज में और कोई जुर्म नहीं हैं इनसे ज़्यादा -जॉनी अहमद 'क़ैस' Hindi · मुक्तक 1 2 524 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 22 Oct 2020 · 1 min read प्रेम जब से बीता प्रेम का फागुन बन गया देख फ़क़ीरा रह गई ऊँगली में वो अँगूठी खो गया उसका हीरा। प्रेम प्रेम सब कोई कहै पर प्रेम ना चिन्है कोई... Hindi · मुक्तक 3 342 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 28 Jul 2020 · 1 min read मृत्यु विचार सारे स्तब्ध और शब्द सारे मूक हैं चला है वाण काल का वो वाण जो अचूक है। समीप देखो मृत्यु के ताण्डव की छाया है जो बच गई वो... Hindi · मुक्तक 9 8 435 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 4 May 2020 · 1 min read प्रेम कहानी न छल कपट न ज़ोर झपट न विवशता की परेशानी कुछ ऐसा प्रेम करे हम कुछ ऐसी लिखे कहानी Hindi · मुक्तक 5 2 232 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 30 Apr 2020 · 1 min read फ़रवरी हज़ारों दिल अगर न ख़्वाह-मख़ाह तोड़े होते तेरे भी माह में ऐ फ़रवरी दिन तीस ही होते -जॉनी अहमद 'क़ैस' Hindi · मुक्तक 3 2 699 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Apr 2020 · 1 min read बेजुबाँ बेज़ुबाँ अल्फ़ाज़ों की आवाज़ हूँ मैं उल्फ़त में हारा सुख़न-साज़ हूँ। तुमसे रूठने को अब वक़्त कहाँ मैं ख़ुद ही से बे-इंतहा नाराज़ हूँ। Hindi · मुक्तक 5 4 251 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 27 Apr 2020 · 1 min read रुबाई बे-हद गुस्सा हूँ तुमसे और नाराज़ हूँ मगर छोड़ो, ये एक अलग बात है है तुमसे मोहब्बत सिर्फ एक तुम्हीं से फ़क़त एक यहीं तो सही बात है। Hindi · मुक्तक 5 668 Share Johnny Ahmed 'क़ैस' 26 Apr 2020 · 1 min read चंद अशआर ऐ ज़िन्दगी तू किसी ख़राब सड़क की जुड़वाँ तो नहीं ज़रा ज़रा सी देर में गड्ढों की आज़माइश मिलती है ….. ऐ पतंग तेरा भी कोई जवाब नहीं एक डोर... Hindi · मुक्तक 5 4 346 Share