Indu Singh Tag: Quote Writer 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Indu Singh 16 Oct 2024 · 1 min read कर्मपथ कर्मपथ कर्मपथ पर कांटे कंकड़ मिलेंगे पैरों में शूल चूमेंगे कौन बचाएगा? कोई नही अपने-आपको बचाना होगा कर्मपथ पर अकेले ही चलना होगा। Quote Writer 1 42 Share Indu Singh 19 Aug 2024 · 1 min read जय श्री राम जय श्री राम हस्ती अंकुशमात्रेण वाजी हस्तेन ताड्यते। शृंगी लगुडहस्तेन खड्गहस्तेन दुर्जनः।। हाथी को अंकुश से वश में किया जाता है। घोड़े को हाथ की थाप से सीधे रास्ते पर... Quote Writer 1 78 Share Indu Singh 18 Aug 2024 · 1 min read कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास। कबीरा गर्व न कीजिये उंचा देखि आवास। काल परौ भुंइ लेटना उपर जमती घास।। कबीरदास कहते है कि अपने ऊँचे ऊँचे आवास पर गर्व नहीं करना। चाहिए। क्योंकि समय परिवर्तन... Quote Writer 1 97 Share Indu Singh 18 Aug 2024 · 1 min read जहां काम तहां नाम नहि, जहां नाम नहि काम । जहां काम तहां नाम नहि, जहां नाम नहि काम । दोनो कबहू ना मिलै, रवि रजनी एक ठाम।। कबीरदास कहते है कि जहाँ काम वासना होती है वहाँ प्रभु नहीं... Quote Writer 1 70 Share Indu Singh 18 Aug 2024 · 1 min read अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय। अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय। अपना अपना क्या करि मोह भरम लपटायी।। कबीरदास कहते है कि बहुत कोशिश करने पर, बहुत ठोक बजाकर देखने पर भी संसार में... Quote Writer 1 49 Share Indu Singh 17 Aug 2024 · 1 min read भारतीय संविधान ने कहा- भारतीय संविधान ने कहा- मुझे पॉकेट में लेकर घुमने वालों बारहरुपिए तुम्हारे हर सवालों का मैं मुकम्मल जबाब हूं। कभी वक्त निकालकर मुझे पढ़ लेना मैं भारत का संविधान हूं।... Quote Writer 1 36 Share Indu Singh 17 Aug 2024 · 1 min read इन झील सी गहरी आंखों ने इन झील सी गहरी आंखों ने दुखों का शैलाब देखा है उन आंसुओं का क्या? जो रोकने से भी नही रुकती बूढ़ी सफेद बालों ने गालों को सहलाकर कहा- तुम्हारे... Quote Writer 2 45 Share Indu Singh 1 Aug 2024 · 1 min read नदियां बहती जा रही थी नदियां बहती जा रही थी कोई आगे, कोई पीछे कोई उबड़-खाबड़, पथरीली, पहाड़ी राहों से बेचैनी थी, तड़प थी, अपने प्रियतम सागर से मिलकर तृप्त हो जाने की। Quote Writer 2 74 Share Indu Singh 1 Aug 2024 · 1 min read ऐ चांद! तुम इतराते ऐ चांद! तुम इतराते क्यों हो मैंने एक और चांद देखा है, तुझमें तो दाग है, किंतु उसे बेदाग देखा है। Quote Writer 2 2 82 Share Indu Singh 25 Jul 2024 · 1 min read जय श्री राम जय श्री राम परो अपि हितवान् बन्धुबन्धुः अपि अहितः परः! अहितः देहजः व्याधिः हितम् आरण्यं औषधम् !! अगर कोई अपरिचित व्यक्ति हमारी सहायता करे, तो उसे अपने परिवार के सदस्य... Quote Writer 2 81 Share Indu Singh 24 Jun 2024 · 1 min read दुनिया इतनी बड़ी किताब है दुनिया इतनी बड़ी किताब है जिसे आसानी से पढ़ा जाना मुश्किल है। किंतु जमाना ऐसा शिक्षक हैं जो बिना पढ़े सबकुछ सीखा देता है। Quote Writer 80 Share Indu Singh 24 Jun 2024 · 1 min read सोहर सोहर सोने के कटोरियां में दूध भात गोदिया में भरत पूत हो कौशल्या मइया घूमी-घूमी भरत के खेलावेली चंदामामा के बोलावेली हो आरे आव चंदामामा बारे आव नदियां किनारे हो... Quote Writer 198 Share Indu Singh 27 May 2024 · 1 min read कानून अंधा है कानून अंधा है कानून अंधा तो पहले से ही था जन साधारण के लिए कानून अंधा और बहरा दोनों है कम पैसा वालों के खातिर और अब कानून अंधा बहरा... Quote Writer 154 Share Indu Singh 25 May 2024 · 1 min read आजा आजा रे कारी बदरिया आजा आजा रे कारी बदरिया सुख रही है अब सारी नगरिया इस तरह तू न तरसा जीवनीया अब आजा रे कारी बदरिया। Quote Writer 2 1 90 Share Indu Singh 16 May 2024 · 1 min read अपना-अपना भाग्य अपना-अपना भाग्य बच्चे को जन्म मां देती है भाग्य भगवान लिखता है ऐसा क्यों? भाग्य लिखने का अधिकार मां को ही मिलना चाहिए था। Quote Writer 2 112 Share Indu Singh 14 May 2024 · 1 min read अक्सर मां-बाप अक्सर मां-बाप दोषी हो जाते है जब बच्चे अपने जिंदगी के फैसले खुद लेने लगते है। धन्यवाद Quote Writer 107 Share Indu Singh 30 Apr 2024 · 1 min read मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की मुझे आरज़ू नहीं मशहूर होने की मैं कुछ की नजरों से बच कर रहना चाहती हूं जो पहचाते है बस वे ही पहचाते रहे इतना ही काफी है जीने के... Hindi · Attitude Quotes · Quote Writer 1 183 Share Indu Singh 27 Apr 2024 · 1 min read आनन ग्रंथ (फेसबुक) आनन ग्रंथ (फेसबुक) मिडिया पर आई एक नई किताब, नाम हैं जिसका आनन ग्रंथ (फेसबुक)। यह आनन ग्रंथ निराला है, लगता सबको प्यारा है। लॉग इन करके मित्र बनाते, और... Quote Writer 89 Share Indu Singh 25 Apr 2024 · 1 min read जिन स्वप्नों में जीना चाही जिन स्वप्नों में जीना चाही वे स्वप्न बिखर गए। दिल के अरमान आंसू बन बह गए। राह कौन सी अपनाऊं यह सोच थक गई। देख दुनिया में भीड़ को जीने... Quote Writer 1 142 Share Indu Singh 23 Apr 2024 · 1 min read इस तरफ न अभी देख मुझे इस तरफ न अभी देख मुझे मैं कविता की शब्दों को संवार लूं मेरा हर शब्द हो आईना उसे आईने में उतार लूं। Quote Writer 2 1 96 Share Indu Singh 22 Apr 2024 · 1 min read हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ हँसकर आँसू छुपा लेती हूँ मुस्कुराकर दर्द सह लेती हूँ रात गम में गुजार लेती हूँ दिल को कैसे समझाऊं? सुनते तो सब हैं मुझे अपनी बात को कैसे बताऊँ?... Quote Writer 1 149 Share Indu Singh 19 Apr 2024 · 1 min read जय श्रीराम जय श्रीराम मेरी सोच से आज के समय में सभी व्यक्ति सुख साधन से संपन्न और भाग्यशाली हैं। लेकिन, अति सौभाग्यशाली वे हैं, जिनके पास 'भोजन के भूख हो' नींद... Quote Writer 1 97 Share