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16 May 2024 01:41 PM

आप सही कह रहे है।
मैं सोचती हूं, कि दुनिया में कोई भी दुःखी न हो। सभी खुश रहें।

भाग्य लिखने का अधिकार यदि माँ को मिल जाता तो, शायद ही पृथ्वी पर कोई बचता क्योंकि प्रत्येक माँ चाहती है उसका बच्चा राजा हो… तभी तो वह अपने बच्चे को राजा बाबू कहती है और बेटी को राजकुमारी…। और अगर ऐसा होता तो चारो तरफ राजकुमार और राजा युद्ध कर रहे होते और एक दूसरे को मार रहे होते।

हाँ माँ का जीवन में अतुलनीय योगदान हैं किंतु सभी माताओं की भी एक माता है, जिसके पास सभी का भाग्य लिखने का अधिकार है, उसे ही भगवान या विस्व माता कहते हैं..!!

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