Sunita Gupta Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sunita Gupta 13 Jun 2023 · 1 min read कविता हे राम हे राम,,,,,,,,,सहारा तेरा है। //////////////////////////// है राम ,,,,,,,,,,,,सहारा तेरा है। है श्याम,,,,,,, सहारा तेरा है। मेरा तेरे सिवा प्रभु अब नही। घनश्याम ,,,,,,,,सहारा तेरा है। नैया के खेवनहार,,,,,,तुम्ही, शबरी के... Hindi · कविता 212 Share Sunita Gupta 13 Dec 2022 · 1 min read जिंदगी मे तेरी याद आती रहे जिन्दगी में तेरी याद आती रहे। //////////////////////////////// जिन्दगी में तेरी याद आती रहे। याद तेरी मेरा गम भुलाती रहे। सोने देती नही याद तेरी मुझे, याद में आपकी मुस्कुराती रहे।... Hindi · कविता 159 Share Sunita Gupta 3 Nov 2022 · 1 min read अर्पित प्रेम अर्पण ये तनमन ////////////////// अर्पण के तन मन से मां तेरे चरणन जन्मदिन यह तेरा करें तेरा अर्चन अहोभाग्य सबका पधारी स्वयं मां, त्रिलोकी स्वामिनी ममता की प्रतिमा। आंखों में... Hindi · कविता 159 Share Sunita Gupta 8 Oct 2022 · 1 min read भ्रमण प्रातः कालीन भ्रमण //////////////////////// प्रातः काल सैर करने से यह जीवन सुखदाई है। जंगल,खेत,बागमें जाकर नियमित करो घुमाई है। मन प्रसन्न इससे होता है रोग पास न आते है। शीतल,मंद... Hindi · कविता 163 Share Sunita Gupta 20 Jun 2022 · 1 min read आज का इंसान है सिर्फ श्री मान आज का इंसान है सिर्फ श्री मान ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, न रहा उसके पास आत्म ज्ञान । रफ्तार है तेज न देखा पीछे क्या है भूला न आया है ध्यान आगे यही... Hindi · कविता 126 Share Sunita Gupta 15 May 2022 · 1 min read कविता कविता का शीर्षक ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मै संसार मे सबको अपना बनाने की कोशिश किया करती हूं। ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, गम की दरिया मे रहकर, औरों का सहारा बनती हूं,।औरों के आंसू पीकर, मै... Hindi · कविता 161 Share Sunita Gupta 8 May 2022 · 1 min read मेरी मां Topic ..मेरी मां मेरी प्यारी मां तू कितनी प्यारी है। प्यारी है,जग है अधियारा,तू उजियारी है। शहद से मीठी है तेरी बातें। आशीष तेरी जैसे हो बरसाते , डांट तेरी... Hindi · कविता 231 Share Sunita Gupta 26 Mar 2022 · 1 min read कविता नीर भरी दुख की बदरी बो चली गई महादेवी जी इस दुनिया मे न रही सरस्वती के आप तो अनुरूप थी वेदना की आप तो प्रतिमूर्ति थी वेदना भी स्वम... Hindi · कविता 1 168 Share Sunita Gupta 26 Mar 2022 · 1 min read हास्य कविता हास्य कविता यक रिक्शे वाले से पूछे, स्टेशन लै चलिये। हमरी सूरत देख के बोला, तुम भाडा दै पाइहौ।। फर्स्ट क्लास के दस रुपया है, सेकंड क्लास कै चार। थर्ड... Hindi · कविता 1 303 Share Sunita Gupta 24 Mar 2022 · 1 min read स्वप्न आँखों मे बसे कुछ सपने है, कभी होंगे सच तो कुछ रह व् छूट जाते है । सपनो की दुनिया मे अजीब कश्मकश है। बन्द आँखों से दिखाई देता सब... Hindi · कविता 421 Share Sunita Gupta 23 Mar 2022 · 1 min read ज़िंदगी जिंदगी जिंदगी को जीने के लिए क्या चाहिए, एक साथी और समझदार बस इतना चाहिए। शिक्षा के अनुमान से, प्रकृति के विधान से, जिसका नाता हो, जिंदगी को क्या चाहिए,... Hindi · कविता 1 143 Share