Keshi Gupta 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Keshi Gupta 21 Sep 2023 · 1 min read किरायेदार किसी किरायेदार की तरह आया वो मेरे दिल मे हकदार बन बैठा दिल का बिना किसी ही लिखत पढ़त अकेला आया था वो मगर ऐसा लगा जैसे हम साय है... Hindi · कविता 2 386 Share Keshi Gupta 17 May 2023 · 1 min read ईश्वर का रुप मां नौ महीने गर्भ मे रख कर जीवन देती है मां ऊंगली पकड़ कर चलना सिखाती गिरने से संभालती है मां ईश्वर ने जोड़ा है संबंध बच्चे से कुछ ऐसा सारा... Poetry Writing Challenge 1 840 Share Keshi Gupta 16 Apr 2022 · 1 min read पिता क्या कहे पिता के बारे में कैसे व्यक्तित्व को बयां करें साया पिता का हो जिस पर वह इत्तराता है किस्मत पर रक्षा कवच होता है पिता परिवार का ढोता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 11 11 794 Share Keshi Gupta 30 Oct 2021 · 1 min read Time Flies Time flies but memories stay Try hard n create sweet memories Live each moment with passion Cut the crap n no nonsense Dance on music of breath Feel free n... English · Poem 1 437 Share Keshi Gupta 29 Aug 2021 · 1 min read Roller Coaster Ride Life is a roller coaster ride Sometimes up sometimes down One has to work hard for survival Karma has it's own play You get the fruit Which seed you sow... English · Poem 1 528 Share Keshi Gupta 3 Jul 2021 · 1 min read Super power Life stopped since Corona started Whole world got immensely effected Virus travelling through humans Transmitted from one to another Took many lives under its impact Its look like earth turned... English · Poem 1 2 722 Share Keshi Gupta 28 Jun 2021 · 2 min read अहसास सुधा दफ्तर खत्म होने के बाद जब शाम को घर पहुंची तो गुस्से से झल्ला उठी । दफ्तर का काम करने के बाद घर पहुंचो तो घर फैला मिलता है... Hindi · कहानी 2 360 Share Keshi Gupta 1 Jun 2021 · 2 min read क्या हम युग परिवर्तन की ओर बढ़ रहे हैं ? सृष्टि का अपना चक्र है। पुरातन ग्रंथों पौराणिक कथाओ और इतिहास को पढ़कर यह ज्ञात होता है कि समय चक्र के अनुसार युग परिवर्तन होना निर्धारित है। इसलिए यह कहना... Hindi · लेख 1k Share Keshi Gupta 31 May 2021 · 1 min read मेरी कविता मेरी कविता मेरी कविता ऐसा एहसास है जिंदगी की धूप छांव को कहने का अंदाज है जो दिल से निकल छू जाए दिल को नफरतों के बाजार में प्यार का... Hindi · कविता 374 Share Keshi Gupta 29 May 2021 · 1 min read मन बरसते मेघ को देख भीगने को करता है मन उठती उमंगों में बहक जाने को करता है मन उठती मिट्टी की महक से महक जाता है मन यार की यादों... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 6 665 Share Keshi Gupta 19 Jan 2021 · 2 min read कोविड-19 और अब बर्ड फ्लू का शिकार मानव प्रकृति की संरचना में हर जीव पदार्थ का अपना महत्व है। मानव एक ऐसा प्राणी है जिसे प्रकृति ईश्वर की तरफ से दिमाग दिया गया है। जिसकी वजह से वह... Hindi · लेख 466 Share Keshi Gupta 19 Jan 2021 · 1 min read कोरोना कभी होता था सन्नाटा रातों को जो आज फैला चारों तरफ दिन में भी वो रोशन होते हुए भी दिखता सुनसान खामोश है दिन ना स्कूल, ना दफ्तर ,ना मीटिंग... Hindi · कविता 1 4 334 Share