Riya Gupta 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Riya Gupta 22 Jun 2020 · 1 min read प्रेम का चरित्र तुमने उसे प्रेम स्वीकार भर करने का अधिकार दिया, प्रेम करने वाली स्त्रियाँ तुम्हारें लिए चरित्र हीन हो गयीं, तुमने प्रेम का भी चरित्र गढ़ दिया. तुम पुरुष हो तुम... Hindi · कविता 4 2 311 Share Riya Gupta 22 Jun 2020 · 1 min read जीवन और प्रेम जीवन की धूप में थक कर मैंने प्रेम की छांव खोजी.. प्रेम की आंच में तप कर मैंने कला की पौध रोपी.. इस पौध की ओट से अब भी आती... Hindi · कविता 2 2 535 Share Riya Gupta 22 Jun 2020 · 1 min read बसंत आज जीवन का एक और बसंत कट गया... ये पतझड़ क्यूँ नहीं कटता? और तुम क्यूँ नहीं आते मेरे बालों में मोगरा सजाने? तुम कहीं हो भी या नहीं? और... Hindi · कविता 3 1 537 Share Riya Gupta 17 May 2020 · 1 min read भूख मजदूरों की लाशों पर पहले नेता सेंकते हैं राजनीति की बेशर्म रोटियां, फिर उनको पलटकर तुम सेंकते हो आत्मा विहीन कविताएँ. "उनको सत्ता की भूख है तुमको वाह-वाह की" 16/05/20... Hindi · कविता 3 14 489 Share Riya Gupta 12 May 2020 · 1 min read आग वो कैसे बुझेगी जो किनारों संग पली हो वो भंवर से क्या डरेगी आंधियां जिसका मसीहा आग वो कैसे बुझेगी... पंख जो कतरे गए थे देख लो फिर आ गए हैं, पंछियों के... Hindi · गीत 1 6 316 Share Riya Gupta 12 May 2020 · 1 min read होना चाहिए रंगी पुती सी सूरतों पर भी चढ़ी हैं सूरतें आईना कह रहा हर इक के हाथ पांव होना चाहिए गज़लें नहीं कहतीं पढ़ा जाना सुना जाना मगर खामोश चीखों की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 266 Share Riya Gupta 1 May 2020 · 1 min read तो क्या होगा? मेरे बाबुल की गुड़िया हूं, मुझे मां ने संवारा है, तू मिट्टी का खिलौना ही, समझ बैठा तो क्या होगा? बड़े नाजों से पाला है, फूलों सा संभाला है, तू... Hindi · कविता 3 1 614 Share Riya Gupta 28 Apr 2020 · 1 min read उत्तर से दक्षिण की ओर उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ते, पीछे छूटता गया साफ आसमान और घेरते गये बादलों के झुंड, ये बादलों के वही झुंड थे जो घर लौटते वक्त मैंने आंखों में... Hindi · कविता 3 1 446 Share Riya Gupta 26 Apr 2020 · 1 min read लॉक डाउन, मरने का डर और चिठ्ठियाँ मरने का डर नहीं है, हाँ मगर डर है... उन चिट्ठियों के मुझसे नाराज़ हो जाने का, जो भावनाओं की पर्तों में अपनी गिनती बढ़ाती रहती हैं ये वही भाग्यशाली... Hindi · कविता 1 2 317 Share Riya Gupta 25 Apr 2020 · 1 min read सेकंड हैंड दिल बारिश की फुहारें, मीलों लंबी ड्राइव और हर इक मोड़ के साथ खुद में सिमटता झिझकता इश्क़, कार के शीशे से पीछे छूटती सड़क, साथ चलते वो दूर वाले पेड़... Hindi · कविता 2 4 585 Share Riya Gupta 25 Apr 2020 · 1 min read सर्वाइवल और कला सर्वाइवल और कला में से यदि चुनना पड़े, तुम सर्वाइवल ही चुनना क्योंकि कला तो स्वयं ही तुम्हें चुन लेगी। ये तुम्हारी इच्छा, प्राथमिकता या अनुमति पर निर्भर नहीं। रिया... Hindi · कविता 1 1 311 Share