Dr.sima Tag: कविता 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.sima 26 Oct 2022 · 1 min read जीवन तप है। जीवन तप है, संघर्ष है क्लेश युक्त है। इसीलिए परमेश्वर हैं। जो साथी बनकर मौत के बाद भी रक्षक है। अपने अविराम का भाषा हैं मौत। पर ईश्वर के नजर... Hindi · कविता 6 5 452 Share Dr.sima 26 Oct 2022 · 1 min read दिल और जज्बात मेरे। दिल खास है क्या बात है ईश्वर का दिल ही मानवता में खास हैं। लगता है सौगात है। सौं 100 वर्ष उम्र लेकर क्या करोगे बस दिल की कुछ उम्र... Hindi · कविता 6 4 188 Share Dr.sima 17 Oct 2022 · 1 min read सीता सुकुमारी युग बीत गए कलंक बड़ा भारी है। आज भी सीता सुकुमारी है। व्यर्थ की जिंदगी छोड़ दें, अपने को नया मोड़ दें। स्वंय को बदल डालो अपने- आप से, डटकर... Hindi · कविता 4 6 172 Share Dr.sima 4 Oct 2022 · 1 min read मानवीय ताउम्र ना खुश रहें खुशी को सोच कर,तू मिला भी नाचीज़ बनकर। उम्र गुजरती गयी।विश्वास ,ख्वाब ,हकीकत सब बिखरते गये शरीर और मेरे घरौंदों की उम्र ढलती रही। ताउम्र ना... Hindi · कविता 2 230 Share Dr.sima 4 Oct 2022 · 1 min read दुर्गा मां से प्रार्थना नवनीत आंचल में हमें समेट लें। पुरखों की भूमि में हमें उड़ेल दे। मरते दम की आरजू हैं। कभी तो बन सकूं तेरे चाहतों जैसे ममता के मूरत में प्रेम... Hindi · कविता 1 306 Share Dr.sima 4 Oct 2022 · 1 min read फिर से दर्शनें को। बौख रहा मेरा मन तड़प रहा मेरा मन नवजीवन पाने को फिर से दर्शानें को जीवन-चक्र इसी पर चलता हैं। मौत भी इसी पर टिका है। धूरी जीवन-मौत की धरी... Hindi · कविता 99 Share Dr.sima 2 Oct 2022 · 1 min read आपके पास क्या बहाना हैं। ये तो नया जमाना हैं। खूब चलती यहां झूठ ये चलन तो पुराना हैं। आज आपके पास क्या है बहाना ये तो नया जमाना हैं। खूब चलती यहां झूठ क्योंकि... Hindi · कविता 1 2 200 Share Dr.sima 27 Sep 2022 · 1 min read भीखमंगे हैं हम सब। मांगती हूं हम सब कुछ ना कुछ हर रोज। वो ईश्वर है जिसके आगे सब हैं नतमस्तक। नास्तिकता को छोड़कर, मोह, संभाल ले अपने संयम का। नास्तिकता संयम दिखाता है,... Hindi · कविता 152 Share Dr.sima 25 Sep 2022 · 1 min read छुपकर कबीर गुरु की ओर से माफी मांगे मेरा मन क्यों उल्टा बोले जो सरलता को बांधे।खरी -खरी बात दुश्मन सा लागे। सत्यता, वैधता, जांचता के साथ उपहास तोड़ने के लिए... Hindi · कविता 1 226 Share Dr.sima 22 Sep 2022 · 1 min read जल उठा मेरा भोलापन। करु क्या इस भोलेपन को जिसे देख मचल उठा मन। तन का नवीन रूप है । उम्र भी कम हैं। Hindi · कविता 3 2 134 Share Dr.sima 5 Sep 2022 · 1 min read आत्म दीपो भव अपना दीपक स्वयं बनो, स्वयं की ज्योति से जगमगाए मानव अति सुंदर पात्रता जीवन की गहराई दे आकार। करें आत्म साक्षात्कार बंधन में तोड़ चुके घर भी छोड़ चुके। बहें... Hindi · कविता 3 2 1k Share Dr.sima 31 Aug 2022 · 1 min read जुनून संभल चलो साध चलो जीवन मंत्र संभाल चलो। विरह की ठंडी आग मत बैठा लेना दिल से धड़कन तक अभी तो जवानी छाई नित - नूतन आई। जज्बा है तो... Hindi · कविता 1 2 264 Share Dr.sima 31 Aug 2022 · 1 min read प्रभु प्रभु जय जय जय कार हो। तुझ से परे ना हो मेरा जीवन। मैं की परिभाषा जीव से ही जुड़ा है। खुद से आत्मसाक्षात्कार का नाता है। खुद ही भाग्य... Hindi · कविता 1 99 Share Dr.sima 4 Aug 2022 · 1 min read इज्जत नहीं है पैसा । रिश्ते के टूटते डोर से कब तक रक्खों प्यार को थाम कर गिर चुका है जो चंद ही लम्हों में वर्षों की बात वहां क्या करनी है। फक्र करो उन... Hindi · कविता 286 Share Dr.sima 31 Jul 2022 · 1 min read तमन्ना अनूप मोहब्बत को मोहब्बत के नाम होना चाहिए। नहीं तो इश्क सरेआम करना चाहिए। जिंदगी दो पल की है । हर सांस में उनका सुमरिन करना चाहिए। मोहब्बत मोहन है,राधा मेरा... Hindi · कविता 1 305 Share Dr.sima 12 Jul 2022 · 1 min read स्थान राजस्थान। हाडा रानी बोल रही हूं। पद्मावती का जौहर इतिहास देख चुका है, बोलने की तो कोई बात ही नहीं। झांसी की रानी उसकी कभी ना हुई तलवार पुरानी। कहानियां बहुत... Hindi · कविता 1 190 Share Dr.sima 12 Jul 2022 · 1 min read रेगिस्तान। रेगिस्तान वह तपिश है। जहां मुस्लिम औलिया संत हुई थी। गुलामों के लिए भी दुआ करती थी। गुलाम ने जब छोड़ा तब। रेगिस्तान को च चुनी थी। वहीं से निकला... Hindi · कविता 1 210 Share Dr.sima 10 Jul 2022 · 1 min read रेगिस्तान रेगिस्तान के बुंदे अपनी दरार मिटा दें। जय राजपूताना हाडा रानी का आशीर्वाद महाराणा प्रताप का भाला अकबर का ठिकाना ज्ञानवापी मुद्दा स्नातक द्वारा स्थापित मां करणी का आशीर्वाद झांसी... Hindi · कविता 1 210 Share Dr.sima 10 Jul 2022 · 1 min read मैं डरती हूं। अपनी कमियों से डरती हूं। अपनी अज्ञानता से करती हैं। जीवन अनमोल है। मौत से डर की से, संघर्ष से भागती हूं। संघर्ष जीवन से भी डरती है। रेपिस्ट्स एजेंसी... Hindi · कविता 4 2 378 Share Dr.sima 27 Jun 2022 · 1 min read कथानायक कथानायक जैसे जी उठूं। कथानायक जैसे पहले ही मौत जीवन जी लूं। कैसा रहेगा येअर्पण मेरे भावों का मैया यशोदा। कैसा रहा समर्पण मेरे नंद बाबा,अगर ले आऊं सचमुच तेरी... Hindi · कविता 1 197 Share Dr.sima 27 Jun 2022 · 1 min read मानवता झलक जा रहे कहीं से रे। कर्म की लेखा-जोखा में मानव तू गिरा रे, मिलावटखोरों के रुधिर से ,वर्ग , विवाद। युद्ध की भीषण आग में भी तो है रे।... Hindi · कविता 3 2 296 Share Dr.sima 25 Jun 2022 · 1 min read भारत बनाम (VS) पाकिस्तान धरा पर वास करने वाले जरा जरा पास आकर सच के साथ देखें। बरसों से तुमने खोया ही हैं। पाया हैं क्या माँ को बांटकर । क्षेत्र बाँटते परिक्षेत्र बाँटते... Hindi · कविता 4 374 Share Dr.sima 23 Jun 2022 · 1 min read जीवन जीत हैं। जीवन जीत हैं। सुख-दुःख मीत हैं। मौत अंतिम किनारा है। जो जग से हारा जीवन नित सुंदर खिलते हैं उपवन लगे फूल। अपनी स्त्रष्ट्रा के लिए। मनमोहक दृश्य हैं। जीवन... Hindi · कविता 3 417 Share Dr.sima 17 Jun 2022 · 1 min read कोहिनूर सरेआम गुनाह कबूल करती हूँ। बदले में गमगीन दर्द रोज पीती हूं। दर्द इतना हैं बता पाती अगर मेरे होते। दुनियाँ दर्द ढ़ोती हैं अपने दर्द तो सभी सीने से... Hindi · कविता 3 337 Share Dr.sima 10 Jun 2022 · 1 min read पुरुष का दर्द पुरुष का दर्द सुना नहीं जाता है। समझा नहीं जाता। मां के रुप में,बहन के रूप में उसके दर्द को समझा जाता है आज भी पुरुष के नजर में परम... Hindi · कविता 2 333 Share Dr.sima 10 Jun 2022 · 1 min read पिता बेफिक्र दुनिया में जिनके होते पिता। उम्मीदों भरा साथ, रहने का ढंग देता पिता। मेरे तन का माघ्यम पिता । संस्कार की ओज में मेरे जोश में मेरे पिता ।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 2 431 Share Dr.sima 29 Apr 2022 · 1 min read फरिश्ता से दुआ कर लो कबूल दो ना ये दर्द का शूल मुद्दतों से पड़ी हूं। अब तक अपने से ही लड़ी हूं। गुनाहगार ना होकर भी सजा पाते हैं। इश्क की... Hindi · कविता 2 304 Share Dr.sima 29 Apr 2022 · 1 min read व्यक्ति का दर्द दर्द, ना ही कहता है। अब नहीं, और नही दुआ करती हूं कि तु ना मिले कभी बददुआ की तरह। सौभाग्य कहलाने वाले मेरे दुर्भाग्य ना बन जिंदगी में इससे... Hindi · कविता 2 2 496 Share Dr.sima 16 Apr 2022 · 1 min read पिता दादा - दादी की लाड़ले मेरे पिता बड़े सौभाग्यशाली जिनके होते है पिता बेफिक्र दुनिया में जिनके होते हैं पिता। दुनियां में लाने वाले माध्यम, घर, पुरखों की भूमि की... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 13 26 353 Share Dr.sima 15 Apr 2022 · 1 min read सुमंगल कामना परम श्रेष्ठ सुमंगल कामना मधुर जप राम नाम हाथ जोड़कर लेना। सौभाग्य सहाय होई दीन के दीनबंधु होई। परम पूज्य पतिवर्ता नारी श्रीसीताराम सब पर सहाई। परम श्रेष्ठ सुमंगल कामना... Hindi · कविता 3 2 489 Share Dr.sima 14 Apr 2022 · 1 min read मृत्यु डराती पल - पल मृत्यु डराती पल- पल हे अमर जीवन (ईश्वर से ) गुजर जाय , ये विध्वंसक पल संभल जाए फिर से जीवन। छा जाए आनंद कोरोना का विकराल रूप देख चुका... Hindi · कविता 3 4 343 Share Dr.sima 11 Apr 2022 · 1 min read अथक प्रयत्न सही मोड़ दो अपने को या नकारात्मक मोड़ दे रहे हो अपने को मोड़ तो पूरा होश रखो। यही मोड़ व्यक्ति को गिराती -उठाती हैं। कर लो तनाव दे दो... Hindi · कविता 3 300 Share Dr.sima 10 Apr 2022 · 1 min read नुमाइश बना दी तुने I दर्द में जीने की आदत हो गई है, मुझे अब तो रिश्तों को सीने की आदत हो गई मुझे। ये टुकड़ा है हृदय का जिसे नुमाइश बना दी तुने ।... Hindi · कविता 4 2 674 Share Dr.sima 9 Apr 2022 · 1 min read प्रयास जुट जाओ सही प्रयास में, छोड़ों झूठी, टूटी आस को, ढूंढो अपनो को तो, अपनी कमी और खूबी दिख जाएगी। और इस कमी को दूर करो, दुःख कम हो जाएगी।... Hindi · कविता 4 2 488 Share Dr.sima 9 Apr 2022 · 1 min read किसान किसान सबसे अलग ही पहचान खेत जिसकी आन -बान - शान जरूरत से ज्यादा मजबूर सबसे ज्यादा परेशान देश की आन- बान -शान आज वही सबसे ज्यादा परेशान सरकार बजट... Hindi · कविता 3 6 195 Share Dr.sima 8 Apr 2022 · 1 min read साथी (ईश्वर) सूनेपथ ( जीवन - मौत) के अविचल साथी बसहि मन अमिट मानसी मिलहि मेरे दिन - राती (नित्य जीवन ) आवत न कछू मोहे विगत पर भार समान सोहे कुछ... Hindi · कविता 2 146 Share Dr.sima 7 Apr 2022 · 2 min read वेश्या ( व्यक्ति, उसमें खासकर पुरुष ये शब्द बोलते ,उसी नजर से नजरिया तक कोई तो मिला होता जिसमें सब्र दिखा होता कहते हैं औरत नर्क का द्वार हैं । पर ये बात हैं ,जो सभी पर लागू हो सकते। वेश्या को रोज जान... Hindi · कविता 1 373 Share Dr.sima 5 Apr 2022 · 1 min read मेरा संपूर्ण महाभारत संकल्प, विकल्प विचारों में मैं रोज गिरती- उठती हूं। मैं प्रतिपल लड़ती हूँ । मेरा अर्जुन ( शुद्धतम रूप)खो गया। बोले केशव मैं क्या करूं। ना द्रौपदी चिर सखी तेरी... Hindi · कविता 3 3 252 Share Dr.sima 3 Apr 2022 · 1 min read खोते जा रहे हैं हरेक पड़ाव पर उम्र खोते जा रहे हैं मुकम्मल जिंदगी करने के लिए अतिरिक्त पेशा ढोते जा रहे है। जरूरत के फेर में चैन खोते जा रहे हैं। विश्व विवशता... Hindi · कविता 1 185 Share Dr.sima 2 Apr 2022 · 1 min read नारी (सहनशक्ति) धैर्यता अभी तक गौण रहा हैं। नारी का जीवन मौन रहा हैं। ना कोई इतिहास रहा हैं। ना उत्पादक में नाम रहा है। जीना सिर्फ त्याग रहा है। वफा के नाम... Hindi · कविता 2 2 368 Share Dr.sima 2 Apr 2022 · 1 min read आधुनिक नर से नारी ना तुम राम ना मैं सीते सौ मुश्किल के बाद हम मिलते हैं । पुनः जीवन में मुश्किल खड़ा कर रहे हो। अपनी आदत छोड़ दो । गमों से नाता... Hindi · कविता 1 175 Share Dr.sima 31 Mar 2022 · 1 min read क्षण भर में मात्र बात सदियों की करते हैं। जिदंगी उम्र गुजर जाती हर पल में, साँसे उखड़ जाती एक़ क्षण में, संसार में परिवर्तन हैं अंतिम क्षण में भी, बिखरने से पहले अमिट... Hindi · कविता 1 134 Share Dr.sima 26 Mar 2022 · 1 min read माँ-बाप दुनिया में लाये गयें बच्चों के माध्यम है माँ - बाप परवरिश के रचनाकार है माँ - बाप मेहनत ,जिम्मेदारियो के साथ कर्तव्य निभाते हैं माँ - बाप अपना फर्ज... Hindi · कविता 175 Share Dr.sima 23 Mar 2022 · 1 min read युद्ध युद्ध कभी भी अच्छा नहीं होता। कोई काल हो कोई समय हो बस लड़ाई और अंतहीन तबाही जब कोई विकल्प नहीं बचता अधिकार का जब हनन होता वहां युद्ध हो... Hindi · कविता 1 233 Share Dr.sima 7 Mar 2022 · 1 min read गूंगी पीड़ा सूनापन संग हैं। हर रंग बेरंग हैं। विधवा का तन है। परित्यक्त का मन है। बेजान जीवन हैं। कहरता हर - पल हैं। गूंगी पीड़ा जेहन हर पहर हैं। दर्द... Hindi · कविता 355 Share Dr.sima 1 Mar 2022 · 1 min read विश्व बंधुत्व विश्व बंधुत्व का नारा है। देता हैं भारत देश हमारा मानवता में ही जीवन सारा हैं। विध्वंसक अहंकार हर पल जीवन- मृत्यु डराती पल पल स्वयं को जो साध लिया... Hindi · कविता 755 Share Dr.sima 17 Feb 2022 · 1 min read आज का व्यक्ति आज का व्यक्ति छिप रहा है व्यक्तित्व के गूंगेपन में जी रहा है व्यक्ति दो पाटन के बीच में स्थिति है यह आज। अस्तित्व कह रहा है व्यक्ति में सच... Hindi · कविता 2 2 167 Share Dr.sima 13 Feb 2022 · 1 min read आधुनिक भारत प्रबुद्ध भारत, अभ्युदय भारत संघर्षशील भारत विकासशील भारत, अखंड भारत। स्वाधीन भारत, समृद्धि की ओर भारत। मानवता के प्राण भारत वेदों के शान में भारत। विश्व गुरु स्वाभिमान में भारत।... Hindi · कविता 3 222 Share Dr.sima 7 Feb 2022 · 1 min read मोहताज कितने असहाय नजर आती है , वो कितने अहसास लिखूँ, डर लगता है। कही वक्त का लम्हा घायल ना हो जाए आज । युग बदला , चारों ओर परिवर्तन की... Hindi · कविता 1 185 Share Dr.sima 1 Feb 2022 · 1 min read स्वाधीन स्त्री नई ( स्वाधीन ) स्त्री कब जन्मोंगी तुम । अपने अस्तित्व के लिए कब जन्मोंगी तुम । नई स्त्री कब जन्मोंगी तुम । नव निर्माण की है जरूरत मन को... Hindi · कविता 2 3 421 Share Page 1 Next