MANSI PAL Tag: कविता 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid MANSI PAL 18 Feb 2022 · 1 min read कोशिशें... यूँ सिमट करके तू कब तलक बैठेगा कोशिशें कर तेरा कुछ नहीं जायेगा इन अँधेरों से हिम्मत ना हारा अगर तो सवेरा नया लौट कर आएगा तू अगर है सही... Hindi · कविता 1 1 247 Share MANSI PAL 30 Dec 2021 · 1 min read अपना मन...??? अपनों से मिलते धोखों से धीरे- धीरे टूट रहा है अब तक सच जिसको समझा था वो सब तो बस झूठ रहा है हासिल जो भी हुआ था अब तक... Hindi · कविता 1 1 216 Share MANSI PAL 29 Dec 2021 · 1 min read घर की बड़ी बेटी... परिवार की उम्मीदों का आधार होती है घर की बड़ी बेटी सबसे ज्यादा जिम्मेदार होती है। माँ-पापा, दादा-दादी का लाड़-प्यार होती है, घर की बड़ी बेटी... अपने से छोटों की... Hindi · कविता 2 2 925 Share MANSI PAL 28 Dec 2021 · 1 min read मैं बेरोजगार हूँ। (एक बेरोजगार का दर्द) मौजूदा हालातों का मैं एक शिकार हूँ, आओ मिलो मुझसे, मैं बेरोजगार हूँ। इन विषम परिस्थितियों में बेबस हूँ, लाचार हूँ, आओ मिलो मुझसे, मैं बेरोजगार हूँ। आती-जाती सरकारों के... Hindi · कविता 3 5 274 Share MANSI PAL 5 Dec 2021 · 1 min read मेरी बेस्ट फ्रेंड्स... मेरे बड़े से मैदान की लम्बी और चौड़ी चारदीवारी के अंदर हर सुबह वो जरूर आती हैं गुनगुनाती हैं, चहचहाती हैं और... अपनी आवाज में मुझे बुलाती हैं माँ के... Hindi · कविता 3 4 186 Share MANSI PAL 4 Dec 2021 · 1 min read नहीं भूलूँगी... पापा का स्नेह, प्यार, आशीर्वाद और, माँ के आँचल की छाँव नही भूलूँगी। भूल जाऊँ शायद उस ख्वाब के शहर को, पर कभी अपना गाँव नहीं भूलूँगी। बचपन की शरारतें... Hindi · कविता 4 8 243 Share MANSI PAL 14 Nov 2021 · 2 min read वो बचपन का सफर... वो गुजरा हुआ लम्हा थोड़ा अनजाना था, वो बचपन का सफर कितना सुहाना था। ना मतलब था किसी दुनियादारी से, बस सारा दिन खेलना और खाना था। वो बचपन का... Hindi · कविता 1 2 542 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read तुझे मैं क्या कहूँ? तुझे मैं हकीकत कहूँ, या कोई ख्वाब कहूँ, मंजिल मान लूँ तुझे, या फिर तलाश कहूँ, इस भीड़ में तुझे , अजनबी या खास कहूँ, मुश्किल सवाल या , आसान... Hindi · कविता 2 4 258 Share MANSI PAL 13 Nov 2021 · 1 min read इंसानियत ना मरे कभी... हे मानव! अगर इंसान खुद को कहता है तो इंसान से प्यार कर, असफलताओं से सीख लेकर कोशिश बार-बार कर, बड़ों के आशीर्वाद से अपने जीवन को कृतार्थ कर, जिंदगी... Hindi · कविता 1 2 322 Share MANSI PAL 9 Nov 2021 · 1 min read शिकायतें तो बहुत हैं- शिकायतें तो बहुत हैं- इस वक़्त से, इन हालातों से, खुद से, अपने जज्बातों से। इन दर्दों से, इन धोखों से, सर्द हवाओं के झोंकों से। तुमसे जो कि थी... Hindi · कविता 3 9 226 Share MANSI PAL 4 Nov 2021 · 1 min read कुछ खास बनाते हैं। मायूस चेहरों पर खुशियाँ लाते हैं, आइए इस दीवाली को कुछ खास बनाते हैं। अपने घर की थोड़ी रोशनी , उन अँधेरो से गुम बस्तियों में बाँट आते हैं आइए... Hindi · कविता 2 3 235 Share MANSI PAL 1 Nov 2021 · 1 min read गुजारिश... मैं गुजारिश करूँ इक रहम मुझपे कर तू ख्यालों में बन जा मेरा हमसफ़र तुझपे आकर टिकी है मेरी अब नजर साथ में तू मेरे फिर रहे उम्र भर राह... Hindi · कविता 4 253 Share MANSI PAL 27 Oct 2021 · 1 min read यार... फिर, ऐसे कैसे? ना हम कुछ कह सके, ना तुम सुनने को तैयार हुए, यार... फिर, ऐसे कैसे? हम दोनों यार हुए। ना मोहब्बत का खुमार चढ़ा, ना इश्क में बीमार हुए, यार...... Hindi · कविता 2 5 398 Share MANSI PAL 21 Oct 2021 · 1 min read काश! तुम वैसे होते... तुम्हारा हर सुलूक मेरे लिए, एक साजिश और धोखा था, काश! तुम वैसे होते, जैसा मैंने सोचा था। तुम्हारी फितरत कुछ और थी, मेरी समझ में ही कुछ लोचा था,... Hindi · कविता 4 6 224 Share MANSI PAL 25 Aug 2021 · 1 min read आलस्य ओ आलस! क्यों रोक रहा है मुझे लक्ष्य तक जाने में तू ही राही की बाधा है मंजिल तक पहुँचाने में जोश शिथिल तू कर देता है हौसलों को आजमाने... Hindi · कविता 3 341 Share MANSI PAL 30 Jul 2021 · 1 min read बदल दे किस्मतों को तू... तककलुफ् क्या तुझे, हाथों को क्यूँ बाँधे खड़ा है तू गलत था मान ले, क्यूँ बेवजह जिद पे अड़ा है तू ये जो संसार है सारा, तुझे है जीतना इसको... Hindi · कविता 3 7 251 Share MANSI PAL 29 Jul 2021 · 1 min read इतने भी बेदर्द नहीं हैं। माना हम हमदर्द नहीं हैं वादों के पाबन्द नहीं हैं पंछी हम उन्मुक्त गगन के अंतर्मन में द्वंद नहीं हैं जो कहते हैं सच कहते हैं कोई भी छल-छंद नही... Hindi · कविता 4 4 280 Share MANSI PAL 28 Jul 2021 · 1 min read पापा के होने से... पापा के होने से घर चलता है परिवार का संसार सुधरता-सँवरता है तिनका-तिनका जुटाकर पूरा आशियाना बनता है सम्बन्धों की बुनियाद, रिश्तों का ठिकाना बनता है अच्छा- बुरा दौर आकर... Hindi · कविता 3 6 242 Share MANSI PAL 28 Jul 2021 · 1 min read बेरोजगारी... बेरोजगारी का विस्तृत बाजार फैला है हर युवा के कन्धों पर जिम्मेदारियों का थैला है हैं शिक्षित युवा जो भृमित हो रहे हैं परेशानियों को कन्धों पर ढो रहे हैं... Hindi · कविता 3 2 251 Share MANSI PAL 14 Jul 2021 · 1 min read उम्मीदों का सहारा दिन में भी अब अँधेरा-सा लगता है अपना घर भी रैन-बसेरा सा लगता है बेहद निराश हूँ आसपास के माहौल से ये जीवन किसी उदास सवेरा सा लगता है इस... Hindi · कविता 1 209 Share MANSI PAL 11 Jul 2021 · 1 min read जुदाई का गम... उनकी जुदाई का गम बहुत सता रहा था मुश्किलों का मंजर मेरे करीब आ रहा था किसी अनहोनी की आशंका से दिल घबरा रहा था मेरा वजूद अश्कों में बहा... Hindi · कविता 239 Share MANSI PAL 9 Jul 2021 · 1 min read जिंदगी 'आज' है। जिंदगी... अनुभूतियों का अहसास है अपनों की तलाश है गमों की कड़वाहट औऱ खुशियों की मिठास है उलझे- सुलझे रिश्तों का धोखा और विश्वास है टूटते हुए उन ख्वाबों का... Hindi · कविता 1 2 411 Share MANSI PAL 7 Jul 2021 · 1 min read कोशिश करते ही जाना तुम है कठिन डगर, बाधाएँ बहुत पर राही ना घबराना तुम सीने में लक्ष्य सदा रखना मंजिल का पता लगाना तुम ये वक़्त सताए कितना भी इसके संग ना थम जाना... Hindi · कविता 282 Share MANSI PAL 6 Jul 2021 · 1 min read बदलता वक़्त वक़्त के बदलावों से ना भरमाइए ये जरूरी हैं यह मानकर इन्हें अपनाइये खुद भी समझिए औरों को भी समझाइये वफ़ा करिए अपनों से ना दूरियाँ बढ़ाइये सही रास्ते पर... Hindi · कविता 272 Share MANSI PAL 6 Jul 2021 · 1 min read एक बूढ़ी माँ की करुण पुकार... तूने जुल्म-औ-कहर मुझपे ढाया बहुत वक़्त-बेवक़्त मुझको सताया बहुत मैं जननी हूँ तेरी ये भूला है तू दर्द देना मुझे,तुझको भाया बहुत। Hindi · कविता 183 Share MANSI PAL 4 Jul 2021 · 1 min read कर तूने जो ठाना है। थक कर कैसे बैठ गया तू कर तूने जो ठाना है नहीं मिली है मंजिल तेरी लक्ष्य अभी अनजाना है माना कि बाधाएँ बहुत हैं दुश्मन सारा जमाना है पर... Hindi · कविता 1 3 216 Share MANSI PAL 3 Jul 2021 · 1 min read जिंदगी-एक लंबा सफर जिंदगी के इस लम्बे सफ़र में कोई जीतता है तो कोई हारता है सभी की ख्वाहिशें हैं, मुकाम है अपना-अपना कोई मजबूरी में ही अपना मन मारता है यूँ तो... Hindi · कविता 1 200 Share MANSI PAL 2 Jul 2021 · 1 min read हौसलों की ताकत हौसलों की ताकत को आजमाने की जरूरत है, सोये हुए ख्वाबों को जगाने की जरूरत है मीलों का ये फासला तय हो जाएगा पल भर में बस इरादों को अमल... Hindi · कविता 246 Share MANSI PAL 2 Jul 2021 · 1 min read माँ... सारे जहां की खुशियों का सबसे खूबसूरत अहसास है माँ अपनों की नजदीकियों का स्नेहिल-सा आभास है माँ कभी भी न टूटने वाला एक अटूट विश्वास है माँ दुनिया के... Hindi · कविता 450 Share