Dheerja Sharma Tag: कविता 38 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dheerja Sharma 11 Aug 2024 · 1 min read सख्त बनो जिंदगी कठिन है नुकीली है टेढ़ी है सख्त है तुम नरम रहे तो लहुलुहान हो जाओगे टूट फूट जाओगे। अगर अस्तित्व बचाना है सख्त बनो सबल बनो.. **धीरजा शर्मा** Hindi · कविता · जिंदगी 37 Share Dheerja Sharma 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य शाश्वत है और शाश्वत के अस्तित्व पर संशय करना स्वयं को धोखा देना है। बिल्कुल वैसे ही जैसे सूर्य चंद्र वायु जल के अस्तित्व पर संशय करना। सत्य वहीं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 110 Share Dheerja Sharma 30 Jul 2023 · 1 min read होड़ ये निश्चित है कि मंज़िल है सभी की वहीं... उस पार। बस निश्चित नहीं कि कौन पहुंचेगा पहले ...मेरे यार! सबको जाना उस छोर फिर यहां... कैसी प्रतिस्पर्धा ! कैसी... Hindi · आपसी होड़ · कविता · रेस 87 Share Dheerja Sharma 11 Jun 2023 · 1 min read अब अग्नि परीक्षा न होगी कलियुग की नारी ने ठाना वो अग्नि परीक्षा न देगी। स्वाभिमान की खातिर अब वो अपने वर को त्यज देगी। नर राम कहो कब बन पाया? मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाया ?... Hindi · अग्निपरीक्षा · कविता · स्त्री 1 1 319 Share Dheerja Sharma 11 Jun 2023 · 1 min read फिर भी मैं परायी हूँ आंगन दीवारों में बरामदे , चौबारों में भीतर तक समायी हूँ और दादी तुम कहती हो फिर भी मैं परायी हूँ। अचार ,दाल ,भात में कटोरी, चम्मच परात में भीतर... Hindi · कविता · परायी · बेटी 1 194 Share Dheerja Sharma 3 Jun 2023 · 1 min read बूढ़ी माई के बाल भूरी आंखें, पिचके गाल उलझे उलझे बेतरतीब बाल। वह छोटा सा लड़का, मेरे पास आकर रोज़ दार्शनिक अंदाज़ में कहता लो आंटी जी बूढ़ी माई के लाल बाल कल हरे,... Poetry Writing Challenge · कविता · बालश्रम 1 341 Share Dheerja Sharma 31 May 2023 · 1 min read महाभारत जारी है अपने अपने कुरुक्षेत्र में हर एक खड़ा है। फ़र्क़ नहीं छोटा है या वो बड़ा है। कोई शहसवार है कोई पैदल तैयार है। किसी के साथ हैं भीष्म किसी का... Poetry Writing Challenge · 27 युद्ध · कविता 286 Share Dheerja Sharma 31 May 2023 · 1 min read गुरुदक्षिणा सुनो मेरे बच्चों जितना ज्ञान है मेरे पास बांटती रही हूं तुम लोगों में। और तुम इस अर्जित ज्ञान का प्रयोग करोगे आजीविका अर्जन में। एक ऊंचाई पर पहुंच कर... Poetry Writing Challenge · 26 गुरुदक्षिणा · कविता 163 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read पिता,पिता होता है पिता, पिता होता है, माँ नहीं होता। उसके पास होते हैं दो विशाल कंधे••• जिस पर बिठा अपने बच्चों को दुनिया घुमाना चाहता है। एक पहाड़ जैसा सीना••• जिसमें वो... Poetry Writing Challenge · 25 पिता · कविता 227 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read परिवर्तन नहीं फर्क पड़ता अब तानो का उलाहनों का शब्दों के बाणों का रुठने और मनाने का। नही सताती अब मुझे मायके जाने की इच्छा नही रुलाती अब मुझे घर वालों... Poetry Writing Challenge · कविता 2 364 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read बेटियां माखन सी नर्म और स्निग्ध होती हैं बेटियां। पाकर ज़रा सी उष्णता पिघलती हैं बेटियां। ज्यूँ पंखुड़ी गुलाब की ऐसा है इनका स्पर्श हल्की सी चोट मन पे लगे कुम्हलाती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 180 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read सूरज और दीया डूबते सूरज ने कहा मैं भी आराम चाहता हूँ मेरे अभाव में कौन ? प्रश्न जटिल था हर कोई मौन !!! कुछ देर सन्नाटे में रहा पूरा संसार फिर कांपती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 256 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read लम्हे खर्च हो गए ज़िन्दगी से लम्हे चुरा पर्स मे रखती रही फुरसत से खरचूंगी बस यही सोचती रही। उधड़ती रही जेब करती रही तुरपाई फिसलती रही खुशियाँ करती रही भरपाई। इक दिन फुरसत... Poetry Writing Challenge · 21 लम्हे · कविता 1 311 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read तमन्ना मैं खुद के पास आने चाहती हूं गमों से दूर जाना चाहती हूं अंधेरा बढ़ गया है मेरे भीतर सितारे तोड़ लाना चाहती हूं। छुपी है घर में इक डरपोक... Poetry Writing Challenge · 20 तमन्ना · कविता 1 196 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read खुशी तो तेरे पास रे मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास रे आस पास मैं फैली तेरे काहे भया उदास रे।। कल आयी थी मैं घर तेरे बारिश बन कर बरसी थी... Poetry Writing Challenge · कविता 269 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read गुल्लक यादों की मेरी गुल्लक है मेरी डायरी जिसमें जमा की हुई हैं मैंने ढेर सारी खुशियां, मुस्कुराहटें कुछ दस्तक, क़ुछ आहटें। कुछ उदासी और दर्द भी कुछ गर्म, कुछ सर्द भी। मेरा... Poetry Writing Challenge · 18 गुल्लक · कविता 253 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read आओ अहं को परे रख दें आओ अहं को परे रख दें किसी ताक पर। पिघला दें बर्फ जैसे मौन को संवादों की गर्मी से। थोड़ा तुम बढ़ो थोड़ा मैं और पहुंच जाएं वहीं पर जहां... Poetry Writing Challenge · 17 अहंसंदेह · कविता 1 272 Share Dheerja Sharma 29 May 2023 · 1 min read मुझे गाँव याद आता है बरसों बीत गए शहर में रहते पर जाने क्यों अब भी मुझे शहर अच्छे नहीं लगते। नादानी बेफिक्री की उम्र में जबरदस्ती समझदार बना दिये गए बच्चे , बच्चे नहीं... Poetry Writing Challenge · 16 शहर- गाँव · कविता 140 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read घर ये मकान .....जिस के बाहर प्लेट पर मैंने अपना नाम सजाया है जिसे बनाने के लिए मैने भारी भरकम कर्ज़ उठाया है चमचमाती टाइलों लगे फर्श शीशों वाली बड़ी बड़ी... Poetry Writing Challenge · 15 घर · कविता 1 1 367 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read वो लड़की जब भी मायके आती हूँ मिलना होता है एक छोटी सी लड़की से। खिड़की से बाहर झांकती हूँ तो दिखाई देती है वह छोटी सी लड़की जेठ दुपहरी में, नीम... Poetry Writing Challenge · 14 लड़की · कविता 1 76 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read आजकल 1बन्द हैं अलमारी में खा रही हैं दीमकें। बहुत उदास हैं किताबें उन्हें उठाता नहीं कोई। 2नाना नानी दादा दादी मम्मी भी और पापा भी सभी व्यस्त मोबाइल में कहानी... Poetry Writing Challenge · 12 आजकल · कविता 67 Share Dheerja Sharma 28 May 2023 · 1 min read माँ सब कुछ कर सकती है माँ.... समस्याओं से जूझ सकती है तकलीफों से लड़ सकती है नाकों चने चबवा सकती है भूख को....। माँ...... फाड़ सकती है धरती का सीना आसमान में सुराख कर सकती... Poetry Writing Challenge · 11 माँ · कविता 1 79 Share Dheerja Sharma 25 May 2023 · 1 min read ये बच्चियां वो बच्ची भाई को गोद मे ले लोरी गाती है जब तुतलाती सी तो माँ लगती है। उठा झाड़ू नन्हे नन्हे हाथों में बुहारने लगती है जब आँगन तो माँ... Poetry Writing Challenge · कविता 2 142 Share Dheerja Sharma 25 May 2023 · 1 min read एक नयी पहचान सुनो आदर्श औरत थक नहीं गयी क्या तुम आदर्श होने का बोझ ढोते ढोते ? सुंदर,सुशील, सुसंस्कृत, सुघड़ इतने लबादों के नीचे दबे दबे दम घुटता है तुम्हारा मैं जानती... Poetry Writing Challenge · 6 अच्छी औरत · कविता 1 129 Share Dheerja Sharma 25 May 2023 · 1 min read जब तुम आना ज़िन्दगी सुनो ज़िंदगी तुम जब भी आना विंड चाइम हिला कर गुड लक लाना। बरसा देना मेरे आँगन में थोड़ी सी धूप, थोड़ी सी छाँव। बना देना मेरे घर को थोड़ा... Poetry Writing Challenge · 10 सुनो ज़िंदगी · कविता 1 88 Share Dheerja Sharma 23 May 2023 · 1 min read सूरज, बादल और तुम सुनो कभी कभी न तुम मुझे सूरज जैसे लगते हो एक दम समय के पाबंद! चारों तरफ अपना ज्ञान का प्रकाश बिखेरते रहते हो। दिन भर ऊर्जा से भरपूर इस... Poetry Writing Challenge · 9 तुम · कविता 1 101 Share Dheerja Sharma 23 May 2023 · 1 min read कविता खुद हो जाती है मैं कब कविता कहती हूँ तुम कहते हो तुमको मेरी कविता नहीं सुहाती है। लेकिन मैं कब कविता कहती कविता खुद हो जाती है! प्यार तुम्हारा,गुस्सा-नफरत जब मुझको तड़पाती है।... Poetry Writing Challenge · 8 खुद ब खुद · कविता 1 104 Share Dheerja Sharma 18 May 2023 · 1 min read बस तुम चलना मत छोड़ना जब दुनिया तुमको तंग करे सारे दरवाज़े बंद करे। जब ग़मों ने तुमको घेरा हो ना रात के बाद सवेरा हो। असफलता डेरा डाले हो और सभी गिराने वाले हों।... Poetry Writing Challenge · 5 चलना · कविता 262 Share Dheerja Sharma 16 May 2023 · 1 min read संदूकची सपनों वाली माँ ने ले दी थी एक संदूकची दसवें जन्मदिन पर, कहा -खूब सपने जमा करना मेरी लाडो,इस बक्से में। और फिर बड़ी हो कर एक एक कर के देखना इन... Poetry Writing Challenge · 4 सपने · कविता 124 Share Dheerja Sharma 16 May 2023 · 1 min read मज़दूर दिवस बाबू कल मज़दूर दिवस है कल तुम नहीं काम पर जाना पूरी दुनिया मना रही है तुम भी दिवस ये खूब मनाना। मेरे स्कूल में भी तो कल ये दिवस... Poetry Writing Challenge · 3 मज़दूर · कविता 103 Share Dheerja Sharma 15 May 2023 · 1 min read बंटवारा बचपन में ही कर दिया था बँटवारा माँ ने घर के काम का। बेटी के हिस्से आया घर की झाड़ू पोंछा बर्तन बेटे के हिस्से बाजार से फल-सब्जी और राशन।... Poetry Writing Challenge · कविता 266 Share Dheerja Sharma 14 May 2023 · 1 min read दर्ज़ी हूँ मैं दर्ज़ी हूँ मैं रुमाल से रसोई तक रिश्तों से नातों तक सब दुरुस्त रखती हूँ।। उधड़ने लगते हैं जब रिश्ते। स्नेह-धागे से सिल कर फिर सही कर देती हूँ।। रफूगर... Poetry Writing Challenge · 1 दर्ज़ी · कविता 161 Share Dheerja Sharma 18 Jan 2021 · 1 min read मिट्टी हूँ # मिट्टी हूँ मिट्टी हूँ मैं कहाँ जाऊंगी? इधर से बह कर उधर पहुंच जाऊंगी। ऊपर से उड़ कर नीचे आ जाऊंगी। बैठ जाऊंगी नयी जगह नये पेड़ पत्तों पर।... Hindi · कविता 2 1 410 Share Dheerja Sharma 18 Jan 2021 · 1 min read रक्तदान #रक्तदान रक्त का दान महज दान नहीं महादान नहीं, ये प्राणदान है, जीवन दान है। बिल्कुल अपनों जैसा होता कोई निरा अनजान है! जन्म देना चाहे ईश्वर का काम है।... Hindi · कविता 1 1 348 Share Dheerja Sharma 4 Dec 2018 · 1 min read बेटे की विदाई बेटे की विदाई का मौका जब भी आता है उसकी तैयारी को जैसे सारा घर जुट जाता है। जूते चप्पल घड़ी चार्जर ढूँढ़ो तो ही मिलते हैं ऊपर से पापा... Hindi · कविता 3 1 363 Share Dheerja Sharma 4 Dec 2018 · 1 min read छोटे छोटे प्रयास सूरज भी कहाँ छू लेता है शिखर एक ही बार में अनन्त आकाश में। अपनों का साथ छोड़ना पड़ता है। चाँद सितारों से मुख मोड़ना पड़ता है। कुछ पाने के... Hindi · कविता 1 362 Share Dheerja Sharma 4 Dec 2018 · 1 min read छोटे छोटे प्रयास सूरज भी कहाँ छू लेता है शिखर एक ही बार में अनन्त आकाश में। अपनों का साथ छोड़ना पड़ता है। चाँद सितारों से मुख मोड़ना पड़ता है। कुछ पाने के... Hindi · कविता 1 483 Share Dheerja Sharma 11 Nov 2018 · 1 min read माँ जब कभी रिश्तों की गुत्थियां उलझ उलझ जाती हैं, तो माँ जाने कब चुपके से पास चली आती है। मेरे ख्यालों में उभरती है एक पुरानी सी तस्वीर, जिसमें 'मेरी... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 51 109 1k Share