DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Dec 2021 · 1 min read शर्त... बेशक तुम मुझे, गलत ही समझ लो पर अपने सही होने का, इत्मीनान कर लेना... नहीं रोने तुम्हारे दरवाजे, आकर मुझे गम चाहे जितने ऊँचे, अपने मकान कर लेना... सुनसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 721 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Dec 2021 · 1 min read कायदे... छोड़ दी है हमने अब, कामयाब होने की ज़िद सुना है झूठ के हाथों, बहुत खिताब बिकते हैं... वो ईमान का दम भरता रहा, झुकी कमर लेकर सालों जिसके बच्चे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 790 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Nov 2021 · 1 min read ग़मेंदिल... उसे रुलाने का, हक़ तो न था मुझे... जानें क्यूँ आँसूओं का सैलाब, उसे दे आए... घड़ीभर की, मोहब्बत के बदले ज़िन्दगीभर का ख़्वाब, उसे दे आए... इरादा तो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 501 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Nov 2021 · 1 min read मज़हब... मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे... इस जहाँ की रवायतें, है नामंजूर चाहे तो जिंदा, दफना दो मुझे... बेखौफ हम कहेंगे, हशरेहाल जहाँ का जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 603 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Nov 2021 · 1 min read अज़नबी... नज़दीक-दर-नज़दीक, हम आ रहे हैं मगर फ़ासले जाने क्यों, बढ़ते जा रहे हैं... इंतजार ले ना लें, जान हमारी पल-पल हम मरते, जा रहे हैं... जाने वो अज़नबी कैसा होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 380 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Nov 2021 · 1 min read इंकार का हक... आज मैंने इन साँसो की, कहानी लिख दी तुम्हारे नाम अपनी ये, जिंदगानी लिख दी... चाहे अपनाओं या चाहे, ठुकरा दो मगर इस दिल ने धड़कनों की, रवानी लिख दी...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 515 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Nov 2021 · 1 min read हिस्सा-ए-मोहब्बत... ना समझना कभी रुसवाईयों से, शिकायत होगी बात ज़रा ये है कि वो भी, हिस्सा-ए-मोहब्बत होगी... बेशक करना सितम, शौक से सह लेंगे तमाम कभी तो छूने की हमें, आपके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 340 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Nov 2021 · 1 min read बहती है मोहब्बत... इक बार तू, मुझतक आकर तो देख मेरी ही तरह, मुझको चाहकर तो देख... महसूस होगी तुम्हें, मुझमें हर खुशी एक बार ज़रा, गले लगाकर तो देख... मग़रूरीयत को छोड़,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 394 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Nov 2021 · 1 min read कोई साया... कोई साया बनके, साथ-साथ चलता है धड़कनों में शामिल, वो रिश्ते सा पलता है... सुकून के लिए काफी है, उसकी एक नजर देखना वो शख़्स फिर, रातभर जलता है... उम्मीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 652 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Nov 2021 · 1 min read इश्क खरा सा है... चाँद के अक्स में, इक चेहरा धुंधला सा है बुझे हुए प्यार से फिर, उठता आज धुँआ सा है... मैं अपने गीतों को, बाज़ार में उतार लाया एक-एक शब्द को,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 485 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Nov 2021 · 1 min read कदमों की धूल... जाने कैसा सुरूर, उसके दिल पर छा गया है कौन है जो दीवाने को, फिर दीवाना बना गया है... मौसम की तरहाँ जिसके, दिलबर बदला करते हैं सुना है फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 376 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Nov 2021 · 1 min read इक सुकून आँखों में... तेरे दिल से मेरे दिल को राह, होती भी रही ये सच था मग़र, पाकर तुझे मैं खोती भी रही... वो आ गया लेकर, जब ज़माने की नियामतें एक सुकून... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 354 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Nov 2021 · 1 min read खज़ाना... गुज़रे हुए वक़्त को, भूलाया नहीं जाता खोकर भी कभी-कभी, कुछ पाया नहीं जाता... पलकों तले मोतियों का, एक खज़ाना छुपा रखा था बेशकीमती चीजों को, खुले हाथों लुटाया नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 549 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Nov 2021 · 1 min read ख़ुशी के लिए... जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ... मयस्सर नहीं, रोशनी का कतरा भी मैं जल-जलकर, रातभर मर जाता हूँ... रोज़ एक ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 381 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Nov 2021 · 1 min read रातरानी के फूल... माहताब के ज़रिए, एक-दूजे को देखते रहे हैं अपने साथ हर वक्त, तुझे हम सोचते रहे हैं... एक बेचैनी, दोनों के दिलों में रातभर करवटें बदल के हमतुम, यहाँ जागते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 511 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Nov 2021 · 1 min read कौन जानें कल क्या हो... किसी सच को वो, देख नहीं पा रहा छा गया, हकीक़त पर कोहरा सा है... बंद हूँ आजकल, उजालों की कैद में हर तरफ आता नज़र, बस अंधेरा सा है...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 450 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Nov 2021 · 1 min read जाऊँ कहाँ... यूँ रस्में उल्फ़त ताउम्र ना निभाऊँ, तो जाऊँ कहाँ तेरी पनाह में सर को ना झुकाऊँ, तो जाऊँ कहाँ... मेरी अज़्म का सुबूत, निगाहें चौखट पे ठहरी तेरी एहसास-ए-बरतरी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 428 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 31 Oct 2021 · 1 min read फिर सोचती हूँ... दिल कहता है एक बार तेरे किए की शिकायत तो की जाए फिर सोचती हूँ इस बहाने कोई रिश्ता फिर से ना जुड़ जाए... बड़ी मुश्किलों और कोशिशों से समझाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 467 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Oct 2021 · 1 min read आजकल... कब से तेरी उम्मीद के, चिराग़ जलाए बैठे हैं हर शाम इस तरह से, गुज़ार रहे हैं आजकल... टूटा-टूटा, बिखरा-बिखरा जीवन का हर तार सुलझनें की बजाय, उलझते जा रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 573 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Oct 2021 · 1 min read ख़्वाब सिर्फ ख़्वाब ही रहे... मोहब्बत को कोई फरेब या ख़ुलुस-ए-पाक कहें है बात तो तब, जब मोहब्बत सिर्फ मोहब्बत ही रहे... फैलाकर झोली माँग लें, दौलत और शोहरत मगर कभी तो 'खुदा' की, बंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 546 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Oct 2021 · 1 min read शख़्स एक... एक अनजाना नशा-सा छा रहा है शख़्स एक, दुनिया से दिल में आ रहा है... मैं उसी के प्यार में, ग़ुम हो गई हूँ वो भी मुझमें, डूबता-सा जा रहा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 418 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Oct 2021 · 1 min read पात-पात हम चले... टूटे सपनों की सजाने, बारात हम चले बरसों बाद करने खुदसे, मुलाकात हम चले... जितने बढ़े फ़ासले, उतने ही करीब आ गए छोड़कर वादें, गले लगाने जज़्बात हम चले... आसमान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 590 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Oct 2021 · 1 min read सब्र के घूँट... बचा- बचा के रोज़, मैंने जिंदगी को जिया है हौसलों के साथ सब्र के घूँट को पिया है... तुम बात करते हो, कामयाबी देखने की मेरा साथ तो बस, ठोकरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 384 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Oct 2021 · 1 min read परवाह... एक परवाह ही, सारे रिश्तों का वज़ूद होती है... वरना दुनिया में हर रिश्ता, दाग़दार होते देखा है... अपने तो अपने होते हैं, की दुहाई देने वालों अपनों के भेष... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 591 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Oct 2021 · 1 min read अक्सर... यूँ इसकदर अपना किसी को, मानना अच्छा नहीं लोग अक्सर दिया हुआ, वापस छीन लिया करते हैं... नेकदिल होकर किसी को, अपनी चाहतें ना देना तुम लोग अक्सर हर किए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 538 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Oct 2021 · 1 min read ख़ामोशी का आलम... गुजरा ज़ख्म अपनें निशाँ छोड़ जाता है जिसतरहाँ काफ़िर, दीन-ओं-इमाँ छोड़ जाता है... ना फेंको पत्थर, उस खामोश बहते दरिया में कभी-कभी ख़ामोशी का आलम, तूफाँ छोड़ जाता है... बहार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 374 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Oct 2021 · 1 min read समर्पण... ये हसरत है कि दिल में उतर जाएं हम है इश्क़ आग का दरिया, तो पार कर जाएं हम... दर्द जमाने ने तुमको और मुझको दिए क्यों ना मिलकर, इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 464 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Oct 2021 · 1 min read दर्द... जानें कब, ये दर्द कम होगा मौत के साथ ही, दफ़न होगा... हँसी के बदले, मिले ज़ख्मों का दर्द ही खुद अब, मरहम होगा... रोशनी की तलाश हो तो, आना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 750 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Oct 2021 · 1 min read चाह हज़ार बाकी है... जिंदगीभर राह देखी, जिंदगी हमनें तेरी अब मरकर भी मौत का इंतजार बाकी है... साथ-साथ हँसकर, ये भी भूल गए पलकों तले आँसूओं की धार बाकी है... कभी ना करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 384 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Sep 2021 · 1 min read सिलसिला चलता रहे... ख़्यालों के काफिले का सफ़र, कभी खत्म तो हो मंज़िल ना सही, मगर इनका कोई रहगुज़र तो हो... चश्म-ए-तर से जो, बहे जाते हैं अश्क समंदर ना सही, मगर कोजा-ए-मुट्ठीभर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 511 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Sep 2021 · 1 min read सियासतों के बदलने पर... ज़माने से रही दोस्ती जिनसे, साथी वो अनजाने लगते हैं पलकों में जिनका मुकाम था, अब वो ख़्वाब बेगाने लगते हैं... हाथों की हिना का रंग, फीका न पड़ने पाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 379 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Sep 2021 · 1 min read चाँद... अपनी ज़वानी पर जब होता है चाँद धवल चाँदी के जैसा चमकता है चाँद... मेरी मुंडेर के पीछे से आता है चाँद क्या तेरे आँगन में भी ऐसे ही उतरता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 655 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Sep 2021 · 1 min read धुआँ... जलता है कुछ तो, उठता है ये धुआँ बुझता भी है तो, घुटता है यह धुआँ... आँखों में कुछ दर्द सा, उमड़ता हुआ बनके ज़िन्दगी का तज़ुर्बा, बरसता है ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 381 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Sep 2021 · 1 min read स्वप्निल ऊंचाइयाँ... तेरे मेरे बीच, ये क्या चलता है कोई रिश्ता, बिना संबोधन ही पलता है... परायों की तरह, जीते रहे सालों फिर भी अजनबी, मेरे साथ- साथ चलता है... कुछ स्वप्निल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 592 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Sep 2021 · 1 min read क्या पाया और क्या खोया ... जब भी मेरा फ़साना, ज़माना तुम्हें सुनाएगा हर लम्हा तुम्हें, मेरे इर्द-गिर्द ही पाएगा... जिंदगी कुछ ना थी, सिवाय एक कशमकश के बीत जाने पर तुम्हें, कौन ये समझाएगा... सवाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 455 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Sep 2021 · 1 min read नक़ाब... वो गया था, परिंदों सी उड़ान भरके तन्हाँ मुझे चौराहे पर, खड़ा करके... आज मैंने भी उसका, नक़ाब है पहना समझना चाहती हूँ उसे, उसके जैसा बनके... तमाम उम्मीदों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 660 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Sep 2021 · 1 min read रीढ़... इस दरख़्त की हर शाख, झुकी- झुकी सी है हर एक पत्ते की साँस, रुकी - रुकी सी है... रात तेज आँधी गुज़र के गई, पहलू से सुबह के सूरज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 398 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 31 Aug 2021 · 1 min read सफाई क्यों दूँ... जो समझ मुझे सकता नहीं, उसे सफाई क्यों दूँ जिसका लौटना नामुमकिन है, उसकी दुहाई क्यों दूँ... जर्रे - जर्रे में कल के, तूफाँ का असर है बनकर टूटन अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 5 868 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Aug 2021 · 1 min read बेवज़ह... ग़म-ए-शाम इसकदर तन्हाँ कर जाती है मुझे बेवक़्त, बेवज़ह, तेरी बेख़्याली सताती है मुझे... जाओ कह दो, उस बेपीर से जाकर मेरा हाल ओ बेक़दर, तेरी बेरूखी, यूँ बहलाती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 598 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Aug 2021 · 1 min read ज़ख्म... जाने क्या खता हुई, जो वो रूठ गया उसका दिया हर ज़ख्म, अब भी गहरा सा है... कभी रहती थी, आँखों के सामने हर पल आजकल उन यादों पर, लगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 710 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Aug 2021 · 1 min read हसीन वहम... जो सच नहीं 'वो' ख़्वाब रोज़ आता क्यों है बनके मेरा हमसफ़र, दुश्मन मुझे सताता क्यों हैं... महज़ कफ़न-औ-फरेब हैं, इंतकाल के साथी हर दिन फिर नए रिश्ते, तू बनाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 598 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Aug 2021 · 1 min read रहनुमाई... एक दफ़ा तो पलटकर, सफाई दे दो अपने गुनाहों की जो हो, सच्चाई दे दो... साथ अपने रखो या छोड़ दो तन्हाँ दम मेरा घुटने लगा है, तन्हाई दे दो...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 987 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Aug 2021 · 1 min read चंदन की कतार.... तेरे ज़िस्म की खुशबू, मुझमें यूँ सिमट आई है जैसे किसी ने बियाबान में, चंदन की कतार लगाई है... प्यार तो उनको भी हमसे, ना जाने कैसे हो गया जीतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 744 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Aug 2021 · 1 min read बस यही ख्वाहिश.... दिल की कसक, चिंगारी सी सुलगती है बुझ- बुझ के हर बार, फिर से जलती है... कभी आँसू, कभी दर्द, कभी आह, कभी बेरुखी बन -बन के खुशी, साँसों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 6 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Aug 2021 · 1 min read खिलाफ़त का शोर सुनाई देता है… अहसानों का बोझ गवाही देता है खिलाफ़त का शोर सुनाई देता है… इसे कैसे मोहब्बत का नाम दें ए दिल हर तरफ मतलब दिखाई देता है... एहसासों का समंदर समेटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 450 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Aug 2021 · 1 min read रात... कोई ख़्वाहिश सी साथ चलती है रात एक अजनबी सी गुजरती है... मैं ताकती रहती हूँ राह उसकी ज़िन्दगी कब, कहाँ हर वक्त ठहरती हैं... कई मंजर आँखों में तैर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 613 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Aug 2021 · 1 min read उसी हसरत से.... कैसे बदल जाती है दुनिया किसी की, तुमसे मिलते हैं तो खुद को भूल जाते हैं... ख़्याल जब भी तेरे आने लगते हैं, ना जाने कब तेरी गली, तेरे कूचे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 788 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Aug 2021 · 1 min read वक़्त... हस्तियाँ कितनी ही बनाता और मिटाता है वक़्त रोज़ एक नए सफ़र पर जाता है वक़्त... आदमी का बनना और बिगड़ना है उसके हाथ मुकद्दरों से फैसलें मनवाता है वक़्त...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 11 733 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Aug 2021 · 1 min read गुमनाम ही सही.... मिट जाए ना वहम, छुपाकर हर हालात रहने दो दिल में ही दिल की, दबी हर बात रहने दो.... यह दुनिया कहती है, बेगैरत तो बेशक कहें ढकी हुई हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 7 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Aug 2021 · 1 min read चिराग़ बुझा दें.... बादल, बिजली, बारिश, बूँदे हर मंजर चाहे ले लें कोई... बस वह जुगनू रहने दें मुझ तक बाकी हर एक चिराग बुझा दें... शोहरत, तमन्ना, आरज़ू,मोहब्बत हर कशिश अब उनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 546 Share Page 1 Next