Dinesh Dave 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dinesh Dave 4 Jan 2017 · 1 min read शाम को तो सूरज डूबना चाह रहा है शाम को तो सूरज डूबना चाह रहा है चाँद आसमां को चूमना चाह रहा है।। देश सेवा का आया अवसर होड़ लगी कहाँ कोई मौका चूकना चाह रहा है।। मौज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 283 Share Dinesh Dave 26 Dec 2016 · 1 min read चाँद दिन में निकलने लगा है मेरी कलम से ... चाँद दिन में निकलने लगा है वो तो दिल में उतरने लगा है ।। छा गया इश्क़ ए आसमां पे खूब ही वो चमकने लगा है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share Dinesh Dave 19 Aug 2016 · 1 min read रक्षा बन्धन पर्व को समर्पित पंक्तियाँ .. रक्षा बन्धन पर्व को समर्पित... हाँ बहन शरारती है तू कर मदद उभारती है तू।। बाँध नेह डोर भाई को। आरती उतारती है तू।। लाड़ खूब तू लड़ाती है। प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share Dinesh Dave 15 Aug 2016 · 1 min read देश प्रेम की सभी बच्चों में आग तो देखो! देश प्रेम की सभी बच्चों में आग तो देखो। देश प्रेम की कभी बजाकर राग तो देखो।। हर तरफ लगी है होड़ सत्ता हथियाने की । कौन कर रहा शतरंजी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 489 Share Dinesh Dave 14 Aug 2016 · 1 min read चाँद की रखता तो वो है चाहत! रदीफ़ .नही है क्या! हो गया चुप बोलता नही है क्या राज दिल के खोलता नही है क्या।। थाम लेता एक दफा अगर दिल से हाथ फिर वो छोड़ता नही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 573 Share Dinesh Dave 13 Aug 2016 · 1 min read अंधेरो पर उजियारे का फरमान है जिंदगी.. अंधेरो पर उजियारे का फरमान है जिंदगी.. अंधेरों पर उजियारे का फरमान है जिंदगी रखती कितने खूबसूरत अरमान है जिंदगी।। समेटना होगा हमको जहाँ भर की खुशियाँ यकीं मानिये सुखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share Dinesh Dave 13 Aug 2016 · 1 min read चाँदनी आग बन जब जलाने लगी!! गीतिका चाँदनी आग बन जब जलाने लगी याद हमदम तेरी खूब आने लगी ।।1 अब कटे रात दिन ख्याल में बस तेरे मैं तेरे खूब सपने सजाने लगी ।।2 जल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 345 Share Dinesh Dave 9 Aug 2016 · 1 min read चाँद दिन में निकलने लगा है !! चाँद दिन में निकलने लगा है!! चाँद दिन में निकलने लगा है वो तो दिल में उतरने लगा है ।। छा गया इश्क़ ए आसमां पे खूब ही वो चमकने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 361 Share Dinesh Dave 3 Aug 2016 · 1 min read बाग़ को फिर आज महका दीजिये बाग़ को फिर आज महका दीजिये बिन पिलाये मीत बहका दीजिये ।।1 आग सावन ने लगाईं खूब जो और इसको आज दहका दीजिये।।2 साज दिल के बज उठे हमदम सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 477 Share Dinesh Dave 2 Aug 2016 · 1 min read पानी की बून्द! सागर कहलाती हो तुम होकर भी पानी की बून्द मत होना अलग तुम सागर से कभी भी तुम्हारा अस्तित्व जुड़ा है इसी से सागर में तुम समाहित हो जिस दिन... Hindi · कविता 1 784 Share Dinesh Dave 1 Aug 2016 · 1 min read नाम कैसे दे दूँ! तेरे मेरे सपने ... अपने प्यार को सपना नाम कैसे दे दूँ सपने तो अक्सर अधूरे ही रह जाते है अपने प्यार को धड़कन कैसे नाम दे दूँ जाने ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 746 Share Dinesh Dave 29 Jul 2016 · 1 min read बच्चा बच्चा सिपाही है भारत माँ का देश भक्ति पर लिखने का प्रयास .... बच्चा बच्चा सिपाही है भारत माँ का बच्चा बच्चा सिपाही है भारत माँ का बड़ी भूल होगी अगर इन्हें कम आकाँ देश भक्ति... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 828 Share Dinesh Dave 28 Jul 2016 · 1 min read मॉर्निंग वॉक पर कुछ पंक्तियाँ.. सेहत के वास्ते मॉर्निंग वॉक ... कुछ पंक्तियाँ .. 1....कलियाँ फूल पत्ते झुकी डालियाँ और बहती शीतल हवायें सुबह सुबह की चहल कदमी में मिलती ये सेहत की दवायें 2... Hindi · कविता 3 250 Share Dinesh Dave 26 Jul 2016 · 1 min read मॉर्निंग वॉक.. 1....कलियाँ फूल पत्ते झुकी डालियाँ और बहती शीतल हवायें सुबह सुबह की चहल कदमी में मिलती ये सेहत की दवायें 2 मॉर्निंग वॉक करके मैं तो मीत आया हूँ जैसे... Hindi · कविता 1 366 Share Dinesh Dave 25 Jul 2016 · 1 min read पत्थर हूँ नींव का ..नींव में ही रहूँगा दो मुक्तक .... 1.. पत्थर हूँ नींव का ,नींव में ही रहूँगा मेरी गौरव गाथा मैं खुद ही कहूँगा इमारतें मेरे दम पर ही खड़ी रहती पुण्य किया है सदा... Hindi · मुक्तक 1 2 2k Share Dinesh Dave 10 Jun 2016 · 1 min read कुछ कह ले दिल कुछ कह ले दिल .... सागर से गहरे दिल ,फिर भी न बहले दिल कभी तो दिल से दिल की बात कहले दिल।। समुन्दर सा लगता शांत तू ,अपना भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share