पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" Tag: गीत 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 10 Apr 2024 · 2 min read मतदान करो और देश गढ़ों! राष्ट्र हेतु बन राष्ट्र हितैषी, हर एक फ़र्ज़ निभाना। कर मतदान तू अपने मन से, राष्ट्रप्रेम दिखलाना।। हैं अधिकार मिले जो साथी, इसे नही ठुकराना। अपना मत देने हेतु तुम,... Hindi · कविता · गीत 1 75 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Dec 2023 · 1 min read विषय सूची अंदाज -ए- बयाँ व शान -ए- सुखन, भर-भर झोली ले आयें। हम कवि संग शेरो-शायरी कि, मदमस्त सी टोली ले आयें।। कुछ मुक्तक कुछ छड़िकाएँ, कुछ हास्य-व्यंग्य के छीटे हैं।... Hindi · कविता · गीत 1 260 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Oct 2022 · 1 min read छठ गीत (भोजपुरी) अबकी बरस कैसे करी हम वरतिया, कि ललना हमार नाहीं अईलन हो। हमरा के छठ क बाज़ार के कराईं, कि ललना हमार नाहीं अईलन हो।। कह के गईल रहलें चिन्ता... Bhojpuri · गीत 3 255 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 18 Feb 2022 · 1 min read फाल्गुनी सवैया क्यों आज वासंती बेला में, ऋतूराज हृदय को सोहन आये। यूँ तो जो छलिया न हाथ लगे, ले हाथ गुलाल वो रोहन आये।। ज्यों अधरों की प्यास बढ़ी, भँवरा कलियन... Hindi · गीत 1 357 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 2 Jul 2021 · 1 min read दे विदा ऐ ज़िंदगी!! तेरे हर पल पल के प्याले, ले घूंट घूंट कर पिया, कड़वाहट भरे स्वाद झूठे, चासनी से भर लिया। तीखे मीठे नोक झोंक में, देख थमी आवारगी, हो गया हो... Hindi · गीत 2 1 564 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 11 Dec 2020 · 1 min read वो दौर चिट्ठियों वाली !! हँसना रोना होता पन्नो पे, क्या वह भी समय निराली थी। कैसे कहूँ कि कितनी सुहानी, वो दौर चिट्ठियों वाली थी।। भाव गढ़े जाते थे कलम से, करती कागज़ रखवाली... Hindi · गीत 2 2 335 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 18 Mar 2020 · 1 min read कोरोना डरने की कोई बात नही है, करते बात सावधानी की। फिर चाहे हो कोई करोना, कर न सके मनमानी जी।। खांसते, छींकते रखे रुमाल, धोएं हाँथ साबुन पानी से। अल्कोहल... Hindi · गीत 1 293 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 3 Mar 2020 · 2 min read रसों में रस बनारस है ! बना रस है बना रस है, बनारस ही तो बना रस है।। ठाट-बाट हर घाट-घाट में, घोटम-घोट छना रस है। सटासट है फटाफट है, राजा रगों में बसा बनारस है।।... Hindi · कविता · गीत 2 312 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 28 Jul 2019 · 2 min read सिनुरा के मोल एक चुटकी सिनुरा के, मोल का बताई, छूटे जेसे घरवा दुवार हो, संग सहेली छूटे, छुटे माई के अचरा, छुटे ओसे सारा परिवार हो। छुटे डहरि मायका के, आईल जाईल,... Hindi · गीत 1 424 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 28 Mar 2019 · 1 min read मतदान (भोजपुरी) भईया भागीदार तुहूँ देशवा के विकाश क, करिह आपन मतदान तू। बबुआ हिस्सेदार तुहूँ गउवां अऊर समाज क, करिह आपन मतदान तू।। नइखीन कहत की काज करम, आपन तुहूँ छोड़,... Hindi · गीत 1 326 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 7 Feb 2019 · 1 min read भोजपुरी बिरह गीत आज कुछ बिशेष मित्र लोगन क आग्रह पर एगो नया दुलहिन क उलाहना के रूप में भोजपुरी बिरह गीत प्रस्तुत करे क कोशिस करत बानी इहे आशा से की आप... Hindi · गीत 2 321 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 25 Dec 2018 · 2 min read तेरी नाराजगी तेरी नाराजगी मुझको, यूँ ही हर पल सताएगा, तुझे न मैं भूल पाऊंगा, तुझे न दिल भूल पाएगा। तेरी यांदे तो रह रह कर, मुझे ऐसे ही रुलायेगा। तुझे न... Hindi · गीत 2 194 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 29 Nov 2018 · 2 min read चुनाव चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया। चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया।। झूठे वादों का फिर से बहाव आ गया। चुनाव आ गया जी, चुनाव आ गया।। कल... Hindi · गीत 3 2 418 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 26 Oct 2018 · 1 min read *प्रेम गीत* है आज इच्छा व्यक्त कर दूँ, दिल की समस्त उद् वेदना, कर लूँ कलमबद्ध आज अपने, मन की सभी संवेदना। . अपने शब्दों को पिरोकर, लयबद्ध गाऊँ मधुर संगीत, नए... Hindi · गीत 15 387 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Oct 2018 · 1 min read सल्फास हर नज्म यूहीँ दिल के, अहसास सी होती है। कुछ रंग मोहब्बत के, सल्फास सी होती है।। जीने के वजह कोई, मरने की वजह कोई। कुछ सांस से होते है,... Hindi · गीत 13 352 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 23 Oct 2018 · 2 min read गीतों की दुनियाँ में........ गीतों की दुनियाँ में, मैं हुँ अकेला, नही कोई साथी, मेरा इस सफर में। अकेला ही मैं तो, चला जा रहा हूँ, अनजाने से, एकांकी डगर में।। नही कोई साधन,... Hindi · गीत 11 574 Share पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप" 28 Sep 2018 · 1 min read मेरे जिंदगी की चाहत..!.. मेरे जिंदगी की चाहत, पल भर जरा ठहर। अभी तो कदम बढ़े है, आगे कारवां जुड़ेगा।। मेरे जिंदगी की चाहत..!.. बसे प्रेम की वो दुनिया, सपनो का वो महल, अभी... Hindi · गीत 11 260 Share