अवध किशोर 'अवधू' Tag: मुक्तक 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अवध किशोर 'अवधू' 1 Nov 2024 · 2 min read मुक्तक मुक्तक 1 बाबा बनकर नहीं आपका पाप धुलने आया हूँ बनकर नेता वोट के लिए नहीं बुलाने आया हूँ मै हूँ मौला मस्त आपको भी मस्ती में लाने को हँसा-... Hindi · मुक्तक 28 Share अवध किशोर 'अवधू' 26 Sep 2024 · 1 min read कविता चोरों को सप्रेम भेंट कविता चोरों को सप्रेम भेंट चुराकर साइकिल कोई अपने सीट भर बदली आज वह आपकी है सभा से झटककर संडिल उसे फिर दी करा पालिस अतःवह आपकी है जमी तैयार... Hindi · मुक्तक 31 Share अवध किशोर 'अवधू' 26 Sep 2024 · 1 min read पुरानी पेंशन पर सवाल नेता सब से एक सवाल ? हवे बराबर हक सबकर बतला गइनी जाँ काहें ? कथनी करनी में अंतर बतला गइनी जाँ काहें ? एतने बतलाईंजाँ रउरा सबके पेंशन कायम... Bhojpuri · मुक्तक 49 Share अवध किशोर 'अवधू' 17 Sep 2024 · 1 min read घनाक्षरी भगवान विश्वकर्मा जी हृदय से याद करूँ बाबा विश्वकर्मा जी को देवताओं के भी शिल्पकार जो कहाते हैं दुनिया के कलकारखाना व मसिन्दरी को वही बाबा निज छत्रछाया में चलते... Hindi · मुक्तक 33 Share अवध किशोर 'अवधू' 7 Feb 2022 · 1 min read बारी बा मतदान के कुण्डलिया बारी बा मतदान के, सुनिलs चतुर सुजान हर चुनाव में दू चरण , के बा बनल बिधान के बा बनल बिधान ,चरण पहिला जब आई तब जनता के छानि... Bhojpuri · मुक्तक 241 Share अवध किशोर 'अवधू' 1 Nov 2021 · 1 min read मिली कुर्सी जिन्हे मिली कुर्सी जिन्हें वे रख लिए कई पुस्त खाने को तथा मुल्ला , पुजारी को मिले लाखों बचाने को मगर इस मुल्क में कहला रहे हैं अन्नदाता जो प्रश्न है... Hindi · मुक्तक 198 Share अवध किशोर 'अवधू' 30 Oct 2021 · 1 min read बढ़ाकर खूब मँहगाई पड़े मतदान तब दिल खोलकर वे छूट देते हैं दलालों के लिए गाड़ी , रकम , फल - फ्रूट देते हैं मगर कुर्सी दिलाई है उन्हें जिस नेक जनता ने... Hindi · मुक्तक 3 2 225 Share अवध किशोर 'अवधू' 8 Sep 2021 · 1 min read चोर-चोर मौसेरे भाई खुद खोटा, खोटा पर हँसकर कहता है तुम खोटे हो , छोटा, छोटा से कहता है , तुम बौने हो , छोटे हो , चोर- चोर मौसेरे भाई, अंदर की... Hindi · मुक्तक 236 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक ----ज़िंदगी क्या है ? ? -------------------------? कभी बँधती तनिक आशा,कभी बिलकुल निराशा है | कभी है नीम सी कड़वी , कभी लगती बताशा है | समझने की इसे कोशिश ,... Hindi · मुक्तक 250 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक 1 शेर सिंह गीता के ज्ञाता ,पढ़ते किशन कुरान बंधुओं रसिक श्याम पर रचना रचते ,रच-रच कर रसखान बंधुओं रामरतन , रहमान मिलाए ,हाथ जहां तसरीफ़ ला रहे, उस मिट्टी... Hindi · मुक्तक 437 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक भले भीड़ है, फिर भी घुस जा मीत किसी मदिरालय में पीकर चल ,नेता जी का है जमघट आज शिवालय में ध्यान रहे , अपने बच्चे जाएं हरगिज स्कूल नहीं... Hindi · मुक्तक 365 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक 1 स्वर्ग गगन में है ,ऐसा कहने वालों को कहने दो | मन्दिर , मस्जिद , गुरद्वारों में , जो ढहते हैं,ढहने दो | अवधू शान्ति मुझे मिलती है मात... Hindi · मुक्तक 468 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक कोरोना में नियम अनोखा, है जनहित में जारी खुलेआम दारू बिकनी है, छुप-छुप कर तरकारी बिना पढ़े, विन दिए परीक्षा,बच्चे टॉप करेंगे भले लाकडाउन है लेकिन रैली होगी भारी अवध... Hindi · मुक्तक 213 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक अवधू कहता साफ-सफाई , नहीं मारता ढिल्ली | आप उचित समझें इसको या , हँसें, उड़ायें खिल्ली | सकल हिन्द को दूध समझिए , मक्खन निकले दिल्ली | उस मक्खन... Hindi · मुक्तक 513 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक यूँ तो अपना चंचल मन है कहता,जग में सब कुछ ह धन है पर अवधू प्रति पल सुख-दुख में हँसते रहना ही जीवन है अवध किशोर 'अवधू' मो.न.9918854285 Hindi · मुक्तक 312 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक शीर्षक--श्याम ------------------ ------------------- मुरली हर वक्त बजाते ------------------------- Hindi · मुक्तक 180 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक भले लोग धन अल्प कमा कर, भी जग में अदर पाते हैं | वे बे गम रहकर जीवन भर, निज बेगम पर इतराते हैं | वही देखिए जो भी सज्जन,... Hindi · मुक्तक 198 Share अवध किशोर 'अवधू' 3 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक रहने के लिए एक जो जहान बनाते उड़ने के लिए एक आसमान बनाते भगवान वही थे हमें इंसान रचे पर नेता हमें हिंदू व मुसलमान बनाते अवध किशोर 'अवधू' मो.न.9918854285 Hindi · मुक्तक 208 Share