Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2022 · 1 min read

बारी बा मतदान के

कुण्डलिया
बारी बा मतदान के, सुनिलs चतुर सुजान
हर चुनाव में दू चरण , के बा बनल बिधान
के बा बनल बिधान ,चरण पहिला जब आई
तब जनता के छानि , चरण नेता लपटाई
दूसर चढ़ते चरण , पाँव नेता के भारी
जनता लागी पाँव , आज से ओकर बारी

अवध किशोर ‘अवधू’
मो.न.9918854285

Language: Bhojpuri
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम्हारा एक दिन..…........एक सोच
तुम्हारा एक दिन..…........एक सोच
Neeraj Agarwal
यूँ इतरा के चलना.....
यूँ इतरा के चलना.....
Prakash Chandra
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
-  मिलकर उससे
- मिलकर उससे
Seema gupta,Alwar
दिल पर किसी का जोर नहीं होता,
दिल पर किसी का जोर नहीं होता,
Slok maurya "umang"
23/165.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/165.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
झुकाव कर के देखो ।
झुकाव कर के देखो ।
Buddha Prakash
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
वो कहती हैं ग़ैर हों तुम अब! हम तुमसे प्यार नहीं करते
The_dk_poetry
पर्यावरण
पर्यावरण
Dinesh Kumar Gangwar
जय अन्नदाता
जय अन्नदाता
gurudeenverma198
ना मानी हार
ना मानी हार
Dr. Meenakshi Sharma
सत्य को सूली
सत्य को सूली
Shekhar Chandra Mitra
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
दीदी
दीदी
Madhavi Srivastava
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
Mr.Aksharjeet
सफलता का लक्ष्य
सफलता का लक्ष्य
Paras Nath Jha
*मिला है जिंदगी में जो, प्रभो आभार है तेरा (मुक्तक)*
*मिला है जिंदगी में जो, प्रभो आभार है तेरा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
इस उरुज़ का अपना भी एक सवाल है ।
Phool gufran
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
*नारी के सोलह श्रृंगार*
*नारी के सोलह श्रृंगार*
Dr. Vaishali Verma
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
स्वतंत्रता की नारी
स्वतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आप आज शासक हैं
आप आज शासक हैं
DrLakshman Jha Parimal
"एजेंट" को "अभिकर्ता" इसलिए, कहा जाने लगा है, क्योंकि "दलाल"
*Author प्रणय प्रभात*
कब मेरे मालिक आएंगे!
कब मेरे मालिक आएंगे!
Kuldeep mishra (KD)
छल.....
छल.....
sushil sarna
समय
समय
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...