Ashwini Jha Language: Hindi 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashwini Jha 31 Dec 2021 · 1 min read नव वर्ष २०२२ दिन सुदिन रहे सबका, दीन, दुःखी कोई ना रहे, सबका सबमें प्रीति रहे, भयभीत किसी से कोई ना रहे, भाव अभाव ना हो मन में, सद्भाव का भाव सदा ही... Hindi · कविता 439 Share Ashwini Jha 30 Nov 2021 · 3 min read गरीब आदमी नहीं दिखने की मजबूरी गरीब आदमी नहीं दिखने की मजबूरी का दर्द सब नहीं समझ सकता है। क्योंकि यह लौकिक नहीं है। गरीब, मजदूर, ऐसा संवेदनशील शब्द है जिसको बोलकर मानो हर कोई संवेदनशीलता... Hindi · लेख 1 4 249 Share Ashwini Jha 30 Nov 2021 · 1 min read नई सुबह प्रमुदित मन नवल मुस्कान संग मिला जो दिन नया कृतज्ञता का भाव रख... भगवान आदित्य को कर प्रणाम वंदन यशोदा नंदन का बारम्बार कर...✍️ ... Hindi · कविता 1 1 273 Share Ashwini Jha 29 Nov 2021 · 1 min read पुरानी बात नई बात तब होगी… जब कुछ नई होगी… सुबह-शाम, दिन-रात, सोना-जगना खाना-कमाना, हारना-जीतना, यश-अपयश, पाना-खोना, मिलना-बिछुड़ना, रूठना-मनाना, रोना-धोना, अमीर-गरीब, जड़ा-जन्म, सुख-दुःख, जीवन-मृत्यु, फिर यही दोहराना, सब पुरानी बात, सदियों से... Hindi · कविता 5 6 692 Share