'अशांत' शेखर Tag: कविता 78 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid 'अशांत' शेखर 17 May 2023 · 1 min read ना आप.. ना मैं... कई अर्से तक अपने आप को टालते रहा.. अपने आप से छुपते रहा मैं... और एक दिन आईने से मुलाक़ात हो गयी मेरी... अब मैं अपने आपको जानने लगा हूँ... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 3 2 263 Share 'अशांत' शेखर 17 May 2023 · 1 min read वो इँसा... वो इँसा लहलहाती कड़ी धूप को पीठ पे लादकर नंगे पाँव निकलता है अपने बच्चो के लिए घर में जरासा शाम का उजाला लाने के वास्ते..! वो इँसा सभी मौसम... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 1 205 Share 'अशांत' शेखर 15 May 2023 · 1 min read हमेशा..!! तस्वीरें बोलती तो है जरूर.. मगर वो अपनी कमियां नही बताती.. तस्वीरों में हम सब कभी ना कभी क़ैद हो जाते है... तस्वीरों को गौर से देखने पर कोई किसी... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 224 Share 'अशांत' शेखर 14 May 2023 · 1 min read वो भी तन्हा रहता है मैं एक दरिया सा बहता रहा किसीं असीमित विशाल समुंदर की आस में मगर समुंदर भी तन्हा था रात में बिलकुल अकेला.. कोई नहीं था पास में महान व्यक्तित्व के... Poetry Writing Challenge · Ashantlekhani · कविता 141 Share 'अशांत' शेखर 6 Feb 2023 · 1 min read ⚪️ रास्तो को जरासा तू सुलझा भीतर है मेरे एक घना अँधेरा कुँवा शायद मेरी ही कमी से वो गहरा हुँवा रोजाना कुछ रोशनी खिंच लाता हूँ चार दिवारी में थोड़ी सी बाँट लेता हूँ कभी... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 2 170 Share 'अशांत' शेखर 31 Dec 2022 · 1 min read ✍️ हर बदलते साल की तरह...! तारीखे साल दर साल उम्र के पन्ने पलटते रहती है माह हर माह जीवन के आंकडो की श्रृंखला बदलते रहती है दिन प्रति दिन समय के साँसों की घडी टिक... Hindi · Ashantlekhani · कविता 2 3 192 Share 'अशांत' शेखर 6 Dec 2022 · 1 min read ✍️विश्वरत्न बाबासाहब को कोटि कोटि प्रणाम न किसी जंग से न तीर न तलवार से न गोलियों की बौछार से न बंदूक न किसी हथियार से इस वतन में इंसानियत को सुकून मिला है तो सिर्फ... Hindi · कविता 1 1 113 Share 'अशांत' शेखर 6 Dec 2022 · 1 min read ✍️क्रांतिउर्जा के क्रांतिसूर्य सदियों के घने अंधरो की सख़्त दीवारों को फाड़कर निकला था उसकी आँखों से आफ़ताब की रोशनी का एक बवंडर.. कफ़स में पड़े मुर्दा ज़िस्म उठकर खड़े हुए मानो साँस... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 1 378 Share 'अशांत' शेखर 23 Nov 2022 · 1 min read ✍️साहस उठने से ज्यादा तकलीफ़देह है गिरना और भी मुश्किल है गिरते हुए को संभालना उठ नही पाया तो वह जिंदा रह सकता है गिरनेवाला बच जाये ये उसकी किस्मत है... Hindi · Ashantlekhani · कविता 2 2 234 Share 'अशांत' शेखर 22 Nov 2022 · 1 min read ✍️ 'कामयाबी' के लिए... 'कामयाबी' के लिए... 'आत्मविश्वास' की जरुरत होती है आत्मविश्वास के लिए 'सच्चाई' की जरुरत होती है सच्चाई के लिए 'निडरता' की जरुरत होती है निडरता के लिए 'शिक्षा तथा ज्ञान'... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 2 175 Share 'अशांत' शेखर 17 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : घर चार दीवारे और एक छत का मतलब घर नही होता आप पूछ सकते हो माँ पिता से जिनकी उम्र घट जाती है ईंट पत्थर इकट्ठा करने में... जिनकी खुशियाँ मिट... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 4 194 Share 'अशांत' शेखर 16 Nov 2022 · 1 min read ✍️वास्तव.... आप ढूँढ रहे हो आसमाँ में दूसरी परजीवी दुनिया को और यहाँ आदमी की नस्ल को बाँट रखा है धर्म,जाती,भाषा और प्रांतो में..! हमने सुना था आपकी कल्पनाओं की लाखो... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 191 Share 'अशांत' शेखर 16 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : समय समय चलता है साथ साथ जब आप उसके अनुकूल रास्तो पर चलते रहते है मगर आपका कोई कदम समय के विपरीत रास्तो पर पड़ जाये तो वो भी तुरंत अपना... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 3 212 Share 'अशांत' शेखर 13 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : सम्मान जब व्यक्तित्व से आपका कर्तुत्व बड़ा बन जाता है तब आपके सम्मान में दुनिया का सर झुक जाता है जब आपका हाथ किसी के दुःख दर्द का साथ निभाता है... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 4 2 166 Share 'अशांत' शेखर 12 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : जल कुदरत की अनमोल देन जल है वो महान थे जिन्होंने विश्व में पहली जलक्रांति के विचार को छेड़ा के हर जिव पशु पक्षी और मानव का जल पर समान अधिकार... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 6 2 249 Share 'अशांत' शेखर 11 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : कला जिंदगी के रंगमंच पर इंसान अपनी विविध कलाओ से तो जिंदा है... इंसान ने अज़ीब सी कलाओ में महारत हासिल की है... जानवरो के स्वभाव की कलाओ का भी इंसान... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 3 2 183 Share 'अशांत' शेखर 9 Nov 2022 · 1 min read #Daily Writing Challenge : आरंभ आरंभ ही अंत तक पहुँचने का प्रारंभ है यदि आरंभ कठिन तो अंत और भी कठिन अगर आरंभ सरल तो अंत और भी सरल जिंदगी के आरंभ से जिंदगी के... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 8 4 148 Share 'अशांत' शेखर 7 Nov 2022 · 1 min read कल्पना ही कविता का सृजन है... कल्पना से सूंदर कविता है... ऐसा वो कहती है.. कल्पना जेहन को विचारों से सहेजती है... और कविता शब्दो का साज शृंगार करती है... मैंने कहाँ मगर कल्पना ही तो... Hindi · Ashantlekhani · कविता 6 9 325 Share 'अशांत' शेखर 2 Nov 2022 · 1 min read ✍️कुछ ख्वाइशें और एक ख़्वाब... ख़ुदकुशी के लिए ख्वाइशों को क़ुर्बान कर ख़ामोशी से जीते रहना ही काफी है...! जिंदगी जीने के लिए बस छोटा सा इक ख़्वाब आँखों में जिंदा रहना ही पर्याप्त है...!... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 4 159 Share 'अशांत' शेखर 31 Oct 2022 · 1 min read ✍️जब रिक्त हथेलियाँ... जब रिक्त हथेलियाँ खाली पेट कड़ी धुप निगलकर ज़िस्म के पसीने से अश्क़ पीकर मेहनताने की तलाश में भूखी भटकती है हताश... सहनशीलता के अंत में वे आखिर मुट्ठियां बन... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 206 Share 'अशांत' शेखर 29 Oct 2022 · 1 min read ✍️उम्मीदों की गहरी तड़प आखिर समंदर को पता है लहरें साहिल से टकराकर लौटेगी जरूर..! तु सागर के भाँति अपने हृदय में आशाओं का एक विशाल स्त्रोत निर्माण कर..! ये सच है उम्मीदों की... Hindi · Ashantlekhani · कविता 4 4 170 Share 'अशांत' शेखर 26 Oct 2022 · 1 min read ✍️तर्कहीन आभासी अवास्तविक अवतारवादी कल्पनाओ के आधार पर.. मैं मान भी लेता तुम्हारी पुरातन किताबो की काली सियाही से लिखी आदर्श कहानियां किस्से और कुछ तथ्यहीन बातें.. मगर वो मुझे भूतकाल के स्याह इतिहास में सफेद झूठ की... Hindi · Ashantlekhani · कविता 3 4 140 Share 'अशांत' शेखर 26 Oct 2022 · 1 min read ✍️आकाशदीप मिट्टी का दिया अँधेरे में मायुस बैठा है विद्युत की प्रकाश लड़ियाँ ऊँची ऊँची गगनचुम्बी इमारतों में जगमगा रही है धीरे धीरे दिये की छोटी सी इक लौ विलुप्त हो... Hindi · कविता 4 8 407 Share 'अशांत' शेखर 24 Oct 2022 · 1 min read ✍️पेट की भूख का शोर वो नजरे गढ़ाये खड़ा था जगमगाती रोशनी उसकी आँखों में जुगनू की तरह आंखमिचौली खेल रही थी वैसे तो सारा आसमाँ बेशुमार प्रकाशदीपो से झिलमिल हो उठा था लेकिन उसके... Hindi · Ashantlekhani · कविता 6 9 227 Share 'अशांत' शेखर 16 Oct 2022 · 1 min read ✍️उत्सव और मातम… उत्सव जित का मनाया जाता है... उत्सव हार का भी मनाया जाता है... मातम हार का मनाया जाता है... मातम जित का भी मनाया जाता है... सिर्फ हार और जित... Hindi · Ashantlekhani · कविता 1 2 193 Share 'अशांत' शेखर 24 Sep 2022 · 1 min read ✍️काही आठवणी स्मरतांना मनाला चेटुक करणाऱ्या हव्याहव्याशा काळजाच्या गाभार्यात घर करणाऱ्या गावातल्या कथा असतात वर्दळीच्या रस्त्यात भान हरपणाऱ्या जीवाच्या आकांताने धावणाऱ्या शहराच्या व्यथा असतात गांव कसं कुडकुडत असतं आणि शहर थरथरत असतं मात्र... Marathi · Ashantlekhani · कविता 1 144 Share 'अशांत' शेखर 20 Aug 2022 · 1 min read ✍️ए जिंदगी तू कहाँ..?✍️ ✍️ए जिंदगी तू कहाँ..?✍️ ....................................................// किरदारों के साँचे में ढालकर इस रंगमंच का तमाशा बनाकर ए जिंदगी तू कहाँ से देखती है इँसान के हरकतों को छुपकर ? मुश्किलो के... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 2 255 Share 'अशांत' शेखर 14 Aug 2022 · 1 min read ✍️चंद सांसो का सफर...✍️ ✍️चंद सांसो का सफर...✍️ ……………………………………………………………// सारी उम्र कड़ी धुप ने जिस्म को तपाया है । फिर भी मेरी जिद्द ने ख़्वाबो को तराशा है ।। यकींन है के अब भी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 5 13 224 Share 'अशांत' शेखर 8 Aug 2022 · 1 min read ✍️हृदय में मिलेगा मेरा भारत महान✍️ ✍️हृदय में मिलेगा मेरा भारत महान✍️ ………………………………………………………// साहब अब घर घर पे लहराओ तिरंगा.. मायबाप ये गज़ब का मस्त है अभियान सब मानते है के हर दिल में बसा है... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 4 216 Share 'अशांत' शेखर 29 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक तारा आसमाँ से टूटा था✍️ ✍️एक तारा आसमाँ से टूटा था✍️ ……………………………………………// एक तारा आसमाँ से टूटा था शायद वो अपनों से रूठा था क्या कोई चांदनी बेवफ़ा थी या उसके चाहत से खफ़ा थी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 11 178 Share 'अशांत' शेखर 23 Jul 2022 · 1 min read ✍️जिंदगी के तौरतरीके✍️ ✍️जिंदगी के तौरतरीके✍️ …………………………………………………………………// समंदर में कागज़ के नांव की बता क्या है हस्ती ? वक़्त के तूफाँ से पार करनी है जिंदगी की कश्ती जिसको लगे ये जिंदगी है... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 4 300 Share 'अशांत' शेखर 12 Jul 2022 · 1 min read ✍️दिशाभूल✍️ ✍️दिशाभूल✍️ ……………………………// आयुष्याचा थाट नशिबाला आठ फार काळ सोबतीला नसतो दिशाभूल वाट भरलेला काठ सदा अटळ विनाशाला असतो ………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 12/07/2022 Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 163 Share 'अशांत' शेखर 11 Jul 2022 · 1 min read ✍️ते मोगऱ्याचे झाड होते✍️ ✍️ते मोगऱ्याचे झाड होते✍️ ……………………………………………………// तिच्या आठवणीचे तसे न फार वेड होते दाटलेले अंतःकरण आज फार जड होते कसे पाझरले काळीज दगडाच्या उरात पाऊलांना अंथरुण जरासे आखुड होते उसंत वेदनेला... Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 382 Share 'अशांत' शेखर 3 Jul 2022 · 1 min read ✍️बचपन था जादुई चिराग✍️ ✍️बचपन था जादुई चिराग✍️ ……………………………………………………………// चलो फिर लौटकर आते है मासूमियत भरे उस नन्हें बचपन में झूठमूठ की गुड्डे गुड़ियो की शादी है आओ खाना पकाते मिट्टी के बरतन में... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 2 770 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️एक ख़ता✍️ ✍️एक ख़ता✍️ ……………………………………………………// बहोत अच्छा लिखते है...! क्या चेहरा भी पढ़ते है...? नहीं..! वो जो आपकी कलम से ना दर्द टपकता है..! क्या चेहरे में भी नजर आता है..? इतनी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 252 Share 'अशांत' शेखर 29 Jun 2022 · 1 min read ✍️अज़ीब इत्तेफ़ाक है✍️ ✍️अज़ीब इत्तेफ़ाक है✍️ ………………………………………// जीवन के रास्तों में न जाने कितने अज़ीब मोड़ है, वक़्त के साथ ना मुड़ो तो ये जाते कही ओर है... फिर मिलते कही ओर है...... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 458 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️अतीत✍️✍️ ✍️✍️अतीत✍️✍️ ……………………………// सरल हूँ... सहेज हूँ... आप मुझे अभी माँग सकती हो नयी खुशियां... लौटा सकती हो पुराने दर्द... ……………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 28/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 146 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️बोन्साई✍️ ✍️बोन्साई✍️ ……………………………………………………// कोई आरजु नहीं थी फिर भी घर के आंगन मे एक बीज बोकर आयी हूं... कुछ पानी की बुँदे छिड़क देना उसको भी धरती के बोझ से बाहर... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 4 213 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️पिता:एक किरण✍️ ✍️पिता:एक किरण✍️ …………………………………………………// एक उँगली थाम कर चला है वो अनुपम हाथ जिसकी रेखाओं को है बरसों के तजुर्बे का साथ वो सिखाता है महान पदचिन्हों पर चलने के गुर... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 6 210 Share 'अशांत' शेखर 28 Jun 2022 · 1 min read ✍️एक फ़रियाद..✍️ ✍️एक फ़रियाद..✍️ …………………………………………………// आओ बैठो जी भरके दिल में रहो ये खाली है बस लूट के ना जाओ आओ मिलो और जी को बहलाओ कुछ ज़ख्म है बस उसको ना... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 4 160 Share 'अशांत' शेखर 27 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️एहसास✍️✍️ ✍️✍️एहसास✍️✍️ ……………………………………………………// मैं कभी कभी सोचता हूँ सील दूँ ओठों को के जुबाँ से फिर कोई गहरी बात ना निकले पर इन आँखों का क्या करूँ ये भी तो बोलते... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 4 254 Share 'अशांत' शेखर 26 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️जूनून में आग✍️✍️ ✍️✍️जूनून में आग✍️✍️ ………………………………………………………// मांगना है तो ऐसे मांगो कोई ख्वाईश ही रहे ना बाकी देना है तो ऐसे दो कोई गुंजाईश ही बचे ना बाकी ऐसे चाह भर दो... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 6 189 Share 'अशांत' शेखर 26 Jun 2022 · 1 min read ✍️दरिया और समंदर✍️ ✍️दरिया और समंदर✍️ ………………………………………………………// दरिया ने कब किसकी है प्यास बुझाई । दरिया के सफर ने तो केवल प्यास बढ़ाई ।। दरिया पे ना लगाओ तोहमत दलदल का । खुद... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 6 618 Share 'अशांत' शेखर 25 Jun 2022 · 1 min read ✍️इश्तिराक ✍️इश्तिराक …………………………………………………………// मैंने वक़्त को ओर थोड़ा समय माँगा उसने मेरे रुके कदमो को हिसाब माँगा वक़्त ने कहाँ बढ़ता चल मैं तेरे साथ चलूँगा सफर में जहा तेरे कदम... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 3 4 323 Share 'अशांत' शेखर 25 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं एक मजदुर हूँ✍️ ✍️मैं एक मजदुर हूँ✍️ ……………………………………………………// मैं एक मजदुर हूँ मेरे मजबुत हातो ने खूबसूरत शहर की दीवारें सजाई । मेरे ताकतवर बाहों ने कारखानों की धुँवा फूंकती ऊँची मीनारे आसमान... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 2 193 Share 'अशांत' शेखर 24 Jun 2022 · 1 min read ✍️इँसा और परिंदे✍️ ✍️इँसा और परिंदे✍️ ……………………………………………………// उन परिंदों के हौसले देखिये अब वो मिलकर जाल बुने जा रहे है। एक एक सभी होकर इक्कठे वो मिलकर डाल ही उड़ाने जा रहे है।... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 2 2 351 Share 'अशांत' शेखर 23 Jun 2022 · 1 min read ✍️"एक वोट एक मूल्य"✍️ ✍️"एक वोट एक मूल्य"✍️ .........................................// यदि राज करने का कोई विहित कारण ही नहीं तो फिर राजकारण क्यूँ ? अब कोई निहित राजपाट ही बचे नहीं तो लोकतंत्र में राजगद्दी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 2 290 Share 'अशांत' शेखर 23 Jun 2022 · 1 min read ✍️हार और जित✍️ ✍️हार और जित✍️ …..............................................// हम चार कदम आगे क्या चले आते है कितना कुछ पीछे छोड़ जाते है मैंने वक़्त को मुट्ठी में बांधने की कही दफ़ा कोशिशें की पर... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 2 154 Share 'अशांत' शेखर 22 Jun 2022 · 1 min read ✍️गर्व करो अपना यही हिंदुस्थान है✍️ ✍️गर्व करो अपना यही हिंदुस्थान है✍️ ...........................................................// बड़ा विचित्र इतिहास का निर्माण आप पेश करते आये है जिसकी ख़ुशहाली भरी सोने की लंका जलाई उसीका द्वेष करते आये है स्त्री... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 198 Share 'अशांत' शेखर 21 Jun 2022 · 1 min read ✍️मनस्ताप✍️ ✍️मनस्ताप✍️ ............................................// दुःखा सवेच माझी सदा साठगाठ सूखा सवे हल्ली नाहीच कुठे भेटगाठ देहाला भिड़ला हा विखारी वारा डोळ्यात ओथंबल्या अश्रुंच्या विरक्त धारा नसातच आटले सळसळणारे रुधिर कणभर आठवणीला काळीज... Marathi · Ashantshekharlekhani · कविता 1 332 Share Page 1 Next