Arvind trivedi Tag: Quote Writer 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arvind trivedi 17 Jul 2024 · 1 min read झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात। झूठों की मंडी लगी, झूठ बिके दिन-रात। झूठे मुँह से हो रहीं, झूठी-झूठी बात।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 91 Share Arvind trivedi 17 Jun 2024 · 1 min read शापित है यह जीवन अपना। शापित है यह जीवन अपना। और नींद में झूठा सपना।। इच्छाओं से बँधे सभी जन। पाप पले है सबके ही मन। कुंठाओं के सब हैं मारे। अपने से ही सब... Quote Writer 1 128 Share Arvind trivedi 6 Jun 2024 · 1 min read जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार। जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार। जीत मौन बैठी मगर, शोर मचाती हार।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 77 Share Arvind trivedi 19 May 2024 · 1 min read मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील। मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील। गूँगी बहरी बस्तियाँ, उस पर उड़ते चील।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 108 Share Arvind trivedi 11 Apr 2024 · 1 min read बदली मन की भावना, बदली है मनुहार। बदली मन की भावना, बदली है मनुहार। देह, देह ने जीत ली, रूह गई पर हार।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 159 Share Arvind trivedi 28 Feb 2024 · 1 min read प्रेम साधना श्रेष्ठ है, प्रेम साधना श्रेष्ठ है, प्रेम ईश का अंश । प्रेम दया का मूल है, प्रेम हरे हर दंश ।। ✍️अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 165 Share Arvind trivedi 13 Jan 2024 · 1 min read कछु मतिहीन भए करतारी, कछु मतिहीन भए करतारी, राम विरोध करहिं दरबारी । नहिं कछु सूझत उन्हहिं गोसाई, करहिं विरोध नहाइ नहाई । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 191 Share Arvind trivedi 29 Oct 2023 · 1 min read प्रेम-प्रेम रटते सभी, प्रेम-प्रेम रटते सभी, प्रेम न समझे कोय । पीर सहे बिन जगत में, प्रेम न पूरा होय ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 278 Share Arvind trivedi 15 Sep 2023 · 1 min read मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । मौन मंजिल मिली औ सफ़र मौन है । देख दिन का यहाँ हर पहर मौन है । भीड़ आगोश में मूकता के दिखी - गाँव गलियाँ शहर हर डगर मौन... Quote Writer 355 Share Arvind trivedi 13 Sep 2023 · 1 min read कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो । उपजते नित सियासत में नए से रोग देखो तो । किसी को नाम से परहेज कोई धर्म पर लड़ता - विखंडित... Quote Writer 324 Share Arvind trivedi 23 Jul 2023 · 1 min read क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? क्या मणिपुर बंगाल क्या, क्या ही राजस्थान ? कैसा है जनतंत्र यह, कैसा हिन्दुस्तान ।। कैसा हिन्दुस्तान, द्रौपदी लुटती रहती । सत्ताओं की भूल, सदा नारी क्यों सहती ? फाँसी... Quote Writer 288 Share Arvind trivedi 9 Jul 2023 · 1 min read दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । दीवारें ऊँचीं हुईं, आँगन पर वीरान । साँकल की आवाज को, तरस रहे हैं कान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 227 Share Arvind trivedi 6 Jul 2023 · 1 min read उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, उम्र भर प्रीति में मैं उलझता गया, यूँ लगा एक दिन यह सुलझ जाएगी । नित्य बैठा किनारों पे यह सोचकर, प्यास सरिता हमारी समझ जाएगी । ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 256 Share Arvind trivedi 3 Jul 2023 · 1 min read देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । देह अधूरी रूह बिन, औ सरिता बिन नीर । गुरु बिन इस संसार में, मानव सहता पीर ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 1 1 301 Share Arvind trivedi 29 Jun 2023 · 1 min read ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह । हृदय हुए पाषाण सम, बचा न इनमें नेह ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 292 Share Arvind trivedi 18 Jun 2023 · 1 min read मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, मौन आँखें रहीं, कष्ट कितने सहे, छाँव देकर हमें, तन तपाए पिता । नभ सा विस्तृत, पिता का हृदय है सुनों, हर समस्या को आखिर हराए पिता । ✍अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 458 Share Arvind trivedi 14 Jun 2023 · 1 min read सपने सारे टूट चुके हैं । सपने सारे टूट चुके हैं । हाथ-हाथ से छूट चुके हैं । भटक रहे हैं प्राण अकेले - घट माटी के फूट चुके हैं ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 494 Share Arvind trivedi 3 Jun 2023 · 1 min read ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । ज़िन्दगी में सभी के कई राज़ हैं । बाद तेरे फिजाएँ भी नाराज़ हैं । एक होकर भी हम एक हो ना सके - अजनबी कल थे हम अजनबी आज... Quote Writer 372 Share Arvind trivedi 29 May 2023 · 1 min read गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । गिरते-गिरते गिर गया, जग में यूँ इंसान । जिंदा कैसे मैं कहूँ, फिरता लाश समान ।। ✍️ अरविन्द "महम्मदाबादी" Quote Writer 153 Share Arvind trivedi 20 May 2023 · 1 min read अब न वो आहें बची हैं । अब न वो आहें बची हैं । अब न वो राहें बची हैं । जिस्म का सौदा हुआ बस - अब न वो चाहें बची हैं ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी... Quote Writer 243 Share Arvind trivedi 14 May 2023 · 1 min read थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । थपकियाँ दे मुझे जागती वह रही । हर खुशी की दुआ माँगती वह रही । प्रेम माँ का सभी से अलग विश्व में - मेरी जय के लिए हारती वह... Quote Writer 575 Share Arvind trivedi 7 May 2023 · 1 min read पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न । स्वयं जाल में फँस रहे, देख शिकारी सन्न ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 378 Share Arvind trivedi 23 Apr 2023 · 1 min read पत्ते बिखरे, टूटी डाली पत्ते बिखरे, टूटी डाली और फूल मुरझाए हैं । जाने कैसे दिन आए हैं , जाने कैसे दिन आए हैं ।। प्रेमी मन तो घिरा हुआ है, नित अवसादों के... Quote Writer 529 Share Arvind trivedi 20 Apr 2023 · 1 min read जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जन्म मृत्यु का विश्व में, प्रश्न सदा से यक्ष । जीवन मिश्रित सा यहाँ, किन्तु ! मृत्यु निष्पक्ष ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 563 Share Arvind trivedi 16 Apr 2023 · 1 min read स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए । स्वप्न मन के सभी नित्य खंडित हुए । दोष जिन पर वही नित्य मंडित हुए । आस्थाएँ सभी रक्त रंजित मिलीं - ज्ञान से जो रहे दूर पंडित हुए ।।... Quote Writer 1 319 Share Arvind trivedi 4 Apr 2023 · 1 min read मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल । मौसम कैसा आ गया, चहुँ दिश छाई धूल । पैरों में खुद आप ही, चुभो रहे हैं शूल ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 354 Share Arvind trivedi 2 Apr 2023 · 1 min read सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी । सूर्य के ताप सी नित जले जिंदगी । मध्य सुख-दुख के हर दिन पले जिंदगी । आह है, मौन है, शोर है, भीड़ है - जाने कितने रँगों में ढले... Quote Writer 550 Share Arvind trivedi 26 Mar 2023 · 1 min read कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच । कितने उल्टे लोग हैं, कितनी उल्टी सोच । मलहम मलते हाथ पर, पैरों में है मोच ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 479 Share Arvind trivedi 23 Mar 2023 · 1 min read बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता, बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता, जब वफ़ा मैंने खुद भी निभाई नहीं । गलतियाँ खूब उसकी निकाला किए, अपनी गलती कभी भी बताई नहीं । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 1 2 432 Share Arvind trivedi 16 Mar 2023 · 1 min read स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार । स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार । कैसे -कैसे लोग हैं, राम लगाए पार ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी Quote Writer 285 Share Arvind trivedi 14 Mar 2023 · 1 min read मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है । मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है । हृदय में नेह से परिपूर्ण सरिता सूख जाती है । दरस की आस ले गुजरी गली में सांझ नित लेकिन... Quote Writer 432 Share Arvind trivedi 8 Mar 2023 · 1 min read पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में, पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में, निज पुरुषत्व प्रभावों में तुम, नारी का अपमान न करना | ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० महिला दिवस... Quote Writer 785 Share Arvind trivedi 8 Mar 2023 · 1 min read धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग । धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग । मस्त मगन हो नाचते, पीकर सारे भंग ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी होली के पावन पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं Quote Writer 241 Share Arvind trivedi 3 Mar 2023 · 1 min read ख़ाक हुए अरमान सभी, ख़ाक हुए अरमान सभी, अब तो केवल जिंदा हैं । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 1 225 Share Arvind trivedi 26 Feb 2023 · 1 min read मुझमें अभी भी प्यास बाकी है । मुझमें अभी भी प्यास बाकी है । वस्ल की अभी आस बाकी है । जिस्म तो भटक के थक चुका है, पर रूह की तलाश बाकी है । ✍️ अरविन्द... Quote Writer 178 Share Arvind trivedi 24 Feb 2023 · 1 min read शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये ! शोर जब-जब उठा इस हृदय में प्रिये ! नीर नयना स्वत: ही बहाने लगे । दृश्य जब-जब प्रणय के हुए प्राणमय, गीत में फिर तुम्हें गुनगुनाने लगे । ✍️ अरविन्द... Quote Writer 229 Share Arvind trivedi 20 Feb 2023 · 1 min read जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा । जो गलत उसको गलत कहना पड़ेगा । दर्द चाहत में मिले सहना पड़ेगा । वक्त की आवाज़ सुनकर जाग जाओ, तुमको दरिया की तरह बहना पड़ेगा । ✍️ अरविन्द त्रिवेदी... Quote Writer 1 247 Share Arvind trivedi 12 Feb 2023 · 1 min read भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह । भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह । जो डूबा दृग सिंधु में, मिली न उसको थाह ।। ✍️ अरविन्द त्रिवेदी उन्नाव उ० प्र० Quote Writer 233 Share Arvind trivedi 11 Feb 2023 · 1 min read दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया । दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया । हँसकर सही पीर जिसने जगत में फकीर हो गया । सहमे -सहमे से भटक रहे हैं झूठे लोग यहाँ -... Quote Writer 1 506 Share