A.R.Sahil 24 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid A.R.Sahil 14 Dec 2022 · 1 min read झूठ है ये प्यार दोबारा नहीं होता झूठ है ये प्यार दोबारा नहीं होता ये ख़ता तो लोग सौ सौ बार करते हैं Hindi · A R SAHIL · Arsahil · Sahil 168 Share A.R.Sahil 28 Nov 2022 · 1 min read ज़रूरी थोड़ी है जो सच्चा है अच्छा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है यानी अच्छा सच्चा भी हो यार ज़रूरी थोड़ी है जाने कितनी सोचों का है मरकज़ इंसानों का दिमाग़ जो तन्हा... Hindi · Arsahil · Gazal · Gazala · Jaruri Thori Hai · Sahil 464 Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 1 min read इब्तिदा-ए-इश्क़ (काव्य संग्रह:- सुलगते आँसू) आपके दिल में पनाह लेंगे…! हम भी अब दर्दे-दिल का मज़ा लेंगे…!! होंठो पे नाम आपका सजा लेंगे…! दिल में याद आपकी बसा लेंगे….!! दुन्या-जहान की दौलत नहीं चाहिए…! हम... Hindi · कविता 1 1 295 Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 1 min read कैसे कहूँ... (काव्य संग्रह :- सुलगते आँसू) तुम ही मेरी चैन हो तुम ही मेरी सकून हो तुम ही मेरी रूह हो तुम ही मेरी जान हो तुम ही मेरी धड़कन हो तुम ही मेरी सांस हो... Hindi · कविता 571 Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 2 min read राज की एक खबर (काव्य संग्रह:- सुलगते आँसू) आओ तुम्हे सुनाऊँ राज की एक खबर… मेरे रगों में बहती है जो लहू बन कर… पाहली बार आई थी जब वो नजर… देख कर उसे,हो गया मैं खुद से... Hindi · कविता 340 Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 2 min read कविता: इंसान की हकीकत ( काव्य संग्रह :- सुलगते आँसू) इंसान की हकीकत इंसान क्या है और इसकी हकीकत क्या है…? एक ऐसा सवाल.. जिसे हर कोई सदियों से… जानना चाह रहा है, समझना चाह रहा है..! दुन्या के सभी... Hindi · कविता 1k Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 2 min read कहीं आग तो कहीं धुआँ है ( काव्य संग्रह :- - सुलगते आँसू) मैं जब भी…. अपने शहर, अपने देश, अपने वतन, अपने प्यारे वतन हिंदुस्तान को देखता हूँ, तो मेरे जहन में एक ही सवाल आता है …. जो मेरे दिल पर... Hindi · कविता 432 Share A.R.Sahil 28 Oct 2020 · 2 min read काश कहीं ऐसा होता ( काव्य संग्रह :- सुलगते आँसू ) सोचो काश कहीं ऐसा होता बनाने वाले ने हम इंसानो को भी काश खुद की तरह पत्थर का बनाया होता न तो होते सीने मे जीते जागते धरक्ते हुए दिल... Hindi · कविता 232 Share A.R.Sahil 26 Oct 2020 · 1 min read सारी रात गुजर गई और... यूँ ही करवटें बदलते-बदलते , सारी रात गुजर गयी और, नींद का कुछ अत पता न था …! जैसे वो भी रूठ गई हो तुम्हारी तरह चली गई हो, मेरी... Hindi · कविता 1 1 577 Share A.R.Sahil 26 Oct 2020 · 1 min read आशिक हूँ पर... आशिक हूँ पर अब और आशिकी , मुझ से किया नही जाता…। तेरी बेवफाई का जहर पीकर अब और मुस्कुराया नही जाता…॥ एक मुद्दत गुजारी है, हमने सनम तेरे दीदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 535 Share A.R.Sahil 19 Aug 2020 · 1 min read ग़ज़ल:- वक़्त का मुसाफ़िर वक़्त का मुसाफ़िर मैं, वक़्त का मुहाजिर मैं । वक़्त कब फना कर दे, मंबअ-ए-अनासिर मैं ।। नाचता ही रहता हूँ, वक़्त के इशारों पर । क़ैद-ए-जिंदगी में हूँ, बेबसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 253 Share A.R.Sahil 13 Aug 2020 · 1 min read गज़ल:- चल झूठी तुझसे कमतर चाँद का यौवन, चल झूठी देखा भी है तुने दर्पण, चल झूठी कहती है तूँ, बन कर साँप लिपट जाऊँ जिस्म नहीं होता है चंदन, चल झूठी तूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 505 Share A.R.Sahil 14 Nov 2019 · 3 min read हस्तिनापुरः सभी रेप पीड़िताओं को समर्पित एक कविता हस्तिनापुरः सभी रेप पीड़िताओं को समर्पित एक कविता ऐ खुदा मुझे नफरत है, तुझसे और तेरी खुदाई से..! जो अपने घर मंदिर को, हस्तिनापुर बनते देख रहा था..!! तेरे ही... Hindi · कविता 1 238 Share A.R.Sahil 14 Nov 2019 · 3 min read एहसासों को लफ्जों की जरूरत नहीं होती (नज्म) सुनो ऐसा है… मुझे तुमसे कुछ कहना है … कुछ बातें है जो मुझे तुमसे करनी है… लेकिन ये इतना आसान भी नहीं है…. तुम्हारा पहला सवाल होगा … क्या... Hindi · कविता 369 Share A.R.Sahil 27 Oct 2019 · 1 min read अच्छा तो अब मैं चलता हूं मैं एक अधूरा सा वजूद मेरे एहसास, मेरे जज़्बात, यहां तक के मेरी सोच तक भी अधूरी थी मुकम्मल तो मेरे पास कुछ था ही नही भला वो मेरे साथ... Hindi · कविता 350 Share A.R.Sahil 25 Oct 2019 · 1 min read नज़्म:-सारी रात गुजर गई और... यूँ ही करवटें बदलते-बदलते , सारी रात गुजर गयी और, नींद का कुछ अत पता न था …! जैसे वो भी रूठ गई हो तुम्हारी तरह चली गई हो, मेरी... Hindi · कविता 219 Share A.R.Sahil 25 Oct 2019 · 1 min read नज़्म :- आशिक हूँ पर... आशिक हूँ पर अब और आशिकी मुझ से किया नही जाता …। तेरी बेवफाई का जहर पीकर अब और मुस्कुराया नही जाता …॥ एक मुद्दत गुजारी है, हमने सनम तेरे... Hindi · कविता 302 Share A.R.Sahil 7 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल :- मेरी औकात मेरी औकात है क्या, मुझको बताता है कोई...! आईना ले के मेरे सामने आता है कोई...!! ख़ुदकुशी जुर्म है सो, जब्त गम पे करता है कोई...! ज़िन्दगी हँस के भला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 437 Share A.R.Sahil 5 Apr 2019 · 3 min read क्या फर्क पड़ता है...?? "क्या फर्क पड़ता है...?" इश्क की बाजी मैंने हारी या जीती, "क्या फर्क पड़ता है"...? क्या खोया मैंने क्या पाया इश्क़ में, "क्या फर्क पड़ता है"...?? बेइंतहा चाहा है तुमको,... Hindi · कविता 334 Share A.R.Sahil 29 Dec 2018 · 1 min read गजल:- दर्दे दिल जो उन्हें हम सुनाने लगे दर्दे दिल जो उन्हें हम सुनाने लगे...! उनको हर बात में सौ फसाने लगे...! ऐसे जुगनू जिन्हें था सितारा किया..! फ़र्ज़ का पाठ हमको पढ़ाने लगे...!! मिल गयी उनको शोहरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 234 Share A.R.Sahil 23 Nov 2018 · 1 min read गजल: न कोई गजल न कोई मिश्रा तमाम शहर की अक्सर, रहे नजर में है…! वो एक शख्स जो मेरे लहू, जिगर में है…!! खयालो ख्वाब की मंजिल तलाश करता फिरे…! हरेक शख्स यहाँ, उम्र भर सफर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 374 Share A.R.Sahil 22 Nov 2018 · 1 min read गज़ल:- नई है सोच नया इन्कलाब का सूरज नई है सोच नया इन्क़लाब का सूरज ! निकल रहा है नई आबो-ताब का सूरज !! खुदा के खौफ से डरना जो जानते ही नहीं ! डुबो के रहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 266 Share A.R.Sahil 21 Nov 2018 · 1 min read गज़ल:- तुझे आज से बेवफा लिख रहा हूँ तेरे जुल्म की इन्तेहा लिख रहा हूँ ! तुझे आज से बेवफा लिख रहा हूँ !! हया लिख रहा हूँ, अदा लिख रहा हूँ ! तेरे हुस्न को आइना लिख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 299 Share A.R.Sahil 20 Nov 2018 · 1 min read गजल: जो कर सको तो मेरे नाम एक शाम करो तमाम उम्र न मांगी कि मेरे नाम करो जो कर सको तो मेरे नाम एक शाम करो !! सनम न समझो मगर हमसे अजनबी जैसे हुजूर जब भी मिलो तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 445 Share