AJAY PRASAD Tag: मुक्तक 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid AJAY PRASAD 21 Jan 2022 · 14 min read मुक्तक मौत तक ज़िंदगी को संभाल यार कुछ गलतफहमियां पाल। अब्र ,कब्र ज़ब्र और है सब्र भी यही तो है कुदरत का कमाल। -अजय प्रसाद सवाल ये है कि जवाब क्या... Hindi · मुक्तक 1 571 Share AJAY PRASAD 23 Aug 2021 · 9 min read मुक्तक जब खामोशी से आप सब कुछ स्वीकारतें हैं मतलब आप अपने ही वजूद को दुत्कारतें हैं । जिसे आपने बड़े प्यार से पाला था आस्तीन में ये वही साँप है... Hindi · मुक्तक 1 388 Share AJAY PRASAD 23 Aug 2021 · 14 min read मुक्तक मौत तक ज़िंदगी को संभाल यार कुछ गलतफहमियां पाल। अब्र ,कब्र ज़ब्र और है सब्र भी यही तो है कुदरत का कमाल। -अजय प्रसाद सवाल ये है कि जवाब क्या... Hindi · मुक्तक 1 315 Share AJAY PRASAD 2 Aug 2021 · 14 min read मुक्तक मौत तक ज़िंदगी को संभाल यार कुछ गलतफहमियां पाल। अब्र ,कब्र ज़ब्र और है सब्र भी यही तो है कुदरत का कमाल। -अजय प्रसाद उसकी महफिल से हो कर आया... Hindi · मुक्तक 1 351 Share AJAY PRASAD 25 Jun 2021 · 14 min read आज़ाद गज़ल वक्त के गूजरने का एहसास किसे है 'वो'भी गूजर जाएगा बिश्वास किसे है । खुश रहें जिस हाल में रक्खें खुदा हमें बेहतर ज़िंदगी की अब आश किसे है। हाँ... Hindi · मुक्तक 2 5 580 Share AJAY PRASAD 28 Apr 2021 · 53 min read मुक्तक 2021-22 आज़ाद गज़लें संग्रह पत्थर पे फूल खिला सकते हो क्या सोई हुई ज़मीर जगा सकते हो क्या । बड़ा गरूर है अपने तरक़्क़ी पर तुम्हें मरे हुए को भी जिला... Hindi · मुक्तक 1 1k Share AJAY PRASAD 17 Sep 2020 · 1 min read मुक्तक 'पूछता है भारत' कब तक करोगे तिज़ारत मुद्दे के नाम पे टुच्चे बहस और सियासत । गले फाड़ कर जो ब्रेकिंग न्यूज़ हो दिखाते क्या ऐसे ही करोगे तुम सच... Hindi · मुक्तक 1 300 Share AJAY PRASAD 31 Aug 2020 · 1 min read आहत है आदमी आदमी से भीख मांगता है जबकी नियत अच्छे से जानता है । ***** मशहूर होने की जो चाहत है हर एक शख्स इससे आहत है । भला हो ये... Hindi · मुक्तक 3 1 315 Share AJAY PRASAD 29 Aug 2020 · 1 min read मुक्तक आंखों में सब मंज़र चुभते हैं हालात के ये खंजर चुभते हैं । लाख खो जाऊँ मैं रंगीनियों में खोखले से ये समंदर चुभते हैं। -अजय प्रसाद तरस रही हैं... Hindi · मुक्तक 2 261 Share AJAY PRASAD 28 Aug 2020 · 1 min read मुक्तक आंखों में सब मंज़र चुभते हैं हालात के ये खंजर चुभते हैं । लाख खो जाऊँ मैं रंगीनियों में खोखले से ये समंदर चुभते हैं। -अजय प्रसाद तरस रही हैं... Hindi · मुक्तक 1 1 476 Share AJAY PRASAD 11 Aug 2020 · 1 min read आईना खामोशी से 'वो' कह गया अलविदा मशहूर थी जिसकी बोलने की अदा । *** लोकतंत्र को हमें बचाना होगा चुनाव हर हाल में कराना होगा। *** इतना तो चैनलों पे... Hindi · मुक्तक 3 1 513 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 3 min read मुक्तक इन्सान खुदा हमारी भी कुछ हैसियत है क्या अच्छा! तो हमें क्यों नहीं पता । सदियाँ गुजर गयी समझने में मालिक कौन? इन्सान या खुदा । -अजय प्रसाद सहरा में... Hindi · मुक्तक 5 2 481 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 1 min read चार लाईन बदसूरत को हसीन बताऊँ कैसे आसमां को ज़मीन दिखाऊँ कैसे । कहतें हैं मुल्क में सब खैरियत है खुद को ये यकीन दिलाऊँ कैसे । -अजय प्रसाद मुझे तू और... Hindi · मुक्तक 6 4 572 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 1 min read चार लाईने बदसूरत को हसीन बताऊँ कैसे आसमां को ज़मीन दिखाऊँ कैसे । कहतें हैं मुल्क में सब खैरियत है खुद को ये यकीन दिलाऊँ कैसे । -अजय प्रसाद मुझे तू और... Hindi · मुक्तक 6 642 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 2 min read चार लाईने बंदिशो में रहने का आदी नहीं हूँ अहिंसा का पुजारी गाँधी नहीं हूँ । दिल गर जीत लिया,जान दे दूंगा लीडरों सा मै अवसरवादी नहीं हूँ । -अजय प्रसाद रो... Hindi · मुक्तक 5 1 275 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 2 min read मुक्तक भटकना है मेरी फितरत तो मंजिल क्या करे बेवफ़ा है मेरी तकदीर,तो संगदिल क्या करे । तन्हाईयों ने की है इस कदर मेरी तीमारदारी वीराने अब हैं मेरी जागीर महफ़िल... Hindi · मुक्तक 3 1 522 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक सरकारी अनुदान पर टिकी हुई जो संस्थाएँ हैं कम होती जा रही उन पर लोगों की आस्थाएँ हैं । बदहाल रख रखाव उदासीन ढुल मुल रवैया है लापरवाह कर्मचारियों से... Hindi · मुक्तक 3 2 391 Share AJAY PRASAD 31 Jul 2020 · 1 min read चार लाइन ज़िंदगी अपनी जैसे एल ई डी टीवी स्क्रीन है खुद तो काला मगर औरों के लिए रंगीन है । चैनेल कॉमेडी का यारों चेह्रे पर चला रक्खा है कहीं किसी... Hindi · मुक्तक 4 2 267 Share AJAY PRASAD 26 Jul 2020 · 1 min read मुक्तक महत्वाकांक्षाओं के आगोश में है अभी तो वो जवानी के जोश में है । जाने कब लेगा सबक कहानी का वो राज जो कछुए-खरगोश में है । -अजय प्रसाद सियासी... Hindi · मुक्तक 3 563 Share AJAY PRASAD 25 Jul 2020 · 3 min read कता इन्सान खुदा हमारी भी कुछ हैसियत है क्या अच्छा! तो हमें क्यों नहीं पता । सदियाँ गुजर गयी समझने में मालिक कौन? इन्सान या खुदा । -अजय प्रसाद सहरा में... Hindi · मुक्तक 2 2 256 Share AJAY PRASAD 25 Jul 2020 · 2 min read कता गिरा कर मुझको संभल गया कोई और हद से आगे निकल गया कोई । मैं तो पड़ा रहा किसी हाथ के लिए देख मुझको रास्ता बदल गया कोई । -अजय... Hindi · मुक्तक 1 2 579 Share AJAY PRASAD 25 Jul 2020 · 2 min read चार लाईनें आप मुझे बर्दाश्त नहीं कर सकते क्योंकि बर्खास्त नहीं कर सकते । मेरी जीत आपको बड़ी अखरती है और मुझे परास्त नहीं कर सकते । -अजय प्रसाद आईये हम आज... Hindi · मुक्तक 2 2 254 Share AJAY PRASAD 25 Jul 2020 · 8 min read मुक्तक तक़सीम हुआ था मुल्क मसाइलों के लिए क्या आज़ादी हमने पाई इन काहिलों के लिए क्या । देते खोखले आश्वासन,बहाते हैं घड़ियाली आसूँ जाँ गँवाई जवानों ने इन जाहिलों के... Hindi · मुक्तक 2 4 465 Share