Rajesh Kumar Kaurav Tag: कविता 114 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajesh Kumar Kaurav 4 May 2024 · 1 min read चाणक्य सूत्र मनहरण घनाक्षरी सहयोग करें सभी पात्र पहचान तभी कभी कभी नकलची मुश्किल में डालते। चाणक्य की मानकर मूर्ख लोग त्यागकर चरित्र हीन छोड़ दो भावना न जानते । तीजे लोग... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 May 2024 · 1 min read संवेदना हीन/वर्ण पिरामिड क्यों मन शून्यता हृदय के भाव गायब सेवा- सहयोग संवेदनशीलता । है युग प्रभाव मानवता स्वार्थ लोलुप संवेदना खत्म शैतानियत जहाँ। ये दुष्ट इंसान मालामाल बुरे विचार संवेदना हीन प्रसिद्धि... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 May 2024 · 1 min read संवेदना मंत्र यह शरीर संवेदन शीला। भाव ग्रहण से नीला पीला।। कटु वाणी से उपजे क्रोधा। प्रेम स्नेह ज्यों मनहि प्रबोधा ।। त्वचा स्पर्श जरा कहीं होई। ज्ञान तन्त्र जाने सब कोई... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 Apr 2024 · 1 min read मत (वोट)की महत्ता मत (वोट) की महत्ता चौपाई अपने मत की ताकत जानो। मताधिकार इक शक्ति मानो।। जिसके पक्ष अधिक मतदाना। राजा बनते सबने जाना।। मत पाने भारत के नेता। झूठ बोलकर बहका... Hindi · कविता 2 53 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य एक श्री राम क्यों होता हैरान मानव खोज रहा क्यों सत्य तू तुझ में मुझ में हर प्राणी में पहचान ले अब सत्य तू दूर नहीं है सत्य तुझसे सत्य बसा है पास... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 28 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Mar 2024 · 1 min read सत्यदेव # सत्यदेव एक कथा महभारत आई। सत्य फलित जीवन में भाई ।। सत्यदेव इक नामी राजा । धर्म शास्त्र सम्मत हर काजा।। एक बार नृप के दरबारा। नार रूप लक्ष्मी... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 37 Share Rajesh Kumar Kaurav 25 Mar 2024 · 1 min read सत्य समझ है सत्य संसार सत्यवादी करें विश्वास प्रभु नाम आस जन्म चक्र हो नाश। ये तन समझ साधन है उठाओ लाभ ज्ञान भक्ति कर्म तीनों हैं मुक्ति धर्म । राजेश कौरव... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 43 Share Rajesh Kumar Kaurav 25 Mar 2024 · 1 min read सत्य सत्य की खोज सत्य सत्य की खोज में सदा मिलन मोह में सत्य सनातन आत्मा परमात्मा खोजती। फंसी यहाँ संसार में लोभ मोह के जाल में निज स्वार्थ समर्पण दिन रात सोचती। माया... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 34 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य क्या कौन हूँ कौन हूँ आज भी मौन हूँ बात है काम की जीव के राज की । नाम से काम है देह तो धाम है सूक्ष्म से सूक्ष्म जो आप... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 38 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य खोज कर कर कुछ हारे,मिलता नहीं प्रमान। श्रद्धा अरु विश्वास सफलता,यही सत्य पहचान ।। वैदिक धर्म सत्य परिभाषा,कहते चतुर सुजान। सत्य मार्ग पर चलने वाले,सत्य नाम गुणगान।। सत्यवादी हरीशचंद्र... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 33 Share Rajesh Kumar Kaurav 23 Mar 2024 · 1 min read सत्य सनातन सत्य नाम ईश्वर आत्मा का धाम दोनों पक्ष भूलकर , सत्य सब खोजते । सत्य कहना आसान, स्वीकारें वही महान, सत्य सनातन पथ, सत्यवादी दौडते । जिनको होता विश्वास,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 19 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Feb 2024 · 1 min read श्री राम राम स्वयं परमात्मा,जीव अंश जग आत्मा, सबके मन में बास,दूर मत खोजिए। आस्था श्रद्धा व विश्वास,राम दर्शन की आस, दुर्लभ मानव जन्म,राम भज लीजिए। ख़ुद को लो पहचान,देव रूप है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 48 Share Rajesh Kumar Kaurav 20 Aug 2023 · 1 min read सदगुरू जिन्हें नहीं है स्वयं भरोसा गुरु अलग वो खोजते अदला-बदली के चक्कर में आत्म विकास रोकते सुनते हैं जिसकी भी महिमा लगता है श्रेष्ठ वही श्रृद्धा और विश्वास बिना गुरु... Hindi · कविता 1 119 Share Rajesh Kumar Kaurav 28 Mar 2023 · 1 min read कालरात्रि # माँ कालरात्रि रक्तबीज जन्मा जग माही । करहि उपद्रव डरता नाही ।। कारण उसे मिला वरदाना । नारी हाथ मृत्यु निज जाना ।। रक्त बूँद पडते ही धरती। उपजे... Hindi · कविता 1 195 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Jan 2023 · 1 min read # भारत सरसी छंद स्वर्ग देखने की इच्छा हो देखो मेरा देश । भारत माता के दर्शन से मिटते सभी कलेश।। राजा राम अयोध्या नगरी धरती पर अवशेष । कृष्ण की मथुरा... Hindi · कविता 1 181 Share Rajesh Kumar Kaurav 26 Jan 2023 · 1 min read गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस दिन छब्बीस जनवरी खासा। दिवस यही गणतंत्र प्रकाशा।। सन सेतालिस में आजादी । रुकी देश की तव बर्बादी ।। जनता द्वारा जनता शासन। संविधान रखता अनुशासन ।। सफल... Hindi · कविता 1 158 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jul 2022 · 1 min read मृत्यु क्या है मृत्यु क्या है? कविता मृत्यु क्या है कोई न जाने। समझ न पाये कभी सयाने।। उत्तर हित जीवन खप जाता मृत्यु पुकारे मन घबराता।। मृत्यु सत्य तो सब कहते है... Hindi · कविता 2 260 Share Rajesh Kumar Kaurav 10 May 2022 · 1 min read पिता भगवान पितृ देव है स्वयं भगवाना। ब्रह्मा विष्णु महेश समाना ।। गुरु बन आप दिया उजयारा। बना आप से ही परिवारा। शरण तुम्हारी हमने पाई। मानव जीवन नित सुखदाई ।। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 281 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Apr 2022 · 1 min read पिता (सूर घनाक्षरी) #पिता (सूर घनाक्षरी) सब रिश्तों से गहरा पिता प्रेम का पहरा जीवन की हर बाधा स्वयं ही स्वीकार । संतान सुखी जीवन पिता प्रफुल्लित मन भूलता तन की पीड़ा सुनता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 385 Share Rajesh Kumar Kaurav 4 Apr 2022 · 1 min read हिन्दू नववर्ष *हिन्दूनववर्षकीमंगलकामना* नव संवत् यह हिन्दुस्तानी सूरज जन्मा आज । सृजन हुआ था चन्द्र धरा का समझो इसका राज। नव देवी ने किया धरा पर जीवन का विस्तार । नवदुर्गा का... Hindi · कविता 1 159 Share Rajesh Kumar Kaurav 22 Mar 2022 · 1 min read मानव भूल #चौपाई संसार सरकता है हरदम। परिवर्तन कब होता कम ।। ऊपर वाले नीचे आते। नीचे वाले ऊपर जाते ।। जिसके दिन अच्छे होते है। सदा नहीं वैसे रहते हैं ।।... Hindi · कविता 1 235 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Mar 2022 · 1 min read महाशिवरात्रि सरसी छंद शिव-शिवा का ब्याह दिवस है महाशिवरात्रि नाम । वेद पुराण सभी गुण गाते नाचें देव तमाम ।। फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी दूल्हा बन भगवान। बनी बारात भूत प्रेत... Hindi · कविता 204 Share Rajesh Kumar Kaurav 6 Feb 2022 · 1 min read पंचमी अवसर चौपाई पृथ्विराज नामक इक राजा। दिल्ली से करता हर काजा।। दिल्ली उसकी थी रजधानी । शूरवीर की अमर कहानी ।। मुहम्मद गौरी इक विदेशी । रहा लुटेरा वह परदेशी।। पृथ्वी... Hindi · कविता 1 1 272 Share Rajesh Kumar Kaurav 31 Dec 2021 · 1 min read काली कालिख पोत विदाई चौपाई देख बिदाई की बेला को। रोते परिजन किया भला को।। कुछ कहते यह भला हुआ है । संग बुरा जो टला दुआ है । काम धाम का जो सहयोगी... Hindi · कविता 1 1 226 Share Rajesh Kumar Kaurav 2 Nov 2021 · 1 min read धनवंतरी वंदना चौपाई छंद नमन वंदना करूँ तुम्हारी । धनवंतरी विष्णु अवतारी।। अमृत कलश लेकर जग आये। आयुर्वेद के जनक कहाये।। औषधियों के आदि प्रवर्तक । निरोग जीवन के तुम रक्षक।। समुद्र... Hindi · कविता 1 862 Share Rajesh Kumar Kaurav 24 Oct 2021 · 1 min read करवा चौथ करवा चौथ (सरसी छंद) करवा चौथ की सुंदर सीख क्यों भूल गए आज । करवा देवी ने बतलाया दीर्घ उम्र का राज ।। पति का पाॅव मगर ने पकड़ा करवा... Hindi · कविता 257 Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Oct 2021 · 1 min read साधना सफलता के लक्षण सरसी छंद *सफल साधना* सफल साधना को अनुमानों , कुछ लक्षण पहचान । हल्कापन शरीर में आता । उत्साहित मन जान। विशेष सुगंध देह समाती मिटती तन की पीर। त्वचा... Hindi · कविता 1 1 480 Share Rajesh Kumar Kaurav 3 Oct 2021 · 1 min read मध्यप्रदेश महिमा चौपाई छंद मध्यप्रदेश में रहता हूँ । गुण आज उसी के गाता हूँ । मातु नर्मदा के तट वासी। कमी न होती जल धन राशी। चंबल की बहती जल धारा... Hindi · कविता 2 4 485 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Sep 2021 · 1 min read हिंदी बिना हिंदी है हिंदुस्तान की भारतीय स्वाभिमान की जहाँ जहाँ हैं हिंदुस्तानी हिंदी भाषा मुॅह जुबानी सारे जग में फैल चुकी दुश्मन से भी नहीं रुकी भूल यहाँ पर एक हुई... Hindi · कविता 1 253 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Sep 2021 · 1 min read हिंदी दिवस सरसी छंद हिंदी हिन्दू व हिन्दुस्तान , महिमा रही महान । मात रूप संस्कृत से उपजी , युगों रही पहचान । बावन अक्षर की गल माला , शब्द कोश भरपूर।... Hindi · कविता 3 402 Share Rajesh Kumar Kaurav 29 Jun 2021 · 1 min read दहेज पर खामोशी खामोशी की भाषा को समझना बड़ा कठिन है । खामोशी से बनते काम कभी बिगड़ने का ड़र है । इतिहास में खामोशी पर कई घटना हुई दुखद है । राजा... Hindi · कविता 3 2 296 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Jun 2021 · 1 min read बरसात (दोहे) जून माह की गर्म लू, करती जब बेचैन । मानसून के साथ ही,मिलता है कुछ चैन । बूँद बूँद बरसात हो,गिरती कभी फुहार। झरझर पानी पड़ रहा ,ठंडी चले बयार।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 1k Share Rajesh Kumar Kaurav 11 Jun 2021 · 1 min read अद्भुत खेल बरसात ठंड़ गर्मी और बरसात ऋतु चक्र प्रकृति अनुसार। वैसे तो आवश्यक सब कभी कभी बनते प्रहार । बरसात का भी अजीब खेल रहस्य कोई समझ न पाया । कहीं मचा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 245 Share Rajesh Kumar Kaurav 21 Apr 2021 · 1 min read कोरोना के बाद कोरोना के बाद #हास्य व्यंग्य अतुकांत कविता कोरोना के बाद दावे होगे हजार फला दवा थी दमदार भविष्यवाणी भी पचास अमुक मंत्र असरदार झाड़फूक का कमाल टोना टोटका सफल रसोई... Hindi · कविता 2 2 320 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Apr 2021 · 1 min read परीक्षा जांच परख के काम को पर इच्छा अनुमान को प्रतिभा की पहचान का परीक्षा नाम कहलाता है । हर क्षेत्र में अलग अलग कार्यकुशलता की परख प्रामाणित करने योग्यता परीक्षा... Hindi · कविता 3 2 402 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jan 2021 · 1 min read साहित्य में सौदेबाजी इलेक्ट्रिक मीडिया के प्रभाव से हिंदी साहित्य सृजन बढ़ा है साहित्यकारों ने बना बना ग्रुप फेसबुक व्हाटसप को भरा है कुछ चलाते लाइक की शर्त कुछ ने वोट आप्शन जोड़ा... Hindi · कविता 4 11 349 Share Rajesh Kumar Kaurav 7 Jan 2021 · 1 min read साहित्य में सौदेबाजी इलेक्ट्रिक मीडिया के प्रभाव से हिंदी साहित्य सृजन बढ़ा है साहित्यकारों ने बना बना ग्रुप फेसबुक व्हाटसप को भरा है कुछ चलाते लाइक की शर्त कुछ ने वोट आप्शन जोड़ा... Hindi · कविता 1 227 Share Rajesh Kumar Kaurav 1 Jan 2021 · 1 min read स्वागत इक्कीस स्वागत इक्कीस दो के साथ शून्य जुड़कर सन बीस कहलाया था अपशकुन रहा दुनिया को बुरा वक्त ले आया था कोरोना की महामारी को सारे जग फैलाया था ठप्प कर... Hindi · कविता 2 1 442 Share Rajesh Kumar Kaurav 27 Dec 2020 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी (कोरोना) मनहरण घनाक्षरी 01 कोरोना की महामारी ,नये युग की बीमारी पूरी दुनिया में फैली,गर्व मिटाने आई । वैज्ञानिक अहं भाव,बुद्धिवादी सभी दाव परेशान क्या इलाज,मिली नहीं दवाई । अहंकार हुआ... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 27 760 Share Rajesh Kumar Kaurav 14 Nov 2020 · 1 min read पहचान हिंदुस्तान की ( कविता) सदियों बाद खुशियों की दीपावली है हिन्दूओं की अयोध्या में विराजित हुए राम लक्ष्मण और जानकी सफल हुआ जीवन हमारा जीत हुई है फिर धर्म की थम गया संघर्ष बलिदान... Hindi · कविता 1 2 387 Share Rajesh Kumar Kaurav 9 Sep 2020 · 1 min read राधाकृष्णन के नाम शिक्षक दिवस(गर्व करें) घनाक्षरी उच्च पद पाकर भी जो न बदला कभी नाम अमर है अभी राधाकृष्णन वही। पहले शिक्षक रहा दर्शन शास्त्र को गहा मानवतावाद कहा राष्ट्रपति रहा सही।... Hindi · कविता 4 1 478 Share Rajesh Kumar Kaurav 30 Aug 2020 · 1 min read योग्यता(व्यंग्य कविता) राजतंत्र और प्रजातंत्र में जमीन आसमान सा अंतर। पर भारत में चल रहा है समानता का एक मंतर। पहले राजों की संतानें राजपाट पद पाते थे। योग्यता सिर्फ वंशबाद युगों... Hindi · कविता 3 2 458 Share Rajesh Kumar Kaurav 12 Aug 2020 · 1 min read कल्पित भगवान द्वापर युग में जब बढ़ा पाप और अत्याचार। राजाओं में व्याप्त हुआ घमंड़ और भोग विलास। न्याय मर्यादा ओझल हुई धन बल का ही साम्राज्य। मैला आंचल संस्कृति का नारी... Hindi · कविता 4 2 424 Share Rajesh Kumar Kaurav 5 Jul 2020 · 1 min read राधेकृष्ण (कविता) कविता राधेकृष्ण का जाप करें, एक नाम दो रूप हैं। राधा भी तो कृष्ण रूप कृष्ण ही राधा रूप हैं। कृष्ण बिन राधा आधी राधा बिन कृष्ण अधूरे हैं। राधाकृष्ण... Hindi · कविता 2 1 544 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 Jun 2020 · 1 min read बुद्धिजीवी बुद्धिजीवी अफसोस है आधुनिक युग में बुद्धिजीवी लोग चाँद मंगल की सोचते हैं। लाखों करोड़ों का खर्च सालों साल से करते फिर भी असफलता बार बार प्रयास करते हैं। धरती... Hindi · कविता 3 536 Share Rajesh Kumar Kaurav 19 Jun 2020 · 1 min read बुद्धिजीवी बुद्धिजीवी अफसोस है आधुनिक युग में बुद्धिजीवी लोग चाँद मंगल की सोचते हैं। लाखों करोड़ों का खर्च सालों साल से करते फिर भी असफलता बार बार प्रयास करते हैं। धरती... Hindi · कविता 3 485 Share Rajesh Kumar Kaurav 18 May 2020 · 1 min read ड़ीजीलेप(व्यंग्य कविता) मोबाइल मत देना छोटे बच्चों के हाथ। कल तक कहते थे विशेषज्ञ दिनरात। आँखों को हानिकारक बिगाड़े मानसिक स्वास्थ्य। छिना छपटी में पिटतें माता पिता के हाथ। शिक्षाविदों से लेकर... Hindi · कविता 4 362 Share Rajesh Kumar Kaurav 17 May 2020 · 1 min read गृहे गृहे यज्ञ (चौपाई छंद) चौपाई छंद मृत्युल़ोक पर संकट आया*देश देश कोरोना छाया। देव दनुज धर मानव रूपा*निज कृत कर्म करहिं ज्यों भूपा। रूप रंग पहचान न होई*धर्म कर्म नहिं मानत कोई। होहिं अचंभित... Hindi · कविता 6 2 505 Share Rajesh Kumar Kaurav 13 Apr 2020 · 1 min read श्रद्धाँजलि *श्रद्धाँजलि* जलियांवाला बाग दिवस, याद हमें दिलाता है। वीर शहीदो के चरणों शीश स्वयं झुक जाता है। गुलामी के अत्याचारों की याद सदा दिलाता है। निर्दोषो की हत्या सुन पढ़... Hindi · कविता 6 4 256 Share Rajesh Kumar Kaurav 8 Apr 2020 · 1 min read रक्षा करो रक्षा करो(वर्ण पिरामिड़) हे वीर लंगूर हनुमान पवनपुत्र केसरी नंदन रोग फैला है भारी । श्री राम सेवक बजरंगी सुनो पुकार जग रखवारे कोरोना महामारी । जै जय रामेष्ट वरदानी... Hindi · कविता 4 5 348 Share Page 1 Next