राहुल कुमार विद्यार्थी Language: Hindi 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राहुल कुमार विद्यार्थी 19 Feb 2020 · 1 min read तुम्हारे आ जाने से खुशी मिल गई है तुम्हारे आ जाने से, खुशी मिल गई है ना जाने क्यूँ दिल में भी,प्रीत जग उठी है हसीं मेरे होठों की,बनी अब रहेगी सातों जन्म जो तुम,साथ ही रहेगी चलो... Hindi · गीत 2 289 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 13 Feb 2020 · 1 min read अधरों से अधरों का मिलन प्रिये! याद मुझे उस पुण्य पथ का जिस पथ चले थे दोनों ही अधरों से अधरों का मिलन हुआ था जहाँ.... तपे थे दोनों ही जिस्म नही, बस प्रेम तपा... Hindi · कविता 1 311 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 13 Feb 2020 · 1 min read एक चुंबन भर अधरों का वो प्रेम मिलन खूब मुझे तड़पाता है जब होता हूँ मौन कभी मैं याद वही पल आता है जब अधरों को तेरे मेरे अधर ने छूआ था थोड़े... Hindi · कविता 1 701 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 5 Feb 2020 · 1 min read कुछ लम्हे साथ गुजर पाए ~~~~~~~~~~~~~~ किसी की साजिश का कहर है या फ़िजाओं में घुला जहर है या कह दो न कि यह ठंडी हवा की लहर है आजकल जो व्यस्त रहने लगे हैं... Hindi · कविता 2 208 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 17 Dec 2019 · 1 min read हे कविवर! अब तुम लिखो हे कविवर! अब तुम लिखो देश की खातिर लेखन को देश हमारा मांग रहा है स्याही के कुछ बूंदों को देश हमारा धधक रहा है नफ़रत की अब आग में... Hindi · कविता 2 409 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 14 Dec 2019 · 1 min read नैना हैं अभिराम तुम्हारे शृंगार रस......?? नैना हैं अभिराम तुम्हारे, जुल्फें नागिन जैसी है चांद गगन में जैसे चमके, तू धरा पर वैसी है तू है प्रिये! चन्द्रमणि सी, मैं लौह कनक अभिरंजन हूँ... Hindi · कविता 1 1 382 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 13 Dec 2019 · 1 min read तोड़ो मत मैं पौध हूँ नन्हा सा अभी बढ़ा नहीं हूँ विकसित नहीं हुआ है तन मेरा | मुझे तोड़ो नहीं उन हाथों से ही जिन हाथों से सहेजा है कोई |... Hindi · कविता 4 353 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 12 Dec 2019 · 1 min read हास्य व्यंग्य रोज-रोज का चिक-चिक झिक-झिक, अब मुझको नही सुहाता है कसम बस तेरे प्यार की, यह मुझसे सहा न जाता हुई है प्याज मंहगी तो क्या, तुम प्याज क्यों नही लाए... Hindi · गीत 442 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 12 Dec 2019 · 1 min read पीना हो तो पी, आंखों से शराब इश्क की, बातें, वो क्या जाने ज़नाब जिसे पसंद हो, जिन्दे जिस्म का क़बाब चुभता रहा हो जो, खुद में, शूल की तरह वो, क्या जाने भला, लाल सफ़ेद गुलाब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 296 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 11 Dec 2019 · 2 min read बेटियों ! अब तुम जागो न क्रोध न संवेदना बस केवल घृणा....... अब तो आँसू भी सूख गए आँखों से| संवेदना भी शांत हो गई हृदय से | आखिर क्या करे? रोज-रोज सुबह-सुबह किसी भी... Hindi · लेख 1 2 493 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 11 Dec 2019 · 1 min read व्यंग्यात्मक दोहे 1. अच्छी कविता कौन है, समझ नहीं खुद आय | लेखन से फुरसत कहाँ, पढ़ि-पढ़ि ज्ञान अघाय || 2. कविता दिल की बात है, लिख जितना लिख पाय | तोड़... Hindi · दोहा 2 2 916 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 10 May 2018 · 2 min read कमरा नं० ५२ कमरा नंबर बयालीस ****************** बारहवीं के छात्र डेविड ने अभी-अभी एक बड़े शहर के नामी संस्थान में अपना दाखिला लिया था। उसे अभी क्लास जाते कुछ ही दिन हुए थे... Hindi · लघु कथा 303 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 28 Aug 2017 · 2 min read परदेशी पुत्र आज वर्षों बाद रामु अपने गाँव वापस आ रहा था | ज्योँहि वो रिक्सा से उतरा गाँव के बूढ़े,बच्चे,औरतें सभी की नजरें उन पर ही टिकने लगी | रामु की... Hindi · कहानी 546 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 26 Aug 2017 · 1 min read इश्क-ए-वफा तू पाले थी नफरत दिल में मैंने तो था पाला प्यार तेरी नफरत सच्ची थी पर झूठा न था मेरा प्यार तेरा नफरत जीत गया है हारा है आज मेरा... Hindi · कविता 389 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 31 May 2017 · 1 min read मुह्ब्ब्त मुहब्बत भरे रिश्ते यूँ ही भुलाये नही जाते औरों की खुशियों में आँसू बहाये नही जाते दिल से दिल की डोर बाँधे रख ऐ मेरे दोस्त मुहब्बत करने के सलीके... Hindi · मुक्तक 297 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 23 Feb 2017 · 1 min read **प्यारा बछड़ा** आज वर्षों बाद गौशाला में मेरे ,छाई है खुशियां क्योंकि सुन्दर सा बछड़ा जो दी, मेरी भोली-भाली गईया, मन मेरा भी हो गया उतावला, सोच नाम रखूँ,गोलू,भोलू या फिर क्या-क्या... Hindi · कविता 742 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 9 Feb 2017 · 1 min read *बचपन की यारी* लव कुश दो संतानें हूँ मैं, अपने माँ-बाप का, खेल-कूद कर बचपन बिता दी, जीवन के अभिन्न अंग का सच पूछो तो यारों, बहुत दुख हुआ, पहूँचकर जवानी की दहलिज... Hindi · कविता 695 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 7 Feb 2017 · 1 min read **प्रेम का दूपहिया** तुम भी चलो, मैं भी चलूँ चलती रहे ये ज़िन्दगी तुम भी गुनगुनाओ, मैं भी गुनगुनाऊँ, गुनगुनाती रहे ये जिन्दगी, थोड़ा तुम मधुर हो जाओ,थोड़ा मैं हो जाऊँ, मधुर हो... Hindi · कविता 548 Share राहुल कुमार विद्यार्थी 6 Feb 2017 · 1 min read मेरी यादगार यात्रा आज चढ़ा था, मैं बस के ऊपर, बस के ऊपर, मतलब उसकी, छत के ऊपर, थी वो खटहरा, ढ़न-ढन करती, बस की दिवारें, खटर-खटर थी, उसकी आवाजें, डर तो बहुत... Hindi · कविता 1k Share