ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: मुक्तक 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Dec 2022 · 1 min read दीवाने तो दीवाने हैं ... नफरतों के शहर में , मुहोबत की दुकान खोलने आए हैं । कितने नादान है वोह , जो शोलों के बवंडर मेंआग से खेलने आए हैं । मगर दीवाने तो... Hindi · मुक्तक 1 165 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Sep 2022 · 1 min read ढर्रा अतीत से दर्द , वर्तमान से असंतोष , और भविष्य का डर । जीवन है एक ही ढर्रे पर , नहीं कोई खुशियों की डगर । Hindi · मुक्तक 1 142 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 6 Aug 2022 · 1 min read अपने पराए दुश्मन को ढूढने की जरूरत नहीं , अपने घर में ही बहुत मिल जायेंगे । गैरों को भी अपना बनते देखा है , वरना अपने तो यहां गैर ही मिलेंगे... Hindi · मुक्तक 107 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 3 Aug 2022 · 1 min read बेटी का पिता बेटी को ब्याह देने पर भी , उसके सुखी होने का जब तक जिसे , इत्मीनान नहीं होता । वह पिता ही होता है जो जीवन भर , बेटी का... Hindi · मुक्तक 2 2 271 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2022 · 1 min read दोगले लोग कितने दोगले होते है वो लोग , जो अपनी लाडली बेटी को तो सर पर चढ़ाते हैं , और पत्नी के सुख और स्वतंत्रता में, प्रधान चिन्ह लगाते हैं। वोह... Hindi · मुक्तक 191 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 28 Jul 2022 · 1 min read प्रभु !कब आओगे ? कलयुग तो अत्यधिक बढ़ गया , मनुष्य भी ईमान से बहुत गिर गया, जाने तुम कब खबर लोगे इस दुनिया की, प्रभु ! क्या अब तक तुम्हारा अवतार लेने का... Hindi · मुक्तक 2 2 205 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read बेवफा जिंदगी जिंदगी गर हमसे वफ़ा करती , तो मौत का ख्याल क्यों करते ? क्यों रह -रह दमन को हम अपने , अश्कों से सदा भिगोते ही रहते ? ग़मों का... Hindi · मुक्तक 1 207 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2022 · 1 min read दुनिया का असली रूप इंसान के दुनिया में आने पर, इंसान के दुनिया से चले जाने पर , दोनों वक़्त खुशियाँ मनाई जाती है. भले ही तमाम उम्र काँटों पर गुज़रे , मगर चिताएँ... Hindi · मुक्तक 1 192 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 25 Jul 2022 · 1 min read नीरज जैसा हो हर युवा अगर देश का हर युवा नीरज चोपड़ा जैसा हो , तो क्यों न देश उनपर गर्व करे । देश के भविष्य होते है तभी वोह युवा वर्ग , जो देश... Hindi · मुक्तक 1 2 140 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Jul 2022 · 1 min read यादें यादें कहां रह जाती है जाने वालों की , उनके जहां से जाते ही मिटा दी जाती है । दिल और दिमाग आहिस्ता आहिस्ता साफ , और फिर मुलाकात के... Hindi · मुक्तक 1 142 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2022 · 1 min read माफिया राज माफिया राज कब तक चलेगा, कब तक ईमानदारी दम तोड़ेगी ? कब होगा इंसाफ सच्चाई और कर्तव्यनिष्ठा के साथ, कब सरकार नींद से जागेगी ? Hindi · मुक्तक 2 2 200 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read खुदगर्ज इंसान खुद बेफिक्र और तंदुरुस्ती का जीवन जीना चाहते है , मगर दूसरों के जीवन को दुख और संताप में डुबोकर कितना खुदगर्ज ,मक्कार और दुष्ट होगा यह इंसान , जो... Hindi · मुक्तक 1 242 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read आजादी इस घर से आजाद करो या , इस तन से रूह को आजाद करो । चाहे जो करो हे ईश्वर! बस इस नर्क से आजाद करो । Hindi · मुक्तक 1 135 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read इत्तफाक हम तो अपनी बात रखेंगे , तुम चाहे इत्तफाक रखो या ना रखो। हम तो अपनी डगर चलेंगे , अब यह तुम्हारी मर्जी तुम हमारा साथ दो या ना दो।... Hindi · मुक्तक 1 2 250 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Jul 2022 · 1 min read आह प्रेम ह्रदय में जिसके लिए होता है, दुआ भी उसी के लिए निकलती है। और जो प्रेम भरे दिल को ठुकराए, उसके लिए दुआ नहीं आह निकलती है । Hindi · मुक्तक 1 118 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read फर्क एक सफल पुरुष के पीछे, किसी महिला का हाथ होता है । मगर एक सफल महिला के पीछे, उसके पिता का हाथ जरूर होता है । Hindi · मुक्तक 284 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read पिता विहीन पुत्री की पीड़ा जिन बेटियों की सीरत सूरत पिता से मिलती है , सुना है वोह बेटियां भाग्यशाली होती है । मगर जिनका पिता ही न हो वोह बेटियां , अनाथ और दुर्भाग्य... Hindi · मुक्तक 253 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read सियासत की रम्मी ईमानदारों को बईमान टिकने न दें , और सरकार है इतनी निकम्मी , की इस पर भी कान न दे । खेल रहे आपस में सियासत की रम्मी। Hindi · मुक्तक 133 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 19 Jul 2022 · 1 min read जवाब देही किसकी ? जवाब देही सैनिकों से मांगने वालों शर्म करो ! पहले अपनी वफादारी का तो सबूत दो । खा रहे हो दीमक की तरह हमारे देश को , पहले अपने गुनाहों... Hindi · मुक्तक 274 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read एहसान फरामोश बेटियों से जायदा क्या बेटे एहसान फरामोश होते है , जो माता पिता के एहसानों को पूर्णतः भूल जाते है । बेटियां नहीं भूलती पराई हो कर भी प्यार दुलार... Hindi · मुक्तक 2 4 410 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Jul 2022 · 1 min read कलयुगी संतान धन दौलत और जमीन जायदाद की , लोभी कलयुगी संतान क्या रंग दिखाती है । पालती है खतरनाक शिकारी कुत्ते , और माता पिता को उनसे कटवाती है । Hindi · मुक्तक 127 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read कर्मगति युवावस्था में जो संतान अपने माता पिया को , दुख ,संताप और तिरस्कार देती है । अपनी वृद्धावस्था में फिर ब्याज के रूप में , वही दुख ,संताप और तिरस्कार... Hindi · मुक्तक 108 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read अफसोस खंजर के सीने में भी होता होगा दिल , उतर कर किसी मासूम के कलेजे पर , वोह भी जार जार रोया होगा । मगर ए खुदगर्ज इंसान ! तू... Hindi · मुक्तक 140 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read स्वार्थी से बेजुबान जानवर बेहतर स्वार्थी इंसान के साथ से बेहतर है , एक बेजुबान को अपना साथी बना लेना । जो बेशक बोल नहीं सकता, मगर उसे आता तो है भावनाओं। को पढ़ना । Hindi · मुक्तक 1 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Jul 2022 · 1 min read अपना घर चाहिए बस एक घर , जो अपना हो । ना हो कोई बेकद्र इंसान उसमें , बेशक जीवन हमारा तन्हा हो । Hindi · मुक्तक 118 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी दुखों से बोझिल है , कशमकश से भरी है, चाहे लाख खलल हो इसके रास्ते में , चाहे जैसी भी हो जिंदगी , मगर अभिशप्त नहीं है । मौसम है... Hindi · मुक्तक 195 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जुदाई से तकरार बेहतर तकरार हो आपस में चाहे जितनी , मगर जुदाई की घड़ी कभी न आए। मनमुटाव हो तो दूर कर लो फौरन , देखो यह राई का पहाड़ न बन पाए। Hindi · मुक्तक 222 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read बस चंद बूंद की ख्वाइश क्यों खामख्वाह बाढ़ में , एक शहर को डूबो रहे हो । चंद बूंदे इस सूखी धरती पर भी डाल दो , जिसे एक बूंद के लिए तरसा रहे हो... Hindi · मुक्तक 1 2 111 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read खुदा को पहचानो । अपने कौम के प्रति वफादार बनते हो , पहले इंसान होने के नाते इंसान के तो , वफादार बन जाओ। हर जिस्म में समाया है नूर उसका, उस खुदा को... Hindi · मुक्तक 1 141 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read मझधार जब शासक हो कमजोर और निकम्मा , तो देश में अराजकता आ ही जाती है । एक माझी हो नासमझी तो , कश्ती मझधार में समा ही जाती हैं। Hindi · मुक्तक 118 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read जमाने की हवा मर एक तारा आज फिर , और आकाश गंगाएं उसके इर्द गिर्द नृत्य कर रही , भला कोई पूछे इनसे , इन्हें भी जमाने की हवा कैसे लग गई? Hindi · मुक्तक 256 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Jul 2022 · 1 min read यह कैसा राष्ट्रपति ? पहले तो अपने ही घर आग लगाई , और फिर दामन छुड़ा कर चले गए। वाह रे श्रीलंका के राष्ट्रपति तुम ! देश को मुसीबत में डालकर भाग गए। Hindi · मुक्तक 91 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read सदगुरु की महानता सतगुरु ! तेरी महिमा कही न जाये , वेद ,पुराण ,ग्रन्थ सब लिख-लिख हारे , तुम ही हो महान इस सारे जगत में , हम दीनन के तुम ही हो... Hindi · मुक्तक 1 2 214 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 13 Jul 2022 · 1 min read मेरे हमराज मेरे सतगुरु मुझे तो सरोकार है बस अपने सतगुरु से , इस जगत से मुझे भला क्या है लेना-देना , वह है हमराज़ ,हमदर्द ,परम मित्र मेरे , झूठे ,स्वार्थी रिश्तों का... Hindi · मुक्तक 1 2 74 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read मतलबी दुनिया अच्छे दिन के हैं सभी साथी , दुख में न दे साथ कोई । श्रीलंका की बदहाली से मिला सबक , पूरे विश्व में न आया कोई आगे हाथ थामने... Hindi · मुक्तक 2 108 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read श्रीलंका से सबक लो.. सरकार की कुव्यवस्था का नतीजा है , श्रीलंका में आई अराजकता । मेरे देश की सरकार ! हो जाओ सावधान , नियंत्रण में करो अपने हालातों को , अन्यथा यहां... Hindi · मुक्तक 4 160 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read बेकार है मौत पर सोग मनाना.. जीतेजी तो कभी फुर्सत से बैठे भी नहीं हमारे करीब, और अब हमारी मौत का सोग मना रहे हो । कभी किसी गम में रोए तो रूमाल भी न दिया,... Hindi · मुक्तक 2 208 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read अरे ओ मेघा ! कब बरसेगा तू अरे ओ मेघा ! कब बरसेगा रे तू। क्या मुझे रुला कर ही बरसेगा तू। अब आ भी जा ,मेरे जी को न तरसा , लुंगी तेरी बलैयां अगर बरसेगा... Hindi · मुक्तक 2 71 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read अब कौन सा जतन करूं कौन सा जतन करूँ ,करूँ कौन उपाए। तेरे बिन बरखा रानी ,कुछ न सुझाये। तेरे दर्शन को ऐसे तड़पूँ ,जैसे की मीन , क्यों तू मुझे एक बून्द के लिए... Hindi · मुक्तक 2 136 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read दास्तान इंसान की ज़िंदगी की बस इतनी सी है दास्तान , दो घड़ी का मेला है और फिर सब सुनसान। छोटी सी ज़िंदगी है और बेशुमार हसरतें ,तौबा ! फानी है... Hindi · मुक्तक 1 4 110 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Jul 2022 · 1 min read सब्र करो देशवासियों ज़रा रखो होंसला , दिन ज़िंदगी के ज़रूर बदलेंगे। लूटने वालों ने है अब तक लूटा , अब बसाने वाले भी आयेगे। बस थोड़ा सा और सब्र करलो ,... Hindi · मुक्तक 1 5 206 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read अमन के दुश्मन यूं ही नहीं लगा करती आग , साम्प्रदायिकता की देश में। इसमें स्वार्थ का घी डालते नेता, और सुखी लकड़ियां डालते , धर्म के ठेकेदार डालते शैतान के वेश में... Hindi · मुक्तक 137 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Jul 2022 · 1 min read निर्लज्ज बारिश बारिश की आस लिए मन में मैने पकोड़े बनाए । मगर बारिश को हाय! इस पर भी रहम न आए । मजाल क्या है एक बूंद भी टपका दे आसमान... Hindi · मुक्तक 1 2 132 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read आपस में मत लड़ो मैं तेरी कुरान पढ़ूं , तुम मेरी गीता पढ़ो। मिलेगा सभी में एक हो संदेश , मिल कर रहो, आपस में मत लड़ो। Hindi · मुक्तक 1 2 257 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Jul 2022 · 1 min read उमस बरसात की एक बूंद को पहले तरसाती। फिर बरसात खत्म होने पर भी हावी हो जाती । बिजली के नखरों से सांठगांठ कर गर्मी में तड़पाती। क्या एसी,क्या कूलर क्या... Hindi · मुक्तक 2 2 83 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jul 2022 · 1 min read बेमिसाल रफी मोहम्मद रफी साहब का नहीं कोई जवाब , संगीत की दुनिया के है वोह आफताब, भारत की कौमी एकता की वोह मिसाल , प्यार करे और अदब करे उनको, हर... Hindi · मुक्तक 195 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 30 Jun 2022 · 1 min read एक ही भूल भूल हुई हमसे जो , अब तक तुम्हारी खताओं को माफ करते रहे । वरना जिस तरह से की तुमने , हमारे धर्म , आस्था और आराध्यों की , अवहेलना,... Hindi · मुक्तक 2 4 119 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jun 2022 · 1 min read रेलगाड़ी रेलगाड़ी के सफ़र जैसा ही होता है जिंदगी का सफ़र , सब कुछ ठीक हो तो लगता है बड़ा सुहाना . उसी तरह हमारे शरीर रूपी रेलगाड़ी सही हो ,... Hindi · मुक्तक 1 2 103 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jun 2022 · 1 min read राजनेताओं की हद इन राजनेताओं की इतनी सी है इंतेहा, पहले करते है बयानबाजी फिर हिंसा पर उतर आएंगे । सत्ता के खातिर यह सत्ता के लालची , इस हद तक गिर जायेंगे... Hindi · मुक्तक 1 2 101 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jun 2022 · 1 min read प्यासा मन प्यासा है मनुष्य मौर प्यासा है प्रत्येक जड़-चेतन , बारिश की दो बूंदों को तरसे हर प्राणी का मन। अब तो बरस भी जा ,कुछ तो रहम कर ,ऐ बरखा... Hindi · मुक्तक 1 2 131 Share Page 1 Next