आकाश महेशपुरी Tag: कविता 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 3 Mar 2022 · 1 min read मित्रों है मतदान का... (षष्टपदी) मित्रों है मतदान का, मिला हमें अधिकार। हमसे ही यह देश है, हमसे ही सरकार। हमसे ही सरकार, इसे हम लोग बनाते। आ जाये गर खोट, हमीं हैं सबक सिखाते।... Hindi · कविता 3 2 422 Share आकाश महेशपुरी 23 Aug 2021 · 1 min read नहीं नहीं जी कभी नहीं हाय बुढ़ापे में क्या बचपन दोबारा पा सकते हैं? बीता है जो पल क्या उसमें हम वापस जा सकते हैं? नहीं नहीं जी कभी नहीं। पूरी उम्र किसी की खातिर... Hindi · कविता 2 3 423 Share आकाश महेशपुरी 27 Jun 2021 · 1 min read हे ईश्वर! तू कहीं अगर है... हे ईश्वर! तू कहीं अगर है, कड़ी धूप में छाया देना। धन-दौलत कुछ कम ही देना, किंतु निरोगी काया देना। हे ईश्वर! तू कहीं अगर है, माता जैसी ममता देना।... Hindi · कविता 3 4 570 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read इंसानों से प्यारे गिद्ध इंसानों से प्यारे गिद्ध। आक्सीजन के साथ दवाई, ये बेंच रहे कई गुने पर। हैं इतने लालच में अन्धे, साँसों के कातिल सौदागर। इन इंसानों के जैसे क्या? होते हैं... Hindi · कविता 5 1 800 Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2020 · 1 min read शादी कोई खेल नहीं है शादी कोई खेल नहीं है ■■■■■■■■■■ शादी शादी रटते हो तुम शादी कोई खेल नहीं है उम्र कैद है सुन लो भाई कहने को बस जेल नहीं है शादी तो... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 4 5 851 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2020 · 1 min read खुली हुई है मधुशाला खुली हुई है मधुशाला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना के डर से सारे बंद पड़े हैं विद्यालय, मिल-जुल कर मरने की शिक्षा देते अब तो मदिरालय। नहीं किताबें मिल पाएंगी, लगा दुकानों पर... Hindi · कविता 6 720 Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2020 · 1 min read मजहब और अस्पताल मजहब और अस्पताल ■■■■■■■■■ अस्पताल हैं हमें बचाते, मजहब करता है बटवारा। धर्म अनेकों हैं दुनिया में, ईश्वर के भी नाम कई हैं। जगह जगह पूजालय लाखों, इस धरती पर... Hindi · कविता 3 1 489 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2019 · 1 min read कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ □■■■□■■■□■■■□ दुनिया के कुछ लोग हमेशा, रहते हैं मुरझाए। हँसी-ठिठोली कर लें आओ, हर कोई मुस्काए।। बीवी जिसकी कद्दू जैसी, वह ककड़ी का भ्राता।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 1 785 Share आकाश महेशपुरी 3 Apr 2019 · 1 min read हड़ताल और बीमार बेटा हड़ताल और बीमार बेटा ●●●●●●●●●● मन अनहोनी की शंका से थर-थर-थर-थर कांप रहा है आधी रात हुई है बेटा पल पल देखो हाफ रहा है अस्पताल जाना है लेकिन हड़ताल... Hindi · कविता 1 454 Share आकाश महेशपुरी 16 Feb 2019 · 1 min read पाक तुझे दहला देंगे रोज-रोज छिप-छिप कर चूहों आ जाते हो सरहद में बुजदिल तुम डरपोक भिखारी जल्दी आओगे ज़द में आग लगाकर बिल में घुसना और नहीं चलने देंगे घर में घुसकर मारेंगे... Hindi · कविता 6 4 1k Share आकाश महेशपुरी 13 Feb 2019 · 1 min read कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा □■□■□■□■□■□■□■□■□ नेता नोटों की गड्डी से, खेल रहे हैं खेल। जीवन अपना फीका फीका, मिले नमक ना तेल- जोगीरा सा रा रा रा।।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 4 1k Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2019 · 1 min read झूठा यार झूठा यार ◆◆◆◆◆◆◆◆◆ दिखता तो है मोम मगर वह धोखा केवल देता है ऑक्सीजन भी डर जाता जब लम्बी साँसे लेता है प्राण वायु पीता है लेकिन ज़हर उगलता है... Hindi · कविता 588 Share आकाश महेशपुरी 17 Jan 2019 · 1 min read जाड़ा जाड़ा ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ठिठुर ठिठुर कर जाड़े में हम क्या बतलाएँ भाई थर थर थर थर कांप रहे हैं जमने लगी रजाई जो जितना कमजोर उसे यह उतना ही तड़पाकर मार... Hindi · कविता 4 3 622 Share आकाश महेशपुरी 16 Jan 2019 · 1 min read रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ लगता है यूँ भूखे प्यासे रह जाएंगे बच्चे है राशन पर क्या हम इसको खा पाएंगे कच्चे आज हुए तुम खाली हो जब जेब... Hindi · कविता 5 2 1k Share आकाश महेशपुरी 8 Oct 2018 · 1 min read कलमकार कलमकार वेद व्यास ने कृष्ण सुदामा तुलसी जी ने राम को अमर बनाया इस दुनिया में देखो इनके काम को ग़ालिब की ग़ज़लें देखो तुम दोहे दास कबीर के ये... Hindi · कविता 2 515 Share आकाश महेशपुरी 21 Sep 2018 · 1 min read कितना भरमाया जाता है कितना भरमाया जाता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆ कितना भरमाया जाता है °°° पूर्व जन्म का कर्म बताकर स्वर्ग नर्क का मर्म बताकर जाल बनाकर पाखण्डों का कर्म-कांड को धर्म बताकर कितना धमकाया... Hindi · कविता 1 641 Share आकाश महेशपुरी 21 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों पर उपकार... शिक्षामित्रों पर उपकार कर दो हे मोदी सरकार दुखियारों का अब उद्धार कर दो हे योगी सरकार इतना है माथे पर भार जीवन से जाएंगे हार अबतक इतने गये सिधार... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read फिर से इक नव वर्ष मिला है फिर से इक नव वर्ष मिला है ॰॰॰ फिर से इक नव वर्ष मिला है मानव मन को हर्ष मिला है और इसे आगे ले जायेँ अबतक जो उत्कर्ष मिला... Hindi · कविता 4 1 1k Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2017 · 2 min read नया वर्ष कुछ खास रहेगा नया वर्ष कुछ खास रहेगा ●●● धूमिल हैं आशाएं सारी बने हुए सब हैं व्यापारी दिल की दौलत बेंच रहे हैं कैसी है यह दुनियादारी माना अबतक कष्ट मिला है... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Apr 2017 · 1 min read दो कुण्डलिनी छंद दो कुण्डलिनी छंद 1- कितनी छोटी हो गयी, है मानव की सोच, आगे बढ़ने के लिए, रहा स्वयं को नोच। रहा स्वयं को नोच, बढ़ी लालच है इतनी, और-और का... Hindi · कविता 766 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read मूँछेँ (सिर्फ एक मजाक) मूँछेँ (सिर्फ एक मजाक) ... सच कहूँ तो शान हैँ मूँछेँ। मर्दों की पहचान हैँ मूँछेँ।। अब तो यह फैशन है आया। मूँछोँ का है हुआ सफाया।। यह फैशन मूँछोँ... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 416 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- मेंढक और कछुवा बाल कविता- मेंढक और कछुवा ... बादल पर जा बैठे उछलकर मेंढक राजा मस्ती इतनी आई लगे बजाने बाजा पानी इतना बरसा बादल हो गया खाली गिर गये मेंढक राजा... Hindi · कविता · बाल कविता 798 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- बस्ता बाल कविता- बस्ता ... खुद से भारी बस्ता ढोकर गिर जाते हैं बेसुध होकर आज दिवस छुट्टी का आया हम बच्चों के मन को भाया बस्ते को अब कर के... Hindi · कविता · बाल कविता 1 770 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read आऊँगा मैँ रंग लगाने आऊँगा मैँ रंग लगाने ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ अबकी नव रस धार बहाने मन की चाहत को भड़काने सोई आशा एक जगाने आऊँगा मैँ रंग लगाने हरदम तुमसे दूर... Hindi · कविता 223 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read इक दिन हमको जाना होगा इक दिन हमको जाना होगा ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ जाने किस दुनिया से आये किस दुनिया मेँ खो जायेँगे माना हमको नीँद न आती इक दिन विल्कुल... Hindi · कविता 1 777 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read कुछ कुण्डलिनी छंद कुछ कुण्डलिनी छंद ■■■■■■■■■■■■■■ 1- मस्ती मेँ कटती नहीँ, उन लोगोँ की रात। गर जो ये करते नहीँ, श्रम वाली बरसात। श्रम वाली बरसात, श्रमिक ही ले आते हैँ। ये... Hindi · कविता 428 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read त्रिभंगी - छन्द त्रिभंगी - छन्द . . . . . . . . . . . . हाँ इसके बिन ये, मुश्किल दिन ये, इससे जीवन, धारा है कि हवा मेँ भाई,... Hindi · कविता 517 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read हरिगीतिका छन्द हरिगीतिका छन्द ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ बलवान है सुनिए वही जो, सोच का धनवान हो। जिसको झुका दुनिया न पाये, फर्ज की पहचान हो। वो धैर्य भी अपना न... Hindi · कविता 356 Share