रवि कुमार सैनी 'यावि' Language: Hindi 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रवि कुमार सैनी 'यावि' 12 Nov 2023 · 1 min read बात जाति की हैं मसला मुहब्बत की नहीं जाति की हैं मुक्कमल होने में दूरी भी जाति की हैं पहले पूछ लेते तो शायद दूर ही रहते बाद जाना तो देखा मामला जाति की... Hindi 1 63 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 8 Nov 2023 · 1 min read कब तलक निहारा करे ख़्वाब, अपना कब तलक निहारा करे जिंदगी ,तमाशा कब तलक गवारा करे समुद्र में कस्ती अक्सर डूबा नहीं करते तमन्ना जीत की,हार से हारा नहीं करते ✍️यावि Hindi · कविता 133 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 3 Jul 2022 · 1 min read Yavi, the endless महज चंद अल्फाज़ ही कहें थे उसने ,एकाएक मेरी नजर उसकी नीली गुलाबी होंठ पर थी l अचानक से उसने अपने होंठ को दांतों से दबा कर अपनी अल्फाज़ को... Hindi 270 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 13 Aug 2021 · 1 min read किधर जायेगा मंज़र मुसाफिर का किधर जायेगा होगा अपना जिधर, उधर जायेगा सवाल अस्मिता का बना डाला है लगता है कि लाडला सुधर जायेगा तुम आओ तो पहले बैठेंगे हम भी रोशनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 23 Mar 2021 · 1 min read मानिंद ख्वाब परिंदों का उड़ाया जा रहा है मानिंद ख्वाब परिंदों का उड़ाया जा रहा है जो हैं ही नहीं उसे अपना बनाया जा रहा है खुद ब खुद पता बता रहा हैं घर जो बेचारा लेकिन उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 2 Mar 2021 · 1 min read तुमसे मिलने से पहले अकेले अच्छे थे तुमसे मिलने से पहले नींद रात भर आती थी मिलने से पहले मुक्कमल नींद नहीं आती है बिन तेरे मुझको बता दिए रहते मिलने से पहले Hindi · मुक्तक 1 302 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 29 Oct 2020 · 1 min read बिंदी तो मासूम थी जो सिर्फ इशारे करती थी बिंदी तो मासूम थी जो सिर्फ इशारे करती थी, ये कमबख्त झुमके तो आवाज़ देकर बुलाते हैं. यूँ आसमा में बादल बरसने को तैयार ही थे ये कमबख्त जुल्फें गालों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 434 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 9 Aug 2020 · 1 min read ख्वाब का मंजर मुझे सिखायेगा ख्वाब का मंजर मुझे सिखायेगा जिन्दगी का दस्तूर भी बतायेगा मिल गये हों हैरत किस बात की देखना हमें वक़्त भी आजमायेगा मतलबी सब हैं एक दूसरे ख़ातिर वो तो... Hindi · कविता 1 1 416 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 18 Jan 2020 · 1 min read बिन तेरे एक एक दिन गुजर रहा हैं मर नहीं जाएंगे, बिन तेरे, हवा में न नफ़रत का ज़हर साँस भी ताजी हैं, बिन तेरे, ख्वाब होता तो रातें लंबी अब नींद... Hindi · कविता 1 1 264 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 17 Jan 2020 · 1 min read जब भरोसा ही नहीं मेरी बातों में जब भरोसा ही नहीं मेरी बातों में न आया करो ख्वाब बन रातों में बात तकलीफ़ का न किया करो अब रखा ही क्या मुलाकातों में खुश नहीं हो, मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 221 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 1 Jan 2020 · 1 min read जिन्हें हमने सबसे करीब माना था दूर वो ही हुए जिन्हें हमने सबसे करीब माना था कसूर उनका नहीं मेरा ही हैं जो हबीब माना था ख़ैर आना जाना तो लगा रहेगा हर एक दौर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 217 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 12 Nov 2019 · 1 min read मगरूरी नहीं हूँ किसी की जरूरत मगर ,ज़रूरी नहीं अकड़ हैं तो बहुत मगर मगरूरी नहीं घरौंदा बनेगा मेरा भी एक न एक दिन हसरत हैं तो बहुत लेकिन मज़बूरी नहीं मिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 229 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 1 Sep 2019 · 1 min read बेशक सताना है बेशक सताना है सता लो दो,ऐब न दिखा नींद चुराना है तो चूरा लो,ख्वाब न दिखा शर्तों की मुहब्बत आती नहीं हैं मुझको नर्म नाजुक हाथों से फिर गुलाब न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 251 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 25 Jul 2019 · 1 min read समझ जायेंगे इश्क में थोड़े नादां है,समझ जायेंगे उतार चढ़ाव का दौर, सहम जायेंगे पल दुनिया की खुशियाँ समेट लेंगे पल भर में दुनिया से भरम जायेंगे देखी नहीं,दुनिया दारी, देख लेंगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 402 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 23 Jul 2019 · 1 min read जी चाहता हैं जुल्फों में फ़ना होने को जी चाहता हैं आँखों में डूब मरने को जी चाहता हैं आहिस्ता आहिस्ता आना मेरे नींद में ख्वाबों में गुम जाने को जी चाहता हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 391 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 17 Jun 2019 · 1 min read ख्वाब ही सही मुलाकात हो जाती ख्वाब सही मुलाकात हो जाती सारी उम्र ग़र ये रात हो जाती तेरी जुल्फों तले छुपा हैं बादल, उठा लेती तो बरसात हो जाती तुम्हारे तरफ है सबकी निगाहें करती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 254 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 14 Mar 2019 · 1 min read प्यार ज्यादा नजर आता है तेरे रूठने में प्यार ज्यादा नजर आता है डांट कर जब बोलते हो, शजर आता है मुलाकात की बात होते तेरा 'न' कहना उसी 'न' में इजाजत का असर आता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 269 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 3 Mar 2019 · 1 min read सामने न सही सामने न सही चिलमन के पीछे से सूरत न सही घूँघट के ओट से ही किसी भी हालात में हो फ़िर भी बेचैन हैं हम तेरे दीदार को वर्षो से... Hindi · कविता 1 519 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 25 Feb 2019 · 1 min read किसी का मन भर गया है खेलते खेलते किसी का मन भर गया है खेलते खेलते तंग आ गया आखिर मुझे झेलते झेलते सोचा था बहुत लम्बा सफ़र होगा मेरा मगर बहुत दूर आ गये टहलते टहलते बदले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 336 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 25 Feb 2019 · 1 min read कैसे कह दूँ इंकार तुम्ही से है कैसे कह दूँ, इंकार तुम्ही से है कैसे कह दूँ, प्यार तुम्ही से है दोहरा बर्ताव फितरत में नहीं कैसे कह दूँ,इजहार तुम्ही से है लड़ना सीखा ही नहीं कभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 604 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 25 Feb 2019 · 1 min read दोहरा किरदार कैसे निभा लेते हो दोहरा किरदार कैसे निभा लेते हो सबको एक सा कैसे लुभा लेते हो इस तरह का हुनर सीखें हो कहाँ सच को भी झूठ से छुपा लेते हो बातों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 236 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 12 Jan 2019 · 1 min read वो अपने घुंघराले जुल्फों में उलझते रहे वो अपने घुंघराले जुल्फों में उलझते रहे और हम उन्हें जी भर भर के देखते रहे उनका गुस्सा बरसा इस कदर की, हम सावन की फुहार समझ कर झेलते रहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 223 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 1 Dec 2018 · 1 min read मोहब्बत है या नहीं मोहब्बत है या नहीं इस उलझन में है दिल ये पूछ ले या कह दे इस मचलन में हैं दिल रात को ख्वाब से हुआ तेरे नाम से झगड़ा किस... Hindi · मुक्तक 351 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 4 May 2018 · 1 min read ये मुहब्बत है कि नहीं पास आके गूजर जाना देख मुझे ही मुड़ जाना ख्वाबों में भी सो जाना ये मुहब्बत है कि नहीं जुल्फों का यूँ लहराना प्यारा का छेड़ तराना दूर जाने का... Hindi · कविता 232 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 25 Mar 2018 · 1 min read है खिलौना दिल ये मेरा 2122 2122 2122 है खिलौना दिल ये मेरा है न काबिल झूठ के बल हमने की है प्यार हासिल अपने हिसाब हाथ आया किसी के भी बन गया हूँ मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 13 Mar 2018 · 1 min read दिल भर आया है मुहब्बत से ये दिल भर आया है मुहब्बत से बाहर आने को बेताब मुद्दत से सवाल भी करे तो करे किससे परेशान सब यहाँ सोहबत से जिंदगी गुमनाम नहीं है मेरा निकलना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 13 Mar 2018 · 1 min read तूने देख ली मुझे इस नजर तूने देख ली मुझे इस नजर भूल गया मैं अपना भी घर कातिल निगाहें न जाने क्या हो मुहब्बत से अब कैसा डर ख़ामोश लबों से उसने कहा आओ चले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 11 Aug 2017 · 1 min read दर्द को हर्फ हर्फ लिखना छोड़ दिया दर्द को हर्फ हर्फ लिखना छोड़ दिया माथे की सिलवटे पढ़ना छोड़ दिया बंद हो गई है हिचकिया आना अब उन्होंने जो याद करना छोड़ दिया तबीयत बिगड़ जाती पास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 364 Share रवि कुमार सैनी 'यावि' 11 Aug 2017 · 1 min read सुना हूँ बेवफा है मेरे शहर की हर. हसीना, सुना हूँ वेवफ़ा है आ गया झांसे में मैं भी ये हुआ पहली दफ़ा है सितम उनका तो मेरे ही शहर पे आजकल हैं प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 372 Share