Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Mar 2018 · 1 min read

दिल भर आया है मुहब्बत से

ये दिल भर आया है मुहब्बत से
बाहर आने को बेताब मुद्दत से

सवाल भी करे तो करे किससे
परेशान सब यहाँ सोहबत से

जिंदगी गुमनाम नहीं है मेरा
निकलना चाहता हूँ गुरबत से

नजर झुका लेते, शर्मा के वो
माँगें कैसे उन्हे तो इबादत से

मुहब्बत अब राही को हुआ
किमत न लगाओ मरकत से

? रवि कुमार सैनी ‘राही’

1 Like · 222 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
स्वयं आएगा
स्वयं आएगा
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
* चांद के उस पार *
* चांद के उस पार *
surenderpal vaidya
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
बारिश पड़ी तो हम भी जान गए,
बारिश पड़ी तो हम भी जान गए,
manjula chauhan
आपकी सोच जैसी होगी
आपकी सोच जैसी होगी
Dr fauzia Naseem shad
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लखनऊ शहर
लखनऊ शहर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आप जरा सा समझिए साहब
आप जरा सा समझिए साहब
शेखर सिंह
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
Suryakant Dwivedi
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 *गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
“मां बनी मम्मी”
“मां बनी मम्मी”
पंकज कुमार कर्ण
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
शहीद की पत्नी
शहीद की पत्नी
नन्दलाल सुथार "राही"
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
,,
,,
Sonit Parjapati
*रिवाज : आठ शेर*
*रिवाज : आठ शेर*
Ravi Prakash
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
न पूछो हुस्न की तारीफ़ हम से,
Vishal babu (vishu)
भिनसार हो गया
भिनसार हो गया
Satish Srijan
सच्ची  मौत
सच्ची मौत
sushil sarna
■ आज का गीत
■ आज का गीत
*Author प्रणय प्रभात*
नशे में फिजा इस कदर हो गई।
नशे में फिजा इस कदर हो गई।
लक्ष्मी सिंह
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
गांव के छोरे
गांव के छोरे
जय लगन कुमार हैप्पी
बेटी की बिदाई ✍️✍️
बेटी की बिदाई ✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
भाई घर की शान है, बहनों का अभिमान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"इच्छा"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं तो महज आग हूँ
मैं तो महज आग हूँ
VINOD CHAUHAN
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
बड़ा मायूस बेचारा लगा वो।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...