Mamta Singh Devaa Tag: हाइकु 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Singh Devaa 11 Jul 2021 · 1 min read विषय - बादल जलद तुम बरसे कमतर गरजे ज्यादा । अब तो मेघा तृप्त करो धरणी प्यास बुझाओ । हे जलधर बल भर बरसो कर्ज़ उतारो । स्लरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह... Hindi · हाइकु 1 330 Share Mamta Singh Devaa 17 Jun 2021 · 1 min read शब्द - मिट्टी शाश्वत सत्य मिट्टी तन शरीर मिलनातुर । गढ़ते हाथ माटी मृण कुम्हार स्वप्न साकार । रेणु पराग प्नकृति अनुकम्पा शिशु कुमार । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा ,... Hindi · हाइकु 2 358 Share Mamta Singh Devaa 17 Jun 2021 · 1 min read शब्द - पर्वत धरणीधर ज्योति प्रभा शिखर गौरवान्वित । महा विराट धराधर भूधर ग्रीवा अकड़ । अभिभावक राष्ट्र देश भारत पर्वतराज । हे हिमपति महा दीर्घ विशाल तुषार हिम । साधु सन्यासी हिमाद्रि... Hindi · हाइकु 1 565 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - संयुक्त परिवार कुटुंबकम सशक्त जीवनाधार बीसरी यादें । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 15/05/2021 ) Hindi · हाइकु 1 320 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read ' कोरोना काल ' साँसत जान समय भयावह साँस दुर्लभ । प्रलयंकारी महामारी भीषण खुद रक्षक । हृदयाघात हरेक पल क्षण मन व्यथित । आशा - निराशा हिम्मत सिरमौर वक्त कठिन । स्वरचित एवं... Hindi · हाइकु 2 2 311 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - बूंद जलकण में जिंदगी समाहित जीवनदाता । बूंद - बूंद से संचित प्राण सुधा तृप्त जीवन । तहसीलना प्रकृति उपहार नतमस्तक । चाहत बूंद सर्वत्र सूखापन अधर प्यासे । प्रत्येक बूंद... Hindi · हाइकु 564 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - तलाश दिल चंचल खोजता तलाशता सुकून चैन । जीवन भर तलाश वजूद की भटका मन । तलाश मुक्ति मोह - माया बंधन नश्वर तन । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह... Hindi · हाइकु 485 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - जड़ जड़ चेतन जीवनचक्र सर्वदा सदी का सच । रूधिर जड़ें गहरे तक पैठ विरासत में । फैलती जड़ें समेटती सुख - दुख घर - घराना । जड़ चेतन शाश्वत सत्यापन... Hindi · हाइकु 245 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - दर्पण दर्पण - शीशा सर्वस्व उघाड़ता सच दिखाता । शीशा - आरसी सामने आर - पार मिथ्यारहित । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 29/05/2021 ) Hindi · हाइकु 366 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - बंधन बंधन - धागा जीवन समर्पित अटूट रिश्ता । बंधना - गाँठ न्यौछावर जनम संतुष्ट मन । मोह - आसक्ती संसारिक बंधन त्याग - वैराग्य । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता... Hindi · हाइकु 388 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - नदी निर्मल जल बहती तरंगिणी बेपरवाह । नदी शैलजा कल कल करती तृप्त धरणी । बिना स्वारथ निर्झरिणी झरती कृतघ्न सब । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 04/06/2021... Hindi · हाइकु 286 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - ग्रहण/छाया ग्रहण छाया पौराणिक नियम अन्न निषेध । ग्रहों का चक्र गहराता तिमिर क्षणभंगुर । ग्रहों की माया कलंकित मुरारी विधि विधान । विज्ञान ज्ञाता प्रतिबिंबित छाया नव प्रयोग । ग्रहण... Hindi · हाइकु 384 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - नदी निर्मल जल बहती तरंगिणी बेपरवाह । नदी शैलजा कल कल करती तृप्त धरणी । बिना स्वारथ निर्झरिणी झरती कृतघ्न सब । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 04/06/2021... Hindi · हाइकु 373 Share Mamta Singh Devaa 11 Jun 2021 · 1 min read शब्द - जुगनू अद्भुत समा प्रभाकीट जुगनू जगमगाते । रजनी निशा अंधतमस तम सोनकिरवा । टिमटिमाते सम्मोहन अचंभा भगजोगिनी । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 08/06/2021 ) Hindi · हाइकु 315 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read बिटिया पितृ दुलारी कोमल सुकुमारी नैनन बसो , पुत्री श्रद्धैय दुहिता शिरोधार्य कुमारी प्यारी , पुष्प समान सुकोमल नंदिनी साहबजादी । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 05/03/2021 ) Hindi · हाइकु 2 4 270 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read जल जल पयोधि अमूल्य विरासत व्यर्थ अनर्थ , सलील - नीर संकलन - संचय अन्यथा पीर , शकंर जटा गंगा अवतरण कृपानिधान । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा ,... Hindi · हाइकु 3 2 361 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read स्त्री स्त्रीलिंग - नारी चुनौतियां अपार शूल समान , कंटक बीच सिंहवाहिनी - चण्डी विजयशाली , धरणी - कांता परिस्थिति समान जिगरा सम । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा... Hindi · हाइकु 2 2 460 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read प्रेम इश्क - प्रणय गाफिल - बेकरार तलबगार , अपूर्व - स्नेह प्रत्यक्ष - अप्रत्यक्ष चिरस्थायिन , आसक्त - भक्त चाहत धरोहर प्रेम अमर । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह... Hindi · हाइकु 3 292 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read दीपक दीप उजास परिस्थिति अंजान तले तमस , नाजुक बाती अंधियारा सघन मन अडिग , दीया - दीपक दीप्तिमान जगत ओज - आलोक । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा... Hindi · हाइकु 2 287 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read ईश्वर परम ज्ञान आनंदित अपार परमेश्वर , दिव्य प्रकाश संतुष्टि पराकाष्ठा परमानंद , हर्षित मन नैसर्गिक प्रापण चरमोत्कर्ष । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 21/03/2021 ) Hindi · हाइकु 2 2 464 Share Mamta Singh Devaa 9 Apr 2021 · 1 min read आविष्कार ईजाद - खोज तिलस्मिक दुनिया नित नवीन , अनिद्रा रोग चिकित्सा पद्धति जल उपाय , आयुर्वेदिक संस्कृतिर्विश्ववारा पद्धति विधा । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 31/03/2021 ) Hindi · हाइकु 3 273 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read माँ शिशु विहीन आँचल खाली - खोखा माँ - जननी आहत । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 04/03/2021 ) Hindi · हाइकु 345 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read अवतार काल असुर दसवाँ अवतार समूलनाश । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 04/03/2021 ) Hindi · हाइकु 405 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read ' जज़्बा ' दुहिता - सुता निर्बल असंभव जज़्बा बड़ा , मर्दिनी - दुर्गा हे भवानी - कुमारी विजयी भव । स्वरचित , मौलिक एवं अप्रकाशित ( ममता सिंह देवा , 20/02/2021 ) Hindi · हाइकु 322 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read कृष्ण मध भ्रमित व्याकुलता विकल पधारो प्रभु । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 04/03/2031 ) Hindi · हाइकु 410 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सम्मान नित्य हृदय गर्वान्वित स्त्री प्रतिदिन । स्वरचित एवं मौलिक ( ममता सिंह देवा , 08/03/2021 ) Hindi · हाइकु 1 476 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read गौरैया 1 - हाईटेंशन बिजली का जंजाल नाश गौरैया । 2 - नन्ही चिरैया नष्ट घर संसार लुप्त जंगल । 3 - सूना आंगन कलरव के बिन नैना बेचैन । स्वरचित... Hindi · हाइकु 1 308 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read दंभ धन अपार खुमार मग़रूर दंभ शुमार , हथेली गर्द क्षण आवागमन सर्व दृष्टांत। स्वरचित , मौलिक एवं अप्रकाशित ( ममता सिंह देवा , 02/03/2021 ) Hindi · हाइकु 413 Share Mamta Singh Devaa 11 Mar 2021 · 1 min read गुलाब हाइकु 1 - सुर्ख गुलाब संग कंटक - शूल सबक - पाठ । 2 - रक्त समान सुरभि सुगंधित लहूलुहान । 3 - पुष्प कोमल मस्तिष्क भटकाव खार चुभन ।... Hindi · हाइकु 383 Share Mamta Singh Devaa 28 Feb 2021 · 1 min read हायकु....मेरा प्रथम प्रयास उड़ान ऊँची उड़ना है तुमको बहुत गिरे , वो तो बैठे हैं तुम्हारे गिरने के इंतज़ार में , उड़ो इतना इंतज़ार उनका इंतज़ार हो , जीवन भर इस इंतज़ार में... Hindi · हाइकु 2 2 424 Share