Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) Language: Hindi 109 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 24 May 2023 · 1 min read "धन वालों मान यहाँ" धन दौलत की यारी रह गई, भईया रह रह गये नोटन के राजनीति अब सेवा न जानें, नेता रह गये वोटन के **........**.......**........**.......**........**.......** धन वालों का मान रह गया, घट... Hindi · कविता 2 491 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 1 Jan 2023 · 1 min read 👸कोई हंस रहा, तो कोई रो रहा है💏 कोई हंस रहा है, कोई रो रहा है ए मेरे खुदा तू, कहां सो रहा है कोई हंस........... 1) ये कैसी अनोखी है, जीवन की रेखा कोई रोता तो, कोई... Hindi · कविता 3 944 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Dec 2022 · 1 min read 🏄तुम ड़रो नहीं स्व जन्म करो🏋️ रणधीर हो तुम कायर ना बनो, अब तो अपना स्व जन्म करो ये जीवन अमृत तुल्य तेरा, इसे सफल करो तिल भर ना डरो रणधीर हो तुम............ 1) जो बीत... Hindi · कविता 4 572 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 9 Dec 2022 · 1 min read ✍️परीक्षा की सच्चाई✍️ कई करते मेहनत से पेपर, कई लेते हैं नकल आधार कई करते हैं ताका झांकी, कई पूछें छुपके कई बार कई करते मेहनत........ 1) कुछ करते हैं कठिन परिश्रम, उत्तर... Hindi · कविता 2 328 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Nov 2022 · 1 min read 🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋 बाबुल के आंगन की चिड़िया, बिटिया ही तो होती है बाबुल के आंगन की बिटिया, कभी नहीं यहाँ रोती है बाबुल के आंगन.......... 1) जब बेटी का जन्म हुआ, कोना... Hindi · कविता 5 2 417 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Nov 2022 · 1 min read 🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करना 🇮🇳 वतन पर जां फ़िदा करने की, जाने क्यों बनी फितरत प्यार बांटे थे जीभर के, न जाने क्यों बढ़ी नफरत वतन पर............ 1) पड़ौसी मुल्क जाने क्यों, पड़ौसी से नहीं... Hindi · कविता 4 352 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 25 Apr 2022 · 1 min read ¡*¡ हम पंछी : कोई हमें बचा लो ¡*¡ गर्मी का आतंक छा गया, मची है जल की हाहाकार बूंद - बूंद को तरस रहे हम, पानी पीने को लाचार गर्मी का आतंक.......... 1) सुना है धर्म के पथ... Hindi · कविता 7 6 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 20 Apr 2022 · 1 min read *!* "पिता" के चरणों को नमन *!* पिता का प्यार विशाल आसमां, गहराई सागर जैसी पिता सुखों की है छत्रछाया, बिना पिता जिंदगी कैसी पिता का प्यार........ 1) न भय, न दुख ,न चिंता, पिता कहानी जीवन... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 12 17 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Apr 2022 · 1 min read ¡~¡ कोयल, बुलबुल और पपीहा ¡~¡ मौसम आया है गर्मी का, कोयल की कूंक लगे प्यारी पीपल, गूलर पर फल आए, गायें पंक्षी महंके क्यारी मौसम आया है........ 1) पपीहा टेर सुनाए, खाए गर्मी के फल... Hindi · कविता 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Apr 2022 · 1 min read *!* मोहब्बत पेड़ों से *!* कर लो दो पल की, मोहब्बत मोहक पेड़ों से बच जायेंगे हम सभी, नेचर (Nature) थपेड़ों से कर लो दो पल........ 1) पेड़ हैं तो हम सभी यहां, जिंदा रह... Hindi · कविता 6 2 992 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Mar 2022 · 1 min read *!* मेरे Idle मुन्शी प्रेमचंद *!* कष्ट स्वयं महसूस किया, वे कष्ट की भाषा लिखते थे पढ़े - लिखे मेधावी होकर, साधारण से दिखते थे कष्ट स्वयं महसूस........... 1) पुरुष नहीं वे आइना थे, सामाजिकता लाते... Hindi · कविता 8 2 507 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Mar 2022 · 1 min read !¡! बेखबर इंसान !¡! नासमझ और बेखबर, होता क्योंकर इंसान सोच समझ न कर्म करे, होवे क्यों मूर्ख समान नासमझ और बेखबर......... 1) दूजों को दुखड़े देकर, क्यों खुश होकर मुस्काता है जो जैसा... Hindi · कविता 10 7 537 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Mar 2022 · 1 min read *!* रचो नया इतिहास *!* रचो नया इतिहास कि जग, कोना - कोना आलोकित हो झंडे गाढ़े वही तुम्हारे, खफा रहा था तुम से जो रचो नया इतिहास......... 1) साधारण से कर्मों से, तू भी... Hindi · कविता 7 6 563 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 5 Mar 2022 · 1 min read !! ये पत्थर नहीं दिल है मेरा !! मेरा दिल न तुम पत्थर समझो, ये इश्क़ में चलता राही है जो रक्त बह रहा है तन में, वह इश्क लिखे वो स्याही है मेरा दिल ना पत्थर........... (1)... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Dec 2021 · 1 min read *•* रचा है जो परमेश्वर तुझको *•* रचा है जो परमेश्वर तुझको, तू धरती पर भार नहीं शक्तिपुंज का अंकुर है तू, जग में तू बेकार नहीं (1) पारब्रह्म परमेश्वर कहता, जीवन तेरा है अनमोल तू है... Hindi · कविता 8 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 19 Nov 2021 · 1 min read *!* हट्टे - कट्टे चट्टे - बट्टे *!* हट्टे - कट्टे चट्टे - बट्टे इश्क में डूबे हैं सारे - 2 रात को सूरज देखें, दिन में देखें क्योंकर ये तारे -2 हट्टे कट्टे ....हट्टे कट्टे, हट्टे कट्टे... Hindi · गीत 4 783 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 16 Nov 2021 · 1 min read *~* वक्त़ गया हे राम *~* वक्त़ बहुत था पास मेरे, पर वक्त़ रहे ना जाग सका क्या स्वाद कामयाबी का है, ये स्वाद कभी मैं नहीं चखा (1) कल नहीं जागा गम है बहुत, लेकिन... Hindi · कविता 4 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 2 Oct 2021 · 1 min read *!* दिल तो बच्चा है जी *!* दिल बच्चा बन बैठा, करता है नादानी बड़ी - बड़ी मन के मते चला जो जग में, उसकी तो किस्मत उजडी़ (1) मन नटखट बंदर है, करवाए सबसे ये उल्टे... Hindi · कविता 8 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Sep 2021 · 1 min read *!* कच्ची बुनियाद जिन्दगी की *!* मतलब के रहते सब तेरी, करते रहेंगे जय जयकार मतलब निकल गया तो, तुझसे करे न कोई आकर प्यार मतलब के रहते.......... (1) मतलब स्वारथ का फंदा है, लोग तुझे... Hindi · कविता 7 837 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 7 Sep 2021 · 1 min read *!* सोच नहीं कमजोर है तू *!* सोच नहीं कमजोर है तू, तेरी सोच से लक्ष्य तेरा तय हो जो सोच लिया करके दिखला, बिन किए यहाँ नहीं जय हो सोच नहीं........... (1) गुजर गया है वक्त... Hindi · कविता 5 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 23 Mar 2021 · 1 min read *!* अपनी यारी बेमिसाल *!* महफूज रहे यारी अपनी, मेरे यार जुदा ना हो जाना तू मिला है रब की रहमत से, तू मिल के कहीं ना खो जाना महफूज रहे................... {1} तकदीर बदलती जग... Hindi · गीत 4 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 31 Dec 2020 · 1 min read 【34】*!!* आग दबाये मत रखिये *!!* साधारण से चेहरों में कभी, आग धधकती दिखती है सुलगी हुई चिंगारी यही, इतिहास कई - कई लिखती है (1) भूलो नहीं आवाहन करो सभी, सुलगाओ नई चिंगारी विजय शिखर... Hindi · कविता 8 11 804 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Dec 2020 · 1 min read !!*!! कोरोना मजबूत नहीं कमजोर है !!*!! कोरोना एक महामारी है, जान गया संसारा कोरोना से डरे तो, मिट जाए अस्तित्व हमारा कोरोना एक महामारी........... 【1】 कितनी महामारी आयें, कितनी जायेंं महामारी कोरोना से लड़ने की, सारे... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 13 33 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Dec 2020 · 1 min read 【31】{~} बच्चों का वरदान निंदिया {~} निंदिया रानी आ जइयो, मुन्ने की अंखियों में छा जइयो बिन निंदिया मुन्ना रोता है, आकर उसे सुला जइयो निंदिया रानी............ (1) रात है अधियारी कारी, पर मुन्ना रोता है... Hindi · कविता 6 2 945 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Dec 2020 · 1 min read 【31】*!* तूफानों से क्या ड़रना? *!* तूफानों से घबराकर कभी, राहें ना बदलेंगे हम तूफानों से घबराए तो, जीवन में भर जाये गम (1) मंजिल बहुत दूर है हमको, तेज कदम ही चलना है जैसे सूरज... Hindi · कविता 7 8 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 13 Dec 2020 · 1 min read 【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!* गौ को गौमाता कहने वालों, इतना सा तौ गौर करो गौमाता माता की सेवा करने से, तिल भर भी नहीं डरो {1} घर की पहली रोटी को सब, गौमाता को... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 4 Nov 2020 · 1 min read 【29】!!*!! करवाचौथ !!*!! करवाचौथ आधारशिला है, पति - पत्नी के जीवन की करवाचौथ जोड़ती कड़ियाँँ, सात जन्मों के बंधन की (1) सपना पत्नी की आँँखों में, लंबी उम्र पति की हो दुख-दर्दों से... Hindi · कविता 3 613 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 14 Oct 2020 · 1 min read 【3】 ¡*¡ दिल टूटा आवाज हुई ना ¡*¡ मेरे अरमां सपने थे तुझसे, बेखबर वो टूट गए दिल में बसने वाले अक्सर, दिलवर ही क्यों रूठ गए 【1】तेरी आंखों में देखा तो, हम बन बैठे दिवाने याद आ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 12 Oct 2020 · 1 min read 【1】*!* भेद न कर बेटा - बेटी मैं *!* भेद ना कर बेटा - बेटी में, ये भारत की शान हैं एक नहीं गरिमा भारत की, दोनों ही पहचान हैं * * * * * * * पता नहीं... Hindi · मुक्तक 5 2 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 10 Oct 2020 · 1 min read !?! सावधान कोरोना स्लोगन !?! (1) जागरूक होकर हम सबको, कोरोना से लड़ना है मिटानी हस्ती कोरोना की, इसी बात पर अड़ना है *.............*..................*..................*..................*...............* (2) कोरोना कमजोर है वायरस, साबुन से मर जाता है साबुन... Hindi · मुक्तक 3 668 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Sep 2020 · 1 min read 【28】 *!* अखरेगी गैर - जिम्मेदारी *!* वक्त रहे ना जाग सके, बच्चे चंचल अज्ञानी थे भ्रम मैं जीना सीख गए, करते नित कई नादानी थे (1) निज जिम्मेदारी से बच्चे, लाखों मीलों दूर थे बात युवा... Hindi · कविता 3 571 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 29 Sep 2020 · 1 min read 【32】 %^% मन मीत %^% मन को मीत बनाकर कठिन से, कठिन परिश्रम कर लो तुम मन यदि मीत बन गया तेरा, सारे दु:ख हो जाएंगे गुम Hindi · दोहा 3 327 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Sep 2020 · 1 min read 【31】*¡* वक्त जाता रहा *¡* वक्त जाता ही रहा, तेज तीर रफ़्तार से। जैसे-तैसे मैं बचा, वक्त भीषण वार से।। Hindi · दोहा 5 326 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 17 Sep 2020 · 1 min read 【26】*हम हिंदी हम हिंदुस्तान* हिंदी हिंदू हिंदुस्तान, एक हमारा नारा है हिंदुस्तान हमें तो अपने, प्राणों से भी प्यारा है (1) हिंद की मिट्टी के कण-कण से, चंदन खुशबू आती है पीहू - पीहू... Hindi · कविता 6 3 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 15 Sep 2020 · 1 min read 【25】 *!* विकृत विचार *!* जिधर भी देखू नजरों को, मिलती धूमिलता सोचा मानव दयावान, पर भरी कुटिलता (1) पाप की गठरी बांध रहा है, इंसा जी भर तिनके भर अब नहीं रहा, उसको ईश्वर... Hindi · कविता 3 2 878 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 6 Jul 2020 · 1 min read 【24】लिखना नहीं चाहता था [ कोरोना ] लिखना नहीं चाहता था, पर अब कोरोना पर लिखना चाहूँँ लिखूंगा चर्म - मर्म की बातें, आदर भले मैं ना पाऊं {1} खाते रोज मुफ्त की रोटी, दावेदार और नेता... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 8 Dec 2019 · 1 min read 【 23】 प्रकृति छेड़ रहा इंसान रूह तक काँँप जाती है, सुनो सब मेरी दर्द से काट रहे जो लोग यहाँँ, पेड़ों को गर्व से { 1} पैसों की लालच में, कितने अंधे हुए हैं लोग... Hindi · कविता 5 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 7 Dec 2019 · 1 min read 【12】 **" तितली की उड़ान "** तितली उड़ी उड़ के चली, तितली ढूंढे फूलों की गली फूलों की गली जब उसे ना मिली, तितली ने देखी एक नई कली {1} तितली उड़ कर कली से मिली,... Hindi · बाल कविता 6 1 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 6 Dec 2019 · 1 min read 【22】 तपती धरती करे पुकार सूरज से तपती धरती को, वर्षा ने आ तृप्त किया पेड़, पौधे, पंछी, भ्रमरों ने, मिलकर सुंदर नृत्य किया {1} बादल, बदली बरसे तो, आ बूदों ने खुशहाल किया धरती... Hindi · कविता 5 1 864 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Nov 2019 · 1 min read 【11】 *!* टिक टिक टिक चले घड़ी *!* टिक टिक टिक टिक चले घड़ी इसमें लगी है तीन छड़ी दादी हमें बताती हैं समय की कीमत बहुत बड़ी सर्दी, गर्मी या हो बारिष घड़ी को बस चलने पे... Hindi · बाल कविता 6 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Nov 2019 · 1 min read 【10】 ** खिलौने बच्चों का संसार ** रंग बिरंगे खेल खिलौने, सबके मन को भाते हैं देखे खिलौने रंग-बिरंगे, सब बच्चे इतराते हैं घर के खिलौने हुए पुराने, वे सब को समझाते हैं नए खिलौने लेने को,... Hindi · बाल कविता 5 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Nov 2019 · 1 min read 【9】 *!* सुबह हुई अब बिस्तर छोडो *!* * सुबह हुई अब बिस्तर छोड़ो, नींद से करो ना कोई प्यार * * नींद के चक्कर में जो पड़ गए, सारा दिन जाए बेकार * * दाँत साफ कर... Hindi · बाल कविता 6 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Nov 2019 · 1 min read 【8】 *"* आई देखो आई रेल *"* * छुक - छुक करती आई रेल, बच्चों छोड़ो अपना खेल * * कितने सारे जुड़े हैं डिब्बे, सब डिब्बों देखो मेल * *धड़ - धड़, छुक - छुक करके... Hindi · बाल कविता 5 708 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 30 Nov 2019 · 1 min read 【7】** हाथी राजा ** * हरे भरे जंगल से देखो, एक निकल कर हाथी आया * * मोटा ताजा काला काला, अपनी सूंंड़ वो खूब हिलाया * * मुनिया आई मुन्ना आया, हाथी सबके... Hindi · बाल कविता 5 2k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Nov 2019 · 1 min read 【0】** आप सभी के लिए मेरे द्वारा लिखी गई कविताओं की लिस्ट ** {1} चींटी और परिस्थिति को जानें {2} हम बच्चे हैं नन्हे फूल {3} हवा का पैगाम {4} फूल की प्रेरणा {5} माँ {6} आप बहादुर हो {7} सुंदर बगिया {8}... Hindi · कविता 4 458 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 28 Nov 2019 · 1 min read 【0】** आप सभी के लिए मेरे द्वारा लिखी हुई बाल - कविताओं की लिस्ट ** {1} तारे {2} मेरा छाता {3} गोलू का संदेश {4} बंदर दादा {5} तितली रानी {6} माँ {7} हाथी राजा {8} आई देखो आई रेल {9} सुबह हुई अब बिस्तर... Hindi · कविता · बाल कविता 4 583 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 26 Nov 2019 · 1 min read 【21】 *!* क्या हम चंदन जैसे हैं ? *!* सोचो जग में रहने वालों, क्या हम चंदन के जैसे हैं? क्या कर्म किये हम चंदन से, सोचो हम आखिर कैसे हैं? {1} वक्त ने ली करवट हम बदले, चांद... Hindi · कविता 4 703 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 25 Nov 2019 · 1 min read 【6】** माँ ** * मेरी माँ है जग से न्यारी, देती मुझको खुशियाँ सारी ** * मैं रोता माँ मुझे हंसाती, कई खिलौने मुझे दिलाती ** * मैं रूठूँ माँ मुझे मनाती, ढेर... Hindi · बाल कविता 7 3 1k Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 18 Nov 2019 · 1 min read 【20】 ** भाई - भाई का प्यार खो गया ** भाई - भाई का प्यार भेदभावों में, रहकर सिमट गया भाई को थी कभी जांं न्योंछावर, मिटी हुई अब शर्मो हया {1} कभी भाई का भाई से रिश्ता, गंगाजल सा... Hindi · कविता 5 1 850 Share Arise DGRJ (Khaimsingh Saini) 22 Oct 2019 · 1 min read 【30】 चंचल मन चंचल मन नटखट बड़ा, करता उल्टे काम। लाए संकट बड़े - बडे़, जीना करे हराम।। Hindi · दोहा 4 714 Share Page 1 Next