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Page 97
पसीना पानी देता मुझको,
पसीना पानी देता मुझको,
TAMANNA BILASPURI
दौड़ पैसे की
दौड़ पैसे की
Sanjay ' शून्य'
दीदार
दीदार
इंजी. संजय श्रीवास्तव
" हद "
Dr. Kishan tandon kranti
"इश्क वो बला"
Dr. Kishan tandon kranti
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
भले लोगों के साथ ही बुरा क्यों (लघुकथा)
Indu Singh
" हासिल "
Dr. Kishan tandon kranti
" खामोशी "
Dr. Kishan tandon kranti
" गुलजार "
Dr. Kishan tandon kranti
" रौशन "
Dr. Kishan tandon kranti
"खुदा रूठे तो"
Dr. Kishan tandon kranti
4055.💐 *पूर्णिका* 💐
4055.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"मुसाफिर"
Dr. Kishan tandon kranti
" कविता "
Dr. Kishan tandon kranti
लोग समझते थे यही
लोग समझते थे यही
VINOD CHAUHAN
" जागीर "
Dr. Kishan tandon kranti
4054.💐 *पूर्णिका* 💐
4054.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" पानी "
Dr. Kishan tandon kranti
" शब्द "
Dr. Kishan tandon kranti
भाग्य की लकीरों में क्या रखा है
भाग्य की लकीरों में क्या रखा है
VINOD CHAUHAN
4053.💐 *पूर्णिका* 💐
4053.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लोग कहते रहे
लोग कहते रहे
VINOD CHAUHAN
" दर्शन "
Dr. Kishan tandon kranti
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
4052.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आजकल वो मेरी जगह किसी और को पुकारने लगे हैं,
आजकल वो मेरी जगह किसी और को पुकारने लगे हैं,
Jyoti Roshni
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बढ़ती उम्र
बढ़ती उम्र
Deepali Kalra
4051.💐 *पूर्णिका* 💐
4051.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मामीजी ।
मामीजी ।
Kanchan Alok Malu
मिल  गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
मिल गई मंजिल मुझे जो आप मुझको मिल गए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम रात को रात और सुबह को सुबह कहते हो
तुम रात को रात और सुबह को सुबह कहते हो
Jyoti Roshni
तुम...
तुम...
Vivek Pandey
4050.💐 *पूर्णिका* 💐
4050.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शोर शराबे
शोर शराबे
manjula chauhan
बुढ़ापा भी गजब हैं
बुढ़ापा भी गजब हैं
Umender kumar
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
4049.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
डायरी में शायरी...
डायरी में शायरी...
आर.एस. 'प्रीतम'
मानुष अपने कर्म से महान होता है न की कुल से
मानुष अपने कर्म से महान होता है न की कुल से
Pranav raj
हमने तुम्हें क्या समझा था,
हमने तुम्हें क्या समझा था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
नाहक ही ख्वाब में जी कर क्या करेंगे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
“चिकनी -चुपड़ी बातें”
“चिकनी -चुपड़ी बातें”
DrLakshman Jha Parimal
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
Keshav kishor Kumar
चोखा आप बघार
चोखा आप बघार
RAMESH SHARMA
*बूढ़ा हुआ जो बाप तो, लहजा बदल गया (हिंदी गजल)*
*बूढ़ा हुआ जो बाप तो, लहजा बदल गया (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
आपसी की दूरियों से गम के पल आ जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
दोस्ती में हम मदद करते थे अपने यार को।
सत्य कुमार प्रेमी
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
सत्य कुमार प्रेमी
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है।
रिश्तो का संसार बसाना मुश्किल है।
सत्य कुमार प्रेमी
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