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Page 95
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
किसी भी बहाने से उसे बुलाया जाए,
किसी भी बहाने से उसे बुलाया जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आप तनाव में तनिक मत रहो,
आप तनाव में तनिक मत रहो,
Ajit Kumar "Karn"
थोड़ी दूरी,
थोड़ी दूरी,
Sonam Puneet Dubey
मुहब्बत में शायरी का होना तो लाज़मी है जनाब,
मुहब्बत में शायरी का होना तो लाज़मी है जनाब,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
😊 चलो हॉट सीट पर 😊
😊 चलो हॉट सीट पर 😊
*प्रणय प्रभात*
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4057.💐 *पूर्णिका* 💐
4057.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आजादी का पर्व
आजादी का पर्व
Parvat Singh Rajput
दुपट्टा
दुपट्टा
Sudhir srivastava
कहें सुधीर कविराय
कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
उम्मीद
उम्मीद
Sudhir srivastava
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
राधेश्याम "रागी"
सपने के सपनों में
सपने के सपनों में
Radha Bablu mishra
मित्रता
मित्रता
Rambali Mishra
" श्मशान "
Dr. Kishan tandon kranti
" लॉलीपॉप "
Dr. Kishan tandon kranti
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
स्वयं की खोज कैसे करें। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
पांडव संग गोपाल नहीं
पांडव संग गोपाल नहीं
Madhuri mahakash
उनके रुख़ पर शबाब क्या कहने
उनके रुख़ पर शबाब क्या कहने
Anis Shah
इंसानियत
इंसानियत
अशोक कुमार ढोरिया
सपने
सपने
अशोक कुमार ढोरिया
प्रेम और भक्ति
प्रेम और भक्ति
Indu Singh
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
*काले-काले बादल नभ में, भादो अष्टम तिथि लाते हैं (राधेश्यामी
*काले-काले बादल नभ में, भादो अष्टम तिथि लाते हैं (राधेश्यामी
Ravi Prakash
प्रेम सदा निष्काम का ,
प्रेम सदा निष्काम का ,
sushil sarna
मेरा गांव अब उदास रहता है
मेरा गांव अब उदास रहता है
Mritunjay Kumar
अटल सत्य संसार का,
अटल सत्य संसार का,
sushil sarna
प्रेम न माने जीत को,
प्रेम न माने जीत को,
sushil sarna
प्रेम स्वप्न परिधान है,
प्रेम स्वप्न परिधान है,
sushil sarna
प्रेम चेतना सूक्ष्म की,
प्रेम चेतना सूक्ष्म की,
sushil sarna
*आवागमन के साधन*
*आवागमन के साधन*
Dushyant Kumar
*खेल खिलौने*
*खेल खिलौने*
Dushyant Kumar
*न्याय दिलाओ*
*न्याय दिलाओ*
Madhu Shah
*मटकी तोड़ी कान्हा ने, माखन सब में बॅंटवाया (गीत)*
*मटकी तोड़ी कान्हा ने, माखन सब में बॅंटवाया (गीत)*
Ravi Prakash
#ध्यानाकर्षण-
#ध्यानाकर्षण-
*प्रणय प्रभात*
4056.💐 *पूर्णिका* 💐
4056.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
लोग जो पीते हैं शराब, जाकर मयखानें
gurudeenverma198
...
...
*प्रणय प्रभात*
ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं,
ग़म से भरी इस दुनियां में, तू ही अकेला ग़म में नहीं,
Dr.S.P. Gautam
సూర్య మాస రూపాలు
సూర్య మాస రూపాలు
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तुम नग्न होकर आये
तुम नग्न होकर आये
पूर्वार्थ
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
प्राण प्रतिष्ठा या मूर्खता..??
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गरीबी पर लिखे अशआर
गरीबी पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
जीवन पथ पर
जीवन पथ पर
surenderpal vaidya
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
लिमवा के पेड़ पर,
लिमवा के पेड़ पर,
TAMANNA BILASPURI
ह
*प्रणय प्रभात*
अकेले चलने की तमन्ना मन में होना चाहिए,
अकेले चलने की तमन्ना मन में होना चाहिए,
पूर्वार्थ
नारी
नारी
Rambali Mishra
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