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Page 72
पर्यावरणीय दोहे
पर्यावरणीय दोहे
Sudhir srivastava
" कैसे "
Dr. Kishan tandon kranti
पलकों पे जो ठहरे थे
पलकों पे जो ठहरे थे
Dr fauzia Naseem shad
4180.💐 *पूर्णिका* 💐
4180.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
"जवाब"
Dr. Kishan tandon kranti
4179.💐 *पूर्णिका* 💐
4179.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पलकों पे जो ठहरे थे
पलकों पे जो ठहरे थे
Dr fauzia Naseem shad
"मॉडर्न "
Dr. Kishan tandon kranti
इंकारों की हो गई,
इंकारों की हो गई,
sushil sarna
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
4178.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हमारी सोच में तुम थे,
हमारी सोच में तुम थे,
Dr fauzia Naseem shad
4177.💐 *पूर्णिका* 💐
4177.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दिल ने भी
दिल ने भी
Dr fauzia Naseem shad
Just be like a moon.
Just be like a moon.
Satees Gond
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
समय-समय पर कई तरह के त्योहार आते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
यह ज़िंदगी गुज़र गई
यह ज़िंदगी गुज़र गई
Manju Saxena
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
Neeraj kumar Soni
दूरियां मायने
दूरियां मायने
Dr fauzia Naseem shad
*सपोर्ट*
*सपोर्ट*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
**जाते-जाते वो हम से वफ़ा कर गए**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कणों से बना हुआ समस्त ब्रह्मांड
कणों से बना हुआ समस्त ब्रह्मांड
ruby kumari
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
बंधी मुठ्ठी लाख की : शिक्षक विशेषांक
Dr.Pratibha Prakash
"बड़ा आदमी"
Dr. Kishan tandon kranti
"बात पते की"
Dr. Kishan tandon kranti
भजन -आया श्याम बुलावा- अरविंद भारद्वाज
भजन -आया श्याम बुलावा- अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय प्रभात*
सेवा गीत
सेवा गीत
Mangu singh
लेखनी कहती यही है
लेखनी कहती यही है
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
ENDLESS THEME
ENDLESS THEME
Satees Gond
There is no rain
There is no rain
Otteri Selvakumar
एक
एक
*प्रणय प्रभात*
ग़जल
ग़जल
Mangu singh
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
किया जाता नहीं रुसवा किसी को
कवि दीपक बवेजा
ये आसमा में जितने तारे हैं
ये आसमा में जितने तारे हैं
कवि दीपक बवेजा
ये हल्का-हल्का दर्द है
ये हल्का-हल्का दर्द है
कवि दीपक बवेजा
आए गए कई आए......
आए गए कई आए......
कवि दीपक बवेजा
" गाड़ी चल पड़ी उसी रफ्तार से "
DrLakshman Jha Parimal
सीमायें
सीमायें
Shashi Mahajan
न पणिहारिन नजर आई
न पणिहारिन नजर आई
RAMESH SHARMA
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
*जब जन्म लिया तो मरना है, मरने से कैसा घबराना (राधेश्यामी छं
*जब जन्म लिया तो मरना है, मरने से कैसा घबराना (राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
जिन्दगी पहलू नहीं पहेली है।
जिन्दगी पहलू नहीं पहेली है।
Pratibha Pandey
मुझको निभाना होगा अपना वचन
मुझको निभाना होगा अपना वचन
gurudeenverma198
😢कड़वा सत्य😢
😢कड़वा सत्य😢
*प्रणय प्रभात*
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
आजकल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का,वक्त की चाल पर टिका ह
पूर्वार्थ
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
आज कल ट्रेंड है रिश्ते बनने और छुटने का
पूर्वार्थ
इंसान चाहता है सब कुछ अपने वक्त पर,पर जिंदगी का हर मोड़ है व
इंसान चाहता है सब कुछ अपने वक्त पर,पर जिंदगी का हर मोड़ है व
पूर्वार्थ
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