sushil sarna 1173 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next sushil sarna 22 Aug 2024 · 2 min read प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचार प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचारणीय प्रश्न है-समाज में पनपती सोच के पतन की गंभीर स्थिति -प्रस्तुत रचना आज के पेपर में छपी एक... 31 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read ऐ आसमान .... ऐ आसमान .... क्या हो तुम आज तक कोई नहीं छू पाया तुम्हें फिर भी तुम हो ऐ आसमान किसी बेघर की छत हो किसी का ख्वाब हो किसी परिंदे... 46 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read मेरा नाम .... (क्षणिका) मेरा नाम .... (क्षणिका) ये कौन मेरी हथेलियों पे कोरा आसमान लिख गया स्मृति मेघ की बूंदों से मन विहग में संचित सुलगते अरमान लिख गया मैं देखती रही अपलक... 44 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read पाते हैं आशीष जो, पाते हैं आशीष जो, वो हैं कितने धन्य । गुणीजनों को छोड़ कब, देता इसको अन्य ।। सुशील सरना / 21-8-24 Quote Writer 58 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read जीवन में आशीष का, जीवन में आशीष का, होता बड़ा महत्त्व । जीवन की हर श्वांस को, यह देता अमरत्व ।। सुशील सरना / 21-8-24 Quote Writer 51 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read कठिन काल का काल है, कठिन काल का काल है, कलियुग में आशीष । आशीषों के बिन कभी, मिले नहीं तावीष ।। ( तावीष = स्वर्ग ) सुशील सरना / 20-8-23 Quote Writer 58 Share sushil sarna 21 Aug 2024 · 1 min read दोहा दशम. . . . यथार्थ दोहा दशम. . . . यथार्थ अपने बेगाने हुए, छोड़ा सबने साथ । हाथ काँपते ढूँढते, अब अपनों का हाथ ।1। बरगद बूढ़ा हो गया, पीत हुए सब पात ।... 64 Share sushil sarna 20 Aug 2024 · 1 min read औरत..... औरत..... जाने कितने चेहरे रखती है मुस्कराहट थक गई है दर्द के पैबंद सीते सीते ज़िंदगी हर रात कोई मुझे आसमाँ बना देता है हर सहर मैं पाताल से गहरे... 39 Share sushil sarna 20 Aug 2024 · 1 min read खुली पलक में झूठ के, खुली पलक में झूठ के, दिखते अनगिन रंग । एक रंग रहता सदा, सच्चाई के संग ।। सुशील सरना / 20-8-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 20 Aug 2024 · 1 min read रंगों को मत दीजिए, रंगों को मत दीजिए, दृष्टि भरम का दोष । अन्तस के हर रंग का, मन करता उद्घोष ।। सुशील सरना / 20-8-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 20 Aug 2024 · 1 min read दृष्टिहीन की दृष्टि में, दृष्टिहीन की दृष्टि में, रंगहीन सब रंग । सुख-दुख की अनुभूतियाँ, चलती उसके संग । । सुशील सरना / 20-8-24 Quote Writer 41 Share sushil sarna 19 Aug 2024 · 1 min read कितनी सारी खुशियाँ हैं कितनी सारी खुशियाँ हैं कितना सारा प्यार सिमटा हुआ है भाई बहन का धागों में संसार है कलाई का आग्रह बहना की मनुहार बहना की है राखी में छिपा भाई... 1 37 Share sushil sarna 19 Aug 2024 · 1 min read लघु रचना : दर्द लघु रचना : दर्द हमने अपने दर्द को मुस्कुराहटों में ढाला है सीने में किसी की याद को नज़ाकत से पाला है मुद्दा ये नहीं कि बेवफ़ाई का चराग़ जलाया... 45 Share sushil sarna 19 Aug 2024 · 1 min read छवि हिर्दय में सोई .... छवि हिर्दय में सोई .... मन तन है या तन मन है ये जान सका न कोई भाव की गठरी बाँध के अखियाँ कभी हंसी कभी रोई प्रीत पहेली अब... 22 Share sushil sarna 19 Aug 2024 · 1 min read संकोची हर जीत का, संकोची हर जीत का, संकोची है प्यार । संकोचों ने अन्ततः, तोड़ी हर दीवार ।। सुशील सरना / 19-8-24 Quote Writer 41 Share sushil sarna 19 Aug 2024 · 1 min read दोहा एकादश ... राखी दोहा एकादश ... राखी बहना माँगे भाई से, बस थोड़ा सा प्यार । राखी पावन प्रेम के ,बंधन का आधार।1। सावन में सावन बहे, आँखों से सौ बार। राखी पर... 42 Share sushil sarna 17 Aug 2024 · 1 min read कामुक वहशी आजकल, कामुक वहशी आजकल, लूट रहे हैं लाज । बेबस कैसे हो गया, बोलो आज समाज ।। सुशील सरना / Quote Writer 68 Share sushil sarna 17 Aug 2024 · 1 min read कह्र ... कह्र ... थक गयी है बैठे बैठे लबों पे हंसी शायद लब आडम्बर का ये बोझ और न सहन कर पाएंगे संग अंधेरों के ये भी चुप हो जाएंगे कफ़स... 72 Share sushil sarna 16 Aug 2024 · 1 min read सम्बन्धों की भीड़ में, अर्थ बना पहचान । सम्बन्धों की भीड़ में, अर्थ बना पहचान । स्वार्थ तुला में तोलता, रिश्तों को इंसान । आडम्बर है हर तरफ, तार- तार अपनत्व - हृदय कुंड में विष भरा, अधरों... Quote Writer 38 Share sushil sarna 16 Aug 2024 · 1 min read ठूँठ ...... ठूँठ ...... पहाड़ की ऊंची चोटी पर अपने चारों तरफ हरियाले वृक्षों से घिरा मैं ठूँठ सा तन्हा खड़ा हूँ । कुछ वर्ष पूर्व आसमानी बिजली ने हर ली थी... 39 Share sushil sarna 16 Aug 2024 · 1 min read हो जाती है रात हो जाती है रात लहूलुहान काँटे हिज़्र के सोने नहीं देते तमाम शब सुशील सरना / 16-8-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 16 Aug 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . . विविध दोहा पंचक. . . . . विविध जीवन के अनुकूल कब, होते हैं हालात । अनचाहे मिलते सदा, जीवन में आघात ।। अपना जिसको मानते, वो देता आघात । पल-... 66 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read धड़कन हिन्दुस्तान की......... धड़कन हिन्दुस्तान की......... इस जमीन पे दुश्मनों की नाकाम कोशिश हो जायेगी भाई चारे की विरासत गोली मिटा न पायेगी मिटने से पहले दुश्मन मिटा दे वो खून है हिन्दुस्तान... 21 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस पर ३ रचनाएं : स्वतंत्रता दिवस पर ३ रचनाएं : एक चौराहा लाल बत्ती एक हाथ में कटोरा भीख का एक हाथ में झंडा बेचता कागज़ का न भीख मिली न झंडा बिका कैसे... 45 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read अभिमानी इस जीव की, अभिमानी इस जीव की, इतनी सी औकात। जान न पाया कौन सी, उसकी अंतिम रात।। सुशील सरना Quote Writer 63 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read रक्त लिप्त कुर्बानियां, रक्त लिप्त कुर्बानियां, मिटने के उन्माद । ऐसे वीरों का सदा, देश रहे आजाद ।। सुशील सरना Quote Writer 49 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l इस देश की ख़ातिर मिट जाऊं बस इतनी ..तमन्ना ..है दिल में l इस तन पे तिरंगा हो लिपटा जब जाऊं शहीदों की महफ़िल में l अब कोशिश करे न... Quote Writer 66 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read रंग तिरंगे के सभी , देते हैं आवाज । रंग तिरंगे के सभी , देते हैं आवाज । पहचानो हर वीर की, छिपी हुई परवाज़ । आजादी की जंग में, मिटे ।कई गुमनाम - रंगे हुए है खून में,... Quote Writer 44 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग । बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग । धधक रहे हैं आज भी, अंगारों से राग । भगत तिलक आजाद थे , आजादी के रंग - चीख रहा है... Quote Writer 46 Share sushil sarna 15 Aug 2024 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुछ दोहे ..... स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुछ दोहे ..... सीमा पर छलनी हुए, भारत के जो वीर । याद करें उनको जरा, भर आँखों में नीर ।। रक्त लिप्त कुर्बानियां ,मिटने... 56 Share sushil sarna 14 Aug 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . . उल्फत दोहा पंचक. . . . . उल्फत जीना है तो सीख ले ,विष पीने का ढंग । बड़े कसैले प्रीति के,अब लगते हैं रंग । छलिया आँखों में नहीं,वो पहले... 32 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read प्रिय तुझसे मैं प्यार करूँ ... प्रिय तुझसे मैं प्यार करूँ ... स्मृति घरौंदों में तेरा मैं कालजयी श्रृंगार करूँ अभिलाष यही है अंतिम पल तक प्रिय तुझसे मैं प्यार करूँ श्वास सिंधु के अंतिम छोर... 32 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read क्षणिका : क्षणिका : बंद रहकर भी बहुत कुछ कह जाती है बंद साँकल व्यथा दरवाज़े के पीछे की सुशील सरना Quote Writer 63 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read उत्तर से बढ़कर नहीं, उत्तर से बढ़कर नहीं, प्रश्नों का अस्तित्व। आपस में ही है निहित, दोनों का अमरत्व ।। सुशील सरना / 13-8-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read प्रश्न अगर हैं तीक्ष्ण तो , प्रश्न अगर हैं तीक्ष्ण तो , उत्तर भी उस्ताद । बिन उत्तर के प्रश्न का, बढ़ जाता अवसाद ।। सुशील सरना / 13-8-24 Quote Writer 64 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read बिन उत्तर हर प्रश्न ज्यों, बिन उत्तर हर प्रश्न ज्यों, बिना पाल की नाव । अपने -अपने दम्भ से, दोनों देते घाव ।। सुशील सरना / 13-8-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read प्रश्नों से मत पूछिए, प्रश्नों से मत पूछिए, उनके दिल का हाल । उत्तर के नखरे बड़े, करते बहुत सवाल ।। सुशील सरना / 13-8-24 Quote Writer 84 Share sushil sarna 13 Aug 2024 · 1 min read प्रश्नों का प्रासाद है, प्रश्नों का प्रासाद है, जीवन की हर साँस । मरीचिका में जी रहा, कालजयी विश्वास । । सुशील सरना / 13-8-24 Quote Writer 49 Share sushil sarna 12 Aug 2024 · 1 min read रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं । रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं । नसीब वाले को यहां ..हबीब मिलते हैं । हर मोड़ पे यहाँ .बिकती है इंसानियत - रोटियों के वास्ते यहां सलीब... Quote Writer 54 Share sushil sarna 12 Aug 2024 · 1 min read झुर्री-झुर्री पर लिखा, झुर्री-झुर्री पर लिखा, जीवन का संघर्ष । जरा अवस्था देखती, मुड़ कर बीते वर्ष ।। सुशील सरना / 12-8-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 12 Aug 2024 · 1 min read ठहरी - ठहरी जिन्दगी, ठहरी - ठहरी जिन्दगी, थके - थके से पाँव । दूर कहीं दिखने लगा , अपना अन्तिम गाँव ।। सुशील सरना / 12-8-24 Quote Writer 69 Share sushil sarna 12 Aug 2024 · 1 min read तन्हा चलती जिदंगी, तन्हा चलती जिदंगी, जब ढलती है शाम । रिश्ते सारे दूर से , तन को करें सलाम ।। सुशील सरना / 12-8-24 Quote Writer 52 Share sushil sarna 12 Aug 2024 · 1 min read चढ़ते सूरज को सभी, चढ़ते सूरज को सभी, जग में करें सलाम । शाम ढले फिर पूछता, कौन किसी का नाम ।। सुशील सरना / 12-8-24 Quote Writer 72 Share sushil sarna 11 Aug 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया कितना ही वादा करे, नेता चाहे आज । नग्न नयन के स्वप्न तो, टूटें बिन आवाज । टूटें बिन आवाज ,आँख से आँसू बहते । घुट-घुट सहते दर्द ,... Quote Writer 1 67 Share sushil sarna 11 Aug 2024 · 1 min read दोहा त्रयी. . . . . दोहा त्रयी. . . . . किसके माथे पर लिखी, अंतस की हर बात । अक्सर देते आवरण, अभिव्यक्ति को मात ।। समाधान हो किस तरह, आखिर भ्रम का तात... 23 Share sushil sarna 11 Aug 2024 · 1 min read बहार... बहार... दिल की हर बहार तुम्हीं से है l सृष्टि का हर शृंगार तुम्हीं से है l तुम हो तो है ये हसीन दुनिया - मेरा हर स्वप्न संसार तुम्हीं... Quote Writer 1 49 Share sushil sarna 10 Aug 2024 · 1 min read अधरों पर विचरित करे, अधरों पर विचरित करे, प्रथम प्रणय आनन्द । चिर जीवित अभिसार का, रहे मिलन मकरंद ।। सुशील सरना / 10-8-24 Quote Writer 79 Share sushil sarna 10 Aug 2024 · 1 min read बात हमेशा वो करो, बात हमेशा वो करो, जिसका हो कुछ अर्थ । समय बड़ा अनमोल है, बीत न जाए व्यर्थ ।। सुशील सरना / 10-8-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 10 Aug 2024 · 1 min read इच्छाओं की दामिनी, इच्छाओं की दामिनी, नृत्य करे दिन रात । मदन मेघ सब जानते, चातक मन की बात ।। सुशील सरना /10-8-24 Quote Writer 43 Share sushil sarna 10 Aug 2024 · 1 min read सावन की बौछार ने, सावन की बौछार ने, ऐसा किया कमाल । कोपल चहकी ठूंठ में , जीवन हुआ निहाल ।। सुशील सरना / 10-8-24 Quote Writer 49 Share Previous Page 6 Next