sushil sarna 1172 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next sushil sarna 1 Sep 2024 · 1 min read मनमुटाव सीमित रहें, मनमुटाव सीमित रहें, बढ़े प्रीत का सार । आपस में फूले फले, अपनों का संसार ।। सुशील सरना / 1-9-24 Quote Writer 44 Share sushil sarna 31 Aug 2024 · 1 min read दोहा पंचक. . . . मजबूर दोहा पंचक. . . . मजबूर आँखों से ही दूर अब , है आँखों का नूर । बदले इस परिवेश में, ममता है मजबूर ।। वर्तमान ने दे दिया, माना... 2 33 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read राहें तो बेअंत हैं, राहें तो बेअंत हैं, अनगिन इसके मोड़ । कब लौटे वो मोड़ हम, जिनको देते छोड़।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read व्यर्थ बात है सोचना , व्यर्थ बात है सोचना , कौन गया कब छोड़ । जीवन में मिलता नहीं, तनहाई का तोड़ ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 76 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read सत्य विवादों से भरा, सत्य विवादों से भरा, नहीं झूठ के पैर । किसको दोषी हम कहें, किसकी मांगें खैर ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read नहीं जरूरी जिंदगी, नहीं जरूरी जिंदगी, राह चले उस ओर । खुशी समेटे हो जहाँ, जीवन की हर भोर ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 45 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read दौड़ी जाती जिंदगी, दौड़ी जाती जिंदगी, ओझल है ठहराव । गिनता रहता आदमी, जीवन भर के घाव ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read बीते कल की क्या कहें, बीते कल की क्या कहें, बीता कल गया बीत । व्यर्थ वक्त को कोसना, दुनिया की है रीत ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 31 Share sushil sarna 30 Aug 2024 · 1 min read अपनी भूलों से नहीं, अपनी भूलों से नहीं, लेता जो संज्ञान । मुश्किल उसकी जिंदगी, में होता उत्थान ।। सुशील सरना / 30-8-24 Quote Writer 41 Share sushil sarna 29 Aug 2024 · 1 min read थोड़ी सी बरसात हो , थोड़ी सी बरसात हो , थोड़ी सी हो बात । काबू में कैसे रहें, अन्तस के जज्बात ।। सुशील सरना / 29-8-24 Quote Writer 40 Share sushil sarna 29 Aug 2024 · 1 min read शर्मसार…. शर्मसार…. ख़ुदा की ये कायनात शर्मसार हो जाती है जब कोई बहन,बहु, बेटी हैवानियत की शिकार हो जाती है निशा का आँचल दागदार हो जाता है जब हवस के भूखे... 40 Share sushil sarna 28 Aug 2024 · 1 min read मील के पत्थर.... मील के पत्थर.... पत्थर पर तो हर मौसम बेअसर हुआ करता है दर्द होता है उसको जिसका सफ़र हुआ करता है सिर्फ दूरियां ही बताता है निर्मोही मील का पत्थर... 31 Share sushil sarna 28 Aug 2024 · 1 min read बहुत छुपाया हो गई, बहुत छुपाया हो गई, व्यक्त उमर की पीर । झुर्री में रुक- रुक चला, व्यथित नयन का नीर ।। सुशील सरना / 28-8-24 Quote Writer 95 Share sushil sarna 28 Aug 2024 · 1 min read विगत काल की वेदना, विगत काल की वेदना, देती है संताप । तनहा आँखों का भला , सुनता कौन विलाप ।। सुशील सरना / 28-8-24 Quote Writer 62 Share sushil sarna 28 Aug 2024 · 1 min read धीरे-धीरे ढह गए, धीरे-धीरे ढह गए, रिश्तों के सब दुर्ग । बिखरे घर को देखते, घर के बड़े बुजुर्ग ।। सुशील सरना / 28-8-24 Quote Writer 59 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read भौतिक युग की सम्पदा, भौतिक युग की सम्पदा, कब देती है साथ । हर अर्जन को छोड़कर, जाना खाली हाथ ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 38 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read मिट जाता शमशान में, मिट जाता शमशान में, झूठा हर अभिमान । मुट्ठी भर की राख है, पगले तेरी शान ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 56 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read गमन जगत से जीव का, गमन जगत से जीव का, विधि का है दस्तूर । फिर भी रहता अर्थ के , मद में हरदम चूर ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 79 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read चार दिनों की जिंदगी, चार दिनों की जिंदगी, कहते हैं सब लोग । जीवन समझें भोग को, पालें धन का रोग ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 66 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read कल तो नाम है काल का, कल तो नाम है काल का, इसका क्या विश्वास । जीवन के इस पृष्ठ पर, साँसें करती रास ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 50 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read अन्तर्मन में अंत का, अन्तर्मन में अंत का, प्रश्न हुआ जीवंत । मरघट ही क्या जीव का, अन्तिम है पर्यंत ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 39 Share sushil sarna 27 Aug 2024 · 1 min read आने का संसार में, आने का संसार में, निश्चित एक विधान । पर्दे में लेकिन रहे, अन्तिम क्षण अवसान ।। सुशील सरना / 27-8-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 26 Aug 2024 · 1 min read कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान । कृष्णा तेरी बांसुरी , जब- जब छेड़े तान । घर से दौड़ी राधिका , कर कृष्णा का ध्यान । जड़ चेतन संसार उस, मुरलीधर के मीत - मंत्र मुग्ध राधा... Quote Writer 50 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार । दीवाना मौसम हुआ,ख्वाब हुए गुलजार । बाँहों में टूटे बदन, हार गए इंकार । देर तलक होता रहा, नैनों में संग्राम - सुध-बुध भूले अन्ततः , मौन हुई हर रार... Quote Writer 40 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read अवतरण ... अवतरण ... वीभत्स रूप वासना के प्रतिफल का मृत संवेदनाओं की पराकाष्ठा का जीवित प्रतिबिम्ब क्रंदन किलकारी का झाड़ी के नीचे अवसान के अंक में छटपटाता नव अवतरण सुशील सरना 42 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read प्रेम सदा निष्काम का , प्रेम सदा निष्काम का , मिले सुखद परिणाम । दूषित करती वासना, इसके रूप तमाम ।। सुशील सरना / 25-8-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read अटल सत्य संसार का, अटल सत्य संसार का, अविनाशी है प्रेम । भाव समर्पण माँगता , हरदम इसमें क्षेम ।। सुशील सरना / 25-8-24 Quote Writer 57 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read प्रेम न माने जीत को, प्रेम न माने जीत को, प्रेम न माने हार । जीवन देता प्रेम को, एक शब्द स्वीकार ।। सुशील सरना /25-8-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read प्रेम स्वप्न परिधान है, प्रेम स्वप्न परिधान है, प्रेम श्वांस की शान । प्रेम अमर इस भाव के , मिटते नहीं निशान ।। सुशील सरना / 25-8-24 Quote Writer 53 Share sushil sarna 25 Aug 2024 · 1 min read प्रेम चेतना सूक्ष्म की, प्रेम चेतना सूक्ष्म की, प्रेम प्रखर आलोक । प्रेम पृष्ठ है स्वप्न का, प्रेम न बदले मोक । । ( मोक = केंचुल ) सुशील सरना / 25-8-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read बेसुरी खाँसी .... बेसुरी खाँसी .... मन ढूँढता रहा नीरवता में खोये हुए उस कोलाहल को जो साथ ले गया अपने जीवन के अन्तिम पहर में नीरवता को भेदती खरखरी खाँसी की बेसुरी... 26 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read अनपढ़े ग्रन्थ ... .. अनपढ़े ग्रन्थ ... .. कुछ दर्द एक महान ग्रन्थ की तरह होते हैं पढना पड़ता है जिन्हें बार- बार उनकी पीड़ा समझने के लिए । ऐसे दर्द अट्टालिकाओं में नहीं... 23 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read आँधियों से क्या गिला ..... आँधियों से क्या गिला ..... 2122 2122 2122 212 रूठ जाएँ मंजिलें तो रहबरों से क्या गिला हो समन्दर बेवफ़ा तो कश्तियों से क्या गिला टूट जाए घर किसी का... 28 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read जाय फिसल जब हाथ से, जाय फिसल जब हाथ से, जीवन आता चेत । मुट्ठी में कब ठहरती, यह जीवन की रेत ।। सुशील सरना / 24-8-24 Quote Writer 42 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read साँझ पृष्ठ पर है लिखा, साँझ पृष्ठ पर है लिखा, जीवन का संघर्ष । लीन व्योम में जिंदगी, इसका है निष्कर्ष ।। सुशील सरना / 24-8-24 Quote Writer 1 40 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read बड़ी अजब है जिंदगी, बड़ी अजब है जिंदगी, दिखे न इसका छोर । यह चलती है उस तरफ, हवा चले जिस ओर ।। सुशील सरना / 24-8-24 Quote Writer 46 Share sushil sarna 24 Aug 2024 · 1 min read अजब तमाशा जिंदगी, अजब तमाशा जिंदगी, करती है दिन-रात । थोड़ी सी देती खुशी , ढेरों दे आघात ।। सुशील सरना / 24-8-24 Quote Writer 51 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read वक्त बुरा तो छोड़ती, वक्त बुरा तो छोड़ती, परछाई भी साथ । सोच समझ कर थामना, हमदर्दों का हाथ ।। सुशील सरना / 23-8-24 Quote Writer 47 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read रिश्तों में बुझता नहीं, रिश्तों में बुझता नहीं, अब नफरत का दीप । दुर्गंधित जल में नहीं, मिलते मुक्ता सीप ।। सुशील सरना / 23-8-24 Quote Writer 35 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read धोखा देती है बहुत, धोखा देती है बहुत, अधरों की मुस्कान । मन में क्या है भेद कब, होती यह पहचान ।। सुशील सरना / 23-8-24 Quote Writer 37 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read अच्छी लगती झूठ की, अच्छी लगती झूठ की, वर्तमान में छाँव । चैन मगर मिलता वहाँ, जहाँ सत्य की ठाँव ।। सुशील सरना / 23-8-24 Quote Writer 34 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read अपनेपन की आड़ में, अपनेपन की आड़ में, लोग निकालें बैर । कौन किसी के वास्ते, आज माँगता खैर ।। सुशील सरना 23-8-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 23 Aug 2024 · 1 min read हंस भेस में आजकल, हंस भेस में आजकल, कौआ बाँटे ज्ञान । पीतल सोना एक से, कैसे हो पहचान ।। सुशील सरना / 23-8-24 Quote Writer 55 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read गोरे काले वर्ण पर, गोरे काले वर्ण पर, मत होना आसक्त । पल में मिटते भरम सब, जब आता है वक्त ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 49 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read कैसे मंजर दिखा गया, कैसे मंजर दिखा गया, बरसाती तूफान । जमींदोज पल में हुए , पक्के बड़े मकान ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 60 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read वर्षा का तांडव हुआ, वर्षा का तांडव हुआ, बहे कई प्रासाद । शेष बचे अवशेष अब, बने भयंकर याद ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 30 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read अस्त- व्यस्त जीवन हुआ, अस्त- व्यस्त जीवन हुआ, बारिश से चहुँ ओर । जन जीवन नुकसान से, भीगे मन के छोर ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read निर्मम बारिश ने किया, निर्मम बारिश ने किया, निर्धन का वो हाल । झोपड़ की छत उड़ गई, जीवन बना सवाल ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 48 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 1 min read अविरल होती बारिशें, अविरल होती बारिशें, अब देती हैं घाव । बारिश में घर बह गए, शेष नयन में स्राव ।। सुशील सरना / 22-8-24 Quote Writer 49 Share sushil sarna 22 Aug 2024 · 2 min read प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचार प्रिय सुधि पाठको, ये रचना मात्र रचना नहीं है एक ज्वलंत विचारणीय प्रश्न है-समाज में पनपती सोच के पतन की गंभीर स्थिति -प्रस्तुत रचना आज के पेपर में छपी एक... 30 Share Previous Page 5 Next