Satish Srijan Language: Hindi 373 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next Satish Srijan 1 Feb 2023 · 1 min read फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, फ़र्ज़ पर अधिकार तेरा, है नतीजा रब के पास। वो करेगा काम अपना, तू बस अपना काम कर। हो गरीबी या रईसी, शुक्र कर हर हाल में। है नशीबों की... Hindi 1 180 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read हे देश मेरे महबूब है तू, हे देश मेरे महबूब है तू, तुझसे ही इश्क़ लगाया है। तेरी खातिर कितनी बार लड़ा, सरहद पर लहू बहाया है। नदियों पर्वत से है प्यार मुझे, वन लगते जिगरी... Hindi · कविता 1 284 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read ऐ पड़ोसी सोच गुफ्तगूं की पेशकश में, दिखती हैं मजबूरियां। वरना पाव भर के गोले दागते वे दे बयां। ऐ पड़ोसी सोच फिर से, एक नहीं दस मर्तवा। बूत परस्तों के यहां की,... Hindi 235 Share Satish Srijan 31 Jan 2023 · 1 min read ख्वाहिशों का अम्बार आसुदा मिला कहाँ चाहतों से किसी को अब तक। बसर जितने में हो उतनी ही दरकार है। सोचता हूँ सब्र का दामन पकड़ के रखूं क्योकि, क़ल्ब में तमाम ख्वाहिशों... Hindi 2 178 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read नशा कोई न कोई नशा, सबके हृदय में बसा। गांजा या भांग हो, या अफीम की मांग हो। शराब की अपनी अदा है, वो क्या जाने जो इससे जुदा है। पैसा... Hindi · कविता 1 171 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read अच्छा है तू चला गया मुझे तेरी दरकार नहीं है, तिनका भर एतबार नहीं है। यद्यपि कोई तकरार नहीं है, फिर भी तुझसे प्यार नहीं है। वक्त के हांथों मला गया, अच्छा है तू चला... Hindi · कविता 1 195 Share Satish Srijan 30 Jan 2023 · 1 min read यूँ ही बस यूं ही पूँछ लिया कैसी लगती है..... मुस्करा कर बोले, सुबह की धूप में खिलते गुलाब की तरह.....। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 1 381 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 2 min read महाराणा प्रताप भारत देश महान हमारा, क्योंकि भूमि है वीरों की। बलिदान धैर्य व त्याग भरा, है स्वर्ण कथा शमशीरों की। महाराणा था अतुलित योद्धा, अद्भुत सी शौर्य कहानी थी। शक्ति अदम्य... Hindi · कविता 2 240 Share Satish Srijan 29 Jan 2023 · 1 min read आँसू आँसू आस हैं, आँसू प्यास हैं, आँसू एहसास हैं, आँसू विश्वास हैं। नैनों के झरोखे में किसी की तलाश हैं। निर्मल तुषार जैसे, आँसू बहुत खास हैं। बिछुड़न की याद... Hindi · कविता 2 220 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read लव मैरिजvsअरेंज मैरिज ताल मेल की कमी बनी रहे, किया कहीं गर लव मैरिज। रोज रोज बिगड़ी रहे यूँ, ज्यों खड़ी रहे गाड़ी गैरेज। ठनी रहे, तनी रहे, अड़ी रहे ,लड़ी रहे ।... Hindi · कविता 1 226 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read पगार अपने ईमान से दगा भूल से भी करता नहीं। सौपे काम करने से कभी भी डरता नहीं। जितनी पगार मुझे मिलती है खजाने से। उससे ज्यादा की दरकार कभी करता... Hindi · कविता 268 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read अश्क़ अगर तू चाहता न हो, अश्क़ कभी तेरी आँखों में। पोंछ आँसू जो रोया है, न बन जरिया रुलाने का। -सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 2 306 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 1 min read दार्जलिंग का एक गाँव सुकना हरियाली जहाँ करे अठखेली, पंछी कलरव करके गायें। विविधाकार झुंड कुंजर का, संध्या होते नित आ जाये। हरे भरे तृण बागानों में, शिखी सखी के संग आ जाता। पीहू पीहू... Hindi · कविता · दार्जलिंग की सुंदरता का अवलोकन 1 2 196 Share Satish Srijan 28 Jan 2023 · 2 min read लड्डू गोपाल की पीड़ा (छोटी बेटी घर मे रोज लड्डू गोपाल की पूजा करती है,अपने पापा को कुछ कहती है) ----------------------------------------- लड्डू गोपाल कुछ कहता पापा, बड़ी पीड़ा को सहता पापा। पता नहीं क्या... Hindi · कविता 433 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 2 min read राम दीन की शादी आज सबेरे रामदीन को शिवमंदिर में देखा। पूजा करते बोल रहा था, देखो ब्याह की रेखा। मैंने पूछा कहो भगतजी क्या है कष्ट तुम्हारा। भोलेबाबा बड़े दयालू, करें तुरंत निपटारा।... Hindi · कविता · हास्य 162 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 1 min read ईमान से बसर न इंस्पेक्टर एफ सी आई का, न कोतवाली का दारोगा। व्यापारी ठेकेदार नहीं, कैसे रुतबा ऊंचा होगा। जब सीमित आय का साधन है, घर बार खर्च को लिखेंगे ही। ईमान... Hindi · कविता 392 Share Satish Srijan 27 Jan 2023 · 1 min read महताब जमीं पर उनकी दस्तक हुई तन्हाई में तो ऐसा लगा। जैसे की तप्ती धूप में,हवा का झोंका आ गया। तेरी शोहरत तेरा जलवा,बहारों में है घर तेरा। खिजां वहां आ नही सकती,जहां... Hindi 294 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read गोबरैला गांव की पशुशाला देखा है, जहाँ होते गइया बैला। वहाँ मिले एक कीट घूमता, काला सा गोबरैला। भँवरे जैसे आकृति इसकी, अपनी आदत से मजबूर। भूमि में खुद की बिल... Hindi · कविता 1 745 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। हमारा ऐसा हिंदुस्तान। विश्व धरा का देश न कोई, भारतवर्ष समान। सारे रूपक लगे अधूरे, कौन सा दूँ उपमान। अगिनत खूबी इस भूमि की, कैसे करूं बखान।... Hindi · कविता 378 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read तिरंगा सप्त रंग का इंद्रधनुष ज्यों, दिखता रंग विरंगा है। वैसे देश की आन बान व शान ये ध्वजा तिरंगा है। मन आह्लादित हो जाता जब, राष्ट्र ध्वजा फहराता है। पूर्ण... Hindi · कविता 274 Share Satish Srijan 26 Jan 2023 · 1 min read लहू का कतरा कतरा यूँ तो बेशुमार वतन परस्त है पूरे हिन्दोस्तां में। सच्चे वफादार कभी जताते नहीं अपने मुँह से। बयानबाजी तो हर कोई कर सकता है जितना जी चाहे, मगर परवान वतन... Hindi · कविता 396 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read श्वान प्रेम इंसानों की क़दर खतम हुई, कुत्तों के जागे हैं भाग्य। मनुज बेचारा भटक रहा है दाने दाने को मोहताज। दो पैसे मिल जाएं जैसे, स्तर ऊंचा करना होता। कुछ भी... Hindi · कविता 1 373 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read गणतंत्र पर्व आज है आया अवसर पावन, आजादी की गाथा गायें। आहुति बन गए महायज्ञ में उन वीरों को शीश झुकाएं। सुखदेव,भगत, बालगंगाधर, बोष, चन्द्र शेखर आजाद, इनके बलिदानों के कारण, देश... Hindi · कविता · गणतंत्र दिवस 290 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read आब दाना चाहतों को न बढ़ा यूँ, सब्र का दामन पकड़। बेलिबास दुनिया में आये, बेलिबास हो रुखसती। क्या तुझे देगा नहीं वो, जितना होगा लाज़मी। जो परिंदों को है देता, आब... Hindi 1 329 Share Satish Srijan 25 Jan 2023 · 1 min read हे! ज्ञानदायनी स्तुति करते तेरे चरणों में, मन में फैला अंधकार हरो। हे!ज्ञानदायनी शारद मां, शत बार नमन स्वीकार करो। प्रतिवर्ष पंचमी शुक्ल माघ, माँ तेरा जन्म मनाते हैं। अपनी श्रद्धा सामर्थ्य... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 2 304 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read करीम तू ही बता सामने आओ तो दीदार करूं, इबादत रुबरू हो दिल से थोड़ा प्यार करूं। सदियां गुजरी राह देखते तेरी । करीम तू ही बता कितना इन्तजार करूं। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 287 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read नाशुक्रा बक्शीशों लंबी फेहरिश्त है ऊपर वाले तेरी, कभी महसूस करने की कोशिश न हुई। आज आईने में गौर से देखा जब खुद को, समझ में आया तब कितना नाशुक्रा हूँ... Hindi 384 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read कलाम को सलाम सच्चे मुसलमान, पक्का ईमान। एक जैसी श्रद्धा थी, गीता या कुरान । जेहन में सराफत, किसी से न नफरत। सीधा साधा बाना, सूफियों सी फितरत। कोमल मिजाज थे, इरादे एजाज... Hindi · कविता 3 184 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read मुझे आने तो दो मुझे आने तो दो माँ! मुझमें बहता सार तेरा, तेरी कोख ही है संसार मेरा। स्नेह तेरा पाने तो दो, मुझे आने तो दो। मेरी सार्थकता का भान नहीं। पूरक... Hindi · कविता 1 184 Share Satish Srijan 24 Jan 2023 · 1 min read बालिका दिवस जो मांगे समान दो, बेटा जैसा मान दो। कोई कोताही न करो कभी, खुला खुला आसमान दो। टक्कर का जमाना है, जीतकर मंजिल पाना है। माता पिता की परी है... Hindi · कविता 2 231 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read रहे टनाटन गात बर्गर मैगी पिज्जा ब्रेड से बढ़ जाएगा वेट | आतें दुर्बल होयेगी निकल आएगा पेट। निकल आएगा पेट शेप हो गड़बड़ तन का। केलोस्ट्रोल सुगर बढ़े, हानि हो जीवन का... Hindi 1 194 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read मैं आजादी तुमको दूंगा, मैं आजादी तुमको दूंगा, कुछ लोग लहू मुझको दे दो। वो कहता सुनो देश वालों, संघर्ष करो दुश्मन खेदो। संघर्ष से आत्मविश्वास मिले, संघर्ष ही मनुज बनाता है। संघर्ष डगर... Hindi 1 205 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read ड़ माने कुछ नहीं चलो लिखें एक कविता टेढ़ी, भले हो जाये पंगा। क ख ग घ बढ़िया हैं पर, व्यर्थ है अक्षर 'ड़'। व्यंजन के सारे अक्षर का होगा तो प्रयोग कहीं, तो... Hindi · कविता 2 337 Share Satish Srijan 23 Jan 2023 · 1 min read झरना झर झर झर झरता झरना, झरने का है ये कहना। चट्टानों की छाती पर चढ़, रोड़ों में भी निडर हो बढ़। बाधाओं में न रुक जाना, बहते जाना, सहते जाना,... Hindi · कविता 1 281 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read नाविक तू घबराता क्यों है उठती गिरती लहरें लखकर, नाविक तू घबराता क्यों है। खुद या नाव पर नहीं भरोसा, तो सागर में जाता क्यों है। तरुणाई है जब तक तन में, यौवन भी परिपूरित... Hindi · कविता 355 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read वक्त से पहले तू तो देता है बेहिसाब, हर सवाली को। वक्त से पहले और, मुकद्दर से ज्यादा। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi 303 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read लकीरी की फ़कीरी लकीरी की फ़कीरी क्या, कभी कोई रंग लाती है। जिक्र बा फिक्र कर दिल से, बताया जैसा मुरशिद ने। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 239 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read जमातों में पढ़ों कलमा, जमातों में पढ़ों कलमा, या तन्हां रह करो सजदा । जब तलक मिले न मुरशिद, समझ में कुछ नहीं आता। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 235 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 2 min read तेरा पापा मेरा बाप बाप ------ पहले समय में बाप होते थे, अब होते हैं पापा। बाप भांजता जूता सिर पे, गाल पर दो कण्टापा। बात बात पर डांट मारता, यही था उसका ज्ञान।... Hindi · कविता 292 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read आज नहीं तो निश्चय कल आज नहीं तो निश्चय कल जीवन में दिन चार मिलें है, बीत रहे बन सांझ सवेरे । चाहे जो भी कर ले उनका, आज का पल बस हाथ में तेरे... Hindi · कविता 1 228 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read नया जमाना बहुएं तो हैं जय और वीरू, लेकिन सास न गब्बर। एक के बदले बीस सुनाती, दिखती जैसे बब्बर। बहुओं को कोई जला न पाएं, मिट गया सारा खतरा। बहू बैठी... Hindi · कविता · हास्य 496 Share Satish Srijan 22 Jan 2023 · 1 min read ञ माने कुछ नहीं प्रतिदिन कुछ नया सिखता हूँ, कभी कभी अड़बड़ लिखता हूं। आज कविता लिखने में लाचार दिखूं, समझ में नहीं आता 'ञ' पर क्या लिखूं। न ञ से शब्द शुरु हो... Hindi · कविता 432 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read तूफां से लड़ता वही तूफां से लड़ता वही जिसे मुश्किलों का शौक़ हो । डाल मत दरिया में किश्ती गर डूबने ख़ौफ हो । सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 251 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read लड़खड़ाने से न डर जज्बा क़ायम जिंदगी में, मुश्किलों की क्यों फिकर। गर सम्भलना सीखना है, लड़खड़ाने से न डर। सतीश सृजन, लखनऊ. Hindi · शेर 422 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read हमार उत्तर प्रदेश यूएसए, इंग्लैंड,पैरिस जर्मनी फ्रांस या बंगलादेश । भारत देश है सबसे अच्छा, उसमें भी उत्तर प्रदेश। इस प्रदेश की शान निराली, सकल भूमि पर है हरियाली। राम,कृष्ण अवतार लिया है,... Hindi · कविता 1 227 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read कभी खुद से भी तो बात करो कुछ खोना है कुछ पाना है, आये हैं तो एक दिन जाना है। अति गर्व भरी न औकात करो, कभी खुद से भी तो बात करो। संसार को तो है... Hindi · कविता 1 404 Share Satish Srijan 21 Jan 2023 · 1 min read 'ण' माने कुच्छ नहीं पाठशाला में जब जाते थे, गुरुजी खुब समझाते थे। गिनती ककहरा का था ठाठ, पहली कक्षा का यही पाठ। क से कबूतर, ख से खरगोश, च से चरखा ज से... Hindi · कविता 1 2 655 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read सी डी इस विपिन रावत अगुवा बन कर तुम चले सदा, हिम्मत हिकमत से साजा थे। सरदार थे तुम सामन्त थे तुम, तुम ही सेना के राजा थे। रावत तेरा अर्थ बड़ा सा था। हर... Hindi · कविता 1 234 Share Satish Srijan 20 Jan 2023 · 1 min read ये लखनऊ है ज़नाब कौन रहता है कहाँ, वाकिफ हम सभी से। हर गली की खबर मुझको, इसी शहर का बाशिन्दा हूँ। नफासत का शहर है लखनऊ, यहां अदब से बात होती है। पहले... Hindi · कविता 206 Share Satish Srijan 19 Jan 2023 · 1 min read मैं खुश हूँ बिन कार थोड़े पैसे हुए पास तब, सोचा ले लूं ब्रेज़ा। कार हो जाये अपने घर भी, ठंडा हो जाये भेजा। लेकिन पत्नी प्लाट ले लिया, चुक गया सारा पैसा। कार योजना... Hindi · कविता 1 259 Share Previous Page 6 Next