सत्य कुमार प्रेमी Language: Hindi 836 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 मजदूर औ'र किसानों की बेबसी लिखेंगे। दुख दर्द से भरी जो वो जिंदगी लिखेंगे।1 मुस्कान भी बमुश्किल जिनके लबों पे आती, जिस दिन दिखेगी उस दिन उनकी हॅंसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 148 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read खा गया हिस्सा महल तूने पता पाया नहीं। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 खा गया हिस्सा महल तूने पता पाया नहीं। झोपड़ी तू कर बगावत और अब चारा नहीं।1 बंद कर के मुॅंह न बैठो, ध्यान ये रखना सदा, कौन सुनता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 86 Share सत्य कुमार प्रेमी 29 Jun 2023 · 1 min read यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 यहां कश्मीर है केदार है गंगा की माया है। तभी सारे जहां से भी हमारा देश प्यारा है। सदा रखना पिता माता को ईश्वर के ही दर्जे में,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 246 Share सत्य कुमार प्रेमी 25 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा। मुक्तक तुम्हारे बिन कहां मुझको कभी अब चैन आएगा। तुम्हारे बिन जुदाई में ये दिन पल पल सताएगा। हमारे लब पे रहते हैं तुम्हारे प्यार के किस्से, तुम्हारे लब पे... Hindi · मुक्तक 156 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो। ग़ज़ल 2122/2122/2122 हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो। बिन ही मांगे जब मुझे सबकुछ दिया हो।1 वो महल भी शर्म से नीचे झुकेगा, खून पीकर जो गरीबों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 319 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं। ग़ज़ल 1212/1122/1212/22(112) यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं। गरीब का है किसी को कोई खयाल नहीं।1 वो खा रहे हैं हरिक रोज मुर्गा औ'र बकरा, उन्हें तो चाहिए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 464 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read मैं हर चीज अच्छी बुरी लिख रहा हूॅं। ग़ज़ल 122/122/122/122 मैं हर चीज अच्छी बुरी लिख रहा हूॅं। कि जीवन में नेकी बदी लिख रहा हूॅं।1 जिन्हें ज्यादातर मैंने रोते ही देखा, मैं मुश्किल से उनकी हॅंसी लिख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 Jun 2023 · 1 min read दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां। ग़ज़ल 2122/2122/212 दूर जाकर क्यों बना लीं दूरियां। आज भी फिर क्यों गिराते बिजलियां।1 जीत तुमको चाहिए थी, इसलिए, हार कर तुमको जिता दी बाजियां।2 कुछ कमी मुझ में भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read जो गगन जल थल में है सुख धाम है। ग़ज़ल 2122/2122/212 जो गगन जल थल में है सुख धाम है। जो रमा कण कण में वो ही राम है। जन्म जो देता है सबको पालता, परम पावन वो प्रभू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 366 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read देख बहना ई कैसा हमार आदमी। ग़ज़ल 212/212/212/212 देख बहना ई कैसा हमार आदमी। हाय कितना है सुंदर तोहार आदमी।1 ई था किस्मत म हमरे नकारा आदमी, अब हूॅं पीछे पड़े हैं हजार आदमी।2 नीक लागै... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share सत्य कुमार प्रेमी 16 Jun 2023 · 1 min read ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया। मुक्तक ईमान धर्म बेच कर इंसान खा गया। दुनियां में असुर कर्म का सम्राज्य छा गया। चारो ही तरफ सर्वनाश जैसा दिख रहा, लगता है कयामत का दिन करीब आ... Hindi · मुक्तक 295 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! गज़ल 2122.......2122......2122......212 कम कमाना कम ही खाना, कम बचाना दोस्तो! पर किसी की आंख में आंसू न लाना दोस्तो! जिंदगी तो इस जहाँ में आपकी कट जायेगी! पर खुदा को... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 397 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल। ग़ज़ल 221/1221/2121/212 हो मापनी, मफ़्हूम, रब्त तब कहो ग़ज़ल। समझो न मियां काफ़िया रद़ीफ को ग़ज़ल।1 पहले तो पढ़ो जान एलिया व मीर को, संगीत में जगजीत की सुना करो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 317 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 उसे मैं भूल जाऊंगा, ये मैं होने नहीं दूंगा। वो मुझको भूल जाएगा, ये मैं होने नहीं दूंगा।1 तेरा ही हम सफ़र बनकर, मुझे मंजिल को पाना है।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 247 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है। ग़ज़ल 2122/1122/1122/22 इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है। दर्द ऐसा है मिला, प्यार से डर लगता है।1 वो मेरी कोई नहीं, फिर भी भुला दूं कैसे,... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 163 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read इक दूजे पर सब कुछ वारा हम भी पागल तुम भी पागल। ग़ज़ल 22 22 22 22 22 22 22 22 इक दूजे पर सब कुछ वारा हम भी पागल तुम भी पागल। मैं तुझको तू मुझको प्यारा हम भी पागल तुम... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 157 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है। ग़ज़ल 221/2122/221/2122 सुरभित पवन फिज़ा को मादक बना रही है। दिल चाहता है जिसको शायद वो आ रही है।1 उसके ही इश्क़ में तो वर्षों से मैं दीवाना, ये रब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 145 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read हर खुशी पर फिर से पहरा हो गया। ग़ज़ल 2122/2122/212 हर खुशी पर फिर से पहरा हो गया। फिर शहर में आज दंगा हो गया। 1 खौफ़ गर कानून का होगा नहीं, सब यही बोलेंगे ये क्या हो... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 228 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 नया मानव को होता दिख रहा है कुछ न कुछ हर दिन। जहां में घट रहा अच्छा-बुरा है कुछ न कुछ हर दिन।1 ज़रूरत भर को मालिक दे... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 198 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read कल तक जो थे हमारे, अब हो गए विचारे। गज़ल 221.....2122....221.....2122 कल तक जो थे हमारे, अब हो गए विचारे। इस उम्र में वो आखिर, ढूंढे कहां सहारे।1 जिसने था घर बनाया, उसको जगह नहीं है, दिल फट रहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है। गज़ल 1222/1222/1222/1222 बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है। है इसमें शक नहीं यारो, के मेहनत रंग लाती है। यूॅं ही नज़रें मिली थीं बस, उसे बदनाम कर... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं। गज़ल 11212/11212/11212/11212 मैं तुम्हारे ख्वाबों खयालों में, मद मस्त शाम ओ सहर में हूॅं। मुझे क्या पता तुम हो कहां, पर मैं तुम्हारी नज़र में हूॅं। मैं धरा भी हूं,... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 389 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे। गज़ल 2122/2122/2122/212/ ज़िंदगी उससे है मेरी, वो मेरा दिलबर रहे। हो कहीं दुनियां में लेकिन, वो मेरा होकर रहे।1 बंदगी में जिसकी रहता हूॅं सुबह से शाम तक, वो ख़ुदा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 297 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग। गज़ल 2122/2122/2122/212 पेड़ पौधों के बिना ताजी हवा ढूंढेंगे लोग। जब दवा होगी नहीं कोई दुआ ढूंढेंगे लोग।1मतला डाक्टर भी हार जायेंगे न पाएंगे शिफ़ा, मर्ज जो होगा नहीं उसकी... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 276 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read तुम्हारा प्यार अब मिलता नहीं है। गज़ल 1222........1222.........122 तुम्हारा प्यार अब मिलता नहीं है। ये दिल अब शोर भी करता नहीं है।1 कहां जाएं भुला दें गम ये अपना, यहां अब मयकदा खुलता नहीं है।2 मिले... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 299 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read है यही मुझसे शिकायत आपकी। गज़ल 2122.........2122.........212 है यही मुझसे शिकायत आपकी। है नहीं दिल में मुहब्बत आपकी।1 झूठ है इल्जाम मुझ पर आपका, सच तो ये झूठी है उल्फत आपकी।2 प्यार करना औ'र मुकरना... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 143 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है। #गज़ल 1212/1122/1212/22 ये जाति और ये मजहब दुकान थोड़ी है। के ऐसे लोगों का दीनो अमान थोड़ी है। जो चाहता वही मुॅंह से निकाल देता तू, वो एक दोस्त है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 169 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read अगर बात तू मान लेगा हमारी। गज़ल 122/122/122/122 अगर बात तू मान लेगा हमारी। न होगी तेरी सारे जग में हॅंसाई। बनाया था तुझको वहीं तू बना रह, ये अच्छा नहीं बन रहा मुन्नाभाई। तू जिसका... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 164 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया। गज़ल 212......212.....212.....212 सिर घमंडी का नीचे झुका रह गया। जिंदगी की दुआ मांगता रह गया।।1 उसने जब वो सुना हादसा मौत का, दिल का टुकड़ा गया कांपता रह गया।2 जैसा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 209 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read है कुछ पर कुछ बताया जा रहा है।। गज़ल 1222.........1222.........122 है कुछ पर कुछ बताया जा रहा है।। किधर को देश अपना जा रहा है।1 पिलाया इस कदर मीठा जहर जो, न उगला ही, न निगला जा रहा... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 160 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read फालतू की शान औ'र रुतबे में तू पागल न हो। गज़ल 2122/2122/2122/212 फालतू की शान औ'र रुतबे में तू पागल न हो। क्या पता जो पास तेरे आज है वो कल न हो। जिस खुशी को देखने के वास्ते बेताब... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 161 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read दिलों में प्यार भी होता, तेरा मेरा नहीं होता। गज़ल 1222.....1222......1222......1222 दिलों में प्यार भी होता, तेरा मेरा नहीं होता। अगर दौलत नहीं होती, कोई झगड़ा नहीं होता। जिसे था गर्व बेटों पर, वो मां लाचार बैठी है, यही... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 192 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read मंजिल कठिन ॲंधेरा, दीपक जलाए रखना। गज़ल 221////2122////221////2122 मंजिल कठिन ॲंधेरा, दीपक जलाए रखना। मालिक हो प्यार अपना, मुझ पर बनाए रखना।1 गम घिरी घटाएं, संकट में सारी दुनियां, हे दीनबंधु तुम ही, सबको बचाए रखना।2... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 234 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read है जिसका रहमो करम और प्यार है मुझ पर। गज़ल काफिया- आर की बंदिश रदीफ- है मुझ पर वज़्न: 1212....1122....1212...22 है जिसका रहमो करम और प्यार है मुझ पर। उसी को मारने का खूं सवार है मुझ पर। के... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read ये दुनिया सीधी-सादी है , पर तू मत टेढ़ा टेढ़ा चल। गज़ल 22..22...22....22.....22....22....22....22 ये दुनिया सीधी-सादी है , पर तू मत टेढ़ा टेढ़ा चल। माना तुझको आजादी है, पर तू मत टेढ़ा टेढ़ा चल।1 दुनिया में कदम रखा तूने, तब रोता... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 175 Share सत्य कुमार प्रेमी 13 Jun 2023 · 1 min read जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। शहर जैसा नहीं तो क्या हमारा गांव अच्छा है।1 वहां की धूल मिट्टी याद आती नाव कागज... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका 1 191 Share सत्य कुमार प्रेमी 30 May 2023 · 1 min read कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है। ग़ज़ल 22/22/22/22/22/22/22/22 कुदरत का प्यारा सा तोहफा ये सारी दुनियां अपनी है। फिर तेरा मेरा क्या करना ये सारी दुनियां अपनी है। धन बल पौरुष के दम पर तू क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 237 Share सत्य कुमार प्रेमी 30 May 2023 · 1 min read जवाब दो हम सवाल देंगे। ग़ज़ल 121/22/121/22 जवाब दो हम सवाल देंगे। तुम्हारी दुनियां सॅंभाल देंगे।1 तुम्हें खुशी होगी गर चे हासिल, ये दिल भी अपना उछाल देंगे।2 नहीं जियादा है मेरी ख्वाहिश, वचन तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 140 Share सत्य कुमार प्रेमी 30 May 2023 · 1 min read बड़ा मायूस बेचारा लगा वो। ग़ज़ल 1222/1222/122 बड़ा मायूस बेचारा लगा वो। मुझे बेहद दुखी बंदा लगा वो।1 सड़क बेहद तपी औ'र पांव नंगे, धधकती आग पर चलता लगा वो।2 किसी से मिलने की उसको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 142 Share सत्य कुमार प्रेमी 30 May 2023 · 1 min read नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए। ग़ज़ल 2122/2122/2122/212 नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए। गर्म आंधी प्यार की पुरज़ोर चलनी चाहिए। डर का आलम है जहां में तू ही कुछ कर या खुदा, युद्ध... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share सत्य कुमार प्रेमी 21 May 2023 · 1 min read दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं। मुक्तक दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं। राह तकती आंखें थक कर बेनज़ारा हो गईं। आपके आने अब उम्मीद बस कहने को है, वो हसीं रातें मिलन... Hindi · मुक्तक 260 Share सत्य कुमार प्रेमी 20 May 2023 · 1 min read मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता। ग़ज़ल 221/2121/1221/122 मुझ पर तुम्हारे इश्क का साया नहीं होता। मैं भी तुम्हारी छांव में आया नहीं होता।1 बेघर हुए जो लोग वो इंसान नहीं क्या, गर सोचते तो घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 239 Share सत्य कुमार प्रेमी 19 May 2023 · 1 min read मेरा जीवन बसर नहीं होता। ग़ज़ल 2122/1212/22 (112) मेरा जीवन बसर नहीं होता। आपसा हमसफ़र नहीं होता।1 धूप में ये सफ़र न था आसान, रास्ते में शज़र नहीं होता।2 होते अपराध कितने बेकाबू, डर पुलिस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share सत्य कुमार प्रेमी 18 May 2023 · 1 min read ज़रा सी बात पे तू भी अकड़ के बैठ गया। ग़ज़ल काफिया- अड़ की बंदिश रद़ीफ- बैठ गया 1212/1122/1212/22 ज़रा सी बात पे तू भी अकड़ के बैठ गया। ख़ुदा के नाम पे तू क्यों झगड़ के बैठ गया।1 हमारे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share सत्य कुमार प्रेमी 12 May 2023 · 1 min read जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। ग़ज़ल 1222/1222/1222/1222 जहां पर जन्म पाया है वो मां के गोद जैसा है। शहर जैसा नहीं तो क्या हमारा गांव अच्छा है।1 वहां की धूल मिट्टी याद आती नाव कागज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share सत्य कुमार प्रेमी 10 May 2023 · 1 min read बंद आंखें कर ये तेरा देखना। ग़ज़ल 2122/2122/212 बंद आंखें कर ये तेरा देखना। तू ही गड्ढे में गिरेगा देखना। झूठ का पर्दा हटेगा एक दिन, तू हकीकत से मिलेगा देखना। अपने दुष्कर्मों के खातिर एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 176 Share सत्य कुमार प्रेमी 8 May 2023 · 1 min read अब तक नहीं मिला है ये मेरी खता नहीं। ग़ज़ल 221/2121/1221/212 अब तक नहीं मिला है ये मेरी खता नहीं। मैं ढूंढता हूं जिसको है उसका पता नहीं।1 जाएं तो जाऍं कैसे भला तू ही ये बता, कैसे उधर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share सत्य कुमार प्रेमी 5 May 2023 · 1 min read मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं। गज़ल 1212.....1122....1212.....22 मेरा जो प्रश्न है उसका जवाब है कि नहीं। दिया जो प्यार में था वो गुलाब है कि नहीं। तेरे लबों से, जो पी थी, वही पिला साकी,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 309 Share सत्य कुमार प्रेमी 5 May 2023 · 1 min read के जब तक दिल जवां होता नहीं है। गज़ल 1222.........1222........122 के जब तक दिल जवां होता नहीं है। मुहब्बत का दिया जलता नहीं है। करेंं भी प्यार कैसे ये बताओ, किसी के दिल से दिल मिलता नहीं है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 340 Share सत्य कुमार प्रेमी 5 May 2023 · 1 min read मुझे मिले हैं जो रहमत उसी की वो जाने। गज़ल 1212....1122....1212....22-112 मुझे मिले हैं जो रहमत उसी की वो जाने। खुदा का शुक्र है जिसने दिए ये नज़राने। मिले जो आज है साकी, शराब, मयखाने, नसीब मुझको कहां थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 267 Share Previous Page 6 Next