तारकेश्वर प्रसाद तरुण 252 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 Sep 2024 · 1 min read कर (टैक्स) की अभिलाषा कर (टैक्स) की अभिलाषा ♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️♦️ रोटी कपड़ा और मकान दाना पानी जीवन दान भूख प्यास एक समान पेट भरा तो सब सुहाता भूखे भजन होता ना कभी है रोजी रोजगार... Hindi · कविता 72 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 Aug 2024 · 2 min read राही साथ चलते हैं 🙏 राही साथ चलते हैं 🙏 ♦️🧑🦯♦️👭♦️🤼 जीवन की संगीन राहों पे राही साथचलता रहता है सुख दुख के किनारों पे सहारा मिलता रहता है साथी साथ ले चलता है संवेदना... Hindi · कविता 73 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 Aug 2024 · 1 min read राखी का मोल🙏 राखी का मोल🙏 💙💙♦️♦️💜💜 राखी का कोई मोल नहीं जग में येअनमोल हैं प्यारे राखी है इक कच्चा धागा रिस्तों का है पक्का चिठ्ठा रेशम डोरी है अमोल प्यार बहना... Hindi · कविता 56 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 11 Aug 2024 · 1 min read सरहद सीमा मातृभूमि का🙏 सरहद सीमा मातृभूमि का अभेद्य कवच पाषाण खड़ा चार दिवारों से घिरा आंगन में अमन चैन शांति पैगाम पड़ा विस्तृत नभ नूतन अम्बर छोर अपार सभ्यता संस्कृतियों का नव पुरातन... Hindi · कविता 87 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jul 2024 · 1 min read मुखरित सभ्यता विस्मृत यादें 🙏 सभ्यता बोल रही 🙏 ♦️♦️♦️♦️♦️ सभ्यता का विकास नहीं था ज्ञान विज्ञान अवतार नहीं था मानवता छिपी गुफा कंदरा में पोषण भोज्य भरा पहाड़ों में समझ पहचान का विधाअभाव बोली... Hindi · कविता 82 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read रामायण सार 👏 रामावतार रामायण सार 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 राम लक्ष्मण त्रेतायुग के भाई मंथरा दासी हुई सब पर भारी माता से कुमाता कैकेयी बनाई राम लखन सीता नारी पतिवर्ता चौदह वर्ष बनबास दिला निज... Hindi · कविता 114 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read गीतासार 📕 गीतासार महाभारत काल ☘️☘️☘️☘️☘️☘️🍀🍀 कृष्ण वलराम द्वापर के भाई मामा कंश जग के अत्याचारी काल खण्ड अति कहर मचाई छीन अधर्म सनातन धर्मबचाई द्रोपदी थी सभा में अबला नारी पाण्डव... Hindi · कविता 87 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Jul 2024 · 1 min read कुपथ कपट भारी विपत🙏 कुपथ कपट भारी विपत पाँच सौ साल विस्थापत 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 सत्य साथी जोड़ी निराली जोड़ तोड़ गुना अति भारी जमा घटा भाग भारी पे भारी आधार यही जीवन संसारी जोड़ों पर... Hindi · कविता 97 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 16 Jul 2024 · 2 min read आया बाढ़ पहाड़ पे🙏 आया बाढ़ पहाड़ पे रोया जन गला फाड़ के 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 बादल टकराया पहाड़ से लपट धार पलकें फाड़ के देख रहा जन बाढ़ सैलाव घर द्वार सब ले गया प्लाव... Hindi 1 67 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 30 Jun 2024 · 1 min read चाँद शीतलता खोज रहा है🙏 हाय रे ! गरमी नाद छिड़ा 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मधुबन खुशबु निरस हो सागर सुख गागर सी हो ताल तलैया पर्पड़ी सूखी पथ पगडंडी आग सजी आंगन सूनी महल बीच में सूनी... Hindi · कविता 96 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 18 Jun 2024 · 1 min read शैव्या की सुनो पुकार🙏 शैव्या की सुनो पुकार स्वामी हे ! विश्वनाथ काशीवसिया🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 रोहिताश मरा पिया बिक गया शैव्या की सुनो पुकार स्वामी शैव्या की सुनो पुकार ... . . जिस रोहित को... Hindi · कविता 137 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 15 Jun 2024 · 1 min read तुम हो कौन ? समझ इसे तुम हो कौन ? समझ इसे 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मानव तन अनमोल हो तू स्वस्थ्य गात मानष मन हो अमूल्य जीव सरताज हो तू ज्ञानी बालक का पहचान हो दुनियादारी ज्ञान अर्जन... Hindi · कविता 127 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 14 Jun 2024 · 2 min read मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो🙏 मैं हूँ कौन ? मुझे बता दो 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 मेरी मुझसे पहचान करा दो मैं हूँ कौन यहाँ मुझे बता दो मानव तन का मोल बता दो स्वस्थ्य गात मन मानष... Hindi · कविता 85 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 10 Jun 2024 · 1 min read आँचल की मर्यादा🙏 आँचल की मर्यादा 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 अति सिर चढ़ा खोता हृदय है बेराग रागिनी जीता जीवन है निज पराये अपनापन खोता यातनाओं को स्वयं बुलाता है कलंकित होती आँचल ममता मिट खानदानी... Hindi · कविता 99 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 May 2024 · 1 min read परीलोक से आई हो 🙏 परीलोक से आई हो🙏 💙💙💙💙💙💙💙 प्रकृति माँ की हरियाली हो रंग बिरंगी श्रृंगारित हो नारी नव किसलय आनन कानन रंग भरी रंगोली हो आंगन की सौंदर्य सुंदरता परीलोक की सुंदर... Hindi · कविता 110 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 May 2024 · 1 min read शब्दों का झंझावत🙏 शब्दों का झंझावात 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 शब्दों का है खेल जगत में इससे बड़ा ना कोई जग में कवि की वाणी शब्द समूह तोड़ तंगड़ जोड़ जुगाड़ मेल भाव भावना व्यापक शब्द... Hindi · कविता 116 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 May 2024 · 1 min read माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏 माँ सुहाग का रक्षक बाल 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 आँचल तले पलते ममता माँ सुहाग का सितारा है नारी के सम्मान संरक्षक राज दुलारा नर नारी का भारत माता नयनों का प्यारा पिता... Hindi · कविता 103 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 May 2024 · 1 min read हर बच्चा एक गीता है 🙏 हर बच्चा एक गीता है 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 बाल बीर भारत का बच्चा चलता फिरता एक गीता है बच्चा बच्चा मन का सच्चा जग जन मन गण का प्यारा माता के सपनों... Hindi · कविता 80 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 May 2024 · 1 min read बोलता इतिहास 🙏 बोलता इतिहास बढ़ता होश जोश 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 प्राचीरों से बोलता हतिहास अतीत दिखता है खंडरों में वीर बोली घाटी और दर्रों में शोभती गाथाएं भित्ति चित्रों चौंक चौराहे प्रवेश तोरणों... Hindi · कविता 129 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 2 min read सत्यम शिवम सुंदरम🙏 सत्य की खोज🙏🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 संस्कृति परंपरा का देश न्यारा सत्यअहिंसाआस्था विश्वास भरा पार्वती संग नाचें गाएं शंकर भोले श्मशानी चिता स्वेत भस्म लगाए मणिकर्णिका हरिश्चंद घाट काशी में होली दिवाली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 107 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 1 min read बोलती आंखें🙏 संवेदना की बोलतीआंखें🙏 🍀☘️🙏🍀☘️❤️🍀☘️ भरी रसीली लाल रंजीत सी सागर सी आंखे संवेदना की आस अरमान से निहार रही लम्हा लम्हा तनहा गुजारती निज वेदना खुद समझाती संवेदन पास नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 74 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 12 May 2024 · 1 min read लौट चलें🙏🙏 लौट चलें 🙏🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 सृष्टि माता का एक नगीना प्रकृति के विस्तृत अंगन में सूक्ष्म अंश अनन्त के पार नगण्य भाग अणु परमाणु अंशों मेंअंशों का अंशदान मूक बधिर दृष्टिहीन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 82 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 11 May 2024 · 1 min read आँचल की छाँह🙏 नारी की आँचल 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 ममता माया है नारी की काया शीतल सकूनआँचल कीछाया भाव भावना दया सृष्टिकारक सुखद कोमल पल्लव की छाँह मनोहर मृदुल वाणी से निर्मल जन मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 10 May 2024 · 2 min read माटी करे पुकार 🙏🙏 किन औलादों छोड़ गए 🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 कनक पनीरी धानों की मंजरी अरहर मसूर मक्के फूलों बाली झोंके पवन हिलोडें में स्वरघाटी कोस रहें किन औलाद हाथों छोड़ गए पद घमण्डी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 115 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 9 May 2024 · 1 min read रूह की चाहत🙏 रूह की चाहत🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 व़क्त गुज़ार रहे हैं दो रूह रुहानी वंश देख परलोक से सुखी दुःखी दम्भभरी बात पकड़ नादानी में धर्म कर्म नीति ना पहचानी में बेजान छोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 May 2024 · 2 min read सुहागन की अभिलाषा🙏 सुहागन की अभिलाषा🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵🔵 रंग रंगीली छैल छबीली बनी चित चकोरी नारी सुहागिन चाहत अनमोल देश दुलारी सपना अपना निज अभिलाषा लाल पधारो मोरे आंगना आस लगाए आतुर देख रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 114 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बेदर्दी मौसम🙏 बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने🙏 🔵🔵🔵🔵🔵 मौसम है अनजान रास्ता है सुनसान बर्फीली बयार बह रही संय संय नाद हो रही घन घन-घना अम्बर से गद गद पानी बरस रही... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 100 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 May 2024 · 2 min read बचपन मिलता दुबारा🙏 बचपन आता दुबारा ************** बीते बचपन के वो दिन स्मृतियों से भरा पिटारा मस्ती भरा अल्लड़ का नदिन खेल कूद हुल्लड़ में बीतना खाना पीना गाना घूमना बेताज वादशाह बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 93 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 5 May 2024 · 1 min read काल का स्वरूप🙏 काल का स्वरूप🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵🕜 बसंत सुहानी सुर रसीला मधुबन बरखा संग सजीला गात लचीला विराट स्वरूपा सौ मयूरी की नाच दिखाता लपक झपक राधा बरज़ोरी बड़े मज़े की ये संग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 111 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 5 May 2024 · 2 min read वक़्त की पहचान🙏 वक्त की पहचान🙏 🔵🔵🔵🔵🔵🔵 वक्त अनजान गुमनाम नहीं जग तो हैं संगी साथी इनके समझते जन पल पल इनको वक्त नहीं समझता किसीको जव़ाना जानता है पर ये ज़ुवां नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 87 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read आग और पानी 🙏 आग और पानी 🔥🌳🍀🪷🌦️ शवनम और शोला है प्राणों का दोनों चोला आग पानी दोनो बैरी अद्भूत गाथा है पुरानी आपस में लड़ाई करते औरों की भलाई करते जीवों में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read सुंदरता की देवी 🙏 सुंदरता की देवी 🙏 💙💙💙💙💙💙💙 प्रकृति माँ की हरियाली हो रंग बिरंगी श्रृंगारित हो नारी नव किसलय आनन कानन रंग भरी रंगोली हो आंगन की सौंदर्य सुंदरता है कुदरत की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 118 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 May 2024 · 1 min read मेरा कौन यहाँ 🙏 मेरा क्या यहाँ 🙏 🙏🙏🙏🙏🙏 तन रक्त है माता-पिता का ममता प्यार माँ भारती का प्राण प्रतिष्ठा महाकाल का प्रकृति से श्वांस हवा मिला तन मां पिता सपनों का भूत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 90 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read चन्द्रयान तीन क्षितिज के पार🙏 चंद्रयान तीन क्षितिज के पार बेचैनी सात समंदर पार 🇧🇴 ☘️🌹🥇🌺🍀☘️🥇🍀 भारत तिरंगा फहरा चांद पे तल वितल नभ नव चंद्रतल मानस गुरु तुलसीदास जयंती श्रावण शुक्ला सप्तमी गुरुवार तेईस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read माँ दहलीज के पार🙏 माँ दहलीज़ के पार🙏 ☘️🌷🌷🍀☘️ निज संतानो को पाला पोसा बड़ा हो जग सिंहासन पाया अफ़सर हो भारत माता का सेवा श्रम इक अवसर पाया शानोसौकत अफ़सरशाही में भूल गया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 1 min read वगिया है पुरखों की याद🙏 वगिया है पुरखों की याद🙏 🍀☘️🌷🌹☘️🍀 नव किसलय का आनन सुगंधित नव पुष्प आलय सींची बगिया पुरखों की याद कलियाँ विकसित खिल सरस सुगंध बिखराने को पंखुड़ियां खुली समय पर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 114 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 May 2024 · 2 min read मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳 मेरी माटी मेरा देश 🌿🇮🇳🌿💙🌿✍️ वीरों की माटी भारत देश देश हमारा भारत प्यारा माटी में है मां की ममता खून पसीना है पूर्वज का प्यार परिश्रम इक पिता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 93 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 May 2024 · 1 min read चंदा मामा सुनो मेरी बात 🙏 चंदा मामा सुनले मेरी बात ? ☘️🍀🥀🥀🌿🌿🌸🌸 मैं नन्हा बालक अनजान खूब सुना है तेरी गुणगान चंद्रयान-3 पहुँच गया तेरे घर आंगन अपना तुझे मामा मान जरा इनकी दरस दिखा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 76 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 May 2024 · 1 min read कांटों के संग जीना सीखो 🙏 कांटों के संग 🙏 🏜️🏜️🏖️🏜️🏜️ कांटों से दर्द को समझो फूलो से हँसना सीखो कांटों बीच पलता पल जीवन निखार देता है चुभन घाव भर जाता नीरसता में रस भरता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 92 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 May 2024 · 1 min read मज़हब नहीं सिखता बैर 🙏 मज़हब नहीं सिखता बैर 🙏 🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀 मज़हब के प्यारे सज्जन पाओं कर्म से अभिवंदन शांत सद्भाव करूणा दया धर्म सिखाता जग नमन काया है मन मोहक माया शुभ चिंतक बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 111 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 May 2024 · 2 min read बहना तू सबला हो🙏 बहना तू सबला बन जाना 🍀☘️☘️☘️☘️☘️ अनमोल तोहफ़ा हो जग का कुद़रत अमूल्य नगीना भू का जागों बहन जगा नारी को वक्त है कहां जो सोयी हो अचेतन छोड़ चेतन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 93 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 1 May 2024 · 2 min read नारी बिन नर अधूरा🙏 नारी बिन नर अधूरा 🌷🌷❤️🌷🌷🙏 नारी बिन नर अधूरा दोनों बिन जग अधूरा चालक एक जग सहारा जगकर्ता एक जगभर्ता नारी में नर का है प्राण नर में नारी का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 163 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 1 May 2024 · 2 min read रुत चुनाव की आई 🙏 रुत चुनावी आई ************* नेताजी रुतबा पंचबरसीय जनता के आंखों की मिरची माँ भारती की ये राजदुलारे सिंहासन की हैं शोभा पाते ले सपथ बैठते आसान प्यारे सत्ता भत्ता महत्ता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 77 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 1 May 2024 · 1 min read माँ की अभिलाषा 🙏 माँ की अभिलाषा 🌹🌷🙏🙏🌷 शिक्षा दीक्षा देती यतन से । कड़ी मेहनत मजदूरी कर पाला पोषा जिम्मेदारी से सूखी रोटी दो जून खाकर सहारा ले पर्व उपवास का मुंह दाना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 29 Apr 2024 · 2 min read रुत चुनावी आई🙏 रुत चुनावी आई🙏 🍀☘️🙏🙏🌿🌿🌿🌿 नेताजी रुतबा पंचबरसीय जनता के आंखों की मिरची माँ भारती की ये राजदुलारे सिंहासन की हैं शोभा पाते ले सपथ बैठते आसान प्यारे सत्ता भत्ता महत्ता... Hindi · कविता 80 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Apr 2024 · 1 min read संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷 संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका ☘️🍀🌿🙏🙏☘️🍀🌿🌷 संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका आस पास संगी साथी है उनका सुख दुख दर्द वेदना संग सहारा वैभव संतोषी जन जन का प्यारा सकारात्मक भाव पनपता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 136 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 27 Apr 2024 · 1 min read संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏 संवेदना का सौंदर्य 🙏 ☘️🍀❤️🍀☘️☘️ दिल दिमाग तन मन मंदिर सौन्दर्य श्रृंगारिक साज ताज भाव भावना पुष्प कुसमित नव पल्लव पल्लू सी सौंदर्य अदभूत संवेदी चाल ढ़ाल संवेदनशीलता जागरूकता साज... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 99 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 25 Apr 2024 · 1 min read संवेदना बोलती आँखों से 🙏 संवेदना बोल रही आंखों से🙏 🍀☘️🙏🍀☘️❤️🍀☘️ भरी रसीली लाल रंजीत सी सागर सी आंखे संवेदना की आस अरमान से निहार रही लम्हा लम्हा तनहा गुजार रही निज वेदना को खुद... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 105 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 24 Apr 2024 · 1 min read बहे संवेदन रुप बयार🙏 बहे संवेदन रुप बयार🙏 ☘️❤️☘️🙏🍀❤️☘️ बहे बयार देखा है सबने आकार प्रकार बिकराल हिलते डुलते टूटते देखा रंग सलोना देखा किसने स्पर्श स्पंदनअनुभव ज्ञान गंघ सुगंध स्पर्श पहचान तमस तपी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 89 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 23 Apr 2024 · 1 min read मूक संवेदना🙏 मूक संवेदना रूह की वाणी🙏 ☘️🍀🍀🌹🌹🍀☘️ क्षिति जल पावक गगनसमीरा पंचतत्व रचि अधम शरीरा इंद्रिय मानसिक जागरूकता अनुभूति महसूस भाव गणिता भावना वेदना अनुभव प्रकृता स्पर्श स्वाद गंध श्रवण दृश्यता... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 122 Share Page 1 Next