तारकेश्वर प्रसाद तरुण 238 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next तारकेश्वर प्रसाद तरुण 8 Feb 2024 · 1 min read मज़हब नहीं सिखता बैर मज़हब नहीं सिखता बैर 🍀🍀🍀🍀🍀🍀🍀 मज़हब के प्यारे सज्जन मानो धर्म करो अभिवंदन शांत सद्भाव करूणा दया धर्म सिखाता जग नमन काया है मन मोहक माया शुभचिंतक बन करो श्रम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 Feb 2024 · 1 min read एक संदेश बनना हो तो ये बनना 🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿 बनना हो तो ये बनना जन मानस वरदान बनना समझदार नागरिक बनना पढ़े लिखे विद्वान जन पथ दर्शक कर्मवीर निर्देशक देश समाज इक आईना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 104 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 Feb 2024 · 2 min read तिरस्कार में पुरस्कार तिरस्कार में पुरस्कार 🌿🌿🌸🌸🌸🌸 जग में ऐसे कई महान तिरस्कृत हुए बेईमानों से श्रम किएआस अरमानों से पंचम फहराया व्यवहारो से पुरस्कृत होते तिरस्कारों से कमी नहीं जग बेईमानों की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 87 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 Feb 2024 · 2 min read मेरी माटी मेरा देश 💙 मेरी माटी मेरा देश 🌿🇮🇳🌿💙🌿✍️ वीरों की माटी भारत देश देश हमारा भारत प्यारा माटी में है मां की ममता खून पसीना है पूर्वज का प्यार परिश्रम इक पिता का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 45 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 6 Feb 2024 · 1 min read समस्या ही समाधान समस्या से समाधान 🍀☘️🙏🙏🍀☘️ पग पर पग पकड़ बनाता झंझट बखेड़ा उलझा मन मन मनांतर से ही बनता रोज नूतन जटिल समस्या वर्चस्ववाद विस्मृत करता निकास निरस्त निदान पल आ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 57 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 Feb 2024 · 2 min read जागो बहन जगा दे देश 🙏 जागो बहन जगा दे देश 🙏 🌿🌷✍️🌿🌿🙏 जागो बहन जगा दे देश गहरी नींद क्यों सोयी हो उठ जागने और जगाने की बेला है वक्त कहां सो सोयी हो टुक... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 74 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 Feb 2024 · 1 min read राखी है अनमोल बहना का 🌿✍️🌿 राखी है अनमोल बहना का 🙏 🌿🌿✍️🌿🌿❤️🌿🌿 धरती गगन आसमान ज़हां में रक्षाबंधन अटूट प्यार बहना का बंधन सूत्र प्यार राखी बहना का राखी बंधन मूक चाहत बहना का भाई... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 45 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Feb 2024 · 1 min read घर एक मंदिर🌷 घर एक मंदिर🌷 🍀🍀🍀🍀 स्वर्ग से सुंदर अपना घर भावों का संगम देव बसेरा पलते बढ़ते संस्कारी डेरा जहाँ प्रेम प्यार की बहती गंगोत्री गंगा यमुना कीधारा नारी लक्ष्मी कल्याणी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 68 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Feb 2024 · 2 min read नारी शक्ति का सम्मान🙏🙏 नारी शक्ति का करो सम्मान भारत देश बने महान 🇮🇳 🍀☘️🌿☘️☘️☘️☘️ मातृशक्ति पर करो अभिमान यही हमारी संस्कृति पहचान लाचारी पग रोक रही थी पर तुफानों में चल रही थी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 63 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 Feb 2024 · 1 min read मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏 मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏 🍀☘️🌿🙏🙏🌿☘️🍀🌿☘️ मास्टरजी अद्भुत प्राणी जग में अनुशासन संस्कार का ज्ञानी हैं कुर्ता पजामा सूट बूट पहन ये ज्ञानदाता भू-लोक विद्यासागर आंखों पर मोटे पावर का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 105 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 Feb 2024 · 1 min read नव प्रबुद्ध भारती नव प्रबुद्ध भारती जयति जन पुकारती ☘️🍀🇮🇳🇮🇳🍀☘️🙏🍀 नद्य सागर से भरा ये भारत संरक्षक सभ्यता संस्कृति का हड़प्पा मोहनजोदड़ो वास्तु कला प्रशस्त पुण्य पंथ अनमोल जो विक्रमशिला नालंदा तक्षशिला राजगीर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 102 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 1 Feb 2024 · 1 min read बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏 जीवन है अनमोल प्यारे 🙏 ☘️🍀☘️🍀☘️🍀 खेलो कूदो मस्त रहो ?? अभी नहीं तो कभी नहीं पढ़ोगे लिखोगे होओगे खराब खेलोगे कूदोगे एक दिन बनोगे नबाब पढ़ने वाला घूम निट्ठले... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 101 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 1 Feb 2024 · 1 min read धूल के फूल धूल के फूल 🌿🍃🌱🍃🍃 खिलते फूल वगिया के धूल बन जाते खानदानी याद रखना इसे संभाल लाल सजाया संवारा जिसनें परंपरागत वंशज संस्कार माता पिता निज सेवादार रंग बिरंगे फूल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 78 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 31 Jan 2024 · 1 min read बढ़ता उम्र घटता आयु बढ़ता उम्र घटता आयु ☘️☘️🙏🙏🍀🍀 बढ़ना घटना फिसल उठ जाना जग जीवन तो आना और जाना आयुकम होता जब जिंदगी का यादें पुरनी छुटती जाती जग का चाहत पर जीवन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 97 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 30 Jan 2024 · 1 min read निकला वीर पहाड़ चीर💐 निकला वीर पहाड़ चीर💐 🙏☘️💐🙏🌹🌷🙏 देश मना रहा था दीवाली भाग रहा था तिमीर निशा दीप ज्योत निशा मतवाली पचीस लाख दीप जला कर जीत वर्ल्ड खिताव दीपलड़ी अयोध्या की... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 96 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 29 Jan 2024 · 1 min read देश हमारा भारत प्यारा देश हमारा भारत प्यारा 🇮🇳🌿🇮🇳🌿🇮🇳🌿 सब देशों से प्यारा न्यारा है ऋषि मुनि विदुषियों ने संवारा बहती गंगा की जीवन धारा है पर्वतराज हिमालय पहरेदार अड़िग अटल खड़ा उत्तर में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 116 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jan 2024 · 1 min read घूंटती नारी काल पर भारी ? घूंटती नारी काल पर भारी ? ☘️🍀🌷🌹🌹 सुख सुंदर सपनों की माया क्यों मलीन करती है काया चंचल मन शीतलता देवी फिर क्यों उदास होती रहती मान अपमान अभिमान का... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 112 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jan 2024 · 1 min read सौंदर्य मां वसुधा की सौंदर्य मां वसुधा की 🌷🌷☘️🍀🌷 मनमोहक मोहनी मां वसुधा की सौंदर्य भरी रचना प्रकृति माता की कोमल किसलय नाजुक पाती अमूल्य घरोहर ऋष्टि कर्त्ता की ऑख निराली कानों की बाली... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 84 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jan 2024 · 1 min read चाँद सी चंचल चेहरा🙏 चाँद सी चंचल चेहरा🙏 💐💐💐💐💐 नारी न निराश करो मन को अद्भूत नगीना देती जग को सौन्दर्य सुंदरता कुदरत की रंग भरी रंगगोली प्रकृति की सुन्दर काया समुंदर मन माया... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 81 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Jan 2024 · 1 min read गुरु से बडा ना कोय🙏 गुरु से बडा ना कोय🙏 🌿🌿🌿👏👏🌿🌿 गुरु से बड़ा न कोई जग मे इनके बिना मिलता न ज्ञान गुरु महिमा जिसने समझा हुए उनके जीवन बेड़ा पार मजधार में फँसी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 76 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 27 Jan 2024 · 1 min read वाणी से उबल रहा पाणि वाणी से उबल रहा पाणि ☘️🍀🇮🇳🇮🇳🍀🍀☘️ पानी उबल रहा वाणी से दिल में आग वाणी में पानी चूल्हे उबाल रहा चाय और पानी गमपीपीकरजीरहे ज्ञानीबलदानी जन जनकी यही कहानी जुवानी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 58 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 26 Jan 2024 · 1 min read बालबीर भारत का बालबीर भारत का 🙏🍀☘️🇮🇳🍀 बच्चा बच्चा मन का सच्चा अनोखा उपहार भारत का माता के सपनो का तारा मां भारती का राज दुलारा निर्मल भावन चंचल चितवन बुलबुले हैं गुलिस्तां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 95 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 25 Jan 2024 · 1 min read वृंदावन की कुंज गलियां 💐 वृंदावन की कुंज गलियां 💐 💐💐🙏🙏💐🙏🙏 सूनी गली मतवाली गलियां वृंदावन की अनमोल गलियां मधुबन से निकली यह गलियां पग पग मधु बरसाती गलियां कुंज गली की सुर सुंदर कलियां... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 99 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 24 Jan 2024 · 2 min read देश के वासी हैं उस देश के वासी हैं ❤️🍀🙏🙏❤️☘️ उस देश के वासी हैं जहां मानवता फलती फूलती है भाई चारे का संदेश देती है सत्य अहिंसा मंत्र गूंजता वहां सत्यमेव जयते सबल... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 70 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 23 Jan 2024 · 2 min read गवाह तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳 तिरंगा बोल रहा आसमान 🇮🇳 ❤️ 🇮🇳 ❤️ 🇮🇳 तीन रंगों से बना ये तिरंगा भारत जन अभिमान तिरंगा फर फर उड़ फहर रहा तिरंगा आकाश पाताल नग भूतल में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 95 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 Jan 2024 · 1 min read बढ़ता उम्र घटता आयु बढ़ता उम्र घटता आयु ☘️☘️🙏🙏🍀🍀🌹🌹🍀🍀 बढ़ना घटना फिसल उठ जाना जग जीवन तो आनाऔर जाना आयुकम होता जब जिंदगी का यादें पुरनी छुटती जाती जगका चाहत पर जीवन दौड़ता जाता... Hindi · कविता 71 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 22 Jan 2024 · 2 min read उस देश के वासी है 🙏 हम उस देश के वासी हैं ❤️🍀🌹🙏🙏❤️☘️ उस देश के वासी हैं जिस देश मानवता फलती फूलती है भाई चारे का संदेश जहां सत्य अहिंसा मंत्र गूंजता वहां सत्यमेव जयते... Hindi · कविता 88 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 21 Jan 2024 · 1 min read स्वतंत्रता की नारी स्वतंत्रता की नारी निर्भय मजबूत समानता की पुजारी अलख जगाती भारत नारी सेना संगीत वैज्ञानिक विदुषी खाली कहाँ जहाँ ना हो बेटी नारी भारत का रखवाला प्रथम नारी पूजी जाती... Quote Writer 122 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 7 Jan 2024 · 1 min read परतंत्रता की नारी परतंत्रता की नारी 🍀🙏☘️🙏☘️ पग बंधी परतंत्रता की बेड़ी अभिव्यक्ति मुंह पर दबी पड़़ी पग पग खडी फिरंगी काया दबा रही भारत की मोह माया झांक रहा था नारी काआंगना... Quote Writer 131 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 Jan 2024 · 1 min read फूलों से हँसना सीखें🌹 फूलों से हँसना सीखें🌹 कीचड़ में उगते कमल प्रसून पंखुड़ियों के चीर फाड़ सड़न तन गम विहीन खुशी सज शोभा देते कहीं बनते बालों की गजरा दाम्पत्य मिलन की वरमाला... Quote Writer 153 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 4 Jan 2024 · 1 min read प्रेम दिवानों ❤️ प्रेम दिवानों ❤️ सुलझा जीवन उलझाना नहीं प्रेमी तो आनी जानी है पर मॉ नहीं दोवारा मिलनी है ममता प्यार करुणा दया का भाव अमर है मां का दूध कर्ज... Quote Writer 132 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Jan 2024 · 1 min read मेला दिलों ❤️ का मेला दिलों ❤️ का मेले का एक रूप मनोहर समाहित सांस्कृतिक धार्मिक युग परंपरा सनातनीय धरोहर ज्ञानवर्धन विविध सस्ते उत्पाद अर्जित ज्ञान पीढ़ियों मे पहुंचता बाल बच्चे नवयुवक वृद्ध नर... Quote Writer 127 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 3 Jan 2024 · 1 min read वरदान है बेटी💐 वरदान है बेटी💐 बेटी है वरदान जनों का अमूल्य धरोहर रत्न धरणी का झिलमिल रोशनी में आती पर जग रोशन कर देती बेटी स्वर्ग परी सी सुंदर बेटी माता की... Quote Writer 158 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 2 Jan 2024 · 1 min read शाम उषा की लाली शाम उषा की लाली संध्या समेट रही बिखरी लाली प्रकृति प्रकिया जगत निराली रात दिवा बजती गूंजन बाती घनघोर घटा छाती दिन राती निशा उषा का आंगन भारी खेत क्यारी... Quote Writer 167 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 29 Dec 2023 · 1 min read परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏 परमेश्वर दूत पैगम्बर 🍀🌷🙏🙏🌹💐 मसीह प्रचारक परमेश्वर दूत परमेश्वर ईश मानव कल्याण मानव मानवता जनकल्याण जनकल्याण सूचक देशमहान जाति धर्म कर्म आस्था सम्मान विविधता में एकता भारत दर्शन बहुधर्मीय जन... Hindi · कविता 128 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read दहलीज के पार 🌷🙏 दहलीज के पार🙏 🍀☘️🙏🙏🌷 निज संतानो को पाला पोसा बड़ा हो जग में आसन पाया अफ़सर बन भारत माता की सेवा करने का सुअवसर पाया अफ़सरशाही के शानोसौकत भूल गया... Hindi · कविता 144 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read पुरखों की याद🙏🙏 पुरखों की याद🙏🙏 🍀🌷☘️☘️ नव किसलय का आनन सुगंधित नव पुष्प आलय बगिया है पुरखों की याद सींची कलियाँ विकसित खिल सरस सुगंध बिखराने पंखुड़ियां खुली समय पर विकसित पुष्प... Hindi · कविता 111 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read सूनी बगिया हुई विरान ? सूनी बगिया 🍀☘️🌷🌹 नव किसलय का आनन सुगंधित नव पुष्प आलय बगिया है पुरखों की याद सींचा कलियाँ विकसित खिल सरस सुगंध बिखराने पंखुड़ियां खुली समय पर विकसित पुष्प मधुर... Hindi · कविता 87 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read निर्वात का साथी🙏 निर्वात का साथी🙏 🍀☘️🍀🍀🍀🍀 निःशब्द शांत एकांतवासी निशा उषा दोपहरी सांझी नर्वात निःशब्द सूनी घाटी उषा निशा विक्षोभ उपहासी संध्या समेटर ही बिखरीलाली प्रकृति प्रकिया जगत निराली रात दिवा बजती... Hindi · कविता 119 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read सौंदर्य मां वसुधा की🙏 सौंदर्य मां वसुधा की🙏 🌷🌷☘️🍀🌷 मनमोहक मोहनी मां वसुधा की सौंदर्यभरी रचना प्रकृति माता की कोमल किसलय नाजुक पाती अमूल्य धरोहर सृष्टिकर्त्ता की ऑख निराली कानों की बाली बिंदिया चमकती... Hindi · कविता 2 93 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read चांद सी चंचल चेहरा 🙏 नारी न निराश करो मन को अद्भूत नगीना देती जग को सौन्दर्य सुंदरता कुदरत की रंगभरी रंगगोली प्रकृति की सुन्दर काया समुंदर माया चंचल चंचला चाँद सी चेहरा ममता दया... Hindi · कविता 143 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 28 Dec 2023 · 1 min read क्रिसमस दिन भावे 🥀🙏 क्रिसमस भावे 🍀☘️🥀💐🙏 एक बरस में बस एक दिनमा क्रिसमस बडा दिन जाना जाए पावन पवित्र दिसंबर महीनमा तारीख पचीस पवित्र शुभदिन ईशा मसीह अवतरण दिनमा निज माता मैरी का... Hindi · कविता 123 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 21 Dec 2023 · 1 min read बचा ले मुझे🙏🙏 बचा ले मुझे🙏🙏 लाल बचा लो इसे जरा धरा धरती चीख रही लाल बचा लो मुझे जरा जगह पड़ी कूड़ा कर्कट देख प्राण वायु रो रहा अणु परमाणु के कण... Quote Writer 118 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 20 Dec 2023 · 1 min read ज्ञानों का महा संगम ज्ञानों का महा संगम 💐🙏🙏💐💐💐 राजा महा राजाओं नें राजमहल नवरत्नों में गुरु सिंहासन दे सम्मान बढ़ाया था जो राजकीय शक्ति का गौरव प्रतिष्ठा अभिमान दर्पण था ज्ञान खातिर नृपों... Quote Writer 200 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 20 Dec 2023 · 1 min read राष्ट्र निर्माता गुरु राष्ट्र निर्माता गुरु 🌷🌹🙏🙏🌷 गुरु शिष्य से बनते देश महान जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचते गुरु ज्ञान बने रोबोट चन्द्रयान ज्योतिष कर रहे भविष्यवाणी लोहयंत्र करते क्षण होनी जानी... Quote Writer 184 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 Dec 2023 · 1 min read उलझन से जुझनें की शक्ति रखें उलझन से जुझनें की शक्ति रखें सद्मार्ग चल सत्य कर्मवीर निडर हो भारत माता के संतानों की तकदीर तस्वीर बदल जीने की आस जगायें जग में आज इसी की मांग... Quote Writer 151 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 19 Dec 2023 · 1 min read हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹 हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹 💐💐💐💐💐💐 पुण्य स्थिरता से बढ़ प्रशासन में तीब्र पाप बढ़ रहे सकल जहां में आग सुलग रही प्रजा दिलों में भीरू बन धर्म रो रहा यहां... Quote Writer 142 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 18 Dec 2023 · 1 min read बेडी परतंत्रता की 🙏 बेडी परतंत्रता की 🙏 जीवन पथ रक्षक मौन खड़ा था उज्जवल भविष्य पाश से बंधा कब हर्षित होगी नारी बेचारी परतंत्रता की बेड़ी जकड़ रही प्रीत प्रतिज्ञा आस पास छोड़... Quote Writer 171 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 18 Dec 2023 · 1 min read भूख 🙏 भूख 🙏 जठरानल भूखों का दाता अभाव ईच्छा इनके प्रनेता पग विपद पातक यहां घातक घात लगाये डटे यहां पातक पापी को डर नहीं सत्य रोज कूचला जाता जहां शासन... Quote Writer 147 Share तारकेश्वर प्रसाद तरुण 17 Dec 2023 · 1 min read भूल भूल हुए बैचैन भूल भूल हुए बैचैन अहम अहमियत भूल बैचैन चिन्तामनी रेखा ललाट आता वक्त बार-बार समझाता पर समझ नहीं पाता जग जन काल गाल विशाल बना बैठा है काल की चाल... Quote Writer 205 Share Previous Page 2 Next