सुरेश कुमार चतुर्वेदी Language: Hindi 1574 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Dec 2022 · 1 min read कृतज्ञता दिए गए अवदानों पर किए गए उपकारों पर कृतज्ञता ज्ञापित की जाती है कृतज्ञ रहना ही दुनिया में मनुज को मनुज बनाती है ईश्वर मात पिता गुरु सृष्टि के मनुज... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 3 271 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Dec 2022 · 1 min read आया क़िसमिस का त्यौहार आया क़िसमिस का त्यौहार शांता बांट रहा उपहार खेल रहे हैं बच्चे मेलों में चर्चों में प्रेम पुकार आया क़िसमिस का त्यौहार प्रेम शांति सौहार्द बड़े नहीं हो अत्याचार मानवता... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 187 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Dec 2022 · 1 min read बुद्धिमत्ता सूझबूझ कौशल से जीना, बुद्धिमत्ता की निशानी है योजनाबद्ध जीवन से, संवरती जिंदगानी है विवेक और बुद्धि से,हर काम बनता है बुद्धिमत्ता से सदा, मनुज जीवन संवरता है खाना पीना... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 461 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 23 Dec 2022 · 1 min read भाग्य मिला भाग्य से मनुज जन्म, भारत का भूभाग मिला जहां ईश्वर ने अवतार लिया, रहने का सौभाग्य मिला सत्य अहिंसा और शांति, जहां दिलों में वसती है गंगा जमुना सरस्वती... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 214 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 22 Dec 2022 · 1 min read अति खान पान और रहन सहन की मर्यादा होती है टूट जाती हैं मर्यादाएं, जहां अति होती है सीमित मात्रा में सेवन, हितकर शरीर को होता है असीमित और अति सेवन... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 191 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 21 Dec 2022 · 1 min read दरवाजा ऊपर वाले ने धरा को जब बनाया था नहीं दरोदीवार,न दरवाजा बनाया था भेजा था जब आदमी,गुर सिखाया था जीने खाने के लिए,साधन जुटाया था प्रेम अमन का रास्ता, उसने... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 277 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Dec 2022 · 1 min read धन धन के पीछे भाग रहा है,ये सारा संसार रूप धरा पर धन के देखे, रूप हैं कई हजार आकर्षण धन का बड़ा, और बड़ा व्यापार और बड़े धनवान हों, सबको... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 367 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 20 Dec 2022 · 1 min read बाल हैं सौंदर्य मनुज का, सबके मन को भाते हैं। काले लम्बे घने बाल,मन को बहुत लुभाते हैं इसलिए सफेद बालों को अक्सर,काला रंग लगाते हैं विविध केश विन्यासों से, मुखड़े को और सजाते हैं गंजे हो जाने पर,विग भी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 363 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 18 Dec 2022 · 1 min read जो व्यर्थ गया खाली खाली,अब भरने की तैयारी है २१बीं सदी का बर्ष २२बां,सादर तुम्हें विदाई दस्तक दे रहा बर्ष २३बां,मिलन की बेला आई जंवा हो गई सदी, अब बचपन वीत गया है आ गया काम का समय, अल्हड़... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 563 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Dec 2022 · 1 min read मत जहर हवा में घोल रे मत ज़हर हबा में घोल रे वंदे आंखें खोल रे, मत ज़हर हबा में घोल रे हबा है तेरी जीवन रेखा, क्यों न जाने मोल रे काट रहा नित पेड़... Hindi · Daily Writing Challenge · गीत 462 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 17 Dec 2022 · 1 min read एक पेड़ का दर्द धूप सहकर मैं कड़ी, शीतल छांव देता हूं ठंड वर्षा के थपेड़े, सब झेल लेता हूं लेता हूं तेरी हर बला, जीवन प्राण देता हूं देता हूं फल फूल मीठे,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 675 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 16 Dec 2022 · 1 min read नुकसान फायदे जीवन का अंतिम पड़ाव तो, निश्चित ही शमशान है लाभ हानि की दृष्टि से, जीवन का नुक़सान है मृत्यु के आगे है जीवन, संदेश दिया भगवान ने स्वार्थ के कारण... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 2 341 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 Dec 2022 · 1 min read उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में हर आदमी लगा है, सुख की तलाश में जिंदगी लगा दी, सुखों की आस में उम्र गुजर रही है, अंतहीन चाह में मृगमारीचका... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 247 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 14 Dec 2022 · 1 min read सौंदर्य मातृशक्ति का सौंदर्य धरा , प्रेम वसा कण कण में सृजन पालन पोषण करती ,मां वसी हुई जीवन में संभव नहीं प्रकृति विन जीवन, सौंदर्य नहीं जन मन में पोर... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 559 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 13 Dec 2022 · 1 min read सर्दी सर्दियों की चाहत है, गुनगुनी धूप अदरक बाली चाय, गरम गरम सूप मक्का की रोटियों, सरसों का साग मां के हाथ का स्वाद, चूल्हे की आग मैथी के परांठे, करते... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 1 241 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Dec 2022 · 1 min read मूल्य संसार में चीजों का मूल्य होता है किसी का कम किसी का ज्यादा होता है कुछ चीजें अमूल्य होतीं हैं जिनके सामने हर मूल्य वौना होता है कुछ चीजें अनमोल... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 258 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 12 Dec 2022 · 1 min read मानव मूल्य व्यवहार सोच नजरिया, मानव मूल्य बनाते हैं परिष्कृत कर जीवन, गरिमामय सार्थक बनाते हैं उचित-अनुचित वांछित अवांछित, करणीय अकरणीय हमें बताते हैं मानव मूल्य ही मानव को लक्ष तक पहुंचाते... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 1 259 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 11 Dec 2022 · 1 min read आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा नहीं मिलेगा पीने पानी , नहीं अन्न फल होगा जीवन पर संकट के बादल, संघर्ष यहां पल पल होगा पर्यावरण क्षरण... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 254 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 10 Dec 2022 · 1 min read प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह प्रेम ईश्वर प्रेम अल्लाह, प्रेम मंजिल रूहानी है प्रेम इस फानी दुनिया की, फकत पहली कहानी है प्रेम का सार है भक्ति, शास्वत सत्य है ईश्वर प्रेम और इंसानियत का,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 2 452 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 9 Dec 2022 · 1 min read एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए एक मधुर मुस्कान दीजिए, सारी दुनिया जीत लीजिए सबकोअपना बना लीजिए, प्रेमभरी मुस्कान दीजिए क्या क्या चमत्कार हैं तेरी, एक मधुर मुस्कान में जिसको चाहो अपना कर लो, प्यारी सी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 2 422 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Dec 2022 · 1 min read वर्तमान भी छूट रहा भाग रहा भविष्य के पीछे, वर्तमान को समय नहीं है भाग रहा सुखों के पीछे, सुख से जीने का समय नहीं है लिए असीमित कामनाएं, बदहवास सा भाग रहा रौंद... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 6 2 283 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 Dec 2022 · 1 min read धूप आते जाते हैं सुख दुख, जीवन तो चलता रहता है कभी धूप है कभी छांव है,रात दिन ढलता रहता है चलता रहता है समय चक्र,समय निकलता रहता है कभी धूप... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 6 1 285 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Dec 2022 · 1 min read अंतरिक्ष 🌒☀️ अंतरिक्ष में घूम रहे हैं,ग़ह उपग्रह और सितारे अंतरिक्ष में घूम रहे हैं,कई सैटैलाइट हमारे रहस्य भरे अंतरिक्ष का, रहस्य भी हमने जाना था चांद सितारों और सूर्य की, दूरी... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 1 247 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Dec 2022 · 1 min read नायक अन्याय अत्याचार विरुद्ध, जो आवाज उठाता है शोषण से मुक्ति के लिए,जो शोषक से टकराता है अस्मिता जन जन की बचाने,अपना सर्वस्व लुटाता है जीवन के हर एक क्षेत्र को,... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 4 1 251 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Dec 2022 · 1 min read ताजा समाचार है ताजा समाचार है? लूट खसोट चोरी हत्या और बलात्कार है नेताओं की बदजुबानी और भ़ष्टाचार है चुनावी चिल्ला पों की आई बहार है सड़क दुघर्टनाओं में, उजड़ रहे परिवार है... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 3 1 196 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Dec 2022 · 1 min read भगवत गीता जयंती ज्ञान कर्म और भक्ति योग की, त्रिवेणी भगवत गीता है वेद उपनिषद और शास्त्र की, संगम भगवत गीता है ज्ञान कर्म और धर्म मनुज का, गीता ज्ञान कराती है मोह... Hindi · कविता 1 544 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Dec 2022 · 1 min read मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार है मनुज जन्म का गीत है गीता, गीता जीवन का सार है सत्य सनातन गीत है गीता, गीता परम प्रकाश है धर्म कर्म निर्वाण का पथ है, मानवता का आकाश है... Hindi · कविता 2 1 289 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Dec 2022 · 1 min read मात पिता के श्री चरणों में, ईश्वर शीश नवाएं मात पिता की महिमा को, शब्दों में कही न जाय ईश्वर के हैं रूप धरा पर, ईश्वर को भी जाय (जन्म) लख लख कष्ट सहें जीवन में, कभी न मुख... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 467 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 3 Dec 2022 · 1 min read माता पिता माता पिता मात-पिता के श्री चरणों में, बारंबार प्रणाम है मात पिता ही इस धरती पर, बच्चों के भगवान हैं लख-लख कष्ट सहे जीवन में, ना करते कभी बखान हैं... Hindi · कविता 1 273 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 2 Dec 2022 · 1 min read अलविदा कहने से पहले दुनिया से विदा होने से पहले अलविदा कहने से पहले जो कुछ करना है सो करले जो भी कहना है सो कहले क्या पाप क्या पुण्य किया क्या लिया धरा... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 5 3 241 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Dec 2022 · 1 min read एड्स से बचिए, दूसरे को बचाइए सचरित्र रहिए, संतान सचरित्र बनाइए सारी दुनिया को एड्स से बचाइए बचाव ही साधन है,समझो और समझाइए खुद सुरक्षित रहें, दूसरों को भी बचाइए असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई विना... Hindi · मुक्तक 2 82 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 1 Dec 2022 · 1 min read भारतीय रेल भारतीय रेल यातायात का सुगम साधन आम आदमी का मन भावन बूढ़े बच्चे जवान,सबके सपनों की उड़ान सबसे लंबा नेटवर्क, भारत की पहचान पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण, सभी को जोड़ती... Hindi · कविता 1 430 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 30 Nov 2022 · 1 min read प्रेम गीत पर नृत्य करें सब शरद चंद्र सा धबल धबल, अंतस मेरा हो जाए शरद चंद्र सी शीतलता, वाणी में बरसाए प्रेम मगन मन नृत्य करे,मन जन जन का हरषाए कामनाओं से मुक्त, अंतस नील... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता 2 259 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 29 Nov 2022 · 1 min read दुनिया भय मुक्त बनाना है अज्ञान दरिद्रता भय जड़ता,जग से दूर भगाना है सत्य अहिंसा प्रेम भाव, दुनिया में हमें जगाना है हिंसा द्वेष आतंकवाद, संसार से दूर भगाना है स्वर्ग से सुंदर सम्पूर्ण विश्व... Hindi · Daily Writing Challenge · मुक्तक 3 240 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Nov 2022 · 1 min read वादा करके चले गए वादा करके चले गए, मुड़ कर भी न देखा शर्म बेचकर खींच गए, अविश्वास की रेखा जानबूझकर करते हैं,वे हमको अनदेखा सत्ता सुख में रहते हैं, देते हैं वे धोखा... Hindi · Daily Writing Challenge 4 185 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Nov 2022 · 1 min read गुरु तेग बहादुर जी का वलिदान युगों तक प्रेरणा देगा। गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर,लख लख उन्हें प्रणाम हैं तिलक जनेऊ की रक्षा को,जिन किए समर्पित प्राण हैं धर्म न छोड़ा सिर कटवाया,अमर गुरु का नाम है युग... Hindi · कविता 3 204 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 26 Nov 2022 · 1 min read जनता देख रही है खड़ी खड़ी जनता देख रही है खड़ी खड़ी लगा रहे हैं फिर वादों की झड़ी आते ही चुनाव कहानी नई गढ़ी सबको देंगे अंगूठी हीरे से जड़ी नवयौवनाओं को हीरे का हार... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 1 224 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 25 Nov 2022 · 1 min read आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आदरणीय अन्ना जी, बुरा न मानना जी आपने किया आंदोलन जी, पैदा हो गए कट्टर जी अब वे ईमानदारी की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं जनता की गाढ़ी कमाई, कट्टर... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 4 221 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 24 Nov 2022 · 1 min read डूबे हैं सर से पांव तक डूबे हैं सर से पांव तक,ता उम्र भ़ष्टाचार में लगा रहे हैं दांव पर, इज्जत को शिष्टाचार में मामले संगीन कई,इन पर विचाराधीन हैं शर्म भी शरमा जाए,नि: बस्त्र और... Hindi · कविता 2 281 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 19 Nov 2022 · 1 min read आसमान से ऊपर और जमीं के नीचे क्यों चल रहा है, आंखें मीचे सोच ले आसमान से ऊपर सोच ले जमीं के नीचे मौत के बाद कब्र की बात आसमान के ऊपर की जिंदगी आखिरात के हिसाब... Hindi · कविता 2 1 232 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 15 Nov 2022 · 1 min read क्रांतिकारी विरसा मुंडा क्रांतिकारी बिरसा मुंडा जन्म-१५नवम्बर-१८७५ अंग्रेजों, पुलिस,क़िश्चियन मिशनरियों,भू-पतियों एवं महाजनों के शोषण व अत्याचारों के खिलाफ छोटा नागपुर क्षेत्र में मुंडा आदिवासियों के विद्रोह १८९९-१९०० का नेतृत्व किया ३ फरवरी १९००को... Hindi · कविता 3 2 417 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Nov 2022 · 1 min read 553 बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन मुझे गर्व है, भारतवर्ष पर गुरु नानक के 553 बें प्रकाश पर्व पर मुझे गर्व है दुनिया की प्राचीनतम संस्कृति पर 10000 वर्ष पूर्व की सिविलाइजेशन पर मुझे गर्व है,... Hindi · कविता 5 4 446 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 8 Nov 2022 · 1 min read प्रेम का गीत ही, हर जुबान पर गाया जाए पूरब पश्चिम उत्तर दक्षिण, प्रेम में पिरोया जाए दशों दिशाओं में, प्रेम और प्रेम ही परोसा जाए इंसान और इंसानियत,हर हाल में संवारा जाए नफरतों की आग को, दुनिया में... Hindi · कविता 6 2 579 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 7 Nov 2022 · 1 min read देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा घनी काली रात अमावस अंतस की जप तप से परम प्रकाश है पाया हुआ उज्जवल मन आलोकित माटी का नन्हा दीया जलाया दूर हुआ अज्ञान अंधेरा नव प्रकाश ले आया... Hindi · कविता 7 4 289 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 6 Nov 2022 · 1 min read विश्व शांति ऊं शांति शांति शांति सर्वत्र शांति शांति शांति ऊं दुनिया में शांति से बढ़कर, कुछ भी नहीं जीवन में शांति से बढ़कर, कोई उपलब्धि नहीं धन दौलत भौतिक साधन, शांति... Hindi · कविता 4 6 292 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 5 Nov 2022 · 1 min read अद्भभुत है स्व की यात्रा अद्भभुत है स्व की यात्रा संसार से हमें मिलाती है अद्भभुत है स्व की यात्रा संसार से मुक्त कराती है स्वावलंबन बनकर साधन देती स्वाभिमान का बोध कराती है स्वाधीनता... Hindi · कविता 6 2 236 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 4 Nov 2022 · 1 min read देव प्रबोधिनी एकादशी देव प्रबोधिनी एकादशी पर्व है जगने और जगाने का धर्म आध्यात्म दायित्व सजाने का कर्त्तव्य वोध जगाने का परिवार देश समाज के प्रति जागरूक रहने का अंतस आनंद बढ़ाने का... Hindi · कविता 4 3 416 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 31 Oct 2022 · 1 min read राष्ट्रीय एकता दिवस देश की एकता और अखंडता मैं सदैव अक्षुण्ण रखूंगा मान सम्मान अस्मिता बचाने तन मन धन अर्पण कर दूंगा धर्म जाति भाषा अंचल पर देश समाज नहीं बंटने दूंगा चाहे... Hindi · कविता 4 3 255 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 28 Oct 2022 · 1 min read आप जैंसे नेता ही,देश को आगे ले जाएंगे आप ने अपनी तस्वीरें,देश भर के अखबारों में छपा लीं मुफ्त में सरकारी धन बांटकर, प्रसिद्धि पा ली अब भारतीय करंसी पर, लक्ष्मी गणेश छपबाएंगे आप की कृपा से,सब धनाढ्य... Hindi · मुक्तक 4 7 208 Share सुरेश कुमार चतुर्वेदी 27 Oct 2022 · 1 min read मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें सुरक्षित हों उनकी राहें, दुनिया में आबाद रहें नहीं हो अत्याचार धरा पर, अनाचार न हो जग में पग पग पर उजियारा... Hindi · कविता 3 1 218 Share Previous Page 5 Next