Ram Krishan Rastogi 1288 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 7 Next Ram Krishan Rastogi 24 Jul 2022 · 1 min read कभी तो तुम मिलने आया करो कभी तो तुम मिलने आया करो। कभी तो तुम प्यार जताया करो।। इंतजार करती रहती हूं मै तेरा।l, दिल नहीं लगता अब कहीं मेरा। बादल बरसे फिर भी प्यासी हूं,... Hindi 3 3 427 Share Ram Krishan Rastogi 23 Jul 2022 · 1 min read प्यार करने की कभी कोई उमर नही होती इंतजार की घड़ियां कभी खत्म नहीं होती। प्यार करने वालो की कोई रस्म नही होती, जिससे कब प्यार हो जाए पता नही होता। प्यार करने की कभी कोई उमर नही... Hindi 4 5 525 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jul 2022 · 1 min read देश की शान है बेटियां मां की मुस्कान है बेटियां, पिता की शान है बेटियां। ससुराल की बहु है बेटियां। मायके की मेहमान है बेटियां। बेटों से कम नहीं है बेटियां, हर क्षेत्र में आगे... Hindi 5 12 277 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jul 2022 · 1 min read चुरा कर दिल मेरा,इल्जाम मुझ पर लगाती हो (व्यंग्य) चुरा कर दिल मेरा,इल्ज़ाम मुझ पर लगाती हो। थाने में तुम जाकर, झूठी रिपोर्ट लिखाती हो।। सैया तुम्हारे कोतवाल,फिर उनसे पिटवाती हो। पिटवा कर मुझे,फिर हवालात में बंद कराती हो।।... Hindi · कविता 4 6 321 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jul 2022 · 1 min read बादल जब गरजे,साजन की याद आई होगी बादल जब गरजे ,साजन की याद आई होगी। बिजली जब कड़की,नींद न तुम्हे आई होगी।। बारिश के मौसम में,कुछ आफत तो होगी, पर ऐसे मौसम में,तेरी कुछ चाहत तो होगी।... Hindi 5 5 478 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jul 2022 · 1 min read दूर रहकर तुमसे जिंदगी सजा सी लगती है दूर रहकर तुमसे जिंदगी सजा सी लगती है, ये सांसे भी जैसे मुझसे नाराज़ सी लगती है। अगर उम्मीद-ए- वफा करू तो किससे करू, मुझको तो मेरी जिंदगी बेवफ़ा सी... Hindi 5 7 373 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jul 2022 · 1 min read आई सावन की बहार,खुल कर मिला करो आई बाहर सावन की,खुल कर मिला करो। मौसम हुआ सुहावना,दिल से मिला करो।। करती हूं तुम्हारा इंतजार,मेरे करीब आओ। झिझको नही किसी से,बेखौफ मिला करो।। मेरा मकान बना है,बस तुम्हारे... Hindi 4 6 323 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jul 2022 · 1 min read पढ़े लिखे खाली घूमे,अनपढ़ करे राज (हास्य व्यंग) सहमा सहमा घूम रहा,युवक है आज। पढ़े लिखे खाली घूमे,अनपढ़ करे राज।। कौन पूछता योग्यता,सोर्स हैं हर आधार। सोर्स वाला सफल है बाकी सब बेकार।। गूंगे गावे,बहरे ताल लगावे है... Hindi · हास्य-व्यंग 7 7 546 Share Ram Krishan Rastogi 18 Jul 2022 · 1 min read गांवों और शहरों में अन्तर गांवों और शहरों में अन्तर ******************** गांवों में गाये पाली जाती है। शहरो में कुत्ते पाले जाते है।। गांवों में गाये चराने जाते है। शहरो में कुत्ते घुमाने जाते है।।... Hindi 3 3 164 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jul 2022 · 1 min read मेरी तडपन अब और न बढ़ाओ मेरी तडपन अब और न बढ़ाओ। बस सावन में अपने घर आ जाओ।। तुम बिन सावन सूना सा लगता है, मेरा जिया तुम बिन नही लगता है। जब आ जाते... Hindi 5 7 545 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jul 2022 · 1 min read पति पत्नी की नोक झोंक(हास्य व्यंग) पायलट की पत्नि बोली, ज्यादा हवा में मत उडो, मै तुम्हे तो ही उड़ा दूंगी, ज्यादा तीन दो पांच मत करो, तुम्हे तो मुंह से सीटी बजाकर, हवा में उड़ा... Hindi · हास्य-व्यंग 5 10 898 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jul 2022 · 1 min read कारे कारे बदरा जाओ साजन के पास कारे कारे बदरा जाओ साजन के पास। कह दो उनको तुम्हारी सजनी है उदास।। गोरे गोरे हाथों में मेंहदी है रचाई, पहन कर चूड़ियां उनको है खनकाई। यह तीजो का... Hindi · गीत 4 4 412 Share Ram Krishan Rastogi 16 Jul 2022 · 1 min read और न साजन तड़पाओ अब तुम और न तड़पाओ साजन अब तुम, और करीब में आ जाओ अब तुम। सावन की यह पहली बरसात है, बताओ और कहां जाओगे तुम।। मत पूछो इस दिल में क्या... Hindi 1 2 488 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jul 2022 · 1 min read तड़पती रही मैं सारी रात तड़पती रही मैं सारी रात ******************* मेघा बरसते रहे सारी रात, तड़पती रही मै सारी रात। कोई तो आकर मुझे बताए, कैसे काटू मैं ये अंधेरी रात।। नभ में दमक... Hindi 2 2 627 Share Ram Krishan Rastogi 15 Jul 2022 · 1 min read याद आयेंगे तुम्हे हम,एक चुम्बन की तरह चले जायेंगे जब हम,सावन की तरह। याद आयेंगे तुम्हे हम,चुम्बन की तरह।। मुश्किल है शायद,तुम्हारी जिंदगी में लौटना। बना लेना कोई हम दम,साजन की तरह।। जनाज़ा जब निकले,तुम्हारे घर की... Hindi 4 6 330 Share Ram Krishan Rastogi 14 Jul 2022 · 1 min read सावन सजनी पर दोहे सावन महिना आ गया,पवन मचावे शोर। डालो पर झूले पड़े,नाचे बन में मोर।। मेरे साजन घर नही,सतावे उनकि याद। तड़प रहा मेरा मन,सुने कोए फरियाद।। सावन के आते बढ़ी,पिया मिलन... Hindi · दोहे 4 5 936 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jul 2022 · 1 min read एक पत्नि की मन की भावना मेरे प्राणों से तुम प्यारे हो, मेरी आंखो के तुम तारे हो। अलग नहीं हो सकती तुमसे, मेरे जीवन के तुम रखवाले हो।। तुम राम व कृष्ण मेरे हो, मै... Hindi · कविता 2 3 402 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jul 2022 · 1 min read मौत का क्या भरोसा मौत का क्या भरोसा, कब तुझको आ जाए। भज ले प्रभु का नाम तू, फिर समय न मिल पाए।। मौत है एक सच्चाई, ये सबको एक दिन आती। कब कहां... Hindi · कविता 2 2 153 Share Ram Krishan Rastogi 12 Jul 2022 · 1 min read कुछ कहता है सावन कुछ कहता है सावन, मेरे मन के आँगन मे। साजन से तेरा मिलन करा दू, क्या दोगी मुझे निछावन मे।। मैं एक ऐसा सावन हूँ, तेरे तन मे अग्नि लगाता... Hindi · कविता 4 6 503 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2022 · 1 min read अगर प्यार करते हो मुझको अगर प्यार करते हो मुझको, अपने सारे गम दे दो मुझको। बताऊंगी नही कभी जिंदगी में, छिपा लूंगी मैं सीने में उनको।। अगर प्यार करते हो मुझको, कदमों में जगह... Hindi · मुक्तक 4 7 379 Share Ram Krishan Rastogi 11 Jul 2022 · 1 min read विश्व जनसंख्या दिवस बढ़ेगी जब आबादी,अच्छे दिन कैसे आएंगे। होगे जब दस बच्चे,फिर बुरे दिन तो आएंगे।। बढ़ती जा रही है जनसंख्या कैसे नियंत्रण कर पाएंगे। करा नहीं नियंत्रण तुमने फिर तुम कहां... Hindi · कविता 3 4 316 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jul 2022 · 1 min read कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम कैसे बताऊं,मेरे कौन हो तुम, मेरी जिंदगी में समाए हो तुम। मेरे चांद हो तुम मेरे सूरज हो तुम, मै तुम्हारी धरा मेरे गगन हो तुम। तुम बिन होत नही... Hindi · मुक्तक 5 7 360 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jul 2022 · 1 min read काश ! तेरी निगाह मेरे से मिल जाती काश ! तेरी निगाह मेरे से मिल जाती, मुझको तेरी पनाह भी मिल जाती। मै सुनाता तुझे के सावन के गीत, तेरी मेरी हरियाली तीज मन जाती।। नज़रों से नज़रे... Hindi · मुक्तक 3 4 428 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2022 · 1 min read तेरी कातिल नजरो से तेरी कातिल नजरो से, जो आज टकराया होगा। मुझे नही लगता वह, ठीक से चल पाया होगा।। तूने टेढ़ी नजरो से आज जिसको तूने देखा होगा। जिंदा रह न सकेगा... Hindi · व्यंग्य फैशन पर 4 6 681 Share Ram Krishan Rastogi 9 Jul 2022 · 1 min read सावन में एक नारी की अभिलाषा सावन का महीना, सुन मेरे भरतार। ले चल मुझे आज, नदिया के उस पार।। कैसे ले जाऊं तुझे, नदिया के उस पार। नाविक जाने को नही, कोई भी आज तैयार।।... Hindi 3 4 525 Share Ram Krishan Rastogi 8 Jul 2022 · 1 min read सावन का महीना है भरतार सावन का महीना है भरतार, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, तू मुझे झूला झुलाने आइयो, मै करूंगी तेरा इंतज़ार।। हाथो की चूड़ियां लाना, पैरो के बिछवे लाना, मांग का सिंदूर... Hindi · लोकगीत 4 6 854 Share Ram Krishan Rastogi 7 Jul 2022 · 1 min read विरहनी के मुख से कुछ मुक्तक विरहनी के मुख से कुछ मुक्तक *********************** अगर एक बार तुम आ जाते, ये आंसू आंखो से रुक जाते। लगा लेते तुम मुझको सीने से, सारे मन के मैल भी... Hindi 3 4 229 Share Ram Krishan Rastogi 6 Jul 2022 · 1 min read उनकी यादें विचलित कर देती है,उनकी यादें कभी मुझको। नींद उड़ा ले जाती है,सोने नहीं देती है मुझको।। पता नहीं लग पाता है,कहां ले जाती है मुझको। करवटें बदलती हूं बस सलवटे... Hindi · कविता 9 15 559 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jul 2022 · 1 min read गुरु की महिमा पर कुछ दोहे गुरु बिन न बुद्धि मिले,गुरु बिन न होए ज्ञान। गुरु बिन न पथ मिले,गुरु बिन न मिटे अज्ञान।। गुरु तीनों देव है,इससे बड़ा जग में न कोय। जो इसकी शरण... Hindi 5 9 2k Share Ram Krishan Rastogi 4 Jul 2022 · 1 min read पूनम की रात में चांद व चांदनी चांद की चांदनी से बात भी होगी, उनकी इस तन्हाई में बात भी होगी। जब तक उनमें सच्चा प्यार न हो फिर उनकी कैसे मुलाकात होगी।। कल चांदनी रात हो... Hindi 4 7 721 Share Ram Krishan Rastogi 3 Jul 2022 · 1 min read मेरे मन के भाव कुछ स्वप्न मेरे धुंधले से थे कुछ चाहत मेरी उजली थी। कोई आहट थी धीमी सी, उनके लिए मै पगली सी थी।। कुछ मन में भाव अजीब से थे, दिल... Hindi 3 5 435 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे उसने पूछा,पहले जैसे रिश्ते अब क्यों नहीं रहे ? मैने भी कहां,पहले जैसे आदमी अब कहां रहे।। उसने पूछा,घरों में खिड़कियां बनना बंद क्यों हो गई ? मैने कहां,अब पड़ोस... Hindi · कविता 4 7 703 Share Ram Krishan Rastogi 2 Jul 2022 · 1 min read वर्षा ऋतु में प्रेमिका की वेदना जब जब ये बादल बरसे, ये नैना तेरे लिए है तरसे। जब जब ये बिजली चमकी, मेरी माथे की बिंदिया दमकी। कैसे भुलाऊं साजन मै तुमको, मिलने को आ जाओ... Hindi · कविता 7 9 678 Share Ram Krishan Rastogi 1 Jul 2022 · 1 min read तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे तेरे मन मंदिर में जगह बनाऊं मै कैसे। बिन बाती तेल के दीप जलाऊं मै कैसे।। तड़प तड़प कर मर जाऊंगी बिन मै तेरे। जब पास नही तुम मेरे दर्द... Hindi · ग़ज़ल 3 7 548 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे की कुछ सच्चाईयां बुढ़ापे में जवानी की बाते याद आयेगी। गुजरे जमाने की बाते तुम्हे याद आयेगी।। जवानी में जो इत्र लगाते थे खुश्बू के लिए, बुढ़ापे में तो आयोडेक्स की खश्बू आयेगी।... Hindi · कविता 1 1 147 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jun 2022 · 1 min read इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी। किए थे जो वादे उनकी याद आयेगी।। चांदनी रात में जब चांद चमेगा, देखकर उसको मेरा दिल धड़केगा। कैसे इस दिल को मैं समझाऊंगी,... Hindi · विरह गीत 1 5 393 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read मिलने के नए बहाने (हास्य व्यंग्य) मिलने वाले भी ढूंढ लेते है मिलने के बहाने। कभी मिलने आते है,चाय शक्कर के बहाने। मिलता नही जब कोई उनको नया बहाना, चले आ जाते है पूछने नए नए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 4 9 433 Share Ram Krishan Rastogi 29 Jun 2022 · 1 min read दिए जो गम तूने, उन्हे अब भुलाना पड़ेगा दिए जो गम तूने मुझे,उन्हे अब भुलाना पड़ेगा। नहीं तो मौत को गले भी अब लगाना पड़ेगा।। कर कर तेरा इंतजार,आंखो को सुला न सकी। अब इन नींद भरी आंखो... Hindi · ग़ज़ल 5 8 301 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jun 2022 · 1 min read मन की फितरत मन ही मन को जानता,मन को मन से प्रीत। मन ही मनमानी करे, मन ही मन का मीत।। मन झूमे,मन बांवरा,मन की है अद्भुत रीत। मन के हारे हार है,... Hindi · कविता 7 9 898 Share Ram Krishan Rastogi 27 Jun 2022 · 1 min read आज आदमी क्या क्या भूल गया है आदमी आज क्या क्या भूल गया। नई आने पर वह पुरानी भूल गया।। जब से टूथ पेस्ट बाजार में आया है। वह नीम की दातुन करना भूल गया है।। जब... Hindi 4 5 281 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jun 2022 · 1 min read दूल्हे अब बिकते हैं (एक व्यंग्य) दूल्हे बाजार में अब बिकते है। ऑन व ऑफ लाइन बिकते है।। दुल्हो का बाजार लगा हुआ है। हर तरीके से वह सजा हुआ है।। दूल्हे सजधज कर खड़े हुए... Hindi · हास्य-व्यंग्य 7 13 1k Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन बिछड़ रहे है सभी साथी धीरे धीरे। बढ़ रहा शनि का प्रकोप धीरे धीरे।। बदलेगी स्थिति महाराष्ट्र की धीरे धीरे। सत्ता छोड़नी पड़ेगी,पर जरा धीरे धीरे।। परिवर्तन आ रहा है,पर... Hindi · कविता · व्यंग्य 6 10 392 Share Ram Krishan Rastogi 25 Jun 2022 · 1 min read पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है पत्नि जो कहे,वह सब जायज़ है। पति जो कहे,वह सब नजायज है।। तुम जो कर रहो,वह सब जायज़ है। वही जो दूसरा करे,वह नजायज है।। पत्नि से जो औलाद हो,वह... Hindi · हास्य-व्यंग्य 9 14 578 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jun 2022 · 1 min read आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है आज बंदा अपने धंधे में अंधा हुआ है। वक्त के कारण वह अब अंधा हुआ है।। मिलता नही न्याय जल्दी से न्यायलय में। न्याय भी आज फांसी का फंदा हुआ... Hindi · ग़ज़ल 5 10 269 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jun 2022 · 1 min read कुछ ज्ञान वर्धक पहेलियां कहो कौन हो तुम दमयंती सी इस तरु के नीचे सोई। हाय तुम्हें भी छोड़ गया,कोई नल सा निष्ठुर कोई।। एक घड़ा मोतियों से भरा,सिर पर वह ओंधा धरा। चारो... Hindi 3 5 319 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jun 2022 · 1 min read बरसात में साजन और सजनी आह ! लगी है आज बरसात, जैसे दिन में हो गई हो रात। फोन साजन को लगा रही हूं, हो रही नहीं उनसे मेरी बात।। चल रही है ठंडी ठंडी... Hindi · कविता 2 7 459 Share Ram Krishan Rastogi 21 Jun 2022 · 1 min read में और मेरी बुढ़िया घर का नाम है मधुबाला, प्यार से कहता हूं बाला। जब जब वह आती है, खुल जाता दिल का ताला।। जब जब घंटी मै बजाता, दौड़ी दौड़ी मेरे पास आती।... Hindi · मुक्तक 6 11 824 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 2 min read योग क्या है और इसकी महत्ता योग विज्ञान पर आधारित एक आध् यात्मिक विषय है जो मन एवं शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करने पर ध्यान देता है। यह स्वस्थ जीवन यापन की कला एवं विज्ञान... Hindi · लेख 3 5 580 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 1 min read अंतरराष्ट्रीय योग दिवस आओ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाये। इसको जन जन तक सबको पहुचाये।। योग से होगा स्वस्थ तन मन, स्वस्थ तन से मिलेगा धन। नित्य नियम से करे योग हम, चिन्ता फिकर... Hindi · कविता 4 5 426 Share Ram Krishan Rastogi 20 Jun 2022 · 1 min read बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं बुढ़ापे में अभी भी जवानी के मजे लेता हूं। रसीले आम को अभी भी मै चूस लेता हूं।। बुढ़ापे में भले ही मेरे सारे दांत टूट गए है। फिर भी... Hindi · कविता 8 12 1k Share Previous Page 7 Next