Ram Krishan Rastogi Tag: कविता 621 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 5 Next Ram Krishan Rastogi 28 Feb 2022 · 1 min read मेरे बाबा है भोले भंडारी मेरे बाबा है भोले भंडारी, उनकी नंदी की है सवारी। उनके पास जो कोई जाता, कभी खाली हाथ न आता।। मेरे बाबा पहने सर्पो की माल, वे काल के भी... Hindi · कविता 3 3 333 Share Ram Krishan Rastogi 28 Feb 2022 · 1 min read खुलने लगे हैं शहर,लोग मुलाकात करने लगे है खुलने लगे हैं शहर,लोग मुलाकात करने लगे है। मोबाईल को छोड़,आपस में बात करने लगे हैं।। अंधेरे छटे है,अब उजाले भी नजर आने लगे हैं। लोग एक दूजे के चेहरे... Hindi · कविता 6 5 310 Share Ram Krishan Rastogi 26 Feb 2022 · 1 min read गुरु महिमा भाग दो *गुरु की महिमा भाग दो* गुरु बिन न ज्ञान मिले,गुरु बिन न दिशा निर्देश। गुरु ही सर्वोपरि है,गुरु ही ब्रह्मा विष्णु व महेश।। गुरु किसी का न बुरा करे,करे सब... Hindi · कविता 4 5 550 Share Ram Krishan Rastogi 24 Feb 2022 · 1 min read गुरु की महिमा गुरु की महिमा *********** गुरु बिन न ज्ञान होत है,गुरु बिन न कोई है समान | गुरु बिन मार्ग दिखत है,गुरु बिन बढे न कोई शान || गुरु ज्ञान की... Hindi · कविता 1 1 274 Share Ram Krishan Rastogi 23 Feb 2022 · 1 min read बचे जो अरमां तुम्हारे दिल में बचे जो अरमां तुम्हारे दिल में ********************** बचे जो अरमां तुम्हारे दिल में, उनको पूरा कर लो अब तुम। अब ना हाथ आऊंगी तुम्हारे, चाहे जितने जतन कर लो तुम।।... Hindi · कविता 4 7 389 Share Ram Krishan Rastogi 22 Feb 2022 · 1 min read पति पत्नि की नोक झोंक पति पत्नि की नोक झोंक ******************* क्या बताऊं मैं तुमको दोस्तो, मेरी पत्नि क्या-क्या करती है। सुबह सुबह रामायण पढ़ती है, सारे दिन महाभारत करती है।। जब उससे तू-तू, मैं-मै... Hindi · कविता 1 1 307 Share Ram Krishan Rastogi 20 Feb 2022 · 1 min read प्रभु का नाम जप ले तू बंदे प्रभु का नाम जप ले तू बन्दे ********************* कर ले इस जीवन का सदुपयोग, ये बार बार न तुझे मिल पायेगा। अच्छे कर्म करेगा इस जीवन में, अच्छे फल दूजे... Hindi · कविता 4 9 484 Share Ram Krishan Rastogi 18 Feb 2022 · 1 min read कुछ ज्ञान वर्धक पहेलिया_बताओ तो जाने कुछ ज्ञानवर्धक पहेलियां,बताओ तो जाने ******************************** कहो कौन हो दमयंती सी,इस तरु के नीचे सोई। हाय तुम्हे भी छोड़ गया,कोई नल सा निष्ठुर कोई।। एक घड़ा मोतियों से भरा,सिर पर... Hindi · कविता 6 5 497 Share Ram Krishan Rastogi 14 Feb 2022 · 1 min read पुलवामा शहीद दिवस पुलवामा शहीद दिवस ***************** प्रेम दिवस कैसे हम मनाये, जब गम के बादल छाए थे। पुलवामा से 42 वीर जवान, तिरंगा ओढ़कर घर आए थे।। पुलवामा के वीरो ने इस... Hindi · कविता 4 9 382 Share Ram Krishan Rastogi 13 Feb 2022 · 1 min read हिज़ाब पर बबाल हिज़ाब पर बबाल ************** हिज़ाब पर आजकल,मच रहा है बड़ा बबाल। नेता इस पर उठा रहे,भांति भांति के सवाल।। हिज़ाब की आड मे, चल रहे है धार्मिक मतभेद। इसके पीछे... Hindi · कविता 4 10 702 Share Ram Krishan Rastogi 12 Feb 2022 · 1 min read ऋतुराज बसंत होली मांगे लकड़ी,दिवाली मांगे तेल। बसंत मांगता आटा,छटाक सवा सेर।। होली होय पूनम को,दिवाली अमावश होय। बसंत होय माघ पंचमी,ये विधि विधान होय।। बसन्त के आते ही,उड़ने लगी रंग बिरंगी... Hindi · कविता 4 6 489 Share Ram Krishan Rastogi 11 Feb 2022 · 1 min read मातृ पितृ दिवस मातृ पितृ दिवस ************ करो मात पिता की सेवा,लो उनका शुभ आशीष। इनसे बड़ा कोई नही जग में,चाहे कोई भी हो ईश।। अपनाओ अपनी सभ्यता,पाश्चात्य सभ्यता को छोड़ो। सर्वोत्तम अपनी... Hindi · कविता 2 3 408 Share Ram Krishan Rastogi 8 Feb 2022 · 1 min read सूने सूने गीत है आज सूने सूने गीत है आज **************** सूने सूने गीत है आज, सूने सूने सब है साज। लता के संग खो गई , भारत की है आवाज।। गूंज रही है आपकी,... Hindi · कविता 9 10 366 Share Ram Krishan Rastogi 5 Feb 2022 · 1 min read बसंत ऋतु है आई आलोकिक आनंद देने वाली, बसंत ऋतु है आई। धरती ने फूलो के गहने पहने,वह आज है मुस्काई।। महक उठी सारी धरती,गगन से मिलने को है आतुर। पहन बसंती वस्त्र नर... Hindi · कविता 5 7 419 Share Ram Krishan Rastogi 2 Feb 2022 · 1 min read कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच ********************* बाप के कपड़े उतर गए, बेटी को कपड़े पहनाने में। बेटी के कपड़े उतर गए, फॉलोअर्स को बढ़ाने में।। बाप बेचारा थक गया, रोटी... Hindi · कविता 8 10 352 Share Ram Krishan Rastogi 2 Feb 2022 · 1 min read बसंत ऋतु है आई बसंत ऋतु है आई ************** आलोकिक आनंद देने वाली, बसंत ऋतु है आई। धरती ने फूलो के गहने पहने,वह आज है मुस्काई।। महक उठी सारी धरती,गगन से मिलने को है... Hindi · कविता 5 3 354 Share Ram Krishan Rastogi 30 Jan 2022 · 1 min read बापू की पुण्य तिथि पर बापू की पुण्यतिथि पर ****************** बापु तुम्हारी पुण्य तिथि पर तुमको क्या मै बताऊं, आज तिरंगा रो रहा है किस किस को मै समझाऊं । नाम किसानों का लेकर ये... Hindi · कविता 7 7 368 Share Ram Krishan Rastogi 28 Jan 2022 · 1 min read पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान को देखता है पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान देखता है ********************************* जमीन पर बैठ कर,क्यो आसमान देखता है। पंख अपने ही फैला,जमाना उड़ान देखता है।। कमाई दूसरो की देखकर क्यों कभी जलता है।... Hindi · कविता 6 4 611 Share Ram Krishan Rastogi 27 Jan 2022 · 1 min read कितना नादान है आदमी कितना नादान है आदमी ******************* कितना नादान है आदमी, मंदिर में शंख घंटे बजाता है। सोया हुआ वह स्वयं है, वह भगवान को जगाता है।। भूखे को रोटी नही दे... Hindi · कविता 2 2 494 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jan 2022 · 1 min read रिश्तों का बाज़ार रिश्तों का बाजार ************* रुक गया जब गया मै रिश्तों के बाजार में, बिक रहे थे सभी रिश्ते खुले आम बाज़ार में। दुकानदार से पूछा,क्या भाव इन रिश्तो का, दुकानदार... Hindi · कविता 5 8 744 Share Ram Krishan Rastogi 26 Jan 2022 · 1 min read हमारा गणतंत्र दिवस हमारा गणतंत्र दिवस **************** गणतंत्र दिवस भारत की है जान, इसमें बसते जन जन के है प्राण। इस दिवस पर तिरंगा हम फहराते बढ़ जाती है हमारे भारत की शान... Hindi · कविता 2 1 367 Share Ram Krishan Rastogi 25 Jan 2022 · 1 min read डोली व अर्थी में वार्तालाप डोली व अर्थी में वार्तालाप ******************** एक डोली चली,एक अर्थी चली, दोनो में इस तरह कुछ बाते चली। अर्थी बोली डोली से, तू पिया के घर चली, मै प्रभु के... Hindi · कविता 3 2 925 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jan 2022 · 1 min read राष्ट्रीय बालिका दिवस पर राष्टीय बालिका दिवस पर ******************** क्यो समझते लड़की है पराया धन और लड़का है अपने घर का धन, जबकि दोनो ही लेते है एक कोख से जन्म। दोनो की एक... Hindi · कविता 4 9 298 Share Ram Krishan Rastogi 24 Jan 2022 · 1 min read ऐ मेरे प्यारे वतन की मिट्टी ऐ ! मेरे प्यारे वतन की मिट्टी ********************* ऐ ! मेरे प्यारे वतन की मिट्टी, तू कुछ और भी रंग लायेगी। दुश्मनों के हौसले पस्त कर, उनको जिंदा ही दफनाएगी।।... Hindi · कविता 2 2 630 Share Ram Krishan Rastogi 23 Jan 2022 · 1 min read सुभाष चन्द्र बोस जयंती सुभाष चन्द्र बोस जयंती ****************** तुम मुझको दो खून अपना , मै तुमको दे दूंगा आजादी | यही सुनकर देश वासियों ने, अपनी जान की बाजी लगा दी || यही... Hindi · कविता 3 2 471 Share Ram Krishan Rastogi 22 Jan 2022 · 1 min read सारे दल मिलेगे तभी तो दलदल बनेगा सारे दल मिलेगे,तभी तो दलदल बनेगा ***************************** सारे दल मिलेगे,तभी तो दलदल बनेगा, कीचड़ बनते ही कमल का फूल खिलेगा। बदले बदले दल बदलू हमे नजर आते है, एक दल... Hindi · कविता 5 5 241 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jan 2022 · 1 min read बदले बदले दल बदलू नज़र आते हैं बदले बदले दल बदलू नज़र आते हैं *******************"****** बदले बदले दल बदलू नज़र आते है, एक पार्टी छोड़,दूसरी में नजर आते है। मिल गया टिकट हम देश को बदल देगे,... Hindi · कविता 5 6 321 Share Ram Krishan Rastogi 19 Jan 2022 · 1 min read याद आते है पुराने दिन कहा गए वो पुराने दिन, याद आते है पुराने दिन। चौका चूल्हा भूल गए है, गैस चूल्हे के आ गए दिन।। गिल्ली डंडा अब खत्म हुए पुराने दोस्त अब कहां... Hindi · कविता 1 2 257 Share Ram Krishan Rastogi 17 Jan 2022 · 1 min read धूप की हड़ताल धूप की हड़ताल ************ चल रही है आजकल धूप की हड़ताल, पड़ रहा है आजकल इसका भी अकाल। आजकल इसके दर्शन भी बड़े दुर्लभ है, बाजार में किसी कीमत पर... Hindi · कविता 2 2 372 Share Ram Krishan Rastogi 13 Jan 2022 · 1 min read लोहड़ी पर्व पर एक कविता लोहड़ी पर एक कविता ****************** आ गई है आज लोहड़ी की पावन घड़ी। जुड़ गई दिल से दिल की एक नई कड़ी।। हुआ है मौसम भी खुश मिजाज आज। थिरकते... Hindi · कविता 3 2 336 Share Ram Krishan Rastogi 10 Jan 2022 · 1 min read विश्व हिंदी दिवस विश्व हिंदी दिवस ************* आज विश्व हिंदी दिवस अपने मन में उदास है। कहने को तो बहुत कुछ है पर एक बात खास है। जहां इसने जन्म लिया वही इसका... Hindi · कविता 389 Share Ram Krishan Rastogi 7 Jan 2022 · 1 min read प्रभु से प्रार्थना प्रभु से प्रार्थना *********** कर दी बड़ी बर्बादी,देश हुआ बड़ा बेहाल। कोरोना के जाल से प्रभु हमको निकाल।। चुनाव की रैलियां रोज है होती, भीड़ बिन मास्क इकठ्ठा है होती।... Hindi · कविता 2 1 343 Share Ram Krishan Rastogi 5 Jan 2022 · 1 min read बरसात में साजन और सजनी बरसात,साजन व सजनी ******************* आह ! लगी है आज बरसात, जैसे दिन में हो गई हो रात। फोन साजन को लगा रही हूं, हो रही नही उनसे मेरी बात।। चल... Hindi · कविता 1 1 638 Share Ram Krishan Rastogi 31 Dec 2021 · 1 min read नए साल पर एक विरहणी की वेदना नए साल पर एक विरहणी की वेदना ***************************** नया साल है ,बुरा हाल है, चारो तरफ फैला बबाल है। मिलने का मन करता है तुमसे, मेरा भी अब बुरा हाल... Hindi · कविता 331 Share Ram Krishan Rastogi 30 Dec 2021 · 1 min read घमंड घमण्ड ***** जरा इतनी सी बात,समंदर को खल गई। एक कागज की नाव,मुझ पर कैसे चल गई।। बड़े बड़े जहाजों को मै तुरंत ही डुबो देता हूं। बड़ी बड़ी लहरों... Hindi · कविता 1 376 Share Ram Krishan Rastogi 29 Dec 2021 · 1 min read दिसम्बर जनवरी का रिश्ता दिसम्बर जनवरी का रिश्ता ********************* दिसम्बर माह जा रहा है, जनवरी माह आ रहा है। एक को कर रहे है विदाई, दूजे का स्वागत किया जा रहा है। दिसम्बर 21... Hindi · कविता 270 Share Ram Krishan Rastogi 28 Dec 2021 · 1 min read रिश्तों का बाज़ार रिश्तों का बाजार ************* रुक गया जब गया, मै रिश्तों के बाज़ार में। बिक रहे थे सभी रिश्ते खुले आम बाज़ार में।। मैने पूछा,क्या भाव है रिश्तों का बाज़ार में।... Hindi · कविता 300 Share Ram Krishan Rastogi 24 Dec 2021 · 1 min read सब दिखावटी हो रहा है अब तो दिखावटी हो रहा ******************* सब कुछ बदल चुका है अब तो दिखावटी हो रहा। प्यार मोहब्बतअब कहां वह भी बनावटी हो रहा।। अब तो हर इंसान बनावटी बाते... Hindi · कविता 3 4 485 Share Ram Krishan Rastogi 18 Dec 2021 · 1 min read चलो अब गांवो की ओर चलो अब गांवो की ओर ****************** चलो अब गांवो की ओर, बढ़ रहा है शहरों में शोर। प्रदूषण भी यहां बढ़ रहा, जीना दूभर यहां हो रहा।। चिमनियां धुआं उगल... Hindi · कविता 1 1 426 Share Ram Krishan Rastogi 16 Dec 2021 · 1 min read बुढ़ापे का सहारा बुढ़ापे में एक दूजे के सहारा होंगे ************************* बुढ़ापे में एक दूजे के साथ हम ही देंगे। देगा कोई और नही साथ हम ही देंगे। घुटने नही चलेंगे दर्द घुटनों... Hindi · कविता 3 2 1k Share Ram Krishan Rastogi 16 Dec 2021 · 1 min read विजय दिवस विजय दिवस ********** नमन करता हूं उन वीरों को जिन्होंने पाक को धूल चटाई थी। हमारे सूरवीरो के कारण बंगला देश ने आज़ादी पाई थी। किया था आत्मसंपरण पाक फौज... Hindi · कविता 3 2 408 Share Ram Krishan Rastogi 12 Dec 2021 · 1 min read जिन्दगी की कुछ सच्चाईयां ज़िन्दगी की कुछ सच्चाईयां ********************* मुश्किल नही कुछ इस दुनिया में, तू जरा सी हिम्मत तो कर। तेरे ख़्वाब बदलेगे हकीकत में, तू जरा सी कोशिश तो कर।। अगर कर... Hindi · कविता 3 2 191 Share Ram Krishan Rastogi 6 Dec 2021 · 1 min read एक विरहनी की वेदना दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना *************************** दिल धड़कता नही अब तुम्हारे बिना। जी नहीं सकती मै अब तुम्हारे बिना।। जब से पड़ी दिल पे तुम्हारी परछाई। बजने लगी दिल... Hindi · कविता 3 6 371 Share Ram Krishan Rastogi 5 Dec 2021 · 1 min read चुनाव व नेता चुनाव व नेता ********** नेता आज सत्ता के खातिर, अपना उल्लू सीधा कर रहे। वोटो के खातिर वे सब अब, मुफ्त चीजे खूब है बांट रहे।। कोई लैपटॉप फ्री में... Hindi · कविता 4 4 370 Share Ram Krishan Rastogi 2 Dec 2021 · 1 min read उम्मीदें तैरती रहती हैं उम्मीदें तैरती रहती हैं **************** उम्मीदें तैरती रहती है, कश्तियां डूब जाती है। कुछ घर सलामत रहते है, आंधियाँ जब भी आती है।। बचा ले जो हर तूफ़ान से उसे... Hindi · कविता 2 2 612 Share Ram Krishan Rastogi 28 Nov 2021 · 1 min read छाज व चलनी पर वर्ण पिरामिड विधा वर्ण पिरामिड, छाज़ व छलनी पर ***************************** हे ! छाज तुझमें सफाई की आदत पड़ी जब तू फटके कोई भी न अटके ए ! चलनी तेरे में है अनेको... Hindi · कविता 1 2 200 Share Ram Krishan Rastogi 26 Nov 2021 · 1 min read शादी में शामिल होने वालो को कुछ सुझाव उतना ही लो तुम थाली में। व्यर्थ न जाए कुछ नाली में।। झूठन जो छोड़ता है थाली में। अगला जन्म लेता है नाली में।। कम व्यजन बनावाओ शादी में। झांकी... Hindi · कविता 3 4 204 Share Ram Krishan Rastogi 25 Nov 2021 · 1 min read आज के समय की समीक्षा कुछ क्षणिकाये आज के समय की ************************* इंसानियत जा चुकी हैं। हैवानियत आ चुकी हैं।। इन्सान अब सो चुका है। हैवान अब जग चुका है।। चुनावो का आज दौर है।... Hindi · कविता 2 2 177 Share Ram Krishan Rastogi 19 Nov 2021 · 1 min read कार्तिक पूर्णिमा कार्तिक पूर्णिमा ************* चांदी जैसे चमके रात चांदनी, और न तुम मुझको तरसाओ। मिलने की है ललक अब तुमसे, और मेरे करीब तुम आ जाओ।। ठिठुर रही हूं मैं शरद... Hindi · कविता 2 1 201 Share Ram Krishan Rastogi 5 Nov 2021 · 1 min read दीए के मन की संवेदना दीए के मन की संवेदना ****************** सभाल कर हमें जरा तुम उठाना, दिवाली पर हमे तुमने जलाए थे। हमने तो अपना वजूद जलाकर, तुम्हारे लिए हर खुशियां लाए थे। हमने... Hindi · कविता 234 Share Previous Page 5 Next