Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Dec 2021 · 1 min read

उम्मीदें तैरती रहती हैं

उम्मीदें तैरती रहती हैं
****************
उम्मीदें तैरती रहती है,
कश्तियां डूब जाती है।
कुछ घर सलामत रहते है,
आंधियाँ जब भी आती है।।

बचा ले जो हर तूफ़ान से
उसे आशा हम कहते है।
बड़ा मजबूत है ये धागा,
जिसे विश्वाश हम कहते हैं।।

भावनाएं बह जाती है,
मन में आए सैलाब से।
रिश्ते भी टूट जाते है,
दिल में आए इंतकाम से।।

निराशा में बह जाता हूं,
बंदा दुखों के बहाव में।
आशा की किरणे आती है,
उसके सुखों के सैलाब में।।

रिश्ता एक अजीब धागा है,
जो विश्वाश पर टिकता है।
अविश्वास होने पर अक्सर,
ये सदा के लिए टूट जाता है।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 601 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all
You may also like:
*असुर या देवता है व्यक्ति, बतलाती सदा बोली (मुक्तक)*
*असुर या देवता है व्यक्ति, बतलाती सदा बोली (मुक्तक)*
Ravi Prakash
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
दिन भी बहके से हुए रातें आवारा हो गईं।
सत्य कुमार प्रेमी
जमाना तो डरता है, डराता है।
जमाना तो डरता है, डराता है।
Priya princess panwar
हाथों ने पैरों से पूछा
हाथों ने पैरों से पूछा
Shubham Pandey (S P)
■ आज का परिहास...
■ आज का परिहास...
*Author प्रणय प्रभात*
बात तो कद्र करने की है
बात तो कद्र करने की है
Surinder blackpen
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
इक शे'र
इक शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
स्तंभ बिन संविधान
स्तंभ बिन संविधान
Mahender Singh
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
मेला झ्क आस दिलों का ✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"नया अवतार"
Dr. Kishan tandon kranti
यश तुम्हारा भी होगा।
यश तुम्हारा भी होगा।
Rj Anand Prajapati
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
हमारा देश भारत
हमारा देश भारत
surenderpal vaidya
💐प्रेम कौतुक-419💐
💐प्रेम कौतुक-419💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
अन्तर्मन को झांकती ये निगाहें
Pramila sultan
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
मकर संक्रांति
मकर संक्रांति
Suryakant Dwivedi
शुक्र मनाओ आप
शुक्र मनाओ आप
शेखर सिंह
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
सोने को जमीं,ओढ़ने को आसमान रखिए
Anil Mishra Prahari
कृतिकार का परिचय/
कृतिकार का परिचय/"पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak
तेरा हम पर कहां
तेरा हम पर कहां
Dr fauzia Naseem shad
गुमनाम मुहब्बत का आशिक
गुमनाम मुहब्बत का आशिक
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
23/171.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/171.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
India is my national
India is my national
Rajan Sharma
Loading...